सवाल-
मेरे बेटे की उम्र 4 साल है, उस ने 2020 में औनलाइन क्लास के द्वारा अपनी स्कूली शिक्षा शुरू की थी, लेकिन 1 साल के भीतर ही आंखों में जलन, दर्द की शिकायत पाई गई है. मुझे क्या करना चाहिए?
जवाब-
डब्ल्यूएचओ के दिशानिर्देशों के अनुसार, 5 साल से कम उम्र के बच्चों को स्क्रीन के सामने नहीं बैठना चाहिए. लेकिन अब बच्चों को अपनी आंखों को लगातार स्क्रीन पर रखना पड़ता है, जिस से उन की आंखों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है और स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याएं भी पैदा होती हैं. इन के प्रभाव को कम करने के लिए आप को बच्चे को खेलखेल में आंखों की ऐक्सरसाइज करवानी चाहिए. बच्चों के लिए पलकों को लगातार झपकना एक सरल व बेहतर ऐक्सरसाइज है, जिसे आप खेलखेल में भी करवा सकती हैं. पलकों को लगातार झपकना एक सामान्य प्रक्रिया है. इस ऐक्सरसाइज से आंखें तरोताजा रहती हैं और उन से तनाव दूर होता है.
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इन दिनों पॉवर वाले चश्मे पहने बच्चों की बढ़ती संख्या को देखकर बहुत चिंता होती है. टेक्नोलॉजी हमारी मदद करने और हमारे जीवन को सरल बनाने के लिए होती है, लेकिन बहुत से आविष्कारों ने बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित किया है और उन्हें आलसी बना दिया है. कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन क्लास के लिए गैजेट्स के सामने ज्यादातर बच्चे अपना समय बिता रहे हैं. इसकी वजह से बच्चे बाहर खेलने बहुत कम जा पा रहे हैं. लेकिन यह चीज उनके स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक है खासकरके उनकी आंख के लिए यह बहुत खतरनाक है. इसलिए यह जरूरी है कि हम उनके स्क्रीन के सामने बैठने के समय को कम करें और उन्हें ऐसी डाइट दें, जो स्वाभाविक रूप से उनकी आंखों की रोशनी में सुधार करें. उन्हें बैलेंस्ड डाइट देने के अलावा मीडियम एक्सरसाइज और नियमित आंखों की जाँच खराब दृष्टि से निपटने के लिए सरल उपाय होती हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए- औनलाइन स्टडी के दौरान बच्चों की आंखों का रखें ख्याल
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