दिवाली के त्योहार में फल, मिठाईयां तथा पकवान का विशेष आनंद लिया जाता है. लेकिन इस दिन खान पान की मिलने वाली आजादी कई बार घातक भी हो जाती है. यदि आप खान-पान संबंधी किसी विशेष प्रकार का डाईट चार्ट को फौलो कर रही हैं तो आपको और भी सतर्क रहने की जरुरत है. यदि आप इस दिवाली बिना स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाए इस त्योहार का पूरा आनंद लेना चाहती हैं तो आपको इन बातों का विशेष ध्यान रखना होगा.
मिठाई
आप चाहें जो भी मिठाई खा रही हों, उसको छोटे-छोटे टूकड़ों में खायें तथा उसका पूरा स्वाद लें. इससे आप उस मिठाई की अगली पीस को लेने से आसानी से बच जायेंगी. ज्यादातर कोशिश यह करें कि आप गुड़ तथा सुखे फल की बनी मिठाईयों को ही प्राथमिकता दें. ध्यान रखें कि ज्यादा मीठा खाना आपके लीवर पर असर कर सकता है.
छोटे प्लेट का उपयोग
यह जरुर ध्यान रखें कि खाने में कमी करने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप खाने की प्लेट ही छोटी रखें. इससे आप प्लेट में कम खाना लेंगी. इसके अलावा जब भी आप मिठाईयों का उपयोग करें तब यह निश्चित करें कि आपके द्वारा उपयोग में ली गई वस्तु उच्च गुणवत्ता वाली है.
पानी की मात्रा को बनाए रखें
शरीर में हमेशा पानी की मात्रा को बढ़ाकर रखें जिसके लिए आप फलों के ताजा जूस तथा नारियल पानी का उपयोग कर सकती हैं. पानी को सादा पीने के बजाय उसमें नीबूं, मिंट, मिलाकर ही पीयें और पानी के स्तर को बनाए रखने के लिए खीरा, ककड़ी का भी उपयोग कर सकती हैं.
हेल्दी दिवाली गिफ्ट को चुने
दिवाली के अवसर पर आपस में गिफ्ट देने का प्रचलन है. अतः आपस में जब भी गिफ्ट का आदान-प्रदान करें तो उसमें स्वास्थ का ध्यान जरुर रखें. जिसमें काजू, किशमिश, बादाम, अखरोट, सुखे मेवे, किशमिश आदि हो तो अच्छा रहेगा.
खरीदारी करते समय पैदल ही घूमें
जब भी कोई खरीदारी करने या फिर किसी पार्टी में आप जाएं तो उसमें आप पैदल चलने को ही प्राथमिकता दें. यह आपके शरीर के लिए फायदेमंद तो होगा ही साथ में पर्यावरण के लिए भी उपयोगी होगा. इससे आप मिठाईयों को खाने से पैदा हुई एक्स्ट्रा कैलोरी को भी कम कर सकेंगे. त्योहार का दिन होने से आप जिम या रनिंग पर शायद न जा पायें तो चिंता न करें, घर की ही सीढ़ियों पर चढ़ना-उतरना प्रारंभ करें. इसके अलावा घर में मौजूद टेबल, डेस्क का सहारा लेकर स्ट्रेचिंग भी कर सकती हैं.
चीनी और शक्कर की मात्रा को कम करें
ज्यादा चीनी और नमक के सेवन को ना कहें. इससे आपके शरीर में सूजन, मोटापा तथा अन्य प्रकार की बीमारियों के होने की संभावना बढ़ जाती है.