मेकअप आर्टिस्ट, हेयर स्टाइलिस्ट, मौडल व स्टाइलिंग के लिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मशहूर ओजस राजानी ग्लैमर वर्ल्ड में अपनी खास पहचान रखते हैं.
गे कम्युनिटी से ताल्लुक रखने वाले ओजस सब से पहले सीए थे. लेकिन बाद में उन्होंने मेकअप और स्टाइलिंग की तरफ अपना रुझान दिखाया। अमेरिका के मिआमी स्कूल औफ हेयर ऐंड मेकअप से ग्रैजुएट कर के कड़ी मेहनत के साथ छोटी सी उम्र में भी अपने काम के जरीए ओजस ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त की.
अपने काम के लिए उन्हें कई सारे अवार्ड भी मिले. लेकिन गे होने की वजह से उन को लोगों से तिरस्कार भी झेलना पड़ा. बौलीवुड में उर्मिला मातोंडकर के साथ मेकअप और हेयर से शुरुआत करने के बाद ऐश्वर्या राय, शिल्पा शेट्टी, श्रीदेवी, कैटरीना कैफ जैसी नामचीन अभिनेत्रियों का ओजस मेकअप, हेयरस्टाइल और स्टाइलिंग कर चुके हैं। इस के अलावा ओजस की अकादमी ओजस राजानी हेयर ऐंड मेकअप स्टाइलिंग अकादमी भी है जिस में वे कई लोगों को मेकअप हेयर स्टाइलिंग सिखाते हैं.
ओजस राजानी का सीए से मेकअप आर्टिस्ट तक का सफर कैसा रहा, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम करने का उन का अनुभव कितना आसान और कितना मुश्किल था, गे होने की वजह से उन्हें किनकिन मुश्किलों का सामना करना पड़ा? ऐसे ही कई सवालों के दिलचस्प जवाब दिए ओजस ने :
ओजस, आप का बतौर सीए काम करने से मेकअप आर्टिस्ट बनने तक का सफर कितना आसान और कितना मुश्किल था क्योंकि एक तरफ दिमाग का इस्तेमाल था और दूसरी तरफ कला और हुनर का इम्तिहान था?*
मैं अपनेआप को डेस्टिनी चाइल्ड मानता हूं क्योंकि मैं ने जो भी पाया है अपने मेहनत के आधार पर पाया है। शुरुआत मैं ने बतौर स ए की थी क्योंकि मेरे पिता चाहते थे कि मैं पढ़लिख कर कुछ बन जाऊं क्योंकि उन दिनों मौडलिंग या मेकअप आर्टिस्ट के कैरियर में खास पैसा नहीं होता था और न ही उतना सम्मान मिलता था. इसीलिए मैं ने अपने डैडी की बात मान कर सीए किया और नौकरी करने लगा. लेकिन वहां पर मुझे गे होने की वजह से तिरस्कार सहना पड़ता था. कई लोग मुझ से बात करना पसंद नहीं करते थे. मेरे साथ काम करना भी नहीं चाहते थे. मुझे बायलाबायला कह के चढ़ाते थे. उस वक्त मुझे ऐसा ही लगता था कि अगर मैं ऐसा हूं तो इस में मेरी क्या गलती है.
बचपन से ही मुझे मेकअप करने का और लड़कियों को सजतेसंवरते देखने का शौक था. बचपन में मैं अपनी मम्मी और मौसी को मेकअप कर के दिया करता था क्योंकि मुझे मेकअप का और हेयर स्टाइलिंग का शौक था। इसलिए शादीविवाह में भी मैं लोगों को मेकअप कर के और अच्छा हेयर स्टाइल बना कर दिया करता था जिस की मुझे बहुत तारीफ मिली.
ऐसे में जब सीए की नौकरी के दौरान मुझे लोगों से तिरस्कार मिला तो मैं ने जौब छोड़ने की सोची. लेकिन मेरे बौस मुझे नौकरी से नहीं निकालना चाहते थे क्योंकि मेरी वजह से, मेरे अच्छे कामों की वजह से उन की कंपनी को बहुत फायदा हो रहा था. लेकिन मैं ने उन से कहा कि मैं 10 दिन का ब्रेक लेता हूं फिर देखता हूं कि मैं जौब कर पाता हूं या नहीं. इस दौरान मेरी मौसी ने मुझे अमेरिका चलने के लिए कहा. मैं अपनी मौसी के साथ अमेरिका गया और वहां पर मेकअप फौर हेयर स्टाइलिंग का कोर्स किया. साथ ही मैं अपनी मौसी की कंपनी में काम भी करने लगा और विदेश में ही मेकअप और हेयर स्टाइलिंग करने की शुरुआत कर दी थी.
मुझे जिस तरह का तिरस्कार मिला था उस के बाद मैं ने ठान लिया था कि मैं साबित कर के दिखाऊंगा की गे भी कमाल कर सकता है. अच्छा इंसान और अच्छा काम कर के नाम और पैसा कमा सकता है और मैं ने अपने काम से जैसेकि मैं मौडलिंग भी करता था और मेकअप हेयर स्टाइलिंग भी करता था.
उस के बाद मैं इतना पैसा कमाया कि 24 साल की उम्र में खुद का फ्लैट खरीद लिया. यह कामयाबी देख कर मेरे मम्मीपापा बहुत खुश थे.
आप ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस प्रोफैशन को अपनाया। दोनों जगह काम करने का अनुभव कैसा रहा?
सब से अच्छी बात तो यह थी कि विदेश में मुझे कोई मेरे जैंडर को ले कर दुख नहीं पहुंचाता था. दूसरी बात यह अच्छी थी कि वहां पर टाइम की वैल्यू है। अगर 8 बजे का मेकअप टाइम होता था तो सैलिब्रिटी 7:45 बजे ही आ कर बैठ जाते थे. उस दौरान हम ने बहुत सारे शोज किए थे। पामेला एंडरसन के साथ वैब सीरीज की थी. विदेशी ऐक्टर बेंड्री रौड्रिक्स के साथ काम भी किया था जिन्होंने बाद में बौलीवुड में वासु भगनानी की फिल्म आउट औफ कंट्रोल रितेश देशमुख के साथ की थी.
इस के अलावा मैं ने वहां ब्रिटनी स्पीयर्स के साथ भी काम किया. अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत तारीफ और ख्याति मिली। इस की वजह से मुझे वर्क सैटिस्फेक्शन मिलता था. मैं वहां पर 7 साल था और उस दौरान मैं ने बहुत पैसा और नाम कमाया.
बौलीवुड हीरोइनों के साथ भी आप ने काफी काम किया है। बौलीवुड में आप की शुरुआत कैसे हुई?
अमेरिका में 7 साल काम करने के बाद 10 दिन की छुट्टी मनाने मैं मुंबई आया था। उसी दौरान मैं ने एक फोटोग्राफर को अपना विदेश में किया हुआ मेकअप और हेयर स्टाइलिंग का काम दिखाया था. उस फोटोग्राफर को मेरा काम इतना अच्छा लगा कि उस ने मुझे कहा कि उर्मिला मातोंडकर को मेकअप आर्टिस्ट की जरूरत है। मैं उस से मिल लूं. अमेरिका के लिए मेरा रिटर्न टिकट होने के बावजूद मैं उर्मिला से मिलने गया. बचपन से बौलीवुड का दीवाना हूं। बौलीवुड के गाने, डांस व हिंदी फिल्में देखना मुझे बहुत पसंद था. इसलिए जब मैं उर्मिला के पास गया और उन का मैं ने मेकअप किया तो उन को मेरा काम बहुत पसंद आया. बाद में फिल्म रंगीला के लिए मैं ने उर्मिला का मेकअप स्टाइलिंग किया जिस के लिए मुझे बहुत सारे अवार्ड मिले। उस के बाद मैंने ऐश्वर्या राय के की मेकअप स्टाइलिंग की। उन को मेरा काम इतना पसंद आया कि उस के बाद मैं उन के साथ 8-10 फिल्में कीं, जैसे ‘हम दिल दे चुके सनम’, ‘राबर्ट’, ‘देवदास’, ‘जोधा अकबर’ आदि।
श्रीदेवी, शिल्पा शेट्टी, मलाइका अरोड़ा, कैटरीना कैफ कई हीरोइनों का मेकअप किया। आज मुझे 30 साल हो गए हैं इस लाइन में। आज भी मुझे उतना ही काम आ रहा है जितना कि पहले आता था.
आप ने जितनी भी हीरोइनों के साथ काम किया उन में से किस का स्वभाव आप को सब से अच्छा लगा और किस के साथ काम कर के आप को बहुत फायदा हुआ?
ऐसे तो सभी बहुत अच्छी हैं. लेकिन श्रीदेवीजी को मैं दिल से सम्मान देता हूं। उन के जैसी कलाकार मैं ने आज तक नहीं देखी. मैं ने उन के साथ काफी काम किया है. उन को कभी किसी पर चिल्लाते हुए नहीं देखा. श्रीजी सब के साथ बहुत प्यार से पेश आती थीं.
मुझे उन्होंने इतना सम्मान दिया कि जब मैं उन को मेकअप करना शुरू करता था तो वह मेरा आशीर्वाद ले कर ही मेकअप की शुरुआत करती थीं. उन के लिए जब कोई कहता है कि वह बहुत शराब पीती थीं तो मुझे बहुत दुख होता है क्योंकि वह ऐसी बिलकुल भी नहीं थी. मैं उन के साथ काफी समय रहा। मैं ने उन को कभी भी गलत व्यवहार करते नहीं देखा। श्रीदेवी के अलावा मलाइका अरोड़ा और उर्मिला समय की बहुत पाबंद हैं। वे समय से पहले मेकअप के लिए आ जाती थीं. अपने अब तक के कैरियर में मैं ने हर हीरोइन में कोई खास खूबी देखी है जिस की वजह से वह सफलता की तरफ अग्रसर हैं.
आप ने अब तक जितनी भी हीरोइनों का मेकअप किया उन में से आप को सब से खूबसूरत कौन लगी, जिन को मेकअप की भी जरूरत नहीं है?
कैटरीना कैफ बहुत सुंदर हैं। उन की स्किन और हेयर दोनों ही बहुत अच्छे हैं। उन को देखकर लगता है कि उन को मेकअप की जरूरत नहीं है. साथ ही कैटरीना का स्वभाव भी बहुत अच्छा है। मेरा उन के साथ काम करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा.
एक फिल्म को कामयाब बनाने में उस से जुड़े कई लोग, जो परदे के पीछे होते हैं लेकिन उन को उतना सम्मान और पहचान नहीं मिलता जितना कि एक ऐक्टर को मिलता है. ऐसे में आप के 30 साल के कैरियर में आप को कितना सम्मान और तारीफ मिली जो आप के लिए यादगार रहा?*
मुझे अपने कैरियर के दौरान कई सारे अवार्ड और सम्मान मिले। फिल्म ‘राबर्ट’ के लिए भी मुझे कई अवार्ड मिले थे जैसे स्टार, जीसिने, स्क्रीन अवार्ड। इस के अलावा जब कांस फैस्टिवल में मैं ने ऐश्वर्या का हेयर स्टाइलिंग और मेकअप किया था उस दौरान लोरियल लौंच हुआ था। उस दौरान भी मुझे बहुत सम्मान मिला.
ऐश के मेकअप की बहुत तारीफ हुई. उसी दौरान मुझे लंदन से एक लड़की का फोन आया था जिस का कहना था कि उस की शादी के लिए ऐश्वर्या का फिल्म ‘देवदास’ वाला लुक चाहिए. विदेश से मेरे काम की तारीफ का कौल आना मेरे लिए बहुत बड़ा क था . उसके बाद मैंने दुल्हन का मेकअप करना भी शुरू किया. एक मेकअप आर्टिस्ट को सब से ज्यादा तब खुशी होती है जब उन से कोई कहता है कि आप ने इतना अच्छा मेकअप किया है कि लग ही नहीं रहा है कि मेकअप हुआ है. ऐसे ही कई कौंप्लीमैंट्स मुझे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिले.
बतौर गे मेकअप आर्टिस्ट होने के क्या प्लस और माइनस पौइंट हैं?
अगर आप देखें तो मेकअप आर्टिस्ट या तो ज्यादतर मराठी मर्द होते हैं या गे होते हैं. काम दोनों का ही अच्छा होता है लेकिन हीरोइन गे मेकअप आर्टिस्ट के साथ ज्यादा कंफर्टेबल होती हैं क्योंकि उन से उन को कोई खतरा नहीं होता. मुझे आज भी याद है कि हमारे साथ एक आदमी मेकअप के लिए आता था तो मुझे एक हीरोइन ने कहा कि उस को साथ मत लाना क्योंकि उस की नजर अच्छी नहीं है.
इस के अलावा क्योंकि गे ज्यादा इंटैलिजेंट होते हैं इसलिए वे नएनए लुक्स पर ट्राई करते रहते हैं, मेकअप के टिप्स लेते रहते हैं इसलिए उन को ज्यादा फायदा होता है.
माइनस पौइंट यह है कि पुराने जो मेकअप आर्टिस्ट हैं उन को कोई पहचान नहीं मिली. इतने साल काम करने के बावजूद उन को कहीं सम्मानित नहीं किया जाता. आज के दौर में तो काफी सारी सुविधाएं है जिस से हम बहुत कुछ नया सीख सकते है। लेकिन पहले ऐसा नहीं था। सब को अपने मन मुताबिक ही मेकअप करना पड़ता था. जिस की वजह से पहले की कई हीरोइनें हैं जब मेकअप करती थीं तो ऐसा लगता था जैसे चूना लगा लिया है। वहीं मुमताज, टीना मुनीम, जीनत अमान का मेकअप बहुत ही अच्छा और गुलाबी नैचुरल होता था .
कई सारी लड़कियां खूबसूरत दिखना चाहती हैं। उन के पास इतने पैसे नहीं हैं कि वे महंगे प्रोडक्ट्स खरीद सकें. ऐसे में आप क्या टिप्स देना चाहेंगे जो खूबसूरती में चार चांद लगाए?
हम ने जब मेकअप शुरू किया था तब महंगे प्रोडक्ट्स नहीं थे. मेकअप लगाने का एक तरीका होता है। उंगलियों से मेकअप नहीं करना चाहिए बल्कि पफ या ब्रश का इस्तेमाल करना चाहिए. ज्यादातर कोशिश करें कि पेन केक या इस्टिक वाला प्रोडक्ट न हो। इस के बजाय लिक्विड मेकअप करें। वह चेहरे के लिए ज्यादा अच्छा होता है। लाइट और नैचुरल लगता है और स्क्रीन के लिए भी अच्छा होता है. बहुत ज्यादा मेकअप चूना लगाया जैसा लगता है इसलिए उस से बचें.
आप के सफल कैरियर में आप की मांबाप का बहुत साथ रहा है. आप उन को कैसे धन्यवाद देना चाहेंगे?
आप सही कह रही हैं। मैं आज जो भी कुछ हूं अपने मां बाप के सहयोग की वजह से ही हूं. उन्होंने मेरा हमेशा साथ दिया। मेरी मां बौलीवुड प्रेमी थीं। उन को पुराने गाने बहुत अच्छे लगते थे। उनका फेवरिट सौंग ‘झिलमिल सितारों का आंगन होगा…’ है।
मेरी मां हमेशा हमें यह गाना सुनाया करती थीं. मातापिता दोनों ही कोरोना में चल बसे। अपनी मां की आवाज उन का गाया गाना आज भी मेरे दिमाग में कहीं न कहीं बसा है। मैं ने उन से वादा किया था कि मैं उन का नाम रोशन करुंगा और साबित कर दूंगा की एक गे भी कमाल कर सकता है. आज मैं ने उन को सफल हो कर दिखाया। वे मेरी तरक्की से बहुत खुश थे. आज भी मैं उन्हें अपने पास महसूस करता हूं.