स्वाति जैन, (मार्केटिंग डाइरैक्टर, एवौन)
हाल के वर्षों में सौंदर्य और स्वास्थ्य के प्रति भारतीय महिलाओं में काफी जागरूकता आई है. सौंदर्य और हैल्थ के प्रति भारतीय महिलाओं का बढ़ता पैशन कौस्मैटिक कंपनियों के व्यापार को खूब बढ़ा रहा है.
ऐसी ही कंपनियों में शुमार है एवौन कंपनी, जो कौस्मैटिक्स, हैल्थकेयर, ब्यूटी और रोजगार के क्षेत्र में महिलाओं की आशाओं को नए पंख दे रही है.
एवौन की मार्केटिंग डाइरैक्टर स्वाति जैन के अनुसार, हैल्थ, ब्यूटी और पर्सनल केयर को ले कर जागरूकता दुनियाभर में बढ़ी है और भारत में तो बीते 10 सालों में यह ट्रैं तेजी से प्रसार पा रहा है. खुद स्वाति अपनी हैल्थ और ब्यूटी के मामले में काफी सचेत दिखती हैं. उन्हें देख कर कोई अनुमान भी नहीं लगा सकता कि वे 12 और 6 साल के 2 बच्चों की मां हैं और घरपरिवार की तमाम जिम्मेदारियों के साथसाथ इतनी बड़ी कंपनी के अहम ओहदे पर बैठ कर देशभर की महिलाओं की हैल्थ और ब्यूटी को ले कर हर पल कुछ न कुछ नया करने के प्रयास में संलग्न हैं.
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हैल्थ और ब्यूटी के क्षेत्र में भारतीय महिलाओं की बदलती सोच, जरूरत, चाहत और सपनों को पूरा करने की दिशा में एवौन क्या रोल अदा कर रही है, इस बारे में हम ने गुरुग्राम स्थित एवौन के दफ्तर में कंपनी की मार्केटिंग डाइरैक्टर स्वाति जैन से बातचीत की. पेश हैं, कुछ खास अंश:
हैल्थ, ब्यूटी और पर्सनल केयर को ले कर वर्तमान पीढ़ी पिछली पीढ़ी के मुकाबले कितनी जागरूक दिखती है?
यह तो ग्लोबल ट्रैंड है जो इंडिया में बहुत तेजी से बढ़ा है. आज हर कोई सुंदर दिखना चाहती है फिर वह गृहिणी हो या कामकाजी महिला. आज की औरत के लिए सुंदरता अब सिर्फ चेहरे के मेकअप तक सीमित नहीं है, बल्कि इस में उस की सेहत, हाइजीन, डै्रस, एक्सैसरीज, फ्रैगरैंस, फुटवियर, हेयर कलर सबकुछ शामिल है. आजकल भारतीय महिलाएं पतला होने के लिए काफी मशक्कत कर रही हैं. वे जिम जा रही हैं, डाइटीशियन के पास जा रही हैं. मुझे लगता है कि जल्द ही उन्हें एहसास होगा कि उन्हें पतला नहीं होना है, बल्कि हैल्दी होना है.
हैल्दी होना आप की पूर्ण खूबसूरती से जुड़ा है. अगर आप हैल्दी हैं तो आप की स्किन ग्लो करेगी, बालों में चमक रहेगी, नेल्स सुंदर होंगे, मेकअप आप के फेस पर ज्यादा समय तक टिकेगा. हैल्थ और ब्यूटी को ले कर आज हर उम्र की महिला सचेत है. आज मेकअप करना भी सिर्फ कुछ खास मौकों की बात नहीं है, बल्कि हर वक्त की जरूरत है. महिलाएं इस बात को समझ रही हैं कि सुंदर और स्वस्थ दिखना हर समय जरूरी है फिर चाहे आप घर पर हों, औफिस में या फिर कालेज में.
पहले के समय में एक आम भारतीय घर में एक क्रीम की ट्यूब आ जाती थी और पूरा घर उसे इस्तेमाल करता था, मगर अब ऐसा नहीं है. आज की गृहिणी या कामकाजी महिला अपनी स्किन के हिसाब से कौस्मैटिक्स का चुनाव करने लगी है. इस बारे में एवौन का सर्वे क्या कहता है और आप अपने ग्राहकों की बढ़ती जरूरतों को किस तरह पूरा कर रही हैं?
जी हां, यह बिलकुल सच है कि आज की महिला ब्यूटी को ले कर काफी सचेत है और अपनी स्किन क्वालिटी व कलर के अनुसार अपनी पसंद के कौस्मैटिक्स चाहती है. हम लगातार अपने ग्राहकों की जरूरतों के हिसाब से प्रोडक्ट्स मार्केट में उतारते हैं. थोड़ेथोड़े वक्त में हम उन में चेंजेस भी करते रहते हैं ताकि ग्राहकों को हमेशा कुछ नया और असरकारक मिलता रहे. जैसे एवौन की एक ऐंटी-ऐजिंग क्रीम है, जो दुनिया की बैस्ट ऐंटीऐजिंग क्रीम मानी जाती है, मगर उस में भी हमें हर 3 साल में कुछ नया सूत्रीकरण करना पड़ता है. हम लगातार अपने उत्पाद पर काम करते हैं ताकि ग्राहकों की उस में रुचि तो रहे ही, उसे पहले से ज्यादा असरदार चीज भी हासिल हो सके. ऐसा नहीं है कि हम ने एक क्रीम बना दी और फिर जिंदगी भर वही फौर्मूला चलता रहेगा.
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भारतीय ग्राहक हर पल कुछ नया चाहते हैं, वे एक ही ब्रैंड में नएपन की ख्वाहिश रखते हैं. हर प्रोडक्ट में कुछ ऐक्स्ट्रा चाहते हैं. हम अपने ग्राहकों की इस मनोस्थिति को समझते हैं और उसी के मुताबिक अपने प्रोडक्ट्स में नए बदलाव करते रहते हैं. हमारे पास हर तरह के प्रोडक्ट की लंबी रेंज है. हर इनकम क्लास को ध्यान में रख कर हम ने प्रोडक्ट तैयार किए हैं ताकि एवौन हर आयवर्ग की महिला को सुंदर बनाने में अपनी भूमिका सफलतापूर्वक निभा सके.
आज के दौर में हैवी या डार्क मेकअप का चलन लगभग खत्म हो चुका है. आज की युवतियां बहुत लाइट मेकअप कैरी करती हैं. ऐसा मेकअप जो हो भी और नजर भी न आए, आप का क्या खयाल है?
यह बहुत बड़ा टै्रंड है और इस के चलते एवौन ने भी इसी फरवरी माह में न्यूड मेकअप लौंच किया है. हम न्यूड मेकअप की पूरी सीरीज कर रहे हैं. अभी हम ने न्यूड लिपस्टिक लौंच की है और जल्द ही हम और भी चीजें लौंच करने जा रहे हैं. दरअसल, भारत में मेकअप का चलन सब से ज्यादा बौलीवुड की सैलिब्रिटीज बढ़ाती हैं. आप ने नोटिस किया होगा पहले रेखा या अन्य हीरोइनें काफी डार्क मेकअप यूज करती थीं, हैवी ज्वैलरी पहनतीं थीं, तो समाज में भी वही ट्रैंड बना हुआ था, मगर आज की हीरोइनों जैसे दीपिका पादुकोण या अनुष्का शर्मा को देखिए, जो अब मैरिड हैं, मगर उन का मेकअप बेहद लाइट होता है. लगता है जैसे कुछ किया ही नहीं है, मगर बावजूद उस के उन की स्किन ग्लो करती है. बालों में, आंखों में एक अलग तरह की चमक होती है. ये सब न्यूड मेकअप की वजह से है. भारतीय ग्राहक इस ट्रैंड को बहुत तेजी से अडौप्ट कर रहे हैं और एवौन ने महिलाओं की इस चाहत को देखते हुए कई नए उत्पाद मार्केट में उतारे हैं.
मेकअप को ले कर भारतीय महिलाओं की सोच में पहले के मुकाबले और क्या अंतर देखती हैं?
मुझे यह कहने में जरा भी हिचकिचाहट नहीं है कि दुनिया में अगर कहीं कुछ नया हो रहा है तो हिंदुस्तानी औरत के मेकअप में हो रहा है. मैं ने एक चीज नोटिस की है कि पहले जब कहीं पार्टी में जाना होता था तो भारतीय महिला फेस पर एक क्रीम लगाती थी, उस से जब स्किन कुछ बेहतर नजर आने लगती थी तो वह उस पर थोड़ा मेकअप लगा लेती थी, यानी फाउंडेशन, पाउडर, लिपस्टिक और काजल. पार्टी में जाने के लिए इतना भर उसे काफी लगता था. यह मेअकप थोड़ी ही देर में पसीने में बह भी जाता था. मगर अब महिला अपने मेकअप को ले कर काफी सचेत है. वह मौइश्चराइजर से ले कर फेस पाउडर तक जो कुछ भी अपनी स्किन पर अप्लाई करती है, इस सोच के साथ कि उस का मेकअप ज्यादा समय तक टिके और उस से उस की स्किन लाइफलौंग ठीक भी रहे. मेकअप का कोई साइड इफैक्ट उस की स्किन पर न हो,
इसलिए वह हाई क्वालिटी प्रोडक्ट भी यूज करना चाहती है. एवौन उसे हाई क्वालिटी प्रोडक्ट उस की इनकम के अंदर ही उपलब्ध कराता है.
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आप अपने प्रोडक्ट्स के प्रति ग्राहकों का विश्वास कैसे पाती हैं? यह विश्वास कैसे जगाती हैं कि यह सब से बेहतर है और इस से आप को कोई स्किन प्रौब्लम नहीं होगी?
एवौन के प्रोडक्ट्स को भारतीय ग्राहक सालों से जानते हैं. हम विज्ञापनों से ज्यादा ट्रेनिंग पर जोर देते हैं. जब भी हमारा कोई नया प्रोडक्ट लौंच होता है, हमारे ऐक्सपर्ट्स देशभर में महिलाओं के अनेक समूहों को ऐड्रैस करते हैं. वे उन्हें उस प्रोडक्ट की क्वालिटी बताते हैं, उस के इस्तेमाल के तरीके बताते हैं, उस के फायदे बताते हैं यानी प्रोडक्ट के संबंध में ग्राहकों की सारी जिज्ञासाओं को शांत करते हैं. इस से माउथ टु माउथ प्रोडक्ट की पब्लिसिटी भी होती है और चूंकि ब्यूटी ऐक्सपर्ट सामने है, इसलिए प्रोडक्ट के प्रति विश्वास भी पैदा होता है. इस के अलावा हम डिजिटली बहुत ऐक्टिव हैं. हम अपने ग्राहकों को बहुत सारी जानकारी डिजिटली पहुंचाते हैं. वीडियो के जरीए, ट्यूटोरियल्स के जरीए, ट्रेनिंग के जरीए हम ग्राहकों तक पहुंचते हैं.
भारतीय गृहिणियों को हर चीज में मोलभाव करने की आदत होती है. एवौन क्या अपने प्रोडक्ट्स को ले कर उन्हें मोलभाव का मौका देता है?
जी हां, यह सुविधा यहां महिलाओं को खूब मिलती है. वे खुल कर मोलभाव कर सकती हैं. दरअसल, हमारा कौंसैप्ट ही भारतीय गृहिणियों के लिए है. हमारे सारे प्रोडक्ट्स हर महीने एक ब्रोशर के द्वारा बिकते हैं. इस ब्रोशर में हम हर महीने उन्हें कई औफर्स देते हैं. जैसे हमारी वैबसाइट पर
अगर आप जाएं तो कोई लिपस्टिक आप को क्व100 की मिल रही है, तो यदि आप उसे कुछ सीमित घंटों में खरीदती हैं तो वही क्व75 में भी मिल जाएगी. इस के अलावा किसी एक प्रोडक्ट के साथ कोईर् दूसरा प्रोडक्ट फ्री मिल सकता है. ऐसे में इन तमाम तरह के औफर्स को ले कर महिलाएं भी काफी उत्साहित रहती हैं.
एक आम भारतीय महिला कौस्मैटिक्स की खरीद को ले कर औनलाइन शौपिंग ज्यादा पसंद करती है या दुकान पर जा कर सामान खरीदने में ज्यादा भरोसा दिखाती है जहां वह किसी भी प्रोडक्ट को खरीदने से पहले उसे यूज कर के देख सके?
यह बहुत रोचक सवाल है. मेरे हिसाब से भारतीय महिलाएं औनलाइन तो विंडो शौपिंग करती हैं, मगर सामान वे शौप पर जा कर ही खरीदती हैं. हां, पुरुष जरूर औनलाइन शौपिंग धड़ल्ले से करते हैं. भारतीय महिलाएं पसंद करती हैं कि वे जो कुछ खरीद रही हैं, उसे टच कर के, फील कर के देखें और फिर खरीदें. इस के साथ ही वे औनलाइन विंडो शौपिंग कर के सारे रेट्स भी पता कर लेती हैं. औफर्स क्या हैं, किस चीज के साथ क्या फ्री है, ये सब बातें पता करने के बाद ही वे शौप पर जाती हैं और फिर वहां मोलभाव करती हैं. मैं अकसर औरतों को कहते सुनती हूं कि मैं ने एवौन की वैबसाइट पर यह लिपस्टिक क्व100 में देखी है, आप क्व140 की दे रहे हैं? फिर दुकानदार को मजबूर हो कर क्व100 में ही देनी पड़ती है. इस मोलभाव में सफल होने से महिला को बेहद खुशी मिलती है.
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एवौन के पास बच्चों और पुरुषों के लिए क्या खास है?
वैसे तो एवौन महिलाओं के लिए महिलाओं की कंपनी है, मगर हम पूरे परिवार का खयाल रखते हैं. अभी न्यू कैटेगरी में हम ने एवौन बेबी केयर लौंच किया है. इस में बच्चों के डायपर, क्रीम, सोप हैं. इसी साल फरवरी में हम ने फ्रोजन डिजनी के साथ ऐसोसिएशन कर के बच्चों के लिए लोशन, हैंड वाश, कोलोन्स भी निकाले हैं. हमारा बेबी बाथ जैल बच्चों की त्वचा के लिहाज से काफी अच्छा और सेफ है. बच्चों के लिए हमारे पास काफी रेंज हैं. हमें जहां पर भी लगता है कि गैप है, वहां पर हम प्रोडक्ट्स निकालते हैं. इसी के साथ बड़ों के लिए भी हमारे पास काफी चीजें हैं.
हमारा एक प्रोडक्ट है एवौन लाइफ मेन, जो दाम के हिसाब से पुरुषों के लिए देश में सब से बेहतर प्रोडक्ट है. इस के अलावा परफ्यूम, डियोड्रैंट्स, शेविंग जैल, बाथ जैल, वालेट, लैपटौप बैग्स, बैल्ट आदि हैं. ग्राहकों की पर्सनल केयर में जिन चीजों की आवश्यकता हमें दिखती है, हम वे चीजें उन्हें उपलब्ध कराते हैं. एवौन की रेंज काफी है. हर इनकम क्लास के लिए हमारे पास प्रोडक्ट्स उपलब्ध हैं. डियोड्रैंट की ही बात करें तो हमारे पास क्व699 का भी प्रोडक्ट है और क्व4,500 का भी. हां, एक चीज जो मैं ने नोटिस की है वह यह कि भारतीय बाजार में बहुत ज्यादा महंगे फ्रैगरैंस नहीं बिकते हैं. हमारी ऐंटीऐजिंग क्रीम लो इनकम गु्रप में काफी पसंद की गई. यह क्रीम मात्र क्व99 की है. इस तरह हमारे फेस वाश भी महिलाओं के साथसाथ पुरुषों ने भी खूब पसंद किए हैं.
महिलाओं को रोजगार से जोड़ने की दिशा में एवौन क्या खास कर रहा है?
महिलाएं तो हमारी लाइफ लाइन हैं. हमारे पास हमारे ग्राहकों तक पहुंचने का माध्यम भी महिलाएं ही हैं. हमारे पास और कोई तरीका ही नहीं है. हर महीने हम विभिन्न प्रकार की अपौइंटमैंट स्कीम्स निकालते हैं. हम ट्रेनिंग सैशन्स चलाते हैं और ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को अपने साथ जोड़ने की कोशिश करते हैं. ऐसी ही एक महिला हैं वरिंदर कौर, जो आज महिलाओं की ब्यूटी और हैल्थ की ट्रेनिंग देती हैं. वे हाउसवाइफ थीं. 2 साल पहले ही उन्होंने एवौन जौइन किया है और इतने कम समय में ही उन्होंने काफी प्रोग्रैस की है.
आज वे अपना घर खुद चलाती हैं. एवौन की ओर से विदेश यात्रा कर के लौटी हैं. हमारी कोशिश है कि हम ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को रोजगार से जोड़ सकें. दुनिया में 50 फीसदी महिलाओं की यह सोच है कि वे ऐंटरप्रन्योर नहीं बन सकती हैं, मगर हमारी कोशिश है कि हम उन में यह विश्वास पैदा कर सकें कि वे बहुत कामयाब ऐंटरप्रन्योर बन सकती हैं. हम उन्हें मौका देते हैं, ट्रेनिंग देते हैं, सुविधा देते हैं और कामयाब बिजनैस का रास्ता दिखाते हैं.
इसी के चलते हम ने एक कैंपेन शुरू की है- लुक्स लाइफ फ्रीडम. एवौन महिलाओं की कंपनी है और यह महिलाओं को फ्रीडम देना चाहती है ताकि वे अपनी जिंदगी में कुछ कर सकें. हम इस कैंपेन के जरिए महिलाओं में खुद के प्रति विश्वास पैदा करना चाहते हैं और समाज को भी यह संदेश देना चाहते हैं कि हर बात में महिलाओं को बेचारा बनाने की आदत छोड़ दे. इस के लिए हम डिजिटली काफी ऐक्टिव हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से हम अपनी कई रिप्रैजेंटेटिव्स की सफलता की कहानियों को देश की महिलाओं के साथ साझा करते हैं. हमारी कोशिश है कि 8 मार्च महिला दिवस का दिन ही वूमन के लिए सैलिब्रेशन का दिन न हो, बल्कि उन की जिंदगी का हर दिन सैलिब्रेशन का दिन बन सके.
‘‘एवौन ने मेरी जिंदगी बदल दी’’-वरिंदर कौर
मैं 2 साल पहले तक हाउसवाइफ थी. मेरी फैमिली रूढि़वादी सोच की है, जिस में लड़कियों का घर से बाहर जा कर काम करना पसंद नहीं किया जाता. मैं कुछ करना चाहती थी, मगर कोई अच्छा प्लेटफौर्म नहीं मिल रहा था. मैं ने घर में एक ब्यूटीपार्लर खोला, मगर वह बहुत अच्छा नहीं चल रहा था. तभी मुझे एवौन द्वारा आयोजित एक ट्रेनिंग प्रोग्राम में जाने का मौका मिला. इस प्रोग्राम में मैं अपनी एक सहेली के साथ गई थी. उन्होंने वहां स्किन केयर के प्रोडक्ट्स के बारे में बताया, मेकअप का डैमो दिखाया. मुझे वह बहुत पसंद आया और मैं ने एवौन से जुड़ने का मन बना लिया. मैं ने इस के प्रोडक्ट्स यूज किए, जिन का मेरी स्किन पर बहुत अच्छा प्रभाव दिखा. मेरे घर के आसपास की महिलाएं भी पूछतीं कि आजकल क्या यूज कर रही हो जो चेहरा इतना ग्लो करता है. इन बातों से मेरा आत्मविश्वास बूस्ट हुआ. मैं ने उन प्रोडक्ट्स के बारे में लोगों को बताया. उन के यूज के तरीके बताए. लोग मुझ से जुड़ने लगे, मेरे पास मेकअप टिप्स लेने के लिए आने लगे. फिर मैं ने एवौन को ही अपने बिजनैस का माध्यम बना लिया. मैं ने गु्रप्स में डैमो देने शुरू किए. मुझे इस में मजा आने लगा और यह मेरे लिए बहुत आसान बिजनैस बन गया. 2 साल में ही एवौन ने मेरी जिंदगी बदल दी, मेरे परिवार की सोच बदल दी. मैं अपने परिवार की पहली महिला हूं जो विदेश यात्रा कर के लौटी है.
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‘‘एवौन महिला अलग से पहचानी जाती है’’ -दिव्या पौल
मैं एवौन के साथ पिछले 10 सालों से जुड़ी हूं. यहां मैं महिलाओं को ट्रेनिंग देने का काम करती हूं. एमबीए करने के बाद मैं ने ब्यूटी इंडस्ट्री को अपने कैरियर के रूप में इसलिए चुना, क्योंकि इस में हम दूसरों को ही सुंदर नहीं बनाते, बल्कि खुद को भी सुंदर और हैल्दी रखते हैं. मुझे हैरानी होती है कि एक वक्त था कि मुझे खुद आईलाइनर तक लगाना नहीं आता था, मगर आज मैं महिलाओं को मेकअप के टिप्स देती हूं, प्रोडक्ट्स के बारे में बताती हूं, उन का यूज बताती हूं. 10 सालों में मैं ने हिंदुस्तानी मेकअप में काफी बदलाव देखे हैं. अब महिलाएं नैचुरल मेकअप चाहती हैं. लाइट और हैल्दी मेकअप के लिए एवौन से अच्छा प्लेटफौर्म कोई दूसरा नहीं है. बीते 10 सालों में मैं ने बहुत सारी महिलाओं को इस से जुड़ते देखा है. एवौन महिलाएं अलग से पहचानी जाती हैं. उन का बात करने का तरीका, कौन्फिडैंस लैवल, ब्यूटी, हैल्थ हर चीज उन्हें बेहतर दिखाती है. मैं ने ऐसी महिलाओं को देखा है जो एवौन से जुड़ने से पहले बात तक करने में हिचकिचाती थीं, मगर आज स्टेज पर खड़े हो कर धाराप्रवाह भाषण कर सकती हैं. एवौन महिलाओं का साहस बढ़ाने की दिशा में लगातार काम कर रहा है.