52 साल की उम्र में दूल्हा बने Delnaaz Irani के एक्स हसबैंड राजीव, पढ़ें खबर

टीवी एक्ट्रेस डेलनाज ईरानी (Delnaaz Irani)  के एक्स हसबैंड राजीव पॉल (Rajev Paul) ने अचानक शादी की खबर दे दी है, जिसे सुनकर सेलेब्स और फैंस हैरान हो गए हैं. वहीं दोनों की फोटोज सोशलमीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. आइए आपको दिखाते हैं Rajev Paul की शादी की फोटोज…

एक्टर ने की दूसरी शादी

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Rajev Paul (@rajevpaul)

हाल ही में एक्टर राजीव पॉल ने अपने फैंस के लिए इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की है, जिसमें वह अपनी दुल्हन के साथ खड़े नजर आ रहे हैं. हालांकि फोटो में उनकी पत्नी का चेहरा नहीं नजर आ रहा है. लेकिन कैप्शन में उन्होंने अपनी जिंदगी की नई शुरुआत करते हुए 52 साल की उम्र में दूसरी शादी होने की बात कही है. वहीं फोटो शेयर होते ही सेलेब्स और फैंस का रिएक्शन देखने को मिल रहा है. रश्मि देसाई से लेकर बाकी टीवी सितारे एक्टर को बधाई देते दिख रहे हैं.

डेलनाज भी बढ़ चुकी हैं आगे

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Delnaaz irani (@officialdelnaazirani)

तलाक होने के बाद राजीव पॉल ही नहीं बल्कि एक्ट्रेस डेलनाज ईरानी भी अपनी जिंदगी में आगे बढ़ गई हैं. वहीं हाल ही में एक्ट्रेस को उनके 50वें बर्थडे पर बॉयफ्रेंड ने प्रपोज भी किया था, जिसकी जानकारी एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट के जरिए फैंस को दी थी. वहीं फैंस उनकी शादी की फोटोज भी शेयर करने की बात करते हुए दिखे थे.

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Delnaaz irani (@officialdelnaazirani)

बता दें कि टीवी की दुनिया के सेलिब्रिटी कपल में से एक राजीव पॉल और डेलनाज ईरानी की शादी सुर्खियों में रही थी. दरअसल, दोनों की शादी करीब 14 साल तक चलने के बाद दोनों ने तलाक लेने का फैसला किया था. वहीं नच बलिए में अपनी जोड़ी का दम दिखाने वाले एक्टर तलाक के बाद बिग बॉस के घर में लड़ाई करते हुए भी दिखे थे, जिसके बाद दोनों चर्चा में रहने लगे थे.

आखिर किस बात से ‘छोटी सरदारनी’ फेम डेलनाज ईरानी को होता है दुःख ?

पिछले 22 वर्षों से फिल्मों और टीवी सीरियलों में अभिनय कर सीरियल‘छोटी सरदारनी’ फेम अदाकारा डेलनाज इर्ररानी ने अपनी एक अलग पहचान बना ली है. हाल ही डेलनाज ईरानी ने ‘यूट्यूब’पर अपने चैनल की भी शुरूआत की है. लेकिन मुझे इस बात का गम है कि लोग अक्सर बौलीवुड मनोरंजन उद्योग को बड़ी बुरी दुनिया की संज्ञा देते हैं. कुछ लोग बौलीवुड को अवसाद और चिंता से मुद्दों के केंद्र के रूप में भी देखते हैं. जिससे डेलनाज ईरानी कदापि सहमत नही है. वह कहती हैं-‘‘मेरी राय में अवसाद व चिंता के मुद्दे आपको हर क्षेत्र व हर जगह मिल जाएंगे. कहीं और जाने की भी जरुरत नही है. यह सब तो मुझे लगता है कि सड़क पर चलने वाले एक सामान्य व्यक्ति में शायद बैंक में काम कर रहा है, एक शिक्षक या किसी को भी अवसाद या चिंता हो सकती है. अफसोस की बात यह है कि हमें यानी कि बौलीवुड को हर कोई साफ्ट टार्गेट बनाता रहता है. हमें हर चीज के लिए लक्षित किया जाता है. इतना ही नहीं सच जाने बगैर लोगो ने अपने दिमाग में यह बैठा लिया है कि मनोरंजन उद्योग एक बड़ी बुरी दुनिया है,  यहाँ सब कुछ होता है, जो बहुत दुखद है. ’’

वेब सीरीज ‘‘परी‘‘ में नजर आने वाली डेलनाज का मानना है कि हर पेशे के फायदे और नुकसान होते हैं. और मनोरंजन उद्योग के संदर्भ में एकमात्र बुरी बात यह है कि यहां अनिश्चितता और असुरक्षा है. यही तनाव का एक बिंदु है. क्योंकि इस उद्योग में कोई भी 9 से 5 की नौकरी में नहीं हैं. आप नहीं जानते कि आपको अगली फिल्म, वेब सीरीज या टीवी सीरियल में कब काम करने का मौका मिलने वाला है. इसी के चलते लोग यहां तनाव में रहते हैं. मगर हम यह कैसे भूल जाते हंै कि हर कोई तनाव से गुजरता है. गृहिणी भी तनाव से गुजर सकती है. आप घर बैठे तनाव से ग्रस्त हो सकते हैं. तनाव से संबंधित चीजें पूरी तरह से पेशेवर नहीं हैं,  फिर भी हमें हमेशा खराब रोशनी में लक्षित किया जाता है. लेकिन केवल एक चीज तनाव का प्रकार है, वह हमारे पास अन्य सामान्य लोगों से बहुत अलग है. ‘‘

ये भी पढ़ें- इस सीरियल पर पड़ी कोरोना की मार, मेकर्स ने रातों रात किया शो बंद करने का फैसला

डेलनाज इ्ररानी आगे कहती हैं-‘‘एक तथ्य यह भी है कि मनोरंजन उद्योग में लोग अपनी शारीरिक बनावट आदि पर अधिक ध्यान देते हैं और मानसिक स्वास्थ्य की उपेक्षा करते हैं. यहां लोग सोचते हैं कि जब आप शारीरिक रूप से फिट होते हैं, तो आप एकदम ठीक रहते हैं. लेकिन अगर आप मानसिक स्वास्थ्य के बारे में बात करते हैं, तो बौलीवुड में लोग इसे अनदेखा करना पसंद करते हैं या शायद यह एक कलंक है. यहां लोग जिम जाते हैं,  अपने शरीर की देखभाल करते हैं,  अच्छा दिखना चाहते हैं,  स्वस्थ रहना चाहते हैं. लेकिन क्या आप वास्तव में जानते हैं कि आप भीतर से स्वस्थ हैं या नहीं? और अगर आप मानसिक रूप से खुश,  समझदार और फिट हैं,  तभी आपके शरीर की सभी शारीरिक गतिविधियां सुचारू रूप से प्रतिक्रिया करेंगी अन्यथा नही. विश्लेषण करने और पता लगाने की आवश्यकता है कि क्या कोई चीज खुद को परेशान कर रही है और तदनुसार लें आवश्यक मदद. ’’

डेलनाज ईरानी यहीं पर नहीं रूकती. वह कहती हैं-‘‘अच्छे मानसिक संतुलन की कुंजी खुश रहना, सकारात्मक रहना और परिवार और दोस्तों की एक मजबूत सहायता प्रणाली भी मदद करती है. व्यक्तिगत रूप से, अपने मूड को बेहतर बनाए रखने के लिए मैं अक्सर कुछ खाती हूं या पसंदीदा किताब पढ़ती हॅू.  या आध्यात्मिक गीत सुनती है. कम दिनों के बारे में सोचने से बचती हॅूं. ’’

वह आगे कहती हैं-‘‘जिस दिन मुझे लगता है कि दिन अच्छा नही है, कुछ कमी है, तो फिर मैं उसे सुधारने की दिशा में सोचने की बजाय उसे नजरंदाज करने की कोशिश  करती हूं. मैं इसे खुशी का दिन बनाने की कोशिश नहीं करती. कई बार ऐसे दिन मैं ‘सैड’गाने सुनती हॅूं. यह वह दिन होते हैं जब मैं ढेर सारे आध्यात्मिक गीत बजाती हूं और मुझे अपनी ऊर्जा वापस मिलती है. इसके अलावा मैं एक किताब भी पढ़ती हूं. इसके अलावा ध्यान करती हूं, जिससे मानसिक स्वास्थ्य से निपटने में मदद मिलती है. ’’

ये भी पढ़ें- वनराज के खिलाफ होगी अनुपमा तो बा को अपनी तरफ करेगी काव्या

खुद को एक सकारात्मक इंसान मानने वाली डेलनाज ईरानी कहती हैं-‘‘मैं हर चीज को सकारात्मक तरीके से देखती हूं और इसी तरह अब तक मैंने अपना जीवन जिया है. मैंने हमेशा महसूस किया है कि ‘जो कुछ भी होता है अच्छे के लिए होता है‘ . मैंने हमेशा अपने जीवन को इस बात को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ाया है कि मुझे खुश रहना है और मुझे सुरक्षित रहना है,  मुझे अच्छा शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य रखना है और मैं एक समस्या को दूर करने के लिए कुछ भी करेंगे और इसी तरह मैंने अपना जीवन व्यतीत किया है. ’’

Christmas Special: सेलेब्रिटी की बचपन की वो यादें, जो मुस्कराने पर विवश करें 

क्रिसमस का त्यौहार हर साल मनाया जाता है. यह त्यौहार एक सेलिब्रेशन का दिन है, जिसे बच्चों से लेकर बुजुर्ग हर कोई मनाना पसंद करते है. इस दिन को खास बनाने के लिए हर कोई कुछ नया करने की कोशिश करते है, ऐसे में सांता क्लॉज़ आकर बच्चों को सिक्रेट गिफ्ट का देना, हर बच्चे के चेहरे पर मुस्कान बिखेरती है और पेरेंट्स भी उस पल को बच्चों के साथ एन्जॉय करते है. कोविड 19 महामारी के चलते सभी सेलिब्रिटीज इस अवसर को मिस कर रहे है और बचपन की यादगार लम्हों को याद कर खुश हो रहे है. इस दिन को सेलिब्रिटीज ने बचपन में कैसे बिताया है, उन्होंने इसे खास गृहशोभा के लिए शेयर किया है, आइये जाने उनकी कहानी उन्ही की जुबानी.

अभिनन्दन जिंदल 

धारावाहिक ‘इंडिया वाली माँ’ फेम अभिनेता अभिनन्दन का कहना है कि मैं किसी भी त्यौहार को अधिक मनाने का खास शौक़ीन नहीं हूं, मेरा परिवार अधिकतर अपने जान पहचान और रिश्तेदारों से ही खासकर किसी भी त्यौहार में मिलते है, लेकिन ये जरुर चाहता हूं कि मेरा सीक्रेट गिफ्ट किसी टीवी शो में स्ट्रोंग लीड का होना होगा, जिससे मैं इंडस्ट्री में एक टॉप मोस्ट एक्टर बन जाऊ.

ये भी पढ़ें- क्रिकेटर युजवेंद्र ने मंगेतर धनश्री वर्मा से रचाई शादी, Photos Viral

विजयेन्द्र कुमेरिया 

अभिनेता विजयेन्द्र कहते है कि मैंने कान्वेंट स्कूल में पढाई की है, इसलिए क्रिसमस हॉलिडे से पहले इसे स्कूल में मनाया जाता था. मैं बहुत छोटा था और उस समय मुझे बहुत अच्छा लगता था, जब इस दिन गिफ्ट के साथ-साथ केक भी खाने को मिलता था.इसके अलावा सब बच्चों के साथ मिलकर मैं क्लासरूम को सजाता था, बहुत मज़ा आता था. इस साल मैं सीक्रेट सांता से मैं कोविड 19 की वैक्सीन गिफ्ट के रूप में पाना चाहता हूं. मैं जानता हूं कि इस गिफ्ट को पाने में समय लगेगा, पर क्या करूँ, ‘दिल तो बच्चा है जी’.

प्रणिता पंडित 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Pranitaa Pandit (@pranitaa_pandit)

प्रणिता कहती है कि क्रिसमस मेरे लिए हमेशा एक छोटे क्रिसमस ट्री को सजाने से रहा है, जिसमें पेरेंट्स एक गिफ्ट रख देते थे. मुझे याद आता है कि उस गिफ्ट को लेने मैं सुबह दौड़ कर पेड़ के पास जाती थी और गिफ्ट लेकर खुश हो जाती थी. मैं उन पलों को आज भी भूला नहीं पाती और  मुझमें जो बचपना है, वह आज भी इस तरह की गिफ्ट पाकर ख़ुशी महसूस करेगी. 

रोहित चौधरी 

rohit

फिल्म पद्मावत फेम रोहित चौधरी का कहना है कि इस त्यौहार को अधिकतर अमीर इंसान ही मनाते है, गरीब नहीं. मैं जब छोटा था, तो इस त्यौहार को मनाने के लिए हमारे पास पैसे नहीं होते थे, इसलिए कभी नहीं मनाया, लेकिन आज मैं अपने बच्चों का सांता क्लॉज हूं और उनके बेड पर छुपाकर गिफ्ट रखता हूं. सुबह उठकर वे उसे देखकर बहुत खुश होते है, जो मुझे अच्छा लगता है. इसके अलावा मैं चाहता हूं कि मेरा सीक्रेट गिफ्ट कोरोना संक्रमण से पूरा विश्व को मुक्त होना है,   ताकि इंडस्ट्री फिर से अच्छी तरह चल पड़े.

डेलनाज ईरानी 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Delnaaz irani (@officialdelnaazirani)

बचपन की कई यादगार लम्हे आज भी मैं मिस कर हंसती हूं,मुझे अच्छी तरह से याद है, जब मेरी  माँ की एक सहेली जर्मनी में सेटल्ड थी. मैं एक दिन उनके घर जाकर एक डॉल देखी, जो उनकी बेटी की थी. मुझे वह गुड़िया बहुत पसंद आई और मैंने सबसे कह दिया कि इस बार सांता क्लॉज़ मुझे एक सुंदर गुड़िया देने वाले है. मेरे पेरेंट्स ने उसे कैसे ऑर्गनाइज किया मुझे पता नहीं, पर मैं हुबहू वैसी गुड़िया देखकर चकित हो गयी. ऐसी कई बाते याद कर आज भी मेरे चेहरे पर ख़ुशी छा जाती है. इसके अलावा मैं चाहती हूं कि आने वाले साल में लोग खूब काम करे और स्वस्थ रहे, क्योंकि वर्ष 2020 में हमने कई अपनों को कोविड 19 की वजह से खोया है.

आकांक्षा सिंह

akansha-singh

अभिनेत्री आकांक्षा कहती है कि मैंने बचपन में इस दिन को जयपुर के स्कूल में सेलिब्रेट किया है. इसमें गाने गाना, डांस करना और दोस्तों के साथ खूब मस्ती करना आज भी याद कर अच्छा लगता है. मुझे छुट्टियां बहुत पसंद है, लेकिन वह स्पोंसर्ड हॉलिडे अगर हो, तो वह मेरे लिए सबसे अच्छा गिफ्ट होता है.पिछले साल मैंने न्यूयार्क में क्रिसमस मनाया और बहुत अच्छा लगा. 

ये भी पढ़ें- शादी के 10 साल बाद पापा बनने वाले हैं ‘लॉकडाउन की लव स्टोरी’ एक्टर, पढ़ें खबर

अनुष्का रमेश 

 

View this post on Instagram

 

A post shared by Aanushka Ramesh (@aanushkaramesh)

अभिनेत्री अनुष्का कहती है कि मुझे याद है, बचपन में जहाँ मैं रहती थी. वहां बहुत सारे केथोलिक रहते थे और वे हमें प्लम केक, मिठाइयाँ आदि भेजते थे. मैं बहुत खुश होती थी और अपने दोस्त के घर जाकर क्रिसमस ट्री सजाती थी. मैं चाहती हूं कि सिक्रेट सांता इस बार सबको इस महामारी से उबारें और सबकों खुशियों का गिफ्ट बांटे. 

विजय पुष्कर 

vijay-pushkar

अभिनेता विजय पुष्कर अपने बचपन की यादों को लेकर बहुत ख़ुशी महसूस करते है. वे कहते है कि मुझे इस त्यौहार में गिफ्ट का मिलना सबसे अधिक याद आता है. इसके अलावा सर्दी के इस मौसम में परिवार, रिश्तेदारों और दोस्तों से मिलना भी एक अलग ख़ुशी है. लाल ड्रेस पहने सांता द्वारा दिए गए इस छोटे से गिफ्ट को मैं उत्सुकतावश जल्दी खोलकर देखता था, क्योंकि वह सरप्राइज गिफ्ट होती थी और उसे बड़ी जतन से अपने पास रखता था. सिक्रेट सांता से मैं इस बार एक अच्छी टीवी शो की कामना करता हूं. 

प्रतीक चौधरी 

pratik-chaudhari

अभिनेता प्रतीक क्रिसमस के त्यौहार को खुशियों का त्यौहार मानते है. उनका मानना है कि बचपन में दोस्तों के साथ इसे मनाने में बहुत ख़ुशी मिलती थी, क्योंकि इसमें सरप्राइज गिफ्ट मिलता था. अभी हम सब बड़े हो गए है और काम में व्यस्त है, इसलिए इसे मना नहीं पाता, पर बचपन की यादे आज भी मुस्कराने के लिए विवश करती है. मैं सिक्रेट सांता से कोविड 19 फ्री दुनिया गिफ्ट के रूप में पाना चाहता हूं, ताकि लोगों को मास्क, सेनीटाईजर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करना पड़े और सभी पहले जैसे खुश रहे. एक दूसरे से गले मिल सकें और किसी भी त्यौहार को बिना किसी डर के मना सकें. 

ये भी पढ़ें- मैंने हिम्मत कर इस क्षेत्र में कदम रखा है- मृणाल ठाकुर

आज टीआरपी बादशाह है – डेलनाज़ ईरानी

हिंदी फिल्म ‘कल हो न हो’ में स्वीटू की भूमिका निभाकर चर्चित हुई अभिनेत्री डेलनाज ईरानी ने फिल्में ही नहीं, कई टीवी शो में काम किया है. उनकी कॉमेडी के अंदाज की दर्शक हमेशा तारीफ़ करते है. उन्होंने मनोरंजन की दुनिया में एक लम्बी पारी बिताई है, पर अभी भी खुद को नया समझती है. उन्हें हर नया किरदार प्रेरित करता है. उन्होंने हर भूमिका को संजीदगी के साथ जिया है. हंसमुख और खूबसूरत डेलनाज अपने जीवन में टीवी को काफी महत्व देती है, जिसकी वजह से वह घर-घर में जानी गयी. उन्होंने अपनी जर्नी के बारें में बात की, आइये जानते है, उनकी कहानी उनकी जुबानी. 

सवाल-टीवी इंडस्ट्री में आपने बहुत सारा काम किया है, पहले और आज की टीवी शो में क्या अंतर पाती है? टीवी का भविष्य को आप कैसे देखती है?

टीवी हमेशा लोगों के बीच में रहा है और रहेगा. ये लोगों के बीच में हमेशा रहेगा. मैंने अपनी माँ को लॉकडाउन में कुछ और शो दिखाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने सिरे से मना कर दिया. इससे टीवी की अहमियत समझी जा सकती है. टीवी की तकनीक में काफी विकास पहले से हुआ है और एक कलाकार के तौर पर ये सही है कि इसका फायदा लेखक से लेकर सभी को हो रहा है. साथ ही नए-नए काम हो रहे है. दर्शकों के लिए यह उनके घर का गोल्डन हाउस है. मैंने भी टीवी पर बहुत काम किया है और लोग मुझे फिल्मों से अधिक टीवी अभिनेत्री के तौर पर पहचानते है. इतना ही नहीं टेलीविज़न में काम करते हुए मैंने मुंबई में अपना घर बनाया है.मेरा लगाव टीवी के प्रति बेहद है, इसे मैं कभी छोड़ नहीं सकती. मैं टीवी के अलावा थिएटर और फिल्में भी करती हूं. आगे वेब के क्षेत्र में भी जाना चाहती हूं. 

ये भी पढ़ें- BIGG BOSS 14: नवम्बर में तलाक लेने वाले थे रुबीना-अभिनव, फैंस को लगेगा झटका

पहले और आज के शो में काफी अंतर आया है. 90 के दशक में मैंने शो ‘कमांडर’ से काम करना शुरू किया. ये श्री अधिकारी ब्रदर्स का पहला शो था. उस समय से लेकर अगर मैं अर्ली 20 की बात करूँ, तो वो जमाना बहुत अलग था. डेली शोप का जमाना नहीं था. तब कहानी से लेकर शो को फिल्माने तक सारी चीजों को महत्व दिया जाता था. अभी टीआरपी का जमाना है. ये गिरते ही सारे लोग इसकी चर्चा कर कहानी को अदल बदल करते रहते है. जब मैंने काम शुरू किया था, तब एक कहानी जो पहले से थी और वह कभी बदलती नहीं थी, क्योंकि ये एक सेट स्क्रिप्टेड कहानी हुआ करती थी. इसका शुरू से अंत तक के किरदार के बारें में मुझे पता होता था और उसमें कोई बदलाव नहीं होता था. अब तो टीआरपी बादशाह है. कंटेंट के बदलाव पसंद न होने पर भी काम करना पड़ता है और इसे कलाकार से लेकर लेखक, निर्देशक सभी भुगतते है. 

सवाल-आज के इस टीआरपी होड़ में एक्टर को काम करना कितना मुश्किल होता है?

एक अच्छे कलाकार किसी भी हालात में काम कर लेता है, क्योंकि स्क्रिप्ट ताबड़तोड़ वाली आती है, जिसमें कल या अगले हफ्ते क्या होने वाला है किसी को पता नहीं होता . एक जमाना था जब निर्देशक का काम एक कलाकार को सही माइने में निर्देश देना था, लेकिन अब कलाकार को क्रिएटिविटी के साथ एक बार समझ लेना है खुद अपना काम करने है. निर्देशक आकर सिर्फ ‘एक्शन’ और ‘कट’ बोलता है. 

सवाल-ऐसे में नए कलाकारों को कितनी मुश्किलें आती है?

नए को बहुत मुश्किल होता है. वे काम करते-करते ही सीखते है. डेली सोप में एक चेहरे को रोज एक समय पर देखने से कुछ दिनों में वो चेहरा आपको पसंद आ जाएगा. आज के दर्शक इन सब चीजों से परिचित है. बार-बार चेहरा बदल देने से भी उन्हें कोई ऐतराज नहीं होता. इसलिए कलाकार अच्छे हो या नहीं, उसका कोई फर्क शो पर नहीं पड़ता. ये आज का ट्रेंड है. आज एक कलाकार एक रात में चर्चित हो जाता है. इसके अलावा आज बहुत सारी तकनीक भी शो को बनाने में सहयोग देती है. कलाकार अगर अच्छा न भी हो, तो तकनीक उसे सम्हाल लेती है. पहले स्क्रिप्ट और कलाकार का महत्व होता था, जिसमें निर्देशक ‘कैप्टेन ऑफ़ द शिप’ होता था. आज तो एक शो के निर्देशक भी बदलते रहते है. आज किसी के पास समय नहीं है. आज टीवी के शो फिल्म की तरह बन रहे है. 

सवाल-आपने रियलिटी शो, डेली सोप और फिल्मों में काम किया है, आपको किसमें काम करने में अधिक मज़ा आता है?

मैं सही बात बोलूँ, तो रियलिटी शो में पैसे बहुत अच्छे मिलते है. 3 से 4 महीने में एक अच्छा अमाउंट मिल जाता है, इसलिए सबको वह पसंद आता है. मैं जब बिग बॉस 6 में गयी थी तो मुझे कुछ प्रूव नहीं करना था. लोग मुझे जानते है और दर्शक मेरा रियल रूप देखना चाहते थे. इस सोच से मैं उसमें गयी थी. आज लोग रियलिटी शो में जाने पर कुछ और बनना चाहते है. खुद के व्यक्तित्व को एन्हांस नहीं करते. उन्हें लगता है कि रोमांटिक होने, चिल्लम चिल्ली करने या गाली गलौज देने पर वे अधिक दिनों तक अंदर टिक सकते है. आज के दर्शकों की रूचि भी वैसी हो चुकी है, इसलिए शो चल रहा है. रियलिटी शो से डेली सोप की तुलना नहीं की जा सकती. मुझे दोनों ही पसंद है.

सवाल-रियल लाइफ में आप कैसी है?

मैं कॉमेडियन की भूमिका निभा चुकी हूं, पर रियल लाइफ में एक जोक भी नहीं कर पाती. मैं बहुत पॉजिटिव स्वभाव की हूं और हर बात को सकारात्मक रूप में और नए रूप में शुरू करना पसंद करती हूं. कॉमेडी करते समय मैं पूरी तरह से चरित्र में घुसकर काम करती हूं और वही मुझे अच्छा लगता है. 

सवाल-एक्टिंग आपका पैशन था या इत्तफाक?

मुझे बचपन से ही अभिनय का शौक था. मैंने बहुत कम उम्र से ड्रामा, इलोक्यूशन आदि किया करती थी. मुझे कॉन्फिडेंस स्कूल और कॉलेज से आ गया था. कॉलेज के बाद मैंने काम शुरू कर दिया और इसमें परिवार ने बहुत सहयोग दिया. 

ये भी पढ़ें- पिता के अफेयर का पता लगने से पाखी होगी घर से लापता! अनुपमा में आएगा नया ट्विस्ट

सवाल-अभी मनोरंजन की दुनिया में मनोरंजन कम और रियलिटी का प्रवेश अधिक हो चुका है, आप इस बात से कितनी सहमत है?

हर चीज का एक फेज होता है. इसका भी एक समय है, जो कुछ दिनों बाद निकलकर कुछ और आएगा. वेब में  इतनी लिबर्टी है, जो दिखती है. मारधाड़, वायलेंस बहुत होता है, जिसे देखना भी कई बार मुश्किल होता है, लेकिन इसे व्यक्ति अकेले देख सकता है, इसलिए इसमें इतनी रियल दिखाने की कोशिश की जाती है. सर्टिफिकेशन आने पर अच्छा इसलिए होगा, क्योंकि रियल-रियल बोलकर लोग एक सीमा रेखा को लांघ जाते है, उस पर लगाम लग सकेगा. 

सवाल-एक्टिंग के अलावा क्या पसंद करती है? परिवार में अभी कौन-कौन है?

मुझे डांस का बहुत शौक है. मेरा बर्षों से डांस का पैशन रहा है. लॉकडाउन के बाद तो कुकिंग का भी शौक लग गया है. समय मिलता है तो मूवी देखती हूं. 

मैं अपनी माँ और फियांसे पर्सी के साथ रहती हूं. 

सवाल-आप अपनी जर्नी से कितनी संतुष्ट है? क्या कोई रिग्रेट है?

मैं अपनी जर्नी से बहुत खुश हूं, लेकिन अभी बहुत सारे काम करने है. रियल सिनेमा का अभी युग है और मैं इसमें माँ की भूमिका करने की इच्छा रखती हूं. कॉमेडी के अलावा मैंने टीवी शो ‘छोटी सरदारनी’ में निगेटिव भूमिका निभाई है. मैं अलग-अलग काम अलग प्लेटफॉर्म पर करना चाहती हूं. मुझे चुनौतीपूर्ण काम पसंद है. मैं प्यारी अनन्या पांडे, सारा अलीखान और तारा सुतारिया की प्यारी माँ की भूमिका निभाना चाहती हूं. 

सवाल-क्या कोई मेसेज देना चाहती है?

मैं बॉडी पोजिटिविटी पर अधिक महत्व देती हूं. जिस काम में आपको ख़ुशी मिले, उसे करें और खुश रहे, क्योंकि ये लाइफ आपकी है और महिलाएं खुद को भूलकर सबका ध्यान रखती है. अपनी ख़ुशी को समझे और उसे करने की कोशिश करें. आप जैसी भी रंगरूप, की हो, उसमें खुश रहे.

ये भी पढ़ें- आलिया भट्ट के ब्रांड ‘एड ए मम्मा’ ने रचा इतिहासः पहले कलेक्शन के 70% कपड़े बिके

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें