बौलीवुड ऐक्ट्रैस डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) इन दिनों सुर्खियों में छाई हैं. दरअसल एक इवेंट के दौरान उन्होंने कुछ ऐसा किया जिससे उनकी तुलना जया बच्चन से होने लगी. इस दौरान डिंपल कपाड़िया की बेटी ट्विंकल और दामाद अक्षय कुमार उनके साथ थे. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला…
डिंपल कपाड़िया और उनकी बेटी ट्विंकल खन्ना (Twinkle Khanna) के बीच एक स्ट्रौंग बौन्डिंग देखने को मिलती है, मांबेटी की ये जोड़ी अपने जुदा अंदाज से अक्सर फैंस का दिल जीत लेती है. हाल ही में एक इवेंट के दौरान डिंपल कपाड़िया अपनी बेटी और दामाद के साथ मौजूद थीं. इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
डिंपल कपाड़िया ने अपनी बेटी ट्विंकल के साथ पोज देने से किया मना
इस वीडियो में ऐक्ट्रैस अपनी बेटी ट्विंकल संग पोज देने से मना कर देती हैं. दरअसल, इवेंट के दौरान पैपराजी डिंपल से कहते हैं कि वह ट्विंकल के साथ पोज दें तो इस बात पर डिंपल कपाड़िया बुरी तरह से भड़क जाती हैं और गुस्से में कहती हैं, ‘मैं जूनियर्स के साथ पोज नहीं देती. सिर्फ सीनियर्स के साथ देती हूं.’ वीडियो में डिंपल का ऐसा एटीट्यूड देखकर हर कोई हैरान है. इस बर्ताव के लिए डिंपल को सोशल मीडिया पर ट्रोल भी किया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर डिंपल हो रही हैं ट्रोल
हर कोई डिंपल के इस बर्ताव से हैरान है. यूजर्स का कहना है कि डिंपल को डरती हैं कि कहीं जूनियर्स के साथ पोज देने में उनकी असली उम्र न दिख जाए. तो वहीं एक यूजर ने लिखा, कि वह जया बच्चन का जूठा खा ली हैं. एक अन्य यूजर ने लिखा, उम्र के साथ हर कोई जया बच्चन बनता जा रहा है. एक यूजर ने कमेंट किया है कि लोग इनका सेंस औफ ह्यूमर नहीं समझ पा रहे हैं.
फिल्म ‘गो नोनी गो’ की क्या है कहानी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मुंबई में चल रहे फिल्म फेस्टिवल 2024 में ट्विंकल खन्ना ,अक्षय कुमार और डिंपल कपाड़िया की फिल्म ‘गो नोनी गो’ का प्रीमियर रखा गया. इसी फिल्म की स्क्रीनिंग में पैपरा जी ने डिम्पल को ट्विंकल के साथ पोज देने के लिए रिक्वैस्ट की. इस फिल्म की बात करें, तो डिंपल कपाड़िया इसमें मुख्य किरदार में हैं. ट्विंकल खन्ना ने इस फिल्म को प्रोड्यूस किया है. यह एक रोमांटिक कौमेडी ड्रामा फिल्म है. फिल्म ‘गो नोनी गो’ की कहानी में एक ऐसी महिला को दिखाया गया है, जिसकी लाइफ में 50 साल की उम्र के बाद रोमांस जगता है. मानव कौल, आयशा रजा और अथिया शेट्टी भी इस फिल्म में नजर आएंगे.
कलाकार: ष्षाहरुख खान,जौन अब्राहम,दीपिका पादुकोण, आषुतोष राणा,डिंपल कापड़िया, सिद्धांत घेगड़मल,गौतम रोडे,गेवी चहल,षाजी चैहान, दिगंत हजारिका, सलमान खान व अन्य.
अवधि: दो घंटे 26 मिनट
‘ये इश्क नही आसान’, ‘दुनिया मेरी जेब में’,‘शहंशाह ’ जैसी फिल्मों के निर्माता बिट्टू आनंद के बेटे सिद्धार्थ आनंद ने बतौर निर्देषक फिल्म ‘‘सलाम नमस्ते’’ से कैरियर की षुरूआत की थी.उसके बाद उन्होने ‘तारा रम पम’,‘बचना ऐ हसीनों’,‘अनजाना अनजानी’,‘बैंग बैंग’ और ‘वाॅर’ जैसी फिल्मंे निर्देषित कर चुके हैं.सिद्धार्थ आनंद निर्देषित पिछली फिल्म ‘‘वार’’ 2019 में रिलीज हुई थी,जो कि आदित्य चोपड़ा निर्मित ‘वायआरएफ स्पाई युनिवर्स’ की तीसरी फिल्म थी.और लगभग साढ़े तीन वर्ष बाद बतौर निर्देषक सिद्धार्थ आनंद नई फिल्म ‘‘पठान’’ लेकर आए हैं, जिसका निर्माण ‘यषराज फिल्मस’ के बैनर तले आदित्य चोपड़ा ने किया है. फिल्म ‘पठान’,‘वायआरएफ स्पाई युनिवर्स’ की चैथी फिल्म है.फिल्म ‘पठान’ पर ‘यषराज फिल्मस’के साथ ही इसके मुख्य अभिनेता षाहरुख खान ने भी काफी उम्मीदें लगा रखी हैं.2022 में ‘यषराज फिल्मस’ की सभी फिल्में बुरी तरह से असफल हो चुकी हैं.जबकि षाहरुख खान की पिछली फिल्म ‘‘जीरो’’ 2018 में प्रदर्षित हुई थी,जिसने बाक्स आफिस पर पानी तक नहीं मांगा था.फिल्म ‘पठान’ को तमिल व तेलगू में भी डब करके प्रदर्षित किया गया है.‘यषराज फिल्मस’ की यह पहली फिल्म है,जिसे आईमैक्स कैमरों के साथ फिल्माया गया है.
‘यषराज फिल्मस’ ने फिल्म ‘पठान’ का जब पहला गाना अपने यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया था,उस वक्त से ही वह गाना और फिल्म विवादों में रही है.उस वक्त बौयकौट गैंग ने दीपिका पादुकोण की भगवा रंग की बिकनी को लेकर आपत्ति दर्ज करायी थी.पर अफसोस की बात यह है कि फिल्म ‘पठान’ में भगवा रंग कुछ ज्यादा ही फैला है.फिल्म देखकर दर्षक की समझ में ेआता है कि भगवा रंग तो ‘आईएसआई’ के एजंटांे को भी हिंदुस्तान की तरफ खीच लेता है.
कहानीः
एक्षन प्रधान,देषभक्ति व जासूसी फिल्म ‘‘पठान’’ की कहानी के केंद्र में राॅ एजेंट फिरोज पठान (षाहरुख खान) और पूर्व ‘राॅ’ अफसर जिम्मी (जौन अब्राहम) और पाकिस्तानी खुफिया एजंसी की जासूस डाॅ. रूबैया मोहसीन (दीपिका पादुकोण) और पाकिस्तानी आईएसआई जरनल हैं.फिल्म की षुरूआत 5 अगस्त 2019 से होती है,जब कष्मीर से धारा 370 हटाए जाने की खबर से बौखलाया हुआ पाकिस्तानी सेना का जनरल अपनी मनमानी करते हुए पूर भारत को नेस्तानाबूद करने का सौदा जिम्मी से करता है. जिम्मी दक्षिण अफ्रीका के खतरनाक हथियार विक्रताओं से हथियार खरीदने का सौदा करता है.जहां पर पठान घायलअवस्था में बंदी है.फिर कहानी तीन साल के बाद षुरू राॅ के आफिस से षुरू होती है.जब एक खुफिया पुलिस अफसर (सिद्धांत घेगड़मल),राॅ की अफसर नंदिनी को सूचना देता है कि पठान की तस्वीर नजर आयी है.अब नंदिनी उस अफसर के साथ पठान से मिलने निकलती है.विमान में बैठने के बाद वह पठान की कहानी बताती है कि राॅ प्रमुख कर्नल लूथरा ( आषुतोष राणा ) राॅ के हर एजेंट को कुछ समझता नही है.एक दिन खबर मिलती है कि दुबई में हो रहे वैज्ञानिकों के सम्मेलन में भारत के दो वैज्ञानिक भी होंगे तथा मुख्य अतिथि भारत के राष्ट्पति है.कर्नल लूथरा भारत के राष्ट्पति की पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी लेते हैं.पठान अपनी टीम के साथ आतकंवादियों को पकड़ने की जिम्मेदारी लेता है.कर्नल लूथरा राष्ट्पति व वैज्ञानिकों अलग अलग राह पर भेज देते हैं.जिम्मी वैज्ञानिको के सामने आकर उन्हे अपने कब्जे मंेकर लेता है,पठान पहुॅचता है,पर जिम्मी के हाथों परास्त हो जाता है.उसके हाथ कुछ नही आता.यहीं पर जिम्मी की बातों से खुलासा होता है कि जिम्मी एक पूर्व राॅ अफसर है,जिसे सरकार ने मरने के लिए छोड़ दिया था.भारत सरकार के रिकार्ड मंे राॅ अफसर जिम्मी की मौत हो चुकी है और उसे षौर्य पदक से नवाजा जा चुका है.इसलिए अब जिम्मी भी भारत के खिलाफ है.अब वह पैसे के लिए पाकिस्तानी आईएसआई एजंसंी के जनरल के लिए काम करता है.फिर एक दिन पता चलता है कि लंदन में डांॅ रूबया के एकाउंट से बहुत बड़ी रकम जिम्मी को ट्ांसफर हुई है. पठान जानकारी निकाल कर स्पेन पहुॅचता है?जहां पता चलता है कि उसे जिम्मी ने वहां बुलाने के ेलिए यह खबर राॅ तक भिजवायी थी.डाॅ रूबिया आईएसआई एजेट हैं और जिम्मी के साथ काम कर रही है.पर उसका दिल पठान पर आ जाता है,इसलिए वह जिम्मी के गुंडांे ेसे उसे बचाती है और फिर उसके ेसाथ मिलकर रक्तबीज लेने जाती है.रक्तबीज हाथ में आते ही डाॅ. रूबिया अपनी असलियत पा आ जाती है और पठान को बताती है कि उसने तो जिम्मी के कहने पर उसके ेसाथ यह नाटक किया क्योंकि रक्तबीज उसकी मदद के बिना पाना मुष्किल था.पठान को मौत के मंुहाने पर छोड़ देती है.रक्तबीज की मदद से जिम्मी रूस के एक षहर में बंदी बनाए गए भारतीय वैज्ञानिक से ऐसा वायरस बनवा रहा है जिसे छोड़ देने पर पूरे भारत के लोग ‘स्माल फाॅक्स’ की बीमारी से ग्रसित होकर एक सप्ताह के अंदर मौत के मंुह में समा जाएंगे.अब पठान की लड़ाई देष को बचाने के लिए जिम्मी से है.बीच में टाइगर (सलमान खान) भी पठान की मदद के लिए आ जाते हैं.अंततः यह लड़ाई कई मोड़ांे से गुजरती है और नंदिनी सहित कई राॅ के अफसर व वैज्ञानिको की मौत के बाद जिम्मी की चाल असफल हो जाती है.पठान को अब नंदिनी की जगह बैठा दिया जाता है.
लेखन व निर्देषनः
फिल्म बहुत तेज गति से दौड़ती है,मगर पटकथा मंे काफी गड़बड़ियंा हैं. कहानी कब वर्तमान मंे और कब अतीत में चल रही है,पता ही नही चलता.पूरी फिल्म एक खास अजेंडे के तहत बनायी गयी है.फिल्म मेंपाकिसतानी एजेट रूबिया भगवा रंग के कपड़े व भगवा रंग की बिकनी पहनती है और अंततः भारत के पक्ष में कदम उठाती हैं.फिल्म में ंअफगानिस्तान को दोस्त बताया गया है.यानीकि ‘अखंड ’भारत का सपना साकार होने वाला है,षायद ऐसा फिल्मकार मानते हैं. फिल्म अजेंडे के तहत बनायी गयी है,इसका अहसास इस बात से होता है कि भारत को बर्बाद करने की जिम्मेदारी एक भारतीय राॅ एजंसी के एजेंट जिम्मी ने उठाया है.जिम्मी कहता है कि- ‘भारत माता’ ने उसे क्या दिया.भारत माता ने उसकी मां को मरवा दिया.उसके पिता को बम से उड़वा दिया.वगैरह वगैरह..इन संवादांे से जिसे जो अर्थ लगाने हो लगाए.पर देष के राजनीतिक घटनाक्रमों व घटनाओं को इन संवादांे सेे जोड़कर देखे,तो कुछ बातें साफ तौर पर समझ में आ सकती हैं कि फिल्मकार कहना क्या चाहता है? पर क्या इस तरह के संवाद व इस तरह के किरदार को फिल्म में प्रधानता देकर हमारी अपनी ‘राॅ’ के कार्यरत लोगों का उत्साह खत्म नही कर रहे हैं? अब तक हमेषा यह होता रहा है कि जब भी फिल्मकार किसी अजेंडे के तहत फिल्म बनाता है तो फिल्म की कहानी व उसकी अंतर आत्मा गायब हो जाती है. इसलिए फिल्म देखना दुष्कर हो जाता है.फिल्म में एक्यान दृष्य बहुत अच्छे ढंग से फिल्माए गए हैं. एक्षन के षौकीन इंज्वाॅय कर सकते हैं.फिल्म में कुछ खूबसूरत लोकेषन हैं.तो वहीं कई दृष्य देखकर फिल्मकार व लेखक की सोच पर तरस आता है.मसलन-विमान के ऐसी डक के अंदर ‘वायरस’ रक्तबीज है.राॅ अफसर विमान के पायलट को उसके नाम से फोन कर कहते है कि वह देखे.पायलट एसी डक मंे वायरस रक्तबीज के होने की पुष्टि करता है.पर पायलट के चेहरे पर या विमान यात्रियों के चेहरे पर कोई भय नजर नही आता.फिर कर्नल लूथरा आदेष देते हैं कि विमान को दिल्ली षहर से बाहर ले जाओ और पूरे विमान को गिरा दो.जबकि ‘एटीसी’ कंट्ोलर ही विमान के पायलट से फ्लाइट का नाम लेकर बात करता है.राॅ अफसर कर्नल लूथरा मिसाइल से विमान को गिराने का आदेष देते है,मिसाइल छूटने के बाद उसका रास्ता भी मुड़वा देेते हैं.यानीकि बेवकूफी की घटनाए भरी पड़ी हैं.फिल्म के अंत में प्रमोषन गाने के ेबाद पठान(षाहरुख खान )और टाइगर (सलमान खान)एक साथ रूस में उसी टूटे हुए पुल पर नजर आते हैं, और कहते है कि अब हमने बहुत कर लिया.अब दूसरो को करने देते हैंफिर किसे दे,यह काम का नहीख्,यह बेकार है.अंत में कहते है कि हमें ही यह सब करना पड़ेगा,हम बच्चों के हाथ में नही सौंप सकते.अब इस दृष्य की जरुरत व मायने हर दर्षक अपने अपने हिसाब से निकालेगा..फिर विरोध होना स्वाभाविक है.रूस में बर्फ के उपर के एक्षन दृष्य अतिबचकाने व मोबाइल गेम की तरह नजर आते हैं.
संवाद लेखक अब्बास टायरवाला के कुछ संवाद अति सतही हैं.
कैमरामैन बेजामिन जस्पेर ने बेहतरीन काम किया है.पर संगीतकार विषाल षेखर निराष करते हैं.
अभिनयः
पठान के किरदार में षाहरुख खान नही जमे.एक्षन दृष्यों में बहुत षिथिल नजर आते हैं.उनके ेचेहरे पर भी उम्र झलकती है.जिम्मी
के किरदार में जौन अब्राहम को माफ किया जा सकता है क्योंकि वह पहले ही कह चुके हैं कि उनके किरदार के साथ और उनके साथ न्याय नही हुआ.पाकिस्तानी एजेंट रूबैया के किरदार में दीपिका पादुकोण के हिस्से कुछ एक्षन दृष्यों के अलावा सिर्फ जिस्म की नुमाइष करना व खूबसूरत लगने के अलावा कुछ आया ही नही.खूफिया एजेंट होते हुए जब आप किसी को फंसा रही है,तो उस वक्त जो चेहरे पर कुटिल भाव होने चाहिए,वह दीपिका के चेहरे पर नही आते.डिंपल कापड़िया,प्रकाष बेलावड़े व आषुतोष राणा की प्रतिभा को जाया किया गया है.
हिमांशु किशन मेहरा और अली अब्बास ज़फर द्वारा निर्मित और अली अब्बास ज़फर द्वारा निर्देशित, इस 9 भाग के सीरिज ‘तां मैं सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया, तिग्मांशु धूलिया और सुनील ग्रोवर की अहम भूमिकाएं हैं.”तांडव” का प्रीमियर 15 जनवरी 2021 को अमेजन प्राइम वीडियो पर होगा
डिंपल कपाड़िया अमेजॉन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज ‘तांडव’ शेख डिजिटल माध्यम पर कदम रखने जा रही हैं, इस वेब सीरीज का प्रसारण 15 जनवरी से शुरू होगा. इस वेब सीरीज में सैफ अली खान, जीशान अयूब और सुनील ग्रोवर ऐसे के किरदारों मैं नजर आने वाले हैं, जिन किरदारों में अब तक दर्शकों ने इन्हें नहीं देखा है.
अमेज़न प्राइम वीडियो ने नए वर्ष का आगाज अपनी मौलिक वेब सीरीज तांडव के एक शानदार और प्रभावशाली टीज़र के बाद अब ट्रेलर का अनावरण करके किया हैं. हिमांशु किशन मेहरा और अली अब्बास ज़फर द्वारा निर्मित और अली अब्बास ज़फर द्वारा निर्देशित है . अली अब्बास जफर इस वेब सीरीज डिजिटल निर्देशन में अपना पहला कदम रख रहे हैं. गौरव सोलंकी लिखित इस वेब सीरीज में सैफ अली खान, डिंपल कपाड़िया, सुनील ग्रोवर, तिग्मांशु धूलिया, डीनो मोरिया, कुमुद मिश्रा, गौहर खान, अमायरा दस्तूर , मोहम्मद जीशान अयूब, कृतिका कामरा, सारा जेन डायस, संध्या मृदुल, अनूप, परेश पाहुजा और शोनाली नागरानी के साथ कुछ अन्य कलाकार भी इसमें शामिल हैं.
अली अब्बास जफर के साथ, डिंपल कपाड़िया और कृतिका कामरा भी ‘तांडव’ से डिजिटल डेब्यू कर रही हैं.
दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की राजधानी में स्थापित यह वेब सीरीज सीरिज दर्शकों को अराजकता की एक अंधेरी दुनिया की गलियों में ले जाएगी और उन लोगों के काले कारनामों को उजागर करेगी. इस काल्पनिक वेब सीरिज मैं दर्शन देखेंगे कि लोग किस तरह सत्ता की लालच में गहराई तक खो जाते हैं.
‘तांडव’ में अपने केदार का जिक्र करते हुए सैफ अली खान ने कहा, “भारत के मनोरंजन जगत ने फिर से बदलाव के युग में प्रवेश किया है और ‘तांडव’ जैसी कहानियां इस बदलाव में आगे बढ़ रही हैं. एक अभिनेता के रूप में, मेरे लिए इसका लेखन और आकर्षक विशेषताओं का निर्माण, जिसमे ग्रे शेड की भूमिका अधिक महत्व रखती है.जब मैंने अपने समर के इस चरित्र की पेचीदगियों के बारे में पढ़ा और तांडव की दुनिया में गहरी पैठ बनाई, तो मुझे एहसास हुआ कि मुझे इस व्यक्तित्व को कैसे अपनाना है. ”
अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया ने कहा, “तांडव एक राजनीतिक थ्रिलर है.यह एक काल्पनिक कहानी है, जो शायद आपको पर्दे के पीछे की राजनीति और देश में सत्ता की गलियों में क्या चल रही है, इसकी स्पष्ट जानकारी देती है. मैंने इसमें अनुराधा की ऐसी भूमिका की है ,जिसे मैंने पहले कभी नहीं निभाया है. मुझे खुशी है कि मैंने अपने साथियों के साथ इस काम के साथ डिजिटल शुरुआत भी की है इसमें प्रत्येक चरित्र की भूमिका के एक से अधिक शेड हैं और मुझे उम्मीद है कि यह सीरिज दर्शकों को जोड कर रखेगी. ”
जबकि सुनील ग्रोवर ने कहा, “तांडव में मुझे साड़ी पहने और हंसते हुए नहीं देखा जाए गा. मैंने इसमें गुरपाल का किरदार निभाया है.गुरपाल एक सर्वांगीण व्यक्तित्व है और मैंने ऐसी भूमिका पहले कभी नहीं निभाई है. अली के साथ काम करने से पहले, मुझे पता था कि तांडव एक आकर्षक कहानी है और साथसाथ यह दिलचस्प भी है. अली ने एक ऐसी दुनिया बनाई है, जो दर्शकों को लुभाती है और उन्होंने मुझे वह भूमिका दी है जिसका इंतजार एक हर कलाकार को होता है. स्वाभाविक रूप से मैंने इस भूमिका के लिए हां कहा और सैफ, डिंपल जी जैसे प्रतिभाशाली कलाकारों के साथ काम करना मेरे लिए यह एक बोनस कम नही था.”
प्रमुख राजनीतिक दल के करिश्माई नेता समर प्रताप (सैफ अली खान) को लगता है कि उनकी पार्टी (लोकसभा) चुनाव जीतने के बाद वह प्रधान मंत्री का पद हासिल करने के लिए तैयार हैं.लेकिन समर के पिता, पार्टी प्रमुख और प्रधानमंत्री देवकी नंदन (तिग्मांशु धूलिया) रिटायर होने के लिए तैयार नहीं हैं. अनुराधा, (डिंपल कपाड़िया), पार्टी के वरिष्ठ नेता गोपाल दास (कुमुद मिश्रा) देवकीनंदन के करीबी हैं और कई नेताओं में से एक हैं जो खुद को कुर्सी के योग्य मानते हैं. लेकिन किसी को भी आसानी से कुर्सी नहीं मिलती. इसके साथ साथ ही एक समानांतर कहानी चलती है, जिसमें कैंपस एक्टिविस्ट शिवाजी (जीशान अयूब), जो युवाओं के लिए एक आदर्श है, वह एक राजनीतिक कार्यक्रम में रात भर में ही युवाओं के लिए एक रोल मॉडल बन जाता हैं. शिव बदलाव लाना चाहते हैं, युवाओं को दिशा देना चाहता हैं और राजनीतिक सत्ता के स्तंभों को उखाड़ फेंकना चाहता हैं. शिव सत्ता के स्वाद को समझता हैं. वर्तमान राष्ट्रीय राजनीति और कैंपस की राजनीति आमने-सामने आने पर शिव और समर प्रताप का जीवन अंतरंग हो जाता है. इसमें, घटनाओं की एक श्रृंखला की तरह राजनीति होती है और सभी रिश्तों में धोखाधड़ी, योजनाबद्ध साजिशों, प्रलोभनों, अति-महत्वाकांक्षाओं और हिंसा को उजागर करती है.
बौलीवुड एक्टर अक्षय कुमार की सास और ब्यूटीफुल वेटरेन एक्ट्रैस एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया बहुत जल्द एक्ट्रैस प्रियंका चोपड़ा की तरह हौलीवुड में काम करती हुई नजर आएंगी. एक्ट्रेस डिंपल हौलीवुड के महान डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन के साथ काम करते हुए दिखाई देंगी. वहीं इस खबर पर सेलेब्स और उनके फैन्स ने उन्हें सोशल मीडिया पर बधाई देना शुरू कर दिया है.
कामयाब हौलीवुड डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन के साथ करेंगी डिंपल काम
खबरों की मानें तो, एक्ट्रेस डिंपल कपाड़िया हौलीवुड के महान डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन के साथ काम करती नजर आएंगी. डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन ने अब तक हौलीवुड में काफी कामयाब फिल्मों का निर्देशन किया है. इन फिल्मों में ‘इन्सेप्शन’, ‘दि प्रेस्टिज’ और ‘इंटरस्टेलर’ जैसी सफल फिल्मों के नाम शामिल है. जो औडियंस को पसंद भी आई हैं और जिसके लिए उन्हें अवौर्ड भी मिले हैं.
THIS JUST IN: Christopher Nolan’s next film, TENET, is now filming. It’s described as an “action epic evolving from the world of international espionage.”
John David Washington
Robert Pattinson
Elizabeth Debicki
Dimple Kapadia
Aaron Taylor-Johnson
Michael Caine
Kenneth Branagh pic.twitter.com/21JR7ScxRA
डायरेक्टर क्रिस्टोफर नोलन ने बताया कि उनकी आने वाली फिल्म का नाम ‘टेनेट’ होगा. इस फिल्म में माइकल कैन, एरौन टेलर, केनेथ ब्रानेज और डिंपल कपाड़िया अहम किरदार में दिखाई देंगी.
मिली जानकरी के मुताबिक, क्रिस्टोफर नोलन की ‘टेनेट’ के एक्शन एपिक फिल्म होगी. इस फिल्म के निर्देशन के साथ-साथ नोलन अपनी पत्नी एम्मा थौमस के साथ मिलकर प्रोड्यूस भी करेंगे.
खबरों की माने तो एक्ट्रैस डिंपल कपाड़िया की ये हौलीवुड फिल्म अगले साल 17 जुलाई की रिलीज होगी. लेकिन फिल्म में उनके रोल की अभी कोई जानकारी नही है. हालांकि उनका रोल दमदार होने की उम्मीद है.