टीवी के टॉप सीरियल अनुपमा में रोजाना कुछ न कुछ ऐसा देखने को मिलता है, जिसे दर्शक शो से जुड़े रहते हैं और लगातार प्यार बरसाते रहते हैं. बीते एपिसोड में आपने देखा कि अनुज फट पड़ता है और कहता है कि जिस परिवार को मेरी कद्र नहीं, मुझे उसकी फिक्र नहीं. वो कहता है कि इस परिवार की परेशानियों में हमेशा में खड़ा रहा लेकिन तुम लोगों ने सिर्फ गलतियां ढूंढी, लेकिन मैं अनुपमा का पति हूं, अनुपमा नहीं. आज के एपिसोड में बापूजी वापस घर आ जाएंगे.
बा पर भड़केगी काव्या
आज के एपिसोड में आप देखेंगे कि अनुज कहता है कि बीते कुछ दिनों से घर आने का मन ही नहीं कर रहा था क्योंकि यहां परिवार तो है लेकिन खुश शांति नहीं. आज हर घर में नए साल का स्वागत हो रहा है लेकिन यहां हम लड़ रहे हैं. मैंने हमेशा शाह हाउस की परेशानियों को अपना माना लेकिन इन लोगों ने मुझपर ही इल्जाम लगा दिया. काव्या भी अनुज की बात का समर्थन करती है और कहती है कि इस परिवार ने आज तक मुझे नहीं अपनाया. बा को फिर अपने खून से मतलब है. मैंने इस घर के लिए क्या कुछ नहीं किया लेकिन बदले में सिर्फ मैदे की कटोरी ही सुनने को मिला. वनराज काव्या को चुप कराने की कोशिश करता है लेकिन काव्या आज चुप होने के मुड में नहीं है. वो शाह परिवार के हर शख्स को सुनाती है और उसका साथ किंजल भी देती हैं.
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बापूजी सुनाएंगे बड़ा फैसला
तभी बाबूजी जी वापस आते है और बताते हैं कि वो रास्ता भटक गए थे. बाबूजी कहते है कि जितना अनुज ने मेरे लिए किया, उतना वनराज ने भी नहीं किया लेकिन तुम लोगों ने उसपर झूठे इल्जाम लगाए. इससे अच्छा मैं घर वापस ही नहीं आता. बाबूजी बा को चुप रहने के लिए कहते हैं और वनराज से कहते हैं कि तेरी बा की कही हर बात झूठी है.
टूटेगा काव्या के सब्र का बांध
‘अनुपमा’ में आगे दिखाया जाएगा कि अनुज शाह परिवार को अपने एहसान गिनाता है. इसी बीच काव्या भी शुरू हो जाती है और कहती है कि जब मैं आज तक इनकी अपनी नहीं हो पाई तो तुम क्या होगे. बा के लिए अपना खून अपना, बाकी सब पराए. काव्या बा के साथ-साथ पाखी और तोषू को भी ताना मारती है. वनराज उसे कई बार चुप कराने की कोशिश करता है, लेकिन वह उसे भी झाड़ देती है.
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अपने ससुराल की जमकर धज्जियां उड़ाएंगी काव्या और किंजल
रुपाली गांगुली स्टारर ‘अनुपमा’ में दिखाया जाएगा कि काव्या वनराज और बा को ताना मारती है कि इस घर में चार लोगों का ग्रुप बना हुआ है, जिसमें बहुएं कभी शामिल हो ही नहीं सकतीं और उसमें बहुओं को दबाया जाता है. काव्या कहती है कि मुझे बताने की जरूरत नहीं है कि वो लोग कौन हैं। किंजल भी उसका साथ देती है और अपने ससुराल को ‘टॉक्सिक’ बताती है. पारितोष उसे चुप कराने की कोशिश करता है, लेकिन वह उसका मुंह बंद कर देती है.