करती हैं डेस्क जौब, तो जरूर करें ये एक्सरसाइज

डैस्क जौब आजकल की जिंदगी का अहम हिस्सा बन गई है, जिस वजह से बहुत सारी महिलाएं पीठ दर्द, गरदन का दर्द, फ्रोजन शोल्डर जैसी कई समस्याओं से ग्रस्त हो जाती हैं.

अगर आप भी डैस्क जौब में हैं, तो हम आप को कुछ आसान व्यायाम बता रहे हैं, जो आप के शरीर को अधिक समय तक डैस्क जौब करने से उत्पन्न तकलीफों से छुटकारा दिला सकते हैं:

गरदन के व्यायाम

– अपने दोनों हाथ सिर के पीछे रखें. हाथ के दबाव से रोकते हुए अपने सिर को पीछे की तरफ ले जाने का प्रयास करें. कुछ मिनट तक इसी मुद्रा में रहें. थोड़ी देर तक इस प्रक्रिया को जारी रखें.

– डैस्क के सामने कई घंटों तक बैठे रहने के बाद कुछ देर अपने सिर को बाएं, दाएं, ऊपर और नीचे की दिशा में घुमाएं और फिर दोनों तरफ झुकाएं. इस व्यायाम को कुछ देर तक दोहराती रहें.

कंधों के व्यायाम

– अपने सिर के पीछे एक पैंसिल या पैन रखें तथा उसे अपने स्थान पर संतुलित बनाए रखने के लिए कंधों का इस्तेमाल करें.

– अपनी बांहों को ऊपर की तरफ फैलाएं और फिर कुछ सैकंड उसी अवस्था में रखें. इस प्रक्रिया को दोहराती रहें.

– अपने दोनों हाथों को कंधों पर दोनों तरफ रखते हुए कंधों को घड़ी की सूई की दिशा और विपरीत दिशा में बारीबारी से घुमाएं.

शरीर को सीधी मुद्रा में रखें

– अपनी कुरसी को ऐडजस्ट करते हुए उसे इतनी ऊंचाई तक रखें जहां से आप आरामदेह स्थिति में सीधे तरीके से बैठ सकें तथा आप की कंप्यूटर स्क्रीन आप की आंखों के समानांतर रहे.

– पालथी मार कर बैठने की कोशिश करें. अपने शरीर को उसी मुद्रा में रखें जिस तरह आप बैठती हैं ताकि आप आराम महसूस कर सकें.

पैरों, बाजुओं और कलाइयों के व्यायाम

– अपने पैरों को दीवार की तरफ तानें. घुटनों को मोड़े बगैर बाजुओं से पैर छूने की कोशिश करें.

– इसी अवस्था में अपने पैरों को ऊपर तथा नीचे गतिशील रखते हुए जौगिंग करें.

– पोरों को बजाएं. आप स्टैपलर की मदद से भी ऐसा कर सकती हैं.

– फुरसत के वक्त हवा में पैर चलाएं ताकि पैरों और बाजुओं की मांसपेशियां मुक्त हो सकें.

पीठ दर्द से मिले राहत

– घूमने वाली कुरसी का इस्तेमाल करें और एक से दूसरी तरफ घूमते हुए अपने पेट के निचले हिस्से को घुमाएं, फिर इसी तरह उलटी दिशा में घुमाएं.

– नियमित अंतराल पर ब्रेक लेती रहें. अपने काम का बोझ हलका करने के लिए औफिस के गलियारे में थोड़ी देर चहलकदमी करें.

डा. राजीव के. शर्मा

इंद्रप्रस्थ अपोलो हौस्पिटल, दिल्ली

ज्यादा एक्सरसाइज करना आपके दिल की हेल्थ को पहुंचा सकता है नुकसान, पढ़ें खबर

जब एक्सरसाइज करने की बात आती है तो हम अपने शरीर और दिमाग पर एक गतिहीन जीवन शैली के नकारात्मक प्रभावों के बारे में बहुत कुछ सुनते है. लेकिन अत्यधिक एक्सरसाइज? “बहुत ज्यादा बहुत बुरा है,” और यह एक्सरसाइज के लिए भी सच है. जबकि कम एक्सरसाइज  भी एक गंभीर समस्या है, यह एक्सरसाइज का दूसरा पहलू भी है, जो अधिक एक्सरसाइज के साथ आता है. डॉ. सुब्रत अखौरी, निदेशक इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी एशियन हॉस्पिटल फरीदाबाद का कहना है- एक्सरसाइज, जब सही तरीके से किया जाता है, तो हमारे शरीर के लिए कई लाभ होते हैं – रक्त परिसंचरण में सुधार और आपके लसीका तंत्र को उत्तेजित करता है, हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता हैं. लेकिन यहां, हमें ‘पर्याप्त’ शब्द पर ध्यान देने की आवश्यकता है क्योंकि अधिक प्रशिक्षण आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को पंगु बना सकता है और आपके दिल को तनाव में डाल सकता है.

एक अध्ययन से पता चला है कि बहुत अधिक एक्सरसाइज आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है.

इससे पता चलता है कि जो लोग लंबे समय तक उच्च-तीव्रता वाले वर्कआउट में शामिल थे, उन्हें मध्य आयु तक पहुंचने तक कोरोनरी धमनी कैल्सीफिकेशन (CAC) विकसित होने का खतरा था. यह बताता है कि इतने सारे युवा और मध्यम आयु वर्ग के फिटनेस उत्साही अचानक दिल के दौरे से क्यों मर रहे हैं. जहां पर्याप्त एक्सरसाइज हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है, वहीं अति-एक्सरसाइज आपके हृदय पर पूरी तरह से नकारात्मक प्रभाव डालता है.

जब आपके पास अपने स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त समय नहीं है तो आप अपने शरीर के सबसे अच्छे होने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?  आज बहुत से युवा अति-प्रशिक्षण और कम खाने के प्रति जुनूनी हैं जो उनके शरीर को और अधिक क्षति पहुँचाता है.

नियमित एक्सरसाइज हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य की कुंजी है. हमारे शरीर के लिए इसके अनगिनत लाभ हैं –

फिटनेस के स्तर को बढ़ाता है, और हमारे हृदय स्वास्थ्य में सुधार के अलावा स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है. इसके अलावा, यह हमारे मूड को को अच्छा करता है, नींद में सुधार करता है और हमारे दैनिक जीवन में तनाव को कम करता है. और इन सबसे बढ़कर यह हमारे शरीर को शेप में रखने का काम करता है.

बहुत अधिक एक्सरसाइज कितना है? यह एक ऐसा प्रश्न है जो कभी कभी एक्सरसाइज करने वालों और एथलीटों जैसे के मन में समान रूप से रहता है. हालांकि, ऐसा कोई एक उत्तर नहीं है जो सभी के लिए उपयुक्त हो. जो एक के लिए पर्याप्त हो, वह दूसरे के लिए नहीं हो सकता है. तो, आप कैसे जाने हैं कि आप सही दिशा में जा रहे हैं? कुछ संकेत हैं जिन पर ध्यान देना चाहिए.

सबसे पहले, अपनी हृदय गति पर कड़ी नज़र रखें –

यदि यह आराम करते समय भी सामान्य से अधिक है, तो यह एक संकेत है कि आपको ध्यानकरने की आवश्यकता है. इसके बाद, अपने हृदय गति परिवर्तनशीलता (एचआरवी) की निगरानी करें. यह प्रत्येक दिल की धड़कन के बीच के समय का एक माप है और आपके दिल के समग्र स्वास्थ्य को दर्शाता है

कम एचआरवी का मतलब है कि आपका दिल एक्सरसाइज से स्वस्थ नहीं हो पा रहा है जिससे आगे समस्याएं हो सकती हैं. अपने शरीर पर ध्यान दे, यदि आप अत्यधिक थका हुआ या असामान्य रूप से बीमार महसूस करते हैं, तो अपना एक्सरसाइज कम करें और अपने शरीर को ठीक होने दें.

बहुत अधिक एक्सरसाइज आपके दिल को तनाव में डाल सकता है –

तीव्र एक्सरसाइज आपके हृदय गति को बढ़ाता है जिसके परिणामस्वरूप तनाव हार्मोन का स्राव होता है जिसके परिणामस्वरूप दिल का दौरा और हृदय गति रुकने का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा, यदि आप हृदय रोग से पीड़ित हैं, तो बहुत अधिक एक्सरसाइज आपके लक्षणों और प्रभावी उपचारों को खराब कर सकता है. इसके अलावा, अति-एक्सरसाइज करने से अनियमित दिल की धड़कन तेज  होने का खतरा बढ़ सकता है, जो घातक हो सकता है. इसलिए, किसी भी नए एक्सरसाइज को शुरू करने से पहले एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है.

एक्सरसाइज और आराम- स्वस्थ संतुलन बनाए रखें

हम सभी नियमित एक्सरसाइज के स्वास्थ्य लाभों से सहमत हैं, यह भी महत्वपूर्ण है कि आप अपने शरीर को आराम देने   के लिए समय निकालें. अपने एक्सरसाइज दिनचर्या के साथ ओवरबोर्ड जाने से स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. एक्सरसाइज और आराम के बीच स्वस्थ संतुलन बनाए रखने के लिए कुछ सुझाव है

  • अपने शरीर को स्वस्थ रखने लिए अपने एक्सरसाइज दिनचर्या से कम से कम एक दिन की छुट्टी लें.
  • अपने आप को कगार पर न धकेलें. यदि आप थकावट महसूस करते हैं, तो कुछ दिनों के लिए ब्रेक लेना आपके शरीर के लिए अच्छा हो सकता है.
  • एक्सरसाइज के दौरान अपनी हृदय गति और एचआरवी पर नजर रखें. अगर आपको सांस लेने में तकलीफ या सीने में किसी प्रकार का दर्द महसूस होता है, तो यह एक संकेत है कि आपको ब्रेक लेने की जरूरत है.

एक्सरसाइज और आराम के बीच सही संतुलन खोजना हर किसी के लिए अलग होता है लेकिन ये टिप्स आपको स्वस्थ रहने और अधिक एक्सरसाइज से बचने में मदद कर सकते हैं.

 मुख्य बात

एक नियमित एक्सरसाइज दिनचर्या आपके हृदय स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाती है, इसका बहुत अधिक वास्तव में अच्छे से अधिक नुकसान कर सकता है. यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि आपको फिट रहने के लिए सही मात्रा में एक्सरसाइज की आवश्यकता है या आप अपने हृदय स्वास्थ्य को ट्रैक करना चाहते हैं और समय के साथ बदलाव देखना चाहते हैं, तो नियमित रूप से इसकी निगरानी करने पर विचार करें. यह न केवल आपको वर्कआउट करते समय सुरक्षित रहने में मदद करेगा बल्कि आपके संपूर्ण हृदय स्वास्थ्य पर विभिन्न प्रकार के एक्सरसाइज के प्रभाव को समझने में भी आपकी मदद करेगा.

जानें क्या हैं Exercise के सही नियम

‘मेरी जिम जाने की दिल से चाहत है, लेकिन क्या करूं समय ही नहीं मिलता,’ यह बात कुछ लोगों से अकसर सुनने को मिलती है. फिटनैस के लिए आज का युवावर्ग जितना जागरूक और सजग है, उतना ही दूसरा वर्ग भी हो जाए और काम के झमेले, काम के तनाव वगैरह में से अपनेआप पर ध्यान देने के लिए समय निकाले तो अपनी चाहत पूरी न होने और अपने स्वास्थ्य व फिटनैस को ले कर पछतावा नहीं रहेगा.

शरीर प्रकृति की एक सुंदर, परिपूर्ण रचना है. यह शरीर जितना चलताफिरता है उतना ही मजबूत, हट्टाकट्टा और लचीला बना रहता है. इस शरीर को अच्छे आहार और व्यायाम का जोड़ दे कर प्रकृति का दिया हुआ लचीलापन व हट्टाकट्टापन जिंदगी भर संभाला जाता है. सहज रूप से करीना के जीरो फिगर और सिक्स पैक एब्स का आकर्षण हर एक को होता है, लेकिन उस के लिए कितने लोग मेहनत करने को तैयार होते हैं? सभी लोग इस के पीछे भागें यह जरूरी नहीं है, लेकिन अपने शरीर की सुडौलता बनाए रखने और जिंदगी भर स्वस्थ रहने के लिए अपनी व्यस्त जीवनशैली से थोड़ा समय अपने लिए निकालने में क्या मुश्किल है?

‘अपनीअपनी डफली अपनाअपना राग’ यह कहावत व्यायाम के लिए भी खरी उतरती है. जबकि व्यायाम की रूपरेखा इंसान के स्वास्थ्य, जीवनपद्धति, व्यवसाय व उम्र इन सभी चीजों को ध्यान में रख कर तय करनी पड़ती है. किसी एक इंसान के द्वारा किया जाने वाला व्यायाम दूसरे व्यक्ति को भी सूट करेगा ऐसा नहीं है. अच्छी नहीं लगने वाली तनाव, कष्ट या क्लेशदायक गतिविधि को हम व्यायाम नहीं कह सके हैं. लेकिन योग, रनिंग, वेट ट्रेनिंग, स्विमिंग, कोई खेल खेलना या डांस करना इन में से कोई भी व्यायाम हमें जिंदगी भर स्वस्थ रख सकता है.

व्यायाम के तत्त्व

व्यायाम करते समय 5 चीजें ध्यान में रखनी चाहिए:

1. शरीर का खिंचाव बढ़ाना:

व्यायाम के सभी तत्त्वों में यह सब से महत्त्वपूर्ण तत्त्व है. व्यायाम करते वक्त हम शरीर को जो खिंचाव देते हैं, वह हमारी आम गतिविधियों के खिंचाव से ज्यादा होना चाहिए. धीरेधीरे उस की गति बढ़ानी चाहिए.

2. मांग के अनुसार निर्माण करना:

यह व्यायाम का बहुत ही महत्त्वपूर्ण तत्त्व है. अपना शरीर व उस के अवयव हम जैसी मांग करें वैसे काम करने लगते हैं. खुद को हालात से जोड़ने लगते हैं. उसी तरह व्यायाम के लिए भी बौडी उस के अनुकूल करनी पड़ती है. जैसे, अगर वेट ट्रेनिंग करनी है तो शुरुआत वार्मअप वेट ट्रेनिंग से करनी पड़ती है. मतलब यह कि प्रमुख व्यायाम में जो स्नायु काम करने वाले हैं वही स्नायु पहले व्यायाम के लिए तैयार करने होते हैं.

3. शरीर में कमजोरी न आने देना:

अच्छी तरह व्यायाम करने के बाद शरीर में कमजोरी नहीं आने देना चाहिए वरना शरीर सक्षम नहीं रहता है. ऐसा न हो इस के लिए सही आहार, ज्यादा पानी व नींद की जरूरत होती है.

4. निरंतरता:

व्यायाम में निरंतरता बनाए रखना जरूरी होता है, अन्यथा सब बेकार हो जाता है. व्यायाम नियमित रूप से नहीं करेंगे तो स्नायु व्यायाम के बारे में भूल जाएंगे. इस का सभी तत्त्वों पर नकारात्मक प्रभाव होता है.

5. व्यायाम में वैविध्य रखना:

लगातार एक ही तरह के व्यायाम की शरीर को आदत हो जाती है तो भी उस का सकारात्मक परिणाम दिखना बंद हो जाता है. इसलिए व्यायाम में वैविध्य रख कर उस का सुव्यवस्थित नियोजन कर व्यायाम विशेषज्ञ के मार्गदर्शन के अनुसार व्यायाम करना चाहिए.

कौन सा व्यायाम करें

हर एक के शरीर का स्ट्रक्चर और जरूरतें अलगअलग होती हैं. उन के अनुसार ही व्यायाम चुनना चाहिए. इस के लिए प्रशिक्षक की मदद लेनी चाहिए. व्यायाम का प्रकार,समय,

परिवर्तन आदि प्रशिक्षक की सलाह ले कर तय करना चहिए.

व्यायाम के लिए उपयुक्त टिप्स

– व्यायाम का प्रकार कोई भी हो व्यायाम के मूलभूत तत्त्वों का पालन करना चाहिए.

– कौन सा व्यायाम करना है यह विशेषज्ञ के मार्गदर्शन के बाद ही तय करना चाहिए.

– व्यायाम तकलीफ देने वाला न हो कर आनंददायी होना चाहिए.

– तालमेल बैठाने वाला व्यायाम करें, लेकिन उसे नियमित रूप से करें.

– हर दिन के व्यायाम का समय निश्चित करें और उसी समय का पालन करें.

– व्यायाम करना अपनी जीवनशैली बनाएं.

– व्यायाम से पहले कुछ हलका खाएं. जैसे, सलाद, फल या ड्राईफ्रूट.

– खाने के 3-4 घंटे बाद व्यायाम करें.

– व्यायाम के परिधान आकर्षक होने के साथ सूती और आरामदायी होने चाहिए.

– मौसम के अनुसार कपड़ों में बदलाव करें. ठंडी हवा में ऊपर से जैकेट पहनें.

– व्यायाम करते वक्त पसीना पोंछने के लिए पास में नैपकिन रखें.

– इस बात को समझें कि व्यायाम की शुरुआत में बदनदर्द होता है, लेकिन बाद में फायदा ही फायदा होता है.

– व्यायाम करते वक्त मन को तरोताजा व सोच सकारात्मक रखें.

चलती रहें दौड़ती रहें

चलना व्यायाम के रूप में इस्तेमाल करना चाहती हैं तो इन टिप्स पर ध्यान दें:

– चलते वक्त श्वसन क्रिया पर नियंत्रण रखें. दीर्घ श्वसन क्रिया से हृदय का भी व्यायाम होता है.

– व्यायाम बिना खर्चे का है, लेकिन शूज पर अच्छे पैसे खर्च करें और सही माप के शूज का चुनाव करें.

– मोजे सूती इस्तेमाल करें.

– आज के संघर्ष भरे जीवन में व्यायाम के लिए कोई भी समय अच्छा ही है, लेकिन चलने के लिए सुबह के समय का चुनाव करें, क्योंकि उस वक्त हवा में धूलमिट्टी, धुएं आदि का प्रभाव कम होता है.

दौड़ना एक परिपूर्ण व्यायाम

वजन कम होना, शारीरिक क्षमता बढ़ना आदि दौड़ने के महत्त्वपूर्ण फायदे हैं. इस के अलावा और भी कई फायदे दौड़ने से शरीर को होते हैं:

निरोगी हृदय: दौड़ने से हृदय के स्नायुयों को अच्छा फायदा होता है. हृदय की गति बढ़ती है. इस से स्नायुओं की ताकत बढ़ती है.

वजन कम होना: वजन कम करने के लिए दौड़ना एक सुंदर व्यायाम है. एक साधारण व्यक्ति दौड़ते वक्त लगभग 1 हजार कैलोरीज जलाता है. इस से वजन कम हो जाता है.

हड्डी की क्षमता बढ़ाना: व्यायाम न करने से हड्डियां कमजोर होती हैं. लेकिन नियमित रूप से दौड़ने से व्यायाम न करने पर भी हड्डियों की क्षमता बढ़ती है.

श्वसन क्रिया में सुधार: दौड़ने से श्वसन क्रिया में सुधार होता है. श्वसन को मदद करने वाले स्नायुओं की ताकत और श्वसन क्षमता बढ़ती है.

वसा कम होना: जल्दी दौड़ने के लिए ऊर्जा लगती है, जिस के लिए शरीर में जमे हुए फैट्स का ज्वलन होता है. इस में वेट कम हो कर शरीर सुडौल बनता है.

मानसिक तनाव से मुक्ति: नियमित दौड़ने से तनाव से दूर रहने में भी मदद मिलती है. इस से सकारात्मक मानसिकता तैयार होती है. दिन भर फ्रैश रहने के लिए मदद मिलती है और थकावट नहीं होती.

अच्छी नींद आना: दौड़ने पर पूरे शरीर को व्यायाम मिलने से अच्छी नींद आती है.

प्रसन्न रहना: दौड़ने से शरीर में बदलाव होते हैं. इस से इंसान प्रसन्न रहता है.

बीमारी से दूर रहना: नियमित रूप से दौड़ने से स्ट्रोक, रक्तचाप, डायबिटीज जैसी बीमारियों से दूर रहना संभव होता है.

– अली शेख, फिटनैस विशेषज्ञ

बिगड़ी फिगर ऐसे सुधारें

फैट इकट्ठा करना हमारी बौडी की टैंडैंसी है और जैसेजैसे उम्र बढ़ती है यह टैंडैंसी बढ़ती जाती है क्योंकि बौडी का मैटाबोलिक रेट कम होने लगता है. लड़कियों में 16 साल की उम्र के बाद फैट तेजी बढ़ने लगता है और अगर खानपान रिच है और जिंदगी में बहुत भागदौड़ नहीं है तो 2 साल भी नहीं लगते कमर को कमरा बनने में. लड़कियों में फैट का पहला टारगेट हिप्स, कमर व गरदन होती है. स्लिमट्रिम लड़की को तकरीबन 6 किलोग्राम वेट बढ़ जाने के बाद पता चलता है कि उस का वेट बढ़ गया है, क्योंकि यह पूरी बौडी में फैला होता है. हम लोग फैट को सिर्फ अपनी कमर पर महसूस करते हैं, जबकि कमर की मोटाई दिखने से पहले फैट बौडी पर लेयर बना चुका होता है. अपनी बौडी को ले कर अगर आप गंभीर हैं तो लंबे समय तक अपनी फिगर को संभाल सकती हैं. अगर आप समय रहते खुद के लिए कुछ नियमकानून बना लेंगी, तो आगे चल कर पछतावा, कड़ी मेहनत व कड़ा परहेज जैसी परिस्थितियों का सामना नहीं करना पड़ेगा. यह बात किसी से नहीं छिपी है कि फिजिकल ऐक्टिविटी और खानेपीने पर कंट्रोल ही आप को बेडौल होने से बचा सकता है. लेकिन फिर भी कुछ उपाय ऐसे हैं, जो मोटापे की दहलीज पर पहुंचे लोगों को वापस पीछे खींच सकते हैं और फिगर को बिगड़ने से बचा सकते हैं.

ये आदत डालें

सोने से पहले गरम पानी पीने की आदत डालें. यह आदत पड़ गई तो आप के बड़े काम आएगी. अगर पानी से बोरियत हो तो उस में थोड़ा नीबू निचोड़ लें व 1 कालीमिर्च पीस कर डाल लें.

हफ्ते में 1 दिन उपवास रखें. उपवास के दिन केवल फल खाएं.

सुबह फ्रैश होने के बाद व्यायाम जरूर करें.

गेहूं की रोटी के बजाय जौ, चने की रोटी खाएं. इस के लिए 10 किलोग्राम चने में 2 किलोग्राम जौ डलवा कर पिसवा लें.

खाने के तुरंत बाद पानी पीने की आदत बिलकुल छोड़ दें. अगर तेज प्यास लगे तो 1-2 घूंट पानी पीने में कोई बुराई नहीं. वैसे खाने के 1 घंटे बाद ही पानी पीएं.

खाने से पहले 1 कटोरी सब्जियों का सूप पीने की आदत डालें.

ये भी पढ़ें- जानें Allergy के प्रकार और इलाज

अगर पेट की चरबी बढ़ गई हो

पेट की बढ़ी चरबी बिना ऐक्सरसाइज किए नहीं जाती. उस में भी सिर्फ कमर की ऐक्सारसाइज करने से कमर पतली नहीं होती. कसरत तो आप को पूरी बौडी की करनी होगी. अगर आप ऐक्सरसाइज और डाइट पर ध्यान दे रही हैं, तो पेट की सेंक कुछ हद तक आप की मदद कर सकती है. इस के लिए पतीले में पानी भर कर गरम होने को रख दें. इस में 1 चम्मच नमक और 1 चम्मच अजवायन भी डालें. जब पानी खौलने लगे तो पतीले के ऊपर कोई जाली या आटा चालने वाली लोहे वाली चलनी रख दें. अब भिगो कर निचोड़े हुए 2 छोटे तौलिए उस जाली पर रख दें. फिर 1-1 कर के दोनों तौलियों से अपनी नाभि के ऊपर वाले हिस्से की 10 से 15 मिनट सेंकाई करें. आप रात को सोने से पहले या सुबह के वक्त यह काम कर रोज कर सकती हैं.

मम्मी के कहे का क्या करें

मांएं हमेशा यह कहती हैं कि घीमक्खन खाना चाहिए. यह बात तब तो बिलकुल वाजिब है जब आप बाहर तला हुआ नहीं खातीं. लेकिन बाहर भी सब चल रहा है तो घर में परहेज बरतना होगा. अगर मां जिद करें तो सुबह के वक्त थोड़ा घीमक्खन लेने में कोई बुराई नहीं. कुल मिला कर बात यह है कि आप को खुद तय करना होगा आप बौर्डर लाइन पर हैं, उस के आगे या उस से कई कदम पीछे. फिर उसी हिसाब से योजना बनानी होगी. अपना बीएमआई यानी बौडी मास इंडैक्स जरूर चैक करें. इस से आप को आगे की योजना बनाने में मदद मिलेगी.

जरूरी बात

अगर आप तली हुई चीजों से परहेज नहीं कर रही हैं, तो इन में से कोई भी उपाय आप के काम नहीं आने वाला. यह बात तो स्वाभाविक रूप से समझनी चाहिए कि फास्ट फूड और तला खाना मोटापे की पहली वजह है. इन पर काबू किए बिना फिगर के बारे में सोचना बड़ा मुश्किल है.

ये भी पढ़ें- एलोपेसिया ग्रसित महिला का मजाक पड़ा महंगा

एक्सरसाइज से ब्रेक भी है फायदेमंद

डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, ह्रदय रोग, जैसी गम्भीर बीमारियों के साथ साथ वजन घटाने और सेहतमंद रहने के लिए चिकित्सा विशेषज्ञ नियमित व्यायाम करने की सलाह देते हैं. योग, मॉर्निंग वॉक, जिमिंग तथा प्राणायाम आदि व्यायाम के ही प्रकार हैं जिन्हें हम अपनी सुविधा के अनुसार करने का प्रयास करते हैं. नियमित व्यायाम से होने वाले सकारात्मक सोच, मजबूत, लचीला, और स्वस्थ शरीर जैसे लाभों से हम सभी भली भांति परिचित हैं परन्तु हाल ही में अमेरिकी फिटनेस फर्म “एल आई टी मेथड” के द्वारा की गई रिसर्च के मुताबिक शरीर को सप्ताह में कम से कम एक दिन व्यायाम से ब्रेक अवश्य दिया जाना चाहिए. रिसर्च के अनुसार सप्ताह में एक दिन ब्रेक देकर हम व्यायाम से अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं. व्यायाम से एक दिन के ब्रेक की हमें इसलिए आवश्यकता होती है-

1. सेल्स रिपेयर होते हैं

मुख्य शोधकर्ता टेलर नॉरिस के अनुसार व्यायाम करने के दौरान हमारे शरीर की हड्डियों और मांसपेशियों पर बहुत दबाब पड़ता है जिससे उनके टूटनेफटने की संभावना बढ़ जाती है परन्तु जब हम एक दिन का ब्रेक लेते हैं तो उन्हें आराम तो मिलता ही है साथ ही शरीर उनकी मरम्मत के लिए वक़्त भी निकाल पाता है. ब्रेक न मिल पाने की स्थिति में लगातार थकावट होने से हड्डियों और मांसपेशियों में क्षरण की शिकायत उत्पन्न हो सकती है.

ये भी पढ़ें- ताकि सांसें महकती रहें

2. मांसपेशियां मजबूत होती हैं

नॉरिस के अनुसार बिना ब्रेक दिए व्यायाम करने से मांसपेशियों और हड्डियों में थकावट होती है जिससे इंसान मांसपेशियों में खिंचाव और जोड़ों में दर्द की समस्या से जूझता है और कई बार ध्यान न देने पर यह समस्या काफी गम्भीर रूप ले लेती है. वे कहते हैं एक या दो दिन के ब्रेक से मांसपेशियों को आराम मिलता है और वे पुनः मेहनत करने के लिए तैयार हो जातीं हैं.

3. मस्तिष्क को आराम मिलता है

रिसर्च के अनुसार एक्सरसाइज करते समय शरीर में स्ट्रेस हार्मोन कार्टिसोल का स्राव तीव्र हो जाता है जिससे दिमाग को संदेश जाता है कि इस समय शरीर कठिन स्थिति से गुजर रहा है और दिमाग तुरन्त ग्लूकोज को भावी इस्तेमाल के लिए सहेजना प्रारम्भ कर देता है परिणामस्वरूप फैट और कार्बोहाइड्रेट के ऊर्जा में तब्दील होने की गति बहुत धीमी पड़ जाती है और दिमाग आराम की अवस्था में आ जाता है.

4. नवीन ऊर्जा संजय कर पाता है

शोधकर्ताओं के अनुसार एक्सरसाइज से ब्रेक मांसपेशियों का घनत्व बढ़ाने में असरदार है. इससे शरीर नवीन ऊर्जा के साथ कसरत करने के लिए तैयार होता है उनके अनुसार ब्रेक के दिन अच्छी नींद लेने के साथ साथ मनपसन्द फ़िल्म या कार्य करना चाहिए जिससे शरीर में फील गुड हार्मोन का स्राव तेजी से हो और शरीर तेजी से अपनी मरम्मत का कार्य कर सके.

ये भी पढ़ें- मां बनने में न हो देरी इसलिए कराएं समय पर इलाज

5. ऊबन दूर करने के लिए

लगातार एक जैसा कार्य करने से मन ऊब जाता है. एक दिन का ब्रेक आपको नया सोचने का समय देता है और अपनी इच्छानुसार व्यायाम को और अधिक रोचक बनाने का अवसर भी देता है जिससे आप अधिक मन लगाकर कार्य कर पाते हैं.

बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए रोजाना करें ये 5 एक्सरसाइज

आजकल के व्यस्त दिनचर्या में खुद को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखना हर किसी के लिए एक बड़ा चैलेंज है. ऐसे में जरूरी है कि आप एक्सरसाइज करें. कई बार समय के अभाव में या ज्यादा खर्च के चलते हमारा जिम जाना संभव नहीं हो पाता. ऐसे में आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. ऐसे में आप खुद को ही घर पर बस 20 से 25 मिनट दें मिनट दें तो शरीर सारा दिन चुस्त बना रहेगा. आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसी एक्सरसाइज जिन्हें आप घर पर आसानी से कर सकती हैं. यह एक्सरसाइज आपको पूरी तरह से फिट रखने और तरोताजा महसूस कराने के साथ ही आपके बढ़ते वजन को कंट्रोल करने में आपकी मदद करेगा.

1. सूर्य नमस्कार

यह एक कार्डियो-वस्कुलर व्यायाम है. इसमें 12 से ज्यादा आसन होते हैं. यदि आपके पास समय की कमी हो तो इससे बेहतर कोई व्यायाम हो ही नहीं सकता. इसे सुबह उठकर खाली पेट करें. इसे रोजाना 10-15 मिनट करें.

ये भी पढ़ें- हैल्दी लाइफस्टाइल है जरूरी

2. सीढ़ियों पर चढ़े-उतरे

अगर आप मार्निग वाक पर नहीं जा सके हैं तो घर की सीढ़ियों पर ही 10 से 15 मिनट चढ़े-उतरे. ये 45 मिनट के वर्कआउट के बराबर होता है. सीढ़ियां चढ़ने से सबसे ज्यादा ऊर्जा खर्च होती है. माना जाता है कि 30 सीढ़ियां चढ़ने से कम से कम 100 कैलोरी बर्न होती है.

3. प्रणाम मुद्रा

दोनों पंजे एक साथ जोड़ कर रखें और पूरा वजन दोनों पैरों पर समान रूप से डालें. अपनी छाती फुलाएं और कंधे ढीले रखें. सांस लेते वक्त दोनों हाथ बगल से ऊपर से उठाएं और सांस छोड़ते वक्त हथेलियों को जोड़ते छाती के सामने प्रणाम मुद्रा में ले आएं. यह एक्सरसाइज रोजाना करें. इससे आप कुछ ही हफ्ते में तरोताजा महसूस करने लगेंगी.

4. कूल डाडन जपिंग

इसमें पंजों के बल पर खड़े होकर जंप करना है. हाथ को मोड़कर ऊपर ले जाने हैं. इसके भी एक मिनट के तीन से चार सेट करने हैं. इससे पूरी बाडी वार्मअप होती. इससे स्टैमिना बनता है. ज्यादा देर तक करने से शरीर से वजन भी कम होता है.

ये भी पढ़ें- कोविड 19 के लिए वैक्सीन लगाना कितना जरुरी, जानें यहां

5. जंपिंग जैक

यह एक कार्डियो एक्सरसाइज है. इससे भी वजन में कंट्रोल में रहेगा और काफी एनर्जी खर्च होती है. शरीर को चुस्त व दुरुस्त बनाने के लिए जंपिंग जैक भी एक कारगर और बेहतरीन तरीका है. इसमें दोनों पैर को पंजों के पास से जोड़िए और उन्हें खोलते हुए दोनों हाथ को ऊपर लेकर जाएं. एक से डेढ़ मिनट के तीन से चार सेट करने से बौडी अच्छी खासी स्ट्रैच हो जाती है.

4 टिप्स: ऐसे करें घर में एक्सरसाइज

बिजी लाइफस्टाइल के चलते हमारा वजन हमारे कंट्रोल में नही रहता अक्सर हम हेल्दी खाते हैं, लेकिन फिर भी हम अपना वजन कंट्रोल नही कर पाते. वहीं जिम जाने का टाइम भी हमारे पास नही रहता और अगर जिम चले भी जाएं तो खोखले दावे करते स्लिमिंग सेंटर हमारे पैसे बर्बाद कर देते हैं. आज हम आपको फिट व चुस्त रहने के कुछ एक्सरसाइज बता रहे हैं, जिन्हें आप घर में ही कर के आकर्षक दिखने का अपना सपना बिना इन सेंटरों में पैसे और समय गंवाए ही पूरा कर सकती हैं. ये एक्सरसाइज खासतौर पर उन अंगों के लिए बेहद असरदार हैं, जो या तो बढ़ती उम्र के कारण दुर्बल होने लगते हैं या फिर शरीर का भार बढ़ने के कारण फैलने लगते हैं जैसे – पेट, जांघें, बाजुओं का पिछला हिस्सा व कमर आदि. इन व्यायामों के जरिए आप को निश्चय ही बेहतरीन परिणाम मिलेंगे.

1. टखनों व पिंडलियों यानी घुटनों के लिए एक्सरसाइज

थोड़ी सी जौगिंग या स्किपिंग से वार्म होने के बाद सब से पहले टखनों व पिंडलियों के लिए एक्सरसाइज करना चाहिए. इस के लिए एक कुरसी के किनारे बैठ जाएं. घुटने एकसाथ जोड़ लें. पैरों के बीच की दूरी डेढ़ फुट हो. ध्यान रहे, पंजे अंदर की ओर इशारा करते हुए हों. अब पंजों को जितना ऊपर उठा सकती हैं, उठाएं, फिर नीचे लाएं. इसे 16 बार दोहराएं. अब पैरों को बाहर की ओर मोड़ते हुए घुटने मिला कर पैरों में फासला रखते हुए एक बार फिर 16 बार उठाएं. अंत में एडि़यों को जमीन पर जमाते हुए दोनों पैरों को जमीन के साथ रगड़ते हुए अंदर की ओर लाएं. अब पांवों को स्वीप करते हुए बाहर की ओर लाएं और दोबारा उठाएं. इसे 16 बार दोहराएं.

ये भी पढ़ें- मौनसून में हेल्थ के लिए खतरनाक हो सकती हैं हरी सब्जियां

2. सपाट पेट व कमर को सही आकार

पीठ के बल लेट जाएं व हाथों को सिर के पीछे ले जाएं. टांगें मोड़ते हुए पैरों के तलवों से जमीन पर दबाव डालें, ताकि दोनों टांगों के बीच कुछ फासला आ जाए. अब बाईं कुहनी को ऊपर की ओर उठाएं व दाएं घुटने की तरफ झुकें, फिर वापस जाएं. इसे 12 बार दोहराएं. अब दाएं पांव को जमीन से 2 इंच ऊपर उठाएं और बाईं कुहनी को दाएं घुटने की तरफ सामने 16 बार लाएं. अब इन व्यायामों को दूसरी तरफ से दोहराएं. पीठ के बल लेट जाएं. दोनों टांगों को ऊपर की ओर उठा कर घुटनों से ऊपर व नीचे के भाग को 90 डिग्री पर आपस में जोड़ लें. टखनों को क्रास कर लें तथा घुटनों के बीच करीब आधा इंच का फासला रखें. अब धीरेधीरे शरीर के निचले हिस्से को जितना ऊपर उठा सकती हैं, उठाने का प्रयास करें. सर्वोत्तम परिणाम के लिए पेट को एक्सरसाइज के दौरान अंदर ही रखें.

3. जांघों की मजबूती के लिए एक्सरसाइज

सब से पहले बाईं तरफ करवट ले कर लेट जाएं, शरीर के ऊपरी हिस्से को कुहनी पर टिकाते हुए. अब दाईं टांग को इस तरह मोड़ें जिस से कि घुटना ऊपर की तरफ इशारा करता हुआ हो. अब पेट अंदर की तरफ रखते हुए दाएं पांव को हलके मुड़े घुटने के पीछे ले आएं. ध्यान रहे कि बायां पांव छत की तरफ इशारा करता हुआ हो. बाईं टांग को काफी ऊंचा उठाएं. इसे 24 बार दोहराएं. अब दूसरी तरफ से इसे करें.

ये भी पढ़ें- 6 टिप्स: औफिस में ऐसे करें वर्कआउट

4. ऊपरी बाजू के लिए एक्सरसाइज

ऊपरी बाजू में पहले जैसा खिंचाव व सही शेप देने के लिए यह एक्सरसाइज बहुत ही कारगर सिद्ध हो सकता है. कुरसी के किनारे बैठ जाएं व दोनों हाथों से कुरसी के किनारे थाम लें. कुरसी पर बैठेबैठे ही इस प्रकार आगे की तरफ तब तक बढ़ें, जब तक कि केवल आप के हाथ  ही कुरसी पर टिकें रहें जाएं. अब धीरेधीरे शरीर के ऊपरी भाग को ऊपर व नीचे ले जाएं, बाजुओं को मोड़ते व सीधा करते हुए इसे 12 बार दोहराएं. आप इन एक्सरसाइज की मात्रा और समय धीरे-धीरे बढ़ा सकती हैं. घर पर नियमित रूप से इन्हें करने पर आप का नत, मन व धन तीनों स्वस्थ और सुडौल रेगे.

#coronavirus: घर पर रहकर करें नियमित व्यायाम

कोरोना के दिनों दिनों बढ़ते केसेज और इसे पेंडेमिक रोग के तौर पर घोषित किये जाने से पूरे विश्व में इंडस्ट्री, वर्क प्लेस, जिम, स्कूल कॉलेज, फिटनेस के सभी सेंटर्स आदि सब इस महीने के अंत तक बंद है,ऐसे में यूथ और फिटनेस फ्रीक सभी को सबसे अधिक समस्या आ रही है. वे घर में कैद होकर अपने आप को रेस्टलेस फील कररहे है. ये सही है कि सरकार इसे कम्युनिटी में फैलने नहीं देना चाहती, इसलिए हर संभव प्रयास की जा रही है,ताकि अधिक से अधिक लोग घर में रहकर इस रोग को फैलने से रोके . इस बारें में फिटरनिटी कीसीनियर वाईस प्रेसिडेंटधारा तन्ना कहती है कि जिममेम्बेर्स और अपने कर्मचारियों की फिटनेस को लेकर मैं बहुत जागरूक है, इसलिए कुछ जिम ओपरेटर्स, इन्टरनेट के ज़रिये अपने ट्रेनर को शिक्षित कर रहे है और ये ट्रेनर ऑनलाइन के ज़रिये सबकी फिटनेस को बनाये रखने में समर्थ हो रहे है. उनके  कुछ  सुझाव निम्न है,

 1. सोशल डिस्टेंस को ध्यान में रखते हुए और जब तक सबकुछ नार्मल नहीं हो जाता तब तक हेल्थ और फिटनेस सेंटर्स ने वीडियो कॉल और वर्चुअल वर्कआउट के द्वारा उन्हें फिट रखने की कोशिश कर रहे है, इतना ही नहीं इनमें ऑनलाइन फ्री वर्कआउट सुझाव, स्काइप के द्वारा वन एन वन पर्सनल ट्रेनिंग और फ्री फिटनेस एप भी शामिल है.

ये भी पढ़ें- #coronavirus: क्या कोरोना के लिए दस सेकंड का ‘सेल्फ चेक’ सही है ?

2. मेम्बरशिपएकाउंट को अभी फ्रीज कर दिया गया है ताकि सोशल डिस्टेंस बनी रहे और उन्हें कुछ पैसे देने की भी अब जरुरत नहीं, जब सब नार्मल हो जायेगा, वे जिम में आ सकते है, तब उनके दिए गए पैसे तबसे लागू होंगे,उन्हें घबराने की जरुरत नहीं, वे घर पर रहकर अपनी फिटनेस को बनाये रख सकते है,

3. जब आप आइसोलेशन रूम में है औरअधिक से अधिक समय सोशल मीडिया पर एक्टिव है, ऐसे में फ्री फिटनेस गाइड को फोलो करें, जो हर जिम सेंटर ने निकाले है,इसमें हर वर्कआउट के सही तरीके को पूरी पिक्चर और मूवमेंट के साथ दिखाया गया है,इसकेअलावा कुछ जिम ट्रेनर ने बहुत ही कम दाम मेंऑनलाइन प्रोग्राम और फिटनेस के तरीके कोभी शामिल किये है.

4. कुछ वर्कआउट जिन्हें कर आप फिट रह सकते है, मसलनपुश अप और कार्डियो एक्सरसाइज करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बढेगा और आप फिट रहेंगे,

5. इसके अलावा नियमित प्राणायाम और सूर्यनमस्कार भी फिटनेस के लिए काफी फायदेमंद होता है, नियमित तरल पदार्थ का सेवन अवश्य करें, अच्छी संतुलित भोजन करें और घर पर रहकर अपने शिड्यूल का पालन करें.

ये भी पढ़ें- #coronavirus: इन 8 तरीको से बढ़ाएं इम्यूनिटी

6. ये सही है कि बाहर खुले में जाकर फिटनेस की प्रैक्टिस करना सबसे अधिक अच्छा होता है, लेकिन जब समस्या ऐसी हो और आपको घर पर कैद में रहना है तो घबराएं नहीं,बल्किबताये गए तरीके से अपने आपको फिट और स्वस्थ रखें.

5 टिप्स: मौर्निंग एक्सरसाइज करना न भूलें

आज की भागती दौड़ती और अस्वस्थ जीवनशैली को अगर व्यवस्थित करना चाहते हैं तो सुबह-सुबह एक्सरसाइज करें. आपको तमाम बीमारियों से सुरक्षा तो मिलेगी ही  साथ ही साथ आपकी बौडी फिटनेस भी मेंटेन रहेगी. जिन लोगों के पास जिम जाने का टाइम नहीं  और वो अपने बॉडी की फिटनेस बनाए रखना चाहते हैं, तो  आज हम उनके लिए कुछ ऐसी एक्सरसाइज  बताने जा रहे हैं, जिन्हें करने के लिए ज्यादा वक्त नहीं लगेगा और  लाभ जिम में घंटों पसीना बहाकर मिलने वाले लाभ के बराबर होगा.

1. स्केट्स करें ट्राय

अपनी हार्टबीट, ब्लड सरकुलेशन और मेटाबॉलिज्म को बेहतर करने के लिए यह एक्सरसाइज बेस्ट है.  इस व्यायाम को करने के लिए सबसे पहले आप सीधे खड़े हो जाएं. अब अपने दोनों पैरों को थोड़ा फैलाकर हाथों को सामने की तरफ करके थोड़ा झुकिए और फिर खड़े हो जाइए. यही क्रिया कम से कम दस बार दोहराइए.

ये भी पढ़ें- शाम के वक्त करेंगी ये वर्कआउट तो हमेशा रहेंगी फिट

2. टहलना है जरूरी

अगर आप ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या कोलेस्ट्रौल के पेशेंट है, तो आपके लिए रोज सुबह उठने के बाद तेज कदमों वाली चाल से चलना, यानी स्पीड वॉक करना फायदेमंद है. टहलने से केवल आपमें सक्रियता ही नहीं आती भोजन करने के बाद हमें जो आलस महसूस होता है, उससे भी निजात मिलती है.

3. रस्सी कूदना

अगर आप पूरे शरीर की एक अच्छी कसरत जानना चाहते हैं तो रस्सी कूदनाा सबसे वेदर और स्वास्थ्यवर्धक एक्सरसाइज है रोजाना 20 मिनट रस्सी कूदने से लगभग 200 कैलोरी तक बर्न की जा सकती है. इससे पूरे शरीर में ब्लड सरकुलेशन दुरूस्त होता है. अगर आप रस्सी नहीं कूदना चाहते तो आप एक ही जगह पर कई बार उछलकर भी यह व्यायाम कर सकते हैं.

4. साइकिल चलाना

साइकिलिंग भी अपने आप में पूरे शरीर का व्यायाम है इससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं और ब्लड सरकुलेशन सुचारू रूप से होता है. इससे  मांसपेशियां मजबूत होती हैं, और शरीर की ऊर्जा बढ़ती है. तेजी से वजन  कम करने में सहायक  है. कम दूरी वाली जगह पर साइकिल से जाना स्वास्थ्यवर्धक और पर्यावरण की दृष्टि से भी अच्छा है.

ये भी पढ़ें- प्रौफेशनल से जानें कैसे रखना है अपनी फिटनेस का ख्याल

5. इन बातों का भी रखें ध्यान

स्किन को खूबसूरत और जवान बनाए रखने में सबसे प्रभावकारी उपाय एक्सरसाइज ही है. क्योंकि करने  रक्तसंचार तेज होता है, जिससे स्किन पर तेज और चमक बढ़ जाती है, और स्किन स्वस्थ व जवां नजर आती है. साथ ही नियमित एक्सरसाइज से रक्त में कोलेस्ट्रौल के स्तर कम होता है .कसरत हानिकारक कोलेस्ट्रौल को कम कर एचडीएल कोलेस्ट्रौल या गुड कोलेस्ट्रौल को बढ़ाने में मदद करती है. इससे हृदय अधि‍क मात्रा में ब्लड पंप करता है, और हम अधि‍क मात्रा में औक्सीजन ले पाते हैं.

खूबसूरत स्किन के लिए ट्राय करें ये 5 वर्कआउट टिप्स

सेल्फी और टिक टौक वाले जमाने मे हर कोई अपने फेस को सुंदर बनाने के लिए ब्यूटी एप्प का सहारा ले रहा है, ताकि उनके फेस की कमी किसी को नज़र ना आए. पर वो ये सब करते समय भूल जाते है कि ये इंस्टेंट सुंदरता छड़ भर की है क्योंकि असली सुंदरता उनकी क्या है वो खुद ही जानते है .  इसलिए बहुत ज़रूरी है कि आप अपनी सेहत के साथ साथ सुंदरता का भी ध्यान रखें ताकि आपको किसी भी एप की जरूरत ना पड़े.  यहां हम आपको बता रहें है फेस के लिए कुछ फेस योगा ताकि आपकी खूबसरती को किसी की नज़र न लगे. योगा थेरेपिस्ट एवं डाइटीशियन सुचि बंसल  बता रही हैं फेस योगा के कुछ खास उपाय जिसको अपना कर आप भी बढ़ती उम्र में अपने चेहरे को बना सकती है स्लिम और खूबसूरत.

ऐसे करें फेस योगा

1. लौयन फेस योगा करें ट्राय

इससे चेहरे की सारी मसल्स चुस्त होती हैं तथा चेहरे  में ब्लड का प्रवाह बढ़ने से स्किन चमकदार बनती है.

स्टेप –1

लंबी गहरी सांस अंदर लें उसके बाद सांस छोड़ते हुए अपनी जीभ को जितना हो सकता है, बाहर निकाले.

स्टेप –2

अब दोनों आंखों से ऊपर की ओर देखे.  इस प्रक्रिया को 10 बार दोहराएं.

ये भी पढ़ें- ब्रेस्टफीडिंग को बढ़ाने के लिए खाएं ये फूड्स

2. स्माइली फेस योगा करें ट्राय

इस अभ्यास से गालों की मांसपेशियों में खून का बहाव तेज़ होने से स्किन में कसाव आता है और झुर्रियां काम होती है.

स्टेप –1

अपने होठों को बंद रखते हुए जितना संभव हो सके उतनी बड़ी स्माइल करें.  इसी स्थिति में 10 सेकेंड्स के लिए रुके.

स्टेप-2

फिर अपने होठों से दांतों को ढकते हुते ‘ओ’ का शेप बनाएं.  इस मुद्रा में भी 10 सेकंड्स के लिए रुके.  इस प्रक्रिया को 5 बार दोहराएं.

3. नेक लिफ्टिंग करें ट्राय

इससे गर्दन की लटकती हुई स्किन में कसाव आता है और डबल चिन से छुटकारा मिलता है.

स्टेप-1

अपनी उंगलियों को गर्दन के निचले हिस्से पर रखें और होठों को अंदर की तरफ दबाएं.

स्टेप-2

अब गर्दन को धीरे-धीरे ऊपर की ओर जाकर देखें तथा गर्दन को स्ट्रेच करें.

ये भी पढ़ें- जानिए क्यों बच्चे के लिए जरुरी है मां का दूध

4. ‘वीबनाना करें ट्राय

इस एक्सरसाइज को करने से आंखों के आसपास की स्किन में कसावट आती है.  कई बार  ज्यादा काम, तनाव या नींद न पूरी होने के कारण आखों के नीचे सूजन आ जाती है.  इस अभ्यास से लटकी हुई स्किन चुस्त होती है तथा झुर्रियां दूर होती हैं.

स्टेप-1

अपनी इंडेक्स और मिडिल फिंगर से ‘वी’ का शेप बनाएं.  अब उंगलियों को अपनी  भौहों के किनारे और चीक बोन पर रखें.

स्टेप-2

उंगलियों से आखों के आसपास की जगह पर जितना हो सके उतना खिंचाव दे, ताकि आप उस खिंचाव को महसूस कर सकें.

स्टेप-3

इस पोजीशन को 10 सेकंड्स तक होल्ड करके रखें.  इस प्रक्रिया को 5 बार दोहराएं.  अंत में 30 सेकंड्स के लिए आंखों को बंद करके रिलेक्स करें.

ये भी पढ़ें- 4 टिप्स: ऐसे करें घर में एक्सरसाइज

5. बलून पोज करें ट्राय

इसको करने से चेहरे पर चर्बी नही जमा होती.  खून का संचार ठीक रहता है, जबड़े की हड्डी को मजबूत बनाता है.

स्टेप-1

इस पोज़ में सबसे पहले अपना मुंह खोले .  मुँह में हवा भर कर करीब 10 सेकंड तक चेहरे को ऐसे ही रहने दें.

स्टेप-2

भारी हुई हवा को मोह के अंदर  दाएं-बाएं घुमाएं.  यह क्रिया 5 बार दोहराएं.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें