क्या पौष्टिक खाना बच्चों के लिये टेस्टी हो सकता है?

यदि आप इस बारे में चर्चा कर रहे हैं कि आपके घर में बच्चों का पोषण एक अहम मुद्दा है तो फिर आप अकेले नहीं हैं. काफी सारे पेरेंट्स इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि उनके बच्चों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं. लेकिन एक हफ्ते के दौरान, ज्यादातर बच्चे खाने में पर्याप्त वैराइटी और पोषण ले लेते हैं. खाने को लेकर मतभेद से बचने के लिये इन तरीकों का इस्तेमाल करें, यदि आपके बच्चे की पसंद अभी भी विकसित हो रही हो.

डॉ. अमित गुप्ता, सीनियर कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन एंड नियोनेटोलॉजिस्ट, बता रहे हैं खास तरीके-

1.भूख पर नजर रखे-

अपने बच्चे की भूख या उसकी कमी पर नजर रखें यदि आपका बच्चा भूखा नहीं है तो अपने बच्चे को जबरदस्ती खाना या स्नैक ना खिलाएं. ना ही अपने बच्चे को पूरी प्लेट खत्म करने या कोई खास चीज खाने का लालच दें या उन्हें मजबूर करें. इससे खाने को लेकर संघर्ष बढ़ सकता है.

2. शेड्यूल तय करें-

हर दिन, खाना और स्नैक्स एक ही समय पर दें. यदि आपका बच्चा नहीं खाना चाह रहा है तो स्नैक खाने का नियत समय बच्चे को हेल्दी खाने का मौका देगा. आप खाने के साथ, दूध या 100% जूस दे सकते हैं, लेकिन खाने और स्नैक्स के बीच केवल पानी ही देना चाहिए. यदि आप अपने बच्चे को ज्यादा मात्रा में पूरे दिन जूस या स्नैक्स देते हैं तो इससे उन्हें खाने के समय पर कम भूख लगेगी.

3.धैर्य रखें-

यदि आप कुछ नया देने की कोशिश कर रहें तो धैर्य रखें छोटे बच्चे अक्सर नए खाने को छूते या सूंघते हैं और उसे हटाने से पहले हो सकता है वे कुछ टुकड़े अपने मुंह में भी रख लें. पहला कौर लेने से पहले, आपके बच्चे को कई बार खाने की नई चीज से परिचय कराने की जरूरत हो सकती है.

4. शॉर्ट ऑर्डर शेफ बनने से बचें

आपके बच्चे द्वारा पहली बार खाने को मना करने पर, उसके लिये फिर दूसरा खाना तैयार करना, खाने में नखरे की आदत को बढ़ाता है. आपको अपने बच्चे को खाने के दौरान बैठने के लिये प्रेरित करना चाहिए, भले ही आपका बच्चा या बच्ची खाना ना खा रहे हों.

5. उसे मजेदार बनाएं

ब्रोकली और अपनी पसंद की सब्जियों के सॉस या डिप के साथ परोसें. खाने को अलग-अलग शेप देने के लिये कुकी कटर का इस्तेमाल करें. डिनर की चीजें ब्रेकफास्ट में परोसें. तरह-तरह के रंगों वाली वैराइटी वाले फूड दें.

6. अपने बच्चे की मदद लें

ग्रोसरी स्टोर में अपने बच्चे से फलों, सब्जियों और दूसरी पौष्टिक चीजों का चुनाव करने में मदद लें. ऐसी चीजें खरीदने से बचें जोकि आप नहीं चाहते कि आपका बच्चा खाए. बच्चे को घर पर सब्जियां धोने या बैटर को हिलाने में आपकी मदद करने के लिये प्रेरित करें.

7.एक अच्छा रोल मॉडल बनें

यदि आप तरह-तरह का हेल्दी खाना खाते हैं तो आपको बच्चा भी यह आदत सीखेग.

8. कल्पनाशील बनें

स्पेगेटी सॉस को थोड़ी कटी हुई ब्रोकली या हरी मिर्च, सीरियल पर फलों के स्लाइस की टॉपिंग या पुलाव और सूप में किसी हुई जुशिनी और गाजर से और बेहतर बनाया जा सकता है.

9.भटकाव कम करें

खाने के दौरान टेलीविजन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स बंद कर दें. इससे आपका बच्चा ज्यादा ध्यानपूर्वक खाना खा सकेगा. इस बात को याद रखें कि टेलीविजन पर आने वाले विज्ञापनों की वजह से आपके बच्चे में मीठा या अनहेल्दी खाने की आदत आ सकती है.

10. इनाम के तौर पर मीठा देने से बचें

डेजर्ट सबसे अच्छे होते हैं, इसलिए उसे खाने से मना करना गलत संदेश देगा और इससे आपके बच्चे को मीठा खाने की क्रेविंग और ज्यादा होगी. आप हफ्ते में एक या दो रातें, डेजर्ट नाइट के तौर पर रख सकते हैं और बाकी रातों को डेजर्ट देने से बच सकते हैं, या फिर आप फल, दही या अन्य पौष्टिक विकल्पों को डेजर्ट के रूप में पेश कर सकते हैं.

यदि आपके बच्चे के खाने-पीने के नखरे की वजह से आपको उसके विकास के प्रभावित होने का डर सता रहा है तो अपने डॉक्टर से बात करें. वह आपके बच्चे के विकास के लिये चार्ट बनाने में मदद कर सकते हैं. पिछले तीन दिनों के दौरान आपका बच्चा क्या खा रहा है और कितनी मात्रा में खा रहा है इसको ध्यान में रखते हुए, वह ऐसा चार्ट बनाएंगे. एक फूड जर्नल, आपके बच्चे के साथ किसी भी प्रकार की समस्या की पहचान करने में डॉक्टर की मदद कर सकता है. इस बीच, इस बात को ध्यान में रखें कि आपके बच्चे के खाने की आदतें रातोंरात नहीं बदलेंगी; हर दिन आपके द्वारा उठाए गए छोटे-छोटे कदम पूरी जिंदगी हेल्दी खाने की आदत को प्रोत्साहित करेंगे.

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