इस बार सेलेब्स की दिवाली, होगी इकोफ्रेंडली, कैसे पढ़ें यहाँ

दिवाली हर साल आती है और हर साल इसे नए रूप में उत्साह के साथ मनाया जाता है, इस बार की दिवाली को छोटे पर्दे की सेलिब्रिटीज इको – फ्रेंडली दिवाली मनाना चाहती है, क्या कहती है वो जाने ,

चारू मालिक

चारू कहती है कि मैं दिवाली को हर साल कुछ नए तरीके से आगे ले जाना चाहती हूँ. दीवाली मेरा सबसे फेवोरिट फेस्टिवल है, क्योंकि ये प्रकाश, ब्राइटनेस, सकारात्मक सोच और चारों तरफ के अन्धकार को मिटाने वाला पर्व है. मैं अधिकतर इस दिन घर पर ही रहती हूँ , लेकिन इस साल मेरे पिता अमेरिका से मेरे साथ दिवाली मनाने आये है, इसलिए मैं उनके साथ क्वालिटी टाइम बिताना चाहती हूँ. इसमें मैं कुछ शौपिंग, घर को दिए से सजाना आदि करने वाली हूँ. इस बार मेरी दिवाली ग्रैंड सेलिब्रेशन के साथ होगी, जिसकी तैयारी मैंने कर ली है. दिवाली इको – फ्रेंडली होनी चाहिए, लेकिन कुछ लोग पटाखे फोड़ते है, जिसमे समय, एनर्जी, पैसे आदि सब बर्बाद होने के साथ -साथ प्रदूषण फैलता है. मैं खासकर पालतू डॉग्स को लेकर चिंतित हूँ, क्योंकि उनके लिए ये कठिन समय होता है, जब फायरक्रेकर्स से वे कई दिन तक खाना पीना छोड़ देते है. मैं उन सभी से कहना चाहती हूँ कि अगर आपके पास पैसे है, तो आप उन्हें जरुरत मंदों में बांटे या उन पैसों से अपने परिवार में खुशियाँ लायें.

मेहुल व्यास

अभिनेता मेहुल कहते है कि इस साल मैं दिवाली अपने परिवार के साथ मनाने वाला हूँ, जिसमे गिफ्ट्स, सेलिब्रेशन, अच्छे व्यंजन और एक यादगार बनाने जैसा होगा. इस त्यौहार में सभी को संतुलन बनाकर चलना है, क्योंकि प्रकाश के इस त्यौहार को मनाते हुए सभी को इस बात का ध्यान रखना जरुरी है कि आपके ख़ुशी में किसी को दुःख न मिले. पटाखे न फोड़े, शांतिपूर्ण दिवाली मनाएं. कपड़ों की शौपिंग, मिठाई, गिफ्ट्स आदि मेरे परिवार के लिए खरीदना मेरा मुख्य काम होगा. इस बार मैं ट्रेडिशनल फ्यूज़न विथ मॉडर्न टच वाले ड्रेस पहनने वाला हूँ, जो मुझे एक अलग लुक देगा. त्यौहार हर साल मनाया जाना चाहिए, क्योंकि इससे परिवार और दोस्तों में बोन्डिंग बढती है.

रिंकू घोष

दुर्गेश नंदिनी फेम अभिनेत्री रिंकू घोष का कहना है कि दिवाली आनंद का उत्सव है, जिसमे लाइट्स और दिए प्रमुख रूप से जलाये जाते है. मैं इस दिन एक सिंपल रंगोली के साथ दिए से घर को सजाती हूँ. मुझे दिवाली पर पटाखे फोड़ना पसंद नहीं है, इससे प्रदूषण बढ़ता है. मुझे खुद पटाखे जलाना पसंद नहीं. बचपन से मुझे क्रैकर की आवाज अच्छा नहीं लगता. इसे मैं पैसे की बर्बादी मानती हूँ, जो मेहनत से कमाया हुआ होता है, साथ ही वातावरण को प्रदूषित करता है. इस दिन मुझे करंजी और नमकीन, खाना बहुत पसंद है, जिसे मेरी नानी और चाची बनाती थी, मुझे बनाना नहीं आता, लेकिन मैं उसके स्वाद को पसंद करती हूँ. इस बार मेरा पहनावा हमेशा की तरह एक इंडियन साड़ी होगी, जो सुंदर लगने के साथ -साथ आरामदायक भी होती है.

सिंपल कौल

धारावाहिक कुटुंब, शरारत, तारक मेहता का उल्टा चश्मा आदि में काम कर चुकी अभिनेत्री सिंपल कौल कहती है कि मैं दिल्ली में अधिकतर अपने परिवार के साथ दिवाली मनाती हूँ और उस दिन मैं अपने सभी दोस्तों और परिवार के साथ इसे सेलिब्रेट करती हूँ, जिसमें फायरवर्क्स नहीं होता.दिवाली की खास बात यह होती है कि इसमें घर की साफ -सफाई हो जाती है, गिफ्ट्स अपने दोस्तों को देते है और घर के चारों तरफ दिए से सजाते है, जो एक अलग मनमोहक दृश्य होता है. इस बार मैंने दिवाली पर नए सूट्स या लहंगा दोनों में से किसी एक को पहनने वाली हूँ.

मेघा शर्मा  

अभिनेत्री मेघा शर्मा कहती है कि दिवाली सबकी फेवोरिट त्यौहार है, इस दिन मैं घर को लाइट्स, फ्लावर्स, लैंटर्नस आदि से सजाने वाली हूँ. मैं पटाखे नहीं फोडती और इस बार मैं ईको फ्रेंडली दिवाली मनाने वाली हूँ, क्योंकि आजकल बाज़ार में कई आप्शन उपलब्ध है. अभी चारों तरफ प्रदूषण का माहौल है, ऐसे में बिना पोल्यूशन के सभी चीजो को मैं इस त्यौहार में शामिल करना चाहती हूँ. इसके लिए मैंने तेल के दिए जलाने का प्लान किया है. इस बार मैं दिवाली पर पटियाला सूट पहनने वाली हूँ.

आदेश चौधरी    

अभिनेता आदेश कहते है कि मैं दिवाली को लेकर बहुत उत्साहित हूँ, क्योंकि इस बार मैं अपने घर पर दिवाली मनाने वाला हूँ. दिवाली का त्यौहार इमोशन्स से भरे हुए होते है. मुझे फायर क्रेकर्स पसंद है, लेकिन इतनी अधिक प्रदूषण को देखते हुए मैंने इकोफ्रेंडली दिवाली मनाने का मन बनाया है. दिवाली पर नए ट्रेडिशनल ड्रेस खरीदना और कुछ खास इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान खरीदना भी मुझे अच्छा लगता है. मिठाई में इस दिन मुझे काजू कतली खाना पसंद है. मैं इस बार ट्रेडिशनल कुर्ता पहनने वाला हूँ. हालाँकि शो के काम इस बार मैंने अधिक किये है, लेकिन मुझे दिवाली पर रिलैक्स होने का एक अच्छा मौका मिलेगा.

एकता सरैया

अभिनेत्री एकता सरैया के लिए दीवाली एक स्पेशल टाइम है, इसलिए उन्हें हर साल इस त्यौहार का इंतजार रहता है. वह कहती है कि मेरी शूट ख़त्म करने के बाद मैं अपने घर को फ्लावर और रंगोली से सजाऊँगी. इसके बाद शाम को मैं टीलाइट कैंडल्स और फ्लावर पेटेल्स का प्रयोग कर एक सुंदर वातावरण बनाना चाहती हूँ. हालांकि मुझे फुलझड़ी जलाना पसंद है, लेकिन पोल्यूशन इतना अधिक हो रहा है कि मैंने इस उसे भी न जलाने का संकल्प लिया है. इस दिन मेरी सास कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाती है, जिसमें चकली, पोहा का चिवडा, शकरपाड़ा, मठिया आदि होता है. इसके अलावा कुछ शुगरफ्री मिठाइयाँ भी बनती है. इस बार मेरी शूटिंग की व्यस्तता अधिक है, इसलिए मैं साड़ी पहनना ही पसंद करुँगी.

दीवाली नई सोच नया अंदाज

प्रिया कई दिनों से दीवाली की शौपिंग कर रही थी. आज वह कपड़ों की शौपिंग के लिए गई थी. जैसाकि हर साल होता था उस के पति और सास उम्मीद कर रहे थे कि वह अपने दीवाली लुक के लिए कोई खूबसूरत सी साड़ी या शरारा या फिर घेरदार सूट जैसी कोई ऐथनिक ड्रैस लाएगी. दरअसल, दीवाली में ऐथनिक लुक को ही परफैक्ट माना जाता है.

लेकिन प्रिया के मन में कुछ और ही चल रहा था. जब वह वापस आई तो उस के हाथ में एक खूबसूरत सी वैस्टर्न ड्रैस थी. यह ड्रैस मैरून कलर की स्टाइलिश मिडी थी जिस की बाजुओं पर कुछ गोल्डन स्टोंस जड़े थे. उस के ऊपर गोल्डन कलर की कोटी यानी जैकेट थी. ओवरऔल ड्रैस बहुत खूबसूरत लग रही थी मगर उसे डर था कि ड्रैस देख कर उस की सास उस से नाराज न हो जाए. इसलिए बड़े प्यार से उन के गले में बांहें डाल कर प्रिया ने पूछा, ‘‘क्या मैं दीवाली के दिन अपनी पसंद की यह ड्रैस पहन सकती हूं मां?’’

सास ने उस की तरफ आश्चर्य से देखा और बोलीं, ‘‘साड़ी/शरारा या फिर अनारकली सूट क्यों नहीं लिया? इस बार तुम यह क्या ले कर आई हो?’’

‘‘मां याद है आप को पिछले साल मैं ने साड़ी पहनी हुई थी और मेरी साड़ी के आंचल में दीए से आग लग गई थी. 1 मिनट में ही क्या से क्या हो सकता था.’’

‘‘हां वह तो याद है मुझे मगर उस में तेरी लापरवाही थी. आखिर तो दीवाली के दिन घर की बहू को इस तरह के ही कपड़े पहनने चाहिए न जो उसे शोभा दें.’’

तभी पति ने बीच में कहा, ‘‘नहीं मां ऐसा क्या है? कपड़े तो वे पहनने चाहिए न जो कंफर्टेबल हों और स्टाइलिश भी हों. लेकिन ऐसा न पहनें जो आप को बोझ लगने लगे. प्रिया को साड़ी पहननी भी नहीं आती. उसे साड़ी संभालने में दिक्कत होती है. उस के बावजूद वह हर साल साड़ी पहनती है. मगर आप ने पिछले साल देखा कि साड़ी की वजह से किस तरह बड़ी दुर्घटना हो सकती थी. अगर वह चाहती है कि कुछ और पहने और अच्छी दिखे तो क्या बुराई है?’’

मां ने एक बार फिर ऊपर से नीचे तक वह ड्रैस देखी और मुंह बना लिया. पति ने मां को फिर सम?ाया, ‘‘मां, एक बार देख तो लो कि कितनी खूबसूरत लगेगी प्रिया इसे पहन कर.’’

प्रिया ड्रैस को पहन कर आई तो वाकई सब देखते रह गए. वह जितनी स्टाइलिश लग रही थी उतनी ही खूबसूरत भी लग रही थी और साथ ही यह ड्रैस बिलकुल दीवाली के मिजाज की भी थी.

सास ने प्यार से उस के सिर पर हाथ फेरते हुए कहा, ‘‘पुरानी सोच और पुरानी परंपराओं को मानने के बावजूद मैं तेरी इस नई सोच और इस नई ड्रैस के लिए पौजिटिव हूं. यह मुझे पसंद आई है. तू वही पहन और वही कर जो तुझे अच्छा लगे, जो कर के तुझे खुशी मिले. यह त्योहार खुशियों का त्योहार है. इस में हर किसी को अपने हिसाब से अपनी खुशियां बटोरने का पूरापूरा हक है.’’

प्रिया सास के गले लग गई. पति भी हौलेहौले उन दोनों को देख कर मुसकराने लगा.

जो मन आए वह पहनें दरअसल, महिलाओं से उम्मीद की जाती है कि वे दीवाली जैसे मौके पर ऐथनिक ड्रैस ही पहनें साड़ी/लहंगा/चोली/शरारा या फिर घेरदार सूट वगैरा. जबकि इस तरह के कपड़े अकसर जल्दी आग पकड़ते हैं और कंफर्टेबल भी नहीं होते. कभी दुपट्टा संभालो तो कभी साड़ी का पल्लू. इसलिए वह ड्रैस पहनें जो आप का दिल कर रहा है. जरूरी नहीं कि इस दिन बंधीबंधाई परंपराओं के हिसाब से आप कोई ऐथनिक ड्रैस ही पहनें. ऐसा भी नहीं कि ऐथनिक ड्रैस में ही आप खूबसूरत लगेंगी.

आप का मन है तो आप मौडर्न ड्रैस भी पहन सकती हैं. आप अपने हिसाब से कुछ अलग और क्रिएटिव सोच रखें और अलग तरह की ड्रैस ला कर देखें. बस चुनाव करते समय इतना ध्यान रखें कि वह ड्रैस आप के ऊपर फबे और आप कंफर्टेबल रहें. साथ ही वह थोड़ी ब्राइट कलर की भी ड्रैस हो. डल कलर न पहनें. थोड़ाबहुत काम भी किया हुआ हो ताकि वह दीवाली के मिजाज से मिलता हुआ हो. इस से आप दूसरों से एकदम अलग नजर आएंगी और दूसरों से ज्यादा खूबसूरत लगेंगी.

हमारे जीवन में दीवाली जैसे रंग और रोशनी के त्योहार बेहद खास होते हैं. रोजाना की बोरिंग दिनचर्या से दूर ये कुछ दिन हम सब अपने परिजनों और दोस्तों के साथ सैलिब्रेट करते हैं. हर परेशानी और मुश्किल को भूल कर कुछ समय केवल हंसतेमुसकराते और मस्ती करते हुए बिताते हैं. बाद में ये ही पल खूबसूरत यादें बन कर हमारे मन में उत्साह भरते रहते हैं.

महिलाएं दीवाली के कुछ दिन पहले से ही इस की तैयारियों में व्यस्त रहने लगती हैं. सारे घर की सफाई, सजावट, नए कपड़ों और दूसरे सामान की शौपिंग, मिठाई का इंतजाम, दीवाली की दूसरी तैयारियां वगैरह. मगर कुछ बातें ऐसी भी हैं जिन का ध्यान रख कर आप अपनी दीवाली और भी खूबसूरत और यादगार बना सकते हैं:

सप्ताहभर की मस्ती

पति के दोस्तों और अपनी सहेलियों को घर पर इन्वाइट करें और जम कर पार्टी कीजिए. दिल खोल कर एकदूसरे से मिलिए. एक दिन आप को मेजबानी करनी है और बाकी दिन आप अपने खास दोस्तों के घर मेहमान बन कर जाइए. उन के साथ कुछ खुशियों के पल गुजारिए. पुरानी यादें ताजा कीजिए. किसी दिन एक दोस्त के घर जाएं तो दूसरे दिन किसी और दोस्त के घर पार्टी करें. मतलब दीवाली पार्टी सप्ताहभर का प्रोग्राम है. नाचगानों का आनंद उठाएं. खाएं और खिलाएं. लड़ाई?ागड़े और शिकवेशिकायतें भूल कर बस प्यार और खुशियां बांटें. अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों से मिल कर उन से अपने दिल की बातें करें.

बिंदास रहें

दीवाली का मतलब है दिल खोल कर खुशियों को अपने दिलोदिमाग में और अपने जीवन में जगह देना. इसे किसी तरह की मजबूरी या बंधन के साथ न मनाएं. आप ऐसा न सोचें कि आप परंपराओं से बंधी हुई हैं. आप बिंदास रहें. वैसे दीवाली मनाएं जैसे आप का मन कर रहा हो. खूब मिठाई खाएं. अपने ऊपर यह सोच हावी न होने दें कि मिठाई खाने से मोटी हो जाएंगी. हां, इतना जरूर कीजिए कि मिठाई अपने घर में बनाएं. 1-2 दिन जी भर कर मिठाई खा भी ली तो कोई आफत नहीं टूटेगी. अपनी जिंदगी को जीने की कोशिश कीजिए.

त्योहारों के इस मौसम में बंधी हुई सी या रुकी सी जिंदगी से दूर एक मस्त जिंदगी का आनंद लीजिए. अभी आप के पास छुट्टियां हैं. अगर आप औफिस जा भी रही हैं तो घर आ कर अपनेआप को पूरी तरह उत्सव के रंगों में डुबो लीजिए. शाम में शौपिंग कीजिए. नईनई चीजें घर लाइए जिन से दीवाली में आप के मन में भी रौनक रहे.

दीवाली के दिन कोई झगड़ा नहीं

कई बार होता यह है कि हम त्योहार के समय किसी से झगड़ पड़ते हैं और पूरे परिवार का मजा खराब कर देते हैं. प्रिया ने भी यही गलती की. दीवाली से 10 दिन पहले ही अपनी जेठानी से झगड़ पड़ी. बात बहुत छोटी सी थी मगर दोनों में बातचीत बंद हो गई. दोनों एक ही बिल्डिंग में ऊपर और नीचे के फ्लोर में रहती थीं. दरअसल, उन के बच्चों के बीच झगड़ा हुआ था और उसी झगड़े को दोनों ने आपसी झगड़े में बदल दिया.

इस बात का उन की दीवाली की रौनक पर इतना बुरा असर पड़ा कि न तो बच्चे ही खुश हो कर दीवाली मना पाए और न ही बाकी घर वाले. दोनों ने अपने बच्चों को दूसरे के बच्चों से मिलने से मना कर दिया. दीवाली के दिन भी बच्चे अपनेअपने घर में गुमसुम से रहे.

पहले हमेशा दीवाली के दिन दोनों परिवार मिल कर दीवाली मनाते थे तो रौनक लगी रहती थी. मगर इस दफा रिश्तेदार भी उन के घर आने से कतराने लगे क्योंकि इस तरह के माहौल में कोई भी आना नहीं चाहता था. इस का असर घर के माहौल पर पड़ा. पतिपत्नी के बीच भी झगड़ा हो गया और एक अच्छाखासा खुशी का त्योहार नाराजगी और रोनेधोने में बीत गया.

जाहिर है अगर आप त्योहार के दौरान किसी से विवाद करती हैं तो आप का मूड खराब हो जाता है और त्योहार का मजा किरकिरा हो जाता है. पतिपत्नी एकदूसरे को ताने कस रहे हों, शिकवेशिकायतें कर रहे हों तो उस से भी मन खट्टा हो जाता है और त्योहार का उत्साह ठंडा पड़ने लगता है. इसलिए दीवाली के दिनों में बिलकुल अपने पति या घर के दूसरे सदस्यों से ?ागड़ा या विवाद न करें. सारे मामले प्यार से और एकदूसरे को सम्मान दे कर सुल?ाएं क्योंकि जब आप के रिश्ते खूबसूरत होंगे तो त्योहारों का भी मजा आएगा.

कपल्स मिल कर करें तैयारी

कपल्स की दीवाली तब अधिक शानदार होगी जब दोनों मिल कर हर जिम्मेदारी निभाएं. शौपिंग के लिए अकेली पत्नी क्यों जाए? दोनों जाएंगे तो 2 दिमाग मिल कर ज्यादा बेहतर शौपिंग कर पाएंगे. दोनों की पसंद की चीजें घर में आएंगी और खरीदी गई चीजों पर मीनमेख निकालने के चांसेज कम हो जाएंगे. किसी एक पर बर्डन नहीं पड़ेगा तो दोनों के चेहरे खिलेखिले रहेंगे. साथ समय बिताने का मौका भी मिलेगा और लगे हाथ दोनों बाहर लंच या डिनर करने का आनंद भी उठा सकेंगे. एकदूसरे की पसंद की गिफ्ट आइटम्स भी ले सकेंगे और दोनों को पता रहेगा कि कहां कितना खर्च हो रहा है. इसलिए अब पुरानी सोच भूल जाएं कि दीवाली की तैयारी और शौपिंग करना अकेली पत्नी का ही काम है. कपल्स के लिए दीवाली रोशनी और उमंग का त्योहार ही नहीं है बल्कि एक नई खूबसूरत जिंदगी की धरोहर भी है. रूठों को मनाएं या सोचना छोड़ दें कई बार होता यह है कि हम किसी रिश्ते के कारण अकसर ही परेशान रहते हैं. हमारे कई रिश्तेदार ऐसे होते हैं जो हमें कहीं न कहीं परेशान किए रहते हैं. वे जिंदगीभर कुछ न कुछ शिकवेशिकायत कर के आप को दुखी करते रहते हैं. ऐसे में या तो उस रिश्ते को अच्छे से निभाएं और सामने वाले की सारी शिकायतें दूर करने का प्रयास करें. आप यह कोशिश सालों से कर रही हैं पर यह संभव नहीं हो पा रहा है तो मिट्टी डालें और उस रिश्ते को पूरी तरह भूल जाएं.

दीवाली या इस तरह के त्योहारों के मौके पर अपने मन को उल?ान में न डालें या दुखी और उदास न रखें बल्कि अगर कोई आप से अच्छे से बरताव नहीं कर रहा है और आप की लाख कोशिशों के बावजूद वह आप के प्रति अपना मन साफ नहीं रखता है, आप से शिकायतें करता है, ताने कसता है तो ऐसे व्यक्ति से त्योहार के मौके पर दूरी बना कर रहें. उस के बारे में न सोचें और न उसे फोन करें या बुलाएं, न ही उस के लिए कोई गिफ्ट भेजें यानी बिलकुल कट औफ कर लीजिए या रिश्ता बिलकुल खूबसूरत बना लीजिए ताकि आप का मन आनंदित रहे. आप के मन की खुशी के बीच किसी तरह का व्यवधान न आए.

नशा या जुआ जैसी चीजों से दूर रहें आप अपने पति से साफ बात करें कि इस दिन न तो वे शराब पीएंगे और न ही कोई दूसरा नशा करेंगे. अपने दोस्तों को बुला कर उन के साथ भी किसी तरह के नशे में शामिल नहीं होंगे. साथ ही जुआ खेलने की परंपरा भले ही पुरानी मानी जाए मगर यह सही नहीं है क्योंकि आप जुआ खेलेंगे तो आप के बीच झगड़ा हो सकता है और त्योहार का मजा किरकिरा हो जाता है. जितना आडंबर कम होगा, ताश या शराब से दूरी रहेगी उतना त्योहार खूबसूरत बना रहेगा.

इस बार बॉलीवुड वाइव्स दिवाली पर परिवार को क्या सरप्राइज देने वाली है, जाने यहाँ

दिवाली हर साल खुशियों  और सेलिब्रेशन को साथ लेकर आती है,लेकिन इसमें जरुरी होता है, अपना घर – परिवार जिसके साथ इसे मनाने का आनंद ही कुछ और हो जाता है. कई बार इन सेलेब्स को अपने काम की वजह से घर से दूर रहना पड़ता है, लेकिन आज सोशल मीडिया के सहारे ये अपनों तक पहुँच जाती है. इस बार भी कार्य्सिल के इवेंट पर आई पोपुलर रियलिटी शोज ‘फैबुलस लाइव्स ऑफ बॉलीवुड वाइव्स’ के सभी एक्ट्रेस नीलम कोठारी सोनी, महीप कपूर, भावना पाण्डे और सीमा सजदेह ने दिवाली सेलिब्रेशन को गृहशोभा के साथ शेयर किया है, आइये जानते है, क्या कहती है सभी एक्ट्रेसेस.

नीलम कोठारी सोनी  

‘मेड इन हेवन’ वेब सीरीज में पोपुलर हो चुकी नीलम कहती है कि हर साल की तरह इस बार भी मैं दिवाली पर अच्छे – अच्छे पकवान बनाने वाली हूँ, मुझे खाना बनाना बहुत पसंद है और मैं इस बार अपने परिवार और दोस्तों के लिए स्पेशल पास्ता बनाउंगी, जो उनके लिये सरप्राइज होगा. दिवाली में परिवार का साथ रहने में ही सब अच्छा लगता है. इसके अलावा पूरे घर को सुंदर लाइट्स से सजाना भी मुझे अच्छा लगता है.

महीप कपूर

अभिनेत्री महीप कपूर को दिवाली सेलिब्रेट करना बहुत अच्छा लगता है, इसे वह किसी भी रूप में अपने परिवार के साथ मनाती है, क्योंकि इस दिन जो भी डिशेज बनते है उसमे प्यार होता है, इसलिए स्वाद भी अच्छा होता है. मिठाई उन्हें इस दिन खाना पसंद है. वह कहती है कि बचपन में मेरे पिताजी इस दिन एक लिफाफा मुझे देते थे, जिसमे सरप्राइज गिफ्ट के रूप में पैसे होते थे. आज भी मुझे वही लिफाफा मिलता है, जिसका वह हर साल इन्जार करती है. पैसे जितने भी हो उससे अधिक मुझे उनका प्यार उसमे अधिक झलकता है. मुझे खाना बनाना पसंद है, लेकिन मेरा किचन एकदम साफ सुथरा होना चाहिए, क्योंकि मैं ओसीडी की शिकार हूँ, जो चीज जहाँ हो वहाँ रखी होनी चाहिए, ताकि मैं किचन में घुसते ही मुझे खाना बनाने की चाहत हो.

भावना पांडे

हंसमुख, खूबसूरत मॉडल और एक्ट्रेस भावना पांडे कहती है कि मेरी बेटी अनन्या पांडे को दिवाली सेलिब्रेट करना बहुत पसंद है, लेकिन कई बार काम की व्यस्तता के कारण ऐसा नहीं हो पाता, दिवाली इस बार मैं जोर – शोर से मनाने वाली हूँ, क्योंकि इस दिन पूरे घर को रौशनी से सजाना, दिए जलाना, अपनों से मिलना आदि सब मेरे लिए प्यारा और अनोखा होता है. मैं अदरक की चाय, ब्रेड ओम्लेट के अलावा कुछ पका नहीं सकती, लेकिन इसबार मैं गाजर का हलवा ट्राई करने वाली हूँ.

सीमा सजदेह

डिज़ाइनर और एक्ट्रेस सीमा सजदेह दिवाली पर सबकी पसंद और ना पसंद का ख्याल रखती है, उन्हें इस दिन अच्छी – अच्छी मिठाइयाँ खानी पसंद है, इसके लिए वह खुद बनाती भी है. वह कहती है कि दिवाली सबके साथ मिलजुलकर मनाने का त्यौहार है, इसे मैं अपने दोस्तों के साथ मनाना चाहती हूँ. दिवाली की एक बात उन्हें पसंद नहीं है, जिसमे पटाखों का फोड़ना, जिससे प्रदूषण बढ़ता है और कई बीमारियाँ खासकर साँस की बीमारी से परेशान बच्चों और बुजुर्गों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है.

Diwali Special: ज्वैलरी और आप की स्टाइल स्टेटमैंट

त्योहारों का मौसम यानी रोशनी, उत्साह, दोस्तों और परिवारजनों का साथ और खूबसूरत दिखने का नशा. चाहे दीवाली की पार्टी हो या फिर भैयादूज की गैटटुगैदर हर लड़की इस अवसर पर स्टाइलिश और सुंदर दिखना चाहती है. तभी तो त्योहारों के सीजन में लड़कियां और

महिलाएं अपनी खूबसूरती और फैशन स्टाइल के लिए कितने ही टिप्स आजमाती हैं. ऐसे में सही ज्वैलरी कैरी करने का स्टाइल उन्हें दूसरों से बेहतर बनाने में मदद करता है. आप भी गौर्जियस दिखना चाहती हैं तो इन ज्वैलरी फैशन टिप्स पर ध्यान दें:

ड्रैस के हिसाब से पहनें ज्वैलरी

साड़ी के साथ कैसी हो ज्वैलरी: साड़ी के साथ सही ज्वैलरी पहनी जाए तो आप किसी अप्सरा से कम नजर नहीं आएंगी. साड़ी के साथ नजाकत भी बहुत जरूरी है. ज्वैलरी का चुनाव साडि़यों के टैक्स्चर व रंगों पर निर्भर करता है. हलके रंगों की साड़ी के साथ हलकी व भारी ज्वैलरी दोनों चल जाती हैं. मगर गहरे रंगों की साड़ी के साथ ज्वैलरी बहुत सावधानी से मैच करनी चाहिए.

मोतियों की यानी पर्ल ज्वैलरी सभी प्रकार की साडि़यों के साथ पहनी जा सकती है. साड़ी के साथ बहुत सारी ज्वैलरी एकसाथ न पहनें. भारी नैकपीस के साथ बहुत ही हलके इयर स्टड्स कैरी करें या फिर स्टड्स न ही पहनें. भारी झुमकों यानी डैंगलर्स के साथ खाली गला भी अच्छा लगता है. बस ध्यान रखें कि डिजाइनर ब्लाउज होना चाहिए.

साड़ी के साथ कभीकभी सिर्फ एक ज्वैलरी भी पहनी जा सकती है जो हाईलाइट हो जाती है. हैंडलूम कौटन साडि़यों के साथ अर्टिफिशियल ज्वैलरीज या फिर कोरल डैंगलर्स और ब्रेसलेट्स काफी सुंदर दिखते हैं.

हाथ से बुनी हुई बोमकाई साड़ी के साथ ब्लैक मैटल के गहने बहुत सुंदर दिखते हैं. इसी तरह चंदेरी कौटन या सिल्क के साथ रंगों के हिसाब से सोने या चांदी के गहने ट्राई कर सकती हैं

बनारसी सिल्क, कांचीपुरम सिल्क व असम मोगा सिल्क के साथ स्वर्णाभूषण या चांदी के आभूषण साड़ी को बहुत अच्छा लुक देंगे. असम सिल्क व बनारसी साड़ी के साथ मोती व प्रेशस स्टोंस की ज्वैलरी भी बहुत जंचेगी.

इसी तरह भागलपुरी साड़ी के साथ साड़ी के रंग से मैच करते हुए कान के झुमके और दूसरी ज्वैलरीज अच्छी लगती हैं. हलके रंग की हैंडलूम साड़ी के साथ डायमंड ज्वैलरीज बहुत ही अच्छा कंट्रास्ट मैच है.

सिल्क की साड़ी: सिल्क की साडि़यों का निखार तब आता है जब उन के साथ अच्छी ज्वैलरी भी कैरी की जाए. अगर आप भी सिल्क की साड़ी पहनने का सोच रही हैं तो इस साड़ी के मुताबिक गहने भी पहनें ताकि आप सब से हट कर नजर आएं.

चोकर पहनें: सिल्क की साड़ी के साथ चोकर पैंडैंट और बड़ेबड़े इयररिंग्स खूबसूरत लगते हैं.

सिल्क की हलकी साड़ी के साथ भारी पैंडैंट: किसी पार्टी या फैस्टिवल पर जब आप सिल्क की हलकी साड़ी पहन रही हों तो उस के साथ भारी पैंडैंट कैरी करें. इंडियन ड्रैस के साथ भारी पैंडैंट में आप और भी खूबसूरत दिखेंगी. इस के साथ आप मैचिंग इयररिंग्स, ब्रेसलेट और रिंग्स कैरी कर सकती हैं.

सिल्क की साड़ी के साथ मांगटीका: साड़ी का लुक और सुंदर तब लगता है जब उस के साथ मांगटीका भी पहना जाए. अगर आप  सिल्क की साड़ी पहन रही हैं तो उस के साथ मांगटीका जरूर कैरी करें. यह आप को और भी खूबसूरत और डिफरैंट लुक देगा.

शरारा के साथ कैसी हो ऐक्सैसरीज: त्योहारों के लिए पसंद की जाने वाली ट्रैडिशनल ड्रैसेज में शरारा क्लासी लुक पाने का बैस्ट औप्शन है. शरारा के साथ खास ज्वैलरी स्टाइल ट्राई कर के आप गौर्जियस लुक पा सकती हैं.

झुमके और मांगटीका: शरारा सूट के साथ झुमके काफी फबते हैं. अगर आप कैजुअल शरारा सूट पहनती हैं तो ऐसे में आप शरारा के साथ सिल्वर झुमके भी ट्राई कर सकती हैं. लाल या मैरून शरारा पर सिल्वर झुमकों का कंट्रास्ट काफी अच्छा लगता है. वहीं शरारा के साथ मांगटीका का कौंबिनेशन आप को हैवी लुक देने में मदद करता है.

चोकर: अगर आप गोल गले का शरारा सूट पहन रही हैं तो सूट के साथ चोकर भी कैरी कर सकती हैं. इस के अलावा डीप नैक सूट के लिए कुंदन का सैट पहनना अच्छा औप्शन हो सकता है.

नोज पिन: शरारा में परफैक्ट ट्रैडिशनल लुक पाने के लिए नोज पिन कैरी करना बेहतर विकल्प हो सकता है. इस के लिए आप शरारा से मैचिंग डिजाइनर नोज पिन पहन सकती हैं.

ड्रैस के कलर के अनुसार ऐक्सैसरीज चुनें ऐक्सैसरीज को ड्रैस के कलर के साथ मैच करें: अगर आप कोई ऐसी एक्सैसरीज चुनते हैं जो आप की ड्रैस के कलर की हों तो इस से आप को एक बैलेंस्ड लुक मिलेगा और आप आकर्षक लगेंगी.

उदाहरण के लिए अगर आप कोई लाइट पिंक कलर की ड्रैस पहन रही हैं तो इस के साथ पिंक या रोज कलर की ऐक्सैसरीज चुनें. कलर के शेड में अंतर हो तो भी अच्छा लगता है. मसलन, लाइट पिंक ड्रैस के साथ डार्क पिंक कलर की जूतियां या ब्रेस्लेट खूबसूरत लगता है. इस से आप की मैचिंग भी थोड़ी फैशनेबल लगेगी.

आप ड्रैस के ओवरऔल कलर से ऐक्सैसरीज को मैच करने के बजाय सैकंडरी कलर से भी मैच कर सकती हैं. यह खासतौर पर पैटर्न ड्रैस के साथ बहुत अच्छा लगता है क्योंकि इन में मैच करने के लिए एक से ज्यादा कलर होते हैं. अगर आप पिंक और ब्लू फूलों वाली व्हाइट ड्रैस पहन रही हैं तो पिंक ऐक्सैसरीज भी पहन सकती हैं और ब्लू भी.

अगर ड्रैस बहुत ज्यादा ब्राइट कलर की हो तो न्यूट्रल ऐक्सैसरीज पहनें. उदाहरण के लिए अगर आप अपनी चमकदार गोल्डन ड्रैस के ऊपर उस जैसी ही ब्राइट ऐक्सैसरीज पहनेंगी तो आकर्षक दिखने के बजाय अजीब सा लुक आएगा.

औफ व्हाइट, ब्लैक या ब्राउन जैसे न्यूट्रल कलर की ज्वैलरी लगभग सभी कलर के कपड़ों के साथ अच्छी लगती है. इसी तरह गोल्ड या सिल्वर ज्वैलरी हर ड्रैस के साथ अच्छी लगती है.

अगर आप की ड्रैस सफेद, बेज या ब्राउन जैसे न्यूट्रल कलर की है तो ब्राइट ऐक्सैसरीज पहनें. इस से ड्रैस का लुक ही बदल जाएगा. अपनी ड्रैस की टोन से भी ज्वैलरी को मैच करें. प्रत्येक कलर की अपनी टोन होती है. लाल, नारंगी और पीले ये सभी वार्म टोन वाले कलर हैं जबकि ग्रीन, ब्लू और पर्पल कूल टोन वाले होते हैं.

अब ज्वैलरी की बात की जाए तो गोल्ड एक वार्म टोन वाला कलर है जबकि सिल्वर को आप कूल टोन वाली ज्वैलरी कह सकती हैं.

ड्रैस के कट के आधार पर ऐक्सैसरीज चुनें

वी या यू नैक वाली ड्रैस के साथ नैकलैस पहनें. यह नैकलैस ड्रैस की नैकलाइन के कर्व से मैच करता हुआ होना चाहिए. आप चाहें तो  सिंपल पैंडैंट वाला नैकलैस भी पहन सकती हैं.

इस के विपरीत हौल्टर नैक वाली ड्रैस के साथ नैकलैस पहनने से बचें क्योंकि ऐसी ड्रैस में पहले से ही नैक लाइन में काम होता है. ऐसे में नैकलैस या बड़ेबड़े इयररिंग्स पहनने से आउटफिट बहुत भरा हुआ लगेगा. इसलिए जब भी हौल्टर नैक वाली ड्रैस के साथ ऐक्सैसरीज पहननी हो तो ब्रेसलेट्स पहनें. इस से आप के हाथों पर ज्यादा ध्यान जाएगा और ड्रैस के ऊपरी हिस्से का लुक बैलेंस हो जाएगा.

अगर आप हाई नैक वाली ड्रैस पहन रही हैं तो लंबे नैकलैस पहनने से और भी आकर्षक लुक पाया जा सकता है.

स्ट्रैपलैस ड्रैस के साथ इयररिंग्स पहनें क्योंकि स्ट्रैपलैस ड्रैस आप के हाथों और कंधों को हाईलाइट करती है. नैकलैस पहनने से ड्रैस की चमक फीकी पड़ जाती है. इस के बजाय स्ट्रैपलैस ड्रैस के साथ हैवी इयररिंग्स पहने जा सकते हैं.

मैचिंग ऐक्सैसरीज पहनें अगर आप बहुत सारी ज्वैलरी पहनने वाली हैं तो उसे अपनी मैटल वाली ज्वैलरी के साथ मैच करें. उदाहरण के लिए सभी सिल्वर या फिर सारी गोल्ड ज्वैलरी पहनें. आप मैटल को दूसरी तरह की ज्वैलरी के सैट से भी मिक्स और मैच कर के पहन सकती हैं. उदाहरण के लिए आप लंबे पर्ल वाले नैकलैस के साथ एक छोटा सिल्वर नैकलैस पहनेंगी तो आकर्षक लुक आएगा.

अपनी ऐक्सैसरीज के लिए 1 या 2 ब्राइट कलर ही चुनें. अगर आप एक से ज्यादा भड़कीले रंगों वाली ऐक्सैसरीज पहनना चाहती हैं तो ध्यान रखें कि ऐक्सैसरीज एकसमान कलर की होनी चाहिए.

डायमंड ऐवरग्रीन है…

अभिषेक, अवामा के फाउंडर

ज्वैलरी जनरली जब नैक खाली रहे तब यानी जहां गला खाली हो वहां अच्छी लगती है. अगर नैक पर बहुत ज्यादा हैवी वर्क है तो उस का लुक ज्यादा अच्छा नहीं आता है. ऐंटीक ज्वैलरी औक्सिडाइज्ड होती है. आजकल पुरानी ज्वैलरी का मौडर्न वर्जन आ गया है. वह फिनिशिंग, स्टोन के कौंबिनेशन, मीनाकारी और अलगअलग टैक्स्चर आदि से औथैंटिक लुक के साथ मौडर्न फीलिंग देती है. यह सभी तरह की ड्रैस पर चलती है.

डायमंड ऐवरग्रीन है जो सब की पहली पसंद है. इस के अलावा टैंपल ज्वैलरी जो साउथ में पहले ज्यादा चलती थी अब पैन इंडिया चल रही है. इस में कुछ नक्काशी होती है और कुछ मोर बगैरा के काम होते हैं.

ऐंटीक ज्वैलरी जो कुंदन, स्टोन आदि के होती है आजकल बहुत चल रही है. आजकल पुराने जमाने का नक्काशी वाले काम भी चल रहा है जो पुरानी हैवी काम वाली ज्वैलरी का फील देता है. यह आप को रौयल लुक देता है. फिनिशिंग जितनी अच्छी होगी ज्वैलरी उतनी ही अच्छी लगेगी. पुरानी डिजाइन की ज्वैलरी की बात ही अलग होती है. यह ज्वैलरी दिखती हैवी है मगर होती लाइट है.

बाल खुले हैं तो उन में तो नैकलेस भी ढक जाता है जबकि जूड़ा बना हुआ है तो ईयररिंग्स विजिबल रहेंगे. बाल जितने नीट और क्लीन बंधे हुए होंगे ज्वैलरी उतनी ही बेहतर दिखेगी.

साड़ी पर कैसी ज्वैलरी

साड़ी पर हमेशा ट्रैडिशनल ज्वैलरी ही अच्छी लगती है. आप डायमंड का नैकलैस पहनें या गोल्ड की ऐंटीक लाइट शेड की ज्वैलरी पहनें. अगर आप सिल्क की या प्लेन साड़ी पहन रही हैं तो उस पर टैंपल ज्वैलरी अच्छी लगती है. अगर आप औफ व्हाइट साड़ी पहन रही हैं तो उस के साथ ऐंटीक ज्वैलरी अच्छी निखर कर आती है. कुछ मीनाकारी भी हो तो लुक खूबसूरत आता है. ज्वैलरी हमेशा कंट्रास्ट में खिलती है. औफ व्हाइट के साथ थोड़ी औक्सिडाइटेड की हुई या स्टोन वाली ज्वैलरी अच्छी लगेगी.

रैड कलर की साड़ी के साथ पन्ना, ग्रीन कलर की साड़ी के साथ लाइट ग्रीन कलर के स्टोन वाली ज्वैलरी वैस्टनाइटेड भी लगेगी और यह मौडर्न लुक भी देगी. हाथों में बड़े साइज के रिंग भी पहन सकती हैं जिस से हाथ भी भरेभरे दिखते हैं.

लहंगाचोली के हैवी लुक के साथ चोकर कंप्लीट लुक देगा. नैक हैवी हो गया और आउटफिट भी हैवी है तो बीच में जो थोड़ा गैप रह जाता है वह अच्छा लुक देता है. सूट के साथ इयररिंग्स, ब्रेसलेट और रिंग का कौंबिनेशन अच्छा लगता है. गले में ज्वैलरी का लंबा सैट भी अच्छा लगेगा.

जब कभी आप का हैवी आउटपुट हो तो आप केवल इयररिंग्स और मांगटीका भी पेयरिंग कर के पहन लें तो स्मार्ट लुक मिल जाएगा.

 

इस दीवाली गिफ्ट करें बजट फ्रैंडली प्लांट्स

फैस्टिव सीजन पर गिफ्ट्स का आदानप्रदान तो चलता रहता है. कभी चौकलेट तो कभी मिठाई, कभी गैजेट्स तो कभी होम ऐप्लायंसिस लोग गिफ्ट के रूप में देते हैं. लेकिन अब समय बदल रहा है जिस के साथ हमारा और हमारे तौरतरीकों का बदलना भी बेहद जरूरी है. गिफ्ट का अर्थ ही होता है किसी को कुछ ऐसा देना जिस से प्राप्तकर्ता के चेहरे पर मुसकान भी आए और साथ ही गिफ्ट उस के लिए उपयोगी भी साबित हो. ऐसे में क्यों न फैस्टिवल को ग्रीन फैस्टिवल बनाते हुए उपहार में पौधे दिए जाएं जो आप के साथसाथ पर्यावरण के लिए भी लाभकारी हों.

वर्तमान हालात को देखा जाए तो पौधों को गिफ्ट के विकल्प में देखना वक्त की जरूरत है. ‘स्टेट औफ इंडियाज ऐन्वायरन्मैंट’ यानी एसओई के जून, 2019 में जारी किए गए डाटा के अनुसार भारत में प्रतिवर्ष 12.5त्न लोगों की मृत्यु खराब एअर क्वालिटी यानी वायु प्रदूषण से होती है, साथ ही 5 वर्ष से कम उम्र के औसत 8.5त्न बच्चे वायु प्रदूषण से मौत के मुंह में जाते हैं.

यह बात तो किसी से छिपी नहीं है कि प्रतिवर्ष त्योहारों के सीजन खासकर दीवाली के बाद कितनी तेजी से वायु प्रदूषण होता है और हफ्तों तक धुएं का काला साया देश पर मंडराता है. ऐसे में जरूरी है कि हम सभी अपनीअपनी तरफ से हर वह काशिश करें जो वातावरण के लिए भी उचित हो.

त्योहारों के सीजन में हम अपने जानपहचान वालों को तरहतरह के पौधे गिफ्ट में दे सकते हैं. ये पौधे हमारी जेब पर भी ज्यादा भारी नहीं पड़ते और पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में भी मददगार साबित होते हैं.

गिफ्ट में इन्हें दें

गिफ्ट के तौर पर देने के लिए स्नेक प्लांट एक अच्छा विकल्प हो सकता है. इस पौधे को एअर प्यूरीफायर के नाम से जाना जाता है. यह न केवल बेहद सुंदर है बल्कि पर्यावरण की दृष्टि से बेहद लाभकारी भी है. इसे बैडरूम में रखना सब से उपयोगी है क्योंकि यह रात में औक्सीजन रिलीज करता है. इस की खास बात यह भी है कि इसे वक्तबेवक्त पानी नहीं देना पड़ता बल्कि मिट्टी सूखने पर ही इसे पानी देना होता है.

ऐसा ही एक और विकल्प है पेपरोमिया. यह अपने सहकर्मियों या दोस्तों को देने के लिए अच्छा है. इसे वे चाहें तो घर या औफिस में भी रख सकते हैं. यह आकर्षक होने के साथसाथ लो मैंटेनैंस भी है. इस पर भी बहुत ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं पड़ती. यह खूबसूरत भी होता है और जगह भी कम घेरता है. अगर आप के किसी दोस्त को गार्डनिंग का शौक है और वह पौधे पर विशेष ध्यान दे सकता है तो आप उसे अंथुरियम नमक पौधे भी दे सकते हैं जिस के लाल रंग के फूलों की खूबसूरती पूरे वातावरण में जान डाल देती है.

तो चेहरे पर मुसकान आ जाए

एअर प्लांट डैजर्ट रोज, पानीटेल पाम, बिगोनिया, चाइनीज ऐवरग्रीन, मनी प्लांट, ऐलोवेरा और जेड प्लांट जैसे कुछ पौधे हैं जो कम देखभाल में भी अच्छी तरह पनप जाते हैं और घर की खूबसूरती को भी बढ़ाते हैं.

इन के अलावा हम कुछ ऐसे पौधे जो बड़े हो कर छायादार पेड़ बन जाते हैं, को भी लोगोें को गिफ्ट में दे सकते हैं. इन में नीम, जामुन, महुआ, आम, सेमल, अशोक आदि पेड़ खास हैं जिन्हें हम थोड़ा खुली जगह जैसे अपने आंगन, सड़क किनारे लगा सकते हैं.

आप इन पौधों को अच्छी पैकिंग में दे सकते हैं. पैकिंग से तात्पर्य कागज लपेट देने से नहीं है. आप सुंदर फ्लौवर पौट या प्लांट पौट ले सकते हैं. पौट के चारों तरफ चौकलेट््स भी लगा सकते हैं.

कुछ नया करने में झिझक कैसी     

फैस्टिवल पर लोगों को चाहे वे रिश्तेदार हों या औफिस के कर्मचारी उन्हें या तो चमचमाते उपहार चाहिए या मिठाई अथवा जेब भरने वाली रकम. मगर पौधे भी गिफ्ट में दिए जा सकते हैं इस तरफ कोई ध्यान नहीं देता, जबकि पर्यावरण के नारे लगाने सभी को पसंद हैं.

पिछली दीवाली के मौके पर एक कंपनी ने अपने कर्मचारियों को मिठाई के बदले अच्छे से पौट में पौधे गिफ्ट में दिए. बहुत से कर्मचारियों को तो समझ में ही नहीं आया कि ऐसा क्यों किया गया. नतीजा यह निकला कि ज्यादातर कर्मचारियों के गिफ्ट में मिले पौधे उन की अनदेखी की वजह से समय से पहले ही मुरझा गए.

ऐसे में हम सभी की यह कोशिश होनी चाहिए कि हम न केवल खुद नेचर फ्रैंडली गिफ्ट्स दें बल्कि अपने सगेसंबंधियों को भी इसी तरह के गिफ्ट्स देने के लिए प्रेरित करें. आज की गई यह शुरुआत हमारे कल को बेहतर बनाएगी.

Diwali Special: मनमुटाव भूल कर मनाएं त्योहार

आलिया जब 19 साल की थी तब ही उस के पिता मनोज यादव ने अपनी प्रौपटी के कागज तैयार करवा लिए थे, जिन में उन्होंने अपनी प्रौपटी के 2 हिस्से कराए. एक हिस्सा अपने बेटे सुमित यादव और दूसरा हिस्सा आलिया यादव के नाम किया.

अब तक सुमित इस सोच में बैठा था कि वह पूरी संपत्ति का एकलौता वारिस है, दूसरा कोई नहीं. लेकिन जब सुमित को पता चला कि आलिया भी संपत्ति में हिस्सेदार है तो उस के तोते उड़ गए. वह नहीं चाहता था कि किसी दूसरे को भी हिस्सा देना पड़े. वह भी घर की बेटी को तो बिलकुल नहीं.

मगर सुप्रीम कोर्ट ने भी बेटियों को बाप की प्रोपर्टी में हिस्सा देने का फैसला दिया है. ऐसे में सुमित की जरा भी नहीं चली और आलिया को भी प्रौपर्टी में हिस्सा मिल गया. इस बात को गुजरे 9 साल हो गए हैं, लेकिन सुमित और आलिया के बीच मनमुटाव आज भी कायम है.

ऐसी ही कहानी अहमदाबाद की डिंपल और मयंक की है. डिंपल की अपनी भाभी यामिनी से बिलकुल नहीं बनती है. डिंपल और मयंक भाईबहन हैं. लेकिन जब से मयंक की शादी हुई है तब से वह हर वक्त यामिनीयामिनी करता रहता है.

डिंपल को ऐसा लगता है कि उस के और उस के भाई के बीच में जो बौंडिंग थी वह डिंपल के आने से खत्म हो गई है. इसलिए डिंपल और यामिनी के बीच में काफी मनमुटाव है. इसी वजह से डिंपल ने तीजत्योहार पर अपने मायके आना भी छोड़ दिया.

मनमुटाव होना कोई नई बात नहीं

अभिषेक और नैना की कहानी भी मनमुटावों से भरी है. वैसे भाईबहन के बीच मनमुटाव होना कोई नई बात नहीं है, लेकिन यही मनमुटाव रिश्तों को खत्म करने का कारण भी बनता है. असल में अभिषेक और नैना के बीच मनमुटाव इस बात से है कि नैना की शादी में अभिषेक और नैना के देवर के बीच में बहसबाजी हो गई. यह बहसबाजी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि अभिषेक ने कहा कि मु?ो अपनी बहन की शादी आप के घर में नहीं करनी. नैना इस बात से बहुत आहत हुई क्योंकि वह यह शादी तोड़ना नहीं चाहती थी. बहुत सम?ाने के बाद आखिर नैना की शादी उस घर में हो गई.

मगर उस दिन के बाद से नैना के ससुराल वाले आए दिन उसे अभिषेक की बात के लिए ताना कसते रहते हैं. आज 3 साल हो गए, लेकिन अभिषेक और नैना के बीच का मनमुटाव खत्म नहीं हुआ.

ऐसे ही न जाने कितने ही मनमुटाव हर रिश्ते में होते हैं. फिर चाहे वह मनमुटाव ननदभाभी के बीच हो, चाहे सासबहू के बीच हो या फिर चाचाभतीजे के बीच हर रिश्ते में रहेगा ही रहेगा. लेकिन जरूरी यह है कि आप इस मनमुटाव के बीच भी अपने रिश्तों को अहमियत दें. अपने मनमुटाव को आप त्योहारों के बीच में न आने दें. इसे साइड में ही रखें. आप बस अपनों के साथ खास पलों को जीएं. यही वे पल हैं जो आप की यादों को और यादगार बनाऐंगे.

त्योहार को भरपूर जीएं

अगर आप और आप के भाई या बहन के बीच किसी बात को ले कर मनमुटाव है तो आप बेशक उसे दूर न करें, आप उन पर वर्क भी न करें, लेकिन अपने त्योहार पर इस मनमुटाव को भूल जाएं और बस अपने त्योहार को भरपूर जीएं क्योंकि यही भाईबहन जो आप के साथ ताउम्र रहेंगे.

दोस्त तो बस मन बहलाने, घूमनेफिरने के लिए हैं. आखिर में तो परिवार ही काम आता है. इसलिए त्योहार में अपने परिवार को शामिल करें या परिवार का हिस्सा खुद बनें ताकि आप के बीच अपनापन बना रहे. इस से आप के बच्चे भी अपने बड़ेबुजुर्गों से भी मिल लेंगे और उन्हें भी दादादादी, नानानानी, मामामामी का प्यार मिलेगा.

बच्चों को शामिल करें

अगर आप को लगता है कि त्योहार पर मिलने से भी आप और आप के भाई या बहन के बीच चल रहा मनमुटाव खत्म नहीं होगा तो आप बिलकुल सही हैं. यह मनमुटाव एक दिन में खत्म नहीं होगा. लेकिन हमारी राय यह है कि अगर आप मनमुटाव होते हुए भी त्योहारों पर अपने रिश्तेदारों से मिलते हैं तो आप अपने साथ कुछ नई यादें बनाते हैं. साथ बिताए इन पलों को आप और आप का रिश्तेदार हमेशा याद रखेगा.

त्योहारों पर मनमुटाव होते हुए भी अपने रिश्तेदारों से मिलने का एक कारण यह भी है कि अब परिवार छोटे हो गए हैं. अब परिवार में सिर्फ पतिपत्नी और बच्चे शामिल हैं. ऐसे में वे नए लोगों और अपने रिश्तेदारों से दूर ही रहते हैं. अगर त्योहारों में आप अपने बच्चों को उन के चाचाचाची, मौसामौसी से मिलाएंगे तो वे भी खुश हो जाएंगे और आप का भी उन से मेलजोल  बढ़ेगा.

Diwali Special: बौलीवुड के सितारे कैसे मनांएगे दीवाली

भारतीय संस्कृति में हर त्यौहार का अपना महत्व है.हर त्यौहार एक जश्न होता है.इस जश्न को मनाने के लोगो के अपने अपने अंदाज है.बौलीवुड में तो यह पैसे के दिखावे का त्यौहार/उत्सव रहा है.बौलीवुड में दीवाली के दिन मां लक्ष्मी का पूजन करने से अधिक जष्न मनाने व एक दूसरे को उपहार देने का उत्सव ज्यादा है, जिसमें हर धर्म के कलाकार शिरकत करते हैं.अमिताभ बच्चन,अनिल कपूर,शाहरुख खान, आमीर खान,एकता कपूर,भूषण कुमार सहित कई फिल्मी हस्तियां ‘दीवाली पार्टी का आयोजन कर दीवाली का जश्न मनाते हैं.जी हाॅ! कई बॉलीवुड सितारे दिवाली पार्टी के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर देते हैं. इन सितारों को दिवाली जश्न काफी शानदार और देखने लायक होता है.इनकी पार्टी में बौलीवुड के तमाम सितारे भी शामिल होते हैं.

दिवाली से एक सप्ताह पहले या दिवाली के दिन जिस कलाकार की फिल्म प्रदर्शित हो और  वह सफल हो जाए, उसके यहां दीवाली का जश्न देखते ही बनता है.मगर अफसोस की बात यह है कि इस बार दीवाली से पहले जितनी फिल्में प्रदर्शित हुई हैं,वह सभी फिल्में बुरी तरह से असफल हो चुकी है.जिसके चलते बौलीवुड में उदासी का माहौल है. मगर शाहरुख खान अति उत्साहित हैं. इस वर्ष उनकी दो फिल्में ‘पठान’ व ‘जवान’ बाक्स आफिस पर धमाल  मचा चुकी हैं.और उन्हे पूरा यकीन है कि 22 दिसंबर को प्रदर्शित होने वाली उनकी फिल्म ‘डंकी’ सफलता के नए रिकार्ड बनाएगी.फिल्म ‘डंकी’ का निर्माण शाहरुख खान ने खुद राज कुमार हिरानी व जियो स्टूडियो के साथ मिलकर किया है.तो वहीं दीवाली के दिन यानी कि रविवार,12 नवंबर को सलमान खान की फिल्म ‘‘टाइगर 3’’ प्रदर्शित होगी. इस फिल्म को लेकर कोई उत्साह नजर नही आ रहा है.इससे पहले सलमान खान की बतौर अभिनेता और बतौर अभिनेता सात आठ फिल्में बुरी तरह से बाक्स आफिस पर दम तोड़ चुकी हैं.इससे भी सलमान खान उत्साहित नही है.वैसे ‘टाइगर 3’ का निर्माण ‘यशराज स्टूडियो’ ने किया है और इसके निर्देशक मनीष शर्मा हैं.यह पहला मौका है,जब ‘यशराज फिल्मस’ दीवाली का बहाना कर अपनी फिल्म ‘टाइगर 3’ का ‘प्रेस शो’ भी नहीं करेगा. इसलिए सलमान खान कैंप में दीवाली के जष्न को लेकर फिलहाल खामोशी है. माना कि बौलीवुड में बाक्स आफिस पर फिल्मों की लगातार असफलता के चलते उदासी है,फिर भी बौलीवुड के कलाकारों ने दीवाली उत्सव मनाने की तैयारियां कर ली हैं.

आइए,जानते है कि इस बार दीवाली पर बौलीवुड के सितारे क्या करने वाले हैं

 ‘‘दीवाली पर हमारे मन्नत में ‘अतिरिक्त चमक-दमक‘ होगी.’’ शाहरुख खान

‘‘हमारे लिए तो दीवाली का त्यौहार खुशियो का त्याहार है.हम खुशियां बांटने में यकीन करते हैं.हम त्योहारों का आनंद लेते है क्योंकि त्योहार हमें अपने प्रियजनों के साथ समय बिताने का मौका देते हैं.इस अवसर पर हमारे मन्नत में ‘अतिरिक्त चमक-दमक‘ होगी.मुझे लगता है,त्योहारों में,आप सिर्फ परिवार के एक साथ रहने और कुछ जश्न मनाने और कुछ का इंतजार करने की उम्मीद करते हैं.अगर और कुछ नहीं, तो बस घर में ढेर सारी मिठाइयाँ रखना, कुछ वजन बढ़ाना और ताश खेलना.साथ रहने का मजा ही कुछ और है परिवार और घर को सजाना, इसलिए मैं इसके लिए उत्सुक हूं.दीवाली का त्योहार उपहार देने व लेने का दिन है.वैसे भी हम तो हर त्यौहार मनाते हैं.दिवाली के दिन हम अपने परिचितों को ‘दिवाली उपहार’ भेजते हैं.हम चाहते हैं कि सभी इस त्योहार में खुश होकर जश्न मनाए.हम अपनी कंपनी ‘रेड चिल्ली’ के दफ्तर जाकर सभी कर्मचारियों के संग भी दिवाली मनाते हैं.इस बार भी हम यह सब करने वाले हैं.’’

‘‘पति बेटी के साथ दीवाली का जश्न मनाउंगी,दिए जलाउंगी..’’ आलिया भट्ट

आलिया भट्ट कहती हैं-‘‘बचपन से अब तक मैने दीवाली का जश्न अलग अलग शहरों में मनाती आयी हूं.मेरे पापा हमेशा दीवाली के दिन जश्न मानते आए हैं.मैं जब से समझदार हुई हूं या यूं कहें कि पिछले कुछ वर्षों से दीवाली का त्योहार अपने दोस्तों व सहेलियों के साथ मनाते आए हैं.दीवाली के दिन हम सभी मिलते हैं और एक साथ मिलकर दिए जलाते हैं.अच्छा, मीठा व स्वादिष्ट भोजन करते हैं.कई तरह के गेम खेलते हैं.मौज मस्ती करते हैं.हाॅ! इस दिन हम सभी परंपरा गत भारतीय पोशाक ही पहनते हैं.मैं तो हर दीवाली के दिन अति खूबसूरत लाल रंग या पीले रंग की साड़ी पहनकर ही दिए जलाती हूं.

लेकिन इस बार की दीवाली मेरे लिए कुछ खास मायने रखती है.यह दीवाली मेरी शादी के बाद की दूसरी दीवाली होगी,जब मैं अपने पति रणबीर कपूर व ससुराल के सदस्यों के साथ मनाउंगी,वहीं मेरी सबसे बड़ी खुशी यह दीवाली मेरी बेटी की पहली दीवाली होगी,जो छह नवंबर को एक वर्ष की हुई है.तो इस बार हम दीवाली सही मायनों में खुशी के लिए मनाएंगे.हम कलाकार वैसे भी पटाखा चलाने से दूर रहते हैं.इस बार तो हम अपनी बेटी की वजह से भी ऐसा नही करेंगे.तीसरी बात हम तो हर मुंबई वासी से आग्रह करना चाहते हैं कि वह पटाखे कम जलाकर प्रदूषण पर रोक लगाए.क्योकि इन दिनों मुंबई में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ा हुआ है.

हमारे लिए यह पांच दिन का महोत्सव है..’’ अनन्या पांडे

अनन्या पांडे कहती हैं-‘‘हमारे लिए दीवाली का त्यौहार पाॅच दिन का होता है.हम धनतेरस से भईयादूज तक दिवाली का पांच दिवसीय महोत्सव मनाते हैं.धनतेरस से पहले ही हम घर को खूबसूरती से सजाते हैं.इस बार के लिए मेरे मन में घर को सजाने की कई तरकीबें मेरे दिमाग में हैं.मिठाइयां भी बांटूॅंगी.घर के अंदर ही दीवाली के दिन अपने दोस्तों व परिवार के लोगों के लिए एक छोटी सी पार्टी रखने वाली हूं,पर यह पार्टी परंपरागत भारतीय षैली मंे ही होगी.मेरे मन मे इस बार की दीवाली बहुत खास बनाने की कई योजनाएं हैं,अभी से उनकी चर्चा नहीं करना चाहती.

‘‘ मैं तो दिवाली के त्यौहार को काफी इंज्वाॅय करती हूं.’’जया ओझा

मुंबई की दीवाली की बात ही कुछ और होती है.जब कोई त्यौहार आता है तो लगता है कि जैसे स्वर्ग उतर आया हो.पर इस बार अभी तक तो दीवाली पर महंगाई का असर नजर आ रहा है.लोग इस बार टैंशन फ्री होकर मस्ती के साथ दिवाली नही मना पाएंगे,पर मैं तो दिवाली के त्यौहार को काफी इंज्वाॅय करती हूं.इस बार भी पारंपरिक शैली में लक्ष्मी पूजन,दिए जलाने व पटाके फोड़कर दिवाली मनाउंगी.’’

‘‘रंगोली बनाने का शौक..’’ अनुस्मृति सरकार

‘‘मुझे रंगोली बनाने का बड़ा शौक हैं.मैं हर दिवाली तरह तरह की रंगोली बनाती हूं.दिवाली की अलग अलग तरह की प्रतिमाएं बनाती हूं दिवाली मैं हमेशा अपने रिश्तेदारों के साथ उनके यहां जाकर हर एक पल को इंज्वाॅय करती हूं.पर उनका आशिर्वाद लेती हूं.मैं अपने प्रशंसकों वाॅर्म और हैप्पी दिवाली कहना चाहूंगी.सभी का जीवन खुशियों,तरक्की और मस्ती से परिपूर्ण रहें.’’

‘‘दिवाली परिवार के साथ..’’ एकता जैन

अभिनेत्री एकता जैन कहती हैं- ‘‘दिवाली का मजा नही आता, अगर हम उसे अपने परिवार के साथ नहीं मनाते हैं.दिवाली के मौके पर धनतेरस से लेकर दिवाली की पूजा तक मेरा पूरा परिवार एक साथ रहता हैं.दिवाली के दिन हम पूजा करने के बाद एक साथ बैठकर भोजन करते हैं.उसके बाद पटाकें फोड़ते हैं.खुले आकाष के नीचे मिठाइयां खाते हैं.दिवाली के समय मैं अपने हाथों में फुलझड़ी जलाना पसंद करती हूं.मैं तो दिवाली के त्यौहार को काफी इंज्वाॅय करती हूं .इस बार भी पारंपरिक शैैली में लक्ष्मी पूजन,दिए जलाने व पटाके फोड़कर दिवाली मनाउंगी. हर वर्ष की तरह इस बार भी हम दिन में अनाथाश्रम जाकर अनाथ बच्चों के साथ इस जश्न को मनाने वाली हॅूं.इस बार हम अपने पारिवारिक ‘एनजीओ’ की तरफ से दूसरो की जिंदगी में दीवाली के अवसर पर उजाला भरने वाले हैं,पर उसको लेकर अभी हम बात नही करना चाहते. ’’

‘‘ सभी की दिवाली बहुत ही खुशनुमा तरक्की से भरपूर हो.’’ पंकज झा

अपने घर में अभी से ढेर सारे दिए लाकर रख दिए है,जिनसे दिवाली के दिन मैं अपने पूरे घर को रोशन करुॅंगा.मुझे तो रंगोली बनाना और आकाश कैंडिल बनाना भी आता है.मैं दिवाली के दिन पैसों की देवी लक्ष्मी को अपने घर लाने का पूरा प्रयास करुॅंगा.इसलिए इस दिवाली मैं अपने घर पर ही रहकर उनका स्वागत करना चाहूंगा. दिवाली ढेर सारे नए कपड़ों,पटाकों और मिठाइयों को दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ मिलकर मनाने का त्यौहार है.वह बहुत ही स्पेशल समय होता है,जब सभी दोस्त व रिष्तेदार मजा करने के लिए इकट्ठा होते हैं.सभी की दिवाली बहुत ही खुशनुमा व तरक्की से भरपूर हो.’’

‘‘हम सपरिवार लक्ष्मी पूजन करेंगे..’’ सुरेंद्र पाल

दिवाली का त्यौहार तो पूरे पारिवारिक सुख का अहसास करने का त्यौहार है.मैं हर साल दिवाली का त्यौहार अपने ही घर पर रहकर अपने तीनों बच्चों के साथ मनाता हॅंू.इस बार भी हम सपरिवार लक्ष्मी पूजन करेंगे.दिये जलाएंगे,पटका फोड़ेंगे..हम मां लक्ष्मी की आराधना करने में कोई कसर बाकी नहीं रखेंगे.’’

 ‘‘यह दीवाली मेरे लिए दोहरी खुशी लेकर आयी है..’’ सिमरत कौर

‘गदर 2’फेम अदाकारा सिमरत कौर कहती हैं-‘‘मेेरे लिए दीवाली का त्यौहार का मतलब सदैव लक्ष्मी पूजा का त्यौहार, रोषनी, मिट्टी के दिये और बहुत सारी मिठाइयां ही रहा है.मेरे पास बहुत सारी अच्छी बचपन की यादें हैं कि कैसे हम इस त्यौहार को सेलीबे्रट करते थे.लक्ष्मी गणेश पूजा के बाद हमारा पहला काम मिट्टी के दियों को जलाना और पटाका फोड़ना होता था.हमारे घर में दिवाली के दौरान पान रखने की परंपरा हैं.यह दीवाली मेरे लिए दोहरी खुषियां लेकर आयी है.मेरी फिल्म ‘गदर 2’ ने जबरदस्त सफलता हासिल की है.इसके अलावा मुझे नाना पाटेकर के साथ एक नई फिल्म ‘जर्नी’ भी मिल गयी है। इस वजह से इस बार दीवाली मेरे लिए ढेर सारी खुशियां लेकर आयी है.’’

‘‘लोग दीवाली मिल जुलकर प्यार मोहब्बत के साथ मनाएं’’ दिव्या दत्ता

हम चाहते हैं कि इस बार दीवाली लोग मिल जुलकर प्यार मोहब्बत के साथ बिना पटाखे फोडे़ मनाएं.मिल जुल कर,एक साथ बैठकर भोजन करें,मिठाई का सेवन करे और लोगों के बीच मिठाई बांटें.अच्छी अच्छी बातें करे,अच्छा उपहार दें.दीवाली का त्योहार दो दिए जलाकर, एक अनार फोड़कर,एक फुलझड़ी जलाकर भी मनाया जा सकता है.कम से कम मैं तो इसी तरह से दीवाली मनाउंगी.जो लोग दिखावे के लिए बोरी भरकर पटाखे लेकर आते हैं और अपने घर के सामने फोड़ते हंै,वह सबसे पहले अपने घर के अंदर प्रदूषण को निमंत्रण देते हैं,फिर मोहल्ले और पूरे शहर में कम से कम इससे बचने का प्रयास तो किया ही जाना चाहिए. ’’

Diwali Beauty Tips: पर्मानेंट ग्लो के लिए घर पर ट्राई करें हर्बल फेशियल

दीवाली फेस्टिवल नजदीक आ गया है इस त्योहार में संदुर और नेचुरल ग्लो पाने के लिए आमतौर पर महिलाएं काफी पैसा स्किन केयर प्रोडक्ट में खर्च कर देती है. कैमिकल बेस्ड प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से स्किन ग्लो तो करती है लेकिन बाद में वहीं त्वचा डल, रुखी और बेजान नजर आती है. ऐसे में कई लोग चेहरे पर चमक लाने के लिए पर्लर में जा कर फेशियल करवाना पसंद करते है. हालांकि कैमिकल बेस्ड फेशियल से कुछ समय निखार रहता है उसके बाद स्किन बेहद डल और बेजान दिखने लगती है. ऐसे में दीवाली पर पर्मानेंट ग्लो पाने के लिए आप हर्बल फेशियल ट्राई कर सकते है.

निखरी और खूबसूरत त्वचा पाने के लिए फेशियल अच्छा ऑप्शन हो सकता है लेकिन कैमिकल युक्त फेशियल का असर चेहरे पर कुछ समय तक ही रहता है जिसके बाद चेहरे पर निखार गायब हो जाता है. ऐसे में नेचुरल ग्लो कैरी करने के लिए हर्बल फेशियल सबसे बेस्ट है. तो आइए जानते है स्किन केयर में हर्बल फेशियल करने के तरीके..

ऐसे बनाएं हर्बल फेशियल

सामग्री

घर पर हर्बल फेशियल करने के लिए 2-3 चम्मच शहद, 2-3 चम्मच चावल या ओट्स का आटा, 1 चम्मच घिसा आलू, आधा कप नारियल का पानी या दूध, आधा कप संतरे का रस, 3 ग्रीन टी बैग, ¼ कप पपीता, 4 स्ट्रॉबेरी, आधा कप केला, 2 चम्मच जैतून का तेल, 2 चम्मच बादाम का तेल और कुछ आइस क्यूब या ठंडा पानी रख लें.

कैसे करें फेशियल

  1. फेस क्लीन करें

सबसे पहले आप साफ पानी से फेस वॉश करें. इसके बाद घिसे आलू को फेस पर लगाकर सर्कुलर मोशन में घुमाते हुए 5 मिनट तक मसाज करें. इससे आपके चेहरे की गंदगी साफ हो जाएगी. इसके बाद चेहरे को साफ गीले कपड़े से पोछ लें.

2. चेहरे पर स्क्रब करें

दूसरा स्टेप फॉलो करने के लिए पपीते को पीस कर चावल या ओट्स के आटे में मिला लें. अब इस पेस्ट से 2 मिनट तक चेहरे की मसाज करें. फिर 5 मिनट बाद टिशू पेपर को भिगो कर चेहरा पोछ लें.

3. हर्बल टोनर लगाएं

ग्रीन टी का टोनर फेस के लिए सबसे बेस्ट हो सकता है. इसके लिए आप ग्रीन टी को पानी में उबालें. अब इस पानी से चेहरे पर स्टीम लें. इससे आपके चेहरे के डर्ट पार्टिकल्स, ब्लैकहेड्स और बैक्टीरिया आसानी से निकल जाएंगे. वहीं स्टीम लेने के बाद 5 मिनट तक फेस पर आइस क्यूब रब करें. इससे चेहरे के ओपेन पोर्स बंद हो जाएंगे.

4. हर्बल मॉइश्चराइजर चेहरे पर लगाएं

सबसे पहले आप मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करने के लिए शहद, केला, संतरे का जूस और नारियल के दूध या पानी को मिक्स करके पेस्ट बना लें. अब इस मिक्सचर से 10 मिनट तक चेहरे की मसाज करें. इसके साथ ही मसाज के बीच-बीच में जैतून या बदाम का तेल लगाते रहे. इसके बाद चेहरे को साफ गीले कपड़े से पोछ लें.

5. हर्बल फेस पैक ट्राई करें

फेशियल के अतिंम स्टेप में हर्बल पैक बनाने के लिए स्ट्रॉबेरी को मैश करके इसमें चावल का आटा और शहद मिलाकर चेहरे पर लगाएं. अब आप चेहरे को ठंडे पानी से धो लें. इसके साथ ही फेशियल के बाद चेहरे पर लाइट मॉइश्चराइजर लगाना न भूले.

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