डायबिटीज यानी मधुमेह एक ऐसी स्थिति है जब आप के शरीर में रक्त शर्करा (ग्लूकोज) का स्तर बहुत अधिक हो जाता है. यह तब विकसित होता है जब आप का आगनाशय पर्याप्त इंसुलिन नहीं बनाता है या बिलकुल भी नहीं बनाता है या आप का शरीर इंसुलिन के प्रभावों पर ठीक से प्रतिक्रिया नहीं करता है. डायबिटीज किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है. अगर इस का सही तरीके से इलाज न कराया जाए तो यह शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकती है और अन्य बीमारियों को जन्म दे सकती है. कुछ सरल उपायों से डायबिटीज की जटिलताओं से बचा जा सकता है.
आइए, जानते हैं मैरिंगो एशिया हौस्पिटल गुरुग्राम के डा. शिबल भट्टाचार्य से कि इस की जटिलताओं से कैसे बचा जा सकता है:
नियमित ब्लड शुगर की जांच करें
डायबिटीज के कौंप्लिकेशन से बचने के लिए सब से जरूरी है कि आप अपने ब्लड शुगर के स्तर को नियमित रूप से जांचते रहें. ब्लड शुगर की जांच से आप को पता चलेगा कि आप का शुगर लैवल सही है या नहीं. अगर यह नौर्मल स्तर से ऊपर है तो आप को इसे कंट्रोल करने के लिए कदम उठाने की जरूरत होगी.
ब्लड शुगर की जांच के लिए घर पर ग्लूकोमीटर का इस्तेमाल किया जा सकता है. इस के अलावा समयसमय पर डाक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है. डाक्टर आप को शुगर कंट्रोल करने के लिए जरूरी दवाइयां और डाइट प्लान दे सकते हैं.
सही डाइट फौलो करें
डायबिटीज के मरीजों को अपने खानेपीने का विशेष ध्यान रखना चाहिए. अनियंत्रित खानपान से शुगर लैवल बढ़ सकता है, जिस से कई प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को संतुलित और हैल्दी डाइट का पालन करना चाहिए.
फाइबर युक्त भोजन करें: फाइबर युक्त भोजन जैसे साबूत अनाज, सब्जियां और फल खाने से शुगर लैवल नियंत्रित रहता है.
प्रोटीन का सेवन बढ़ाएं: दाल, अंडा, मछली और दही जैसे प्रोटीन युक्त आहार से शरीर को ऐनर्जी मिलती है और शुगर भी कंट्रोल में रहता है.
मीठे का सेवन कम करें: मीठे खाने का सेवन करने से शुगर लैवल तेजी से बढ़ सकता है. इसलिए मिठाई, शुगर युक्त पेय और पैकेज्ड फूड्स से बचें.
छोटेछोटे भाग में खाना खाएं: दिन में 5-6 बार छोटेछोटे मील्स लेने से ब्लड शुगर लैवल स्थिर रहता है.
नियमित व्यायाम करें
व्यायाम से शरीर में शुगर का स्तर कंट्रोल में रहता है और वजन भी कंट्रोल में रहता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए नियमित व्यायाम करना बहुत जरूरी है. व्यायाम से न केवल ब्लड शुगर नियंत्रित होती है, बल्कि यह हृदय, फेफड़ों और शरीर के अन्य अंगों को भी स्वस्थ रखता है.
ब्रिस्क वाक: हर रोज 30 मिनट तक तेज चलने की आदत डालें. इस से शरीर में इंसुलिन का उपयोग सही तरीके से होता है.
योग और ध्यान: योग और ध्यान से तनाव कम होता है, जिस से शुगर लैवल कंट्रोल में रहता है. डायबिटीज के मरीजों के लिए प्राणायाम और हलके योगासन भी लाभकारी होते हैं.
स्ट्रैंथ ट्रेनिंग: हलका वजन उठाने से मांसपेशियों की ताकत बढ़ती है और शरीर में शुगर की खपत होती है, जिस से ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है.
तनाव से बचें
तनाव डायबिटीज के मरीजों के लिए एक बड़ा दुश्मन है. जब हम तनाव में होते हैं तो शरीर में कोर्टिसोल नामक हारमोन का स्तर बढ़ जाता है जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है. इसलिए तनाव से बचना जरूरी है.
मैडिटेशन करें: मैडिटेशन करने से मानसिक शांति मिलती है और तनाव कम होता है.
अच्छी नींद लें: पर्याप्त और गहरी नींद से शरीर को आराम मिलता है, जिस से तनाव कम होता है.
पसंदीदा गतिविधियों में शामिल हों: जो चीजें आप को खुशी देती हैं जैसेकि पढ़ना, संगीत सुनना या चित्रकारी करना, उन्हें अपने रूटीन में शामिल करें.
दवाइयों का सही तरीके से सेवन करें
डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए अकसर दवाइयों की जरूरत होती है. आप को अपनी दवाइयों का सेवन समय पर और डाक्टर के निर्देशानुसार ही करना चाहिए. अगर आप दवाइयों का सही तरीके से सेवन नहीं करते हैं
तो इस से ब्लड शुगर का स्तर असामान्य हो सकता है और इस से कौंप्लिकेशन का खतरा बढ़ जाता है.
डाक्टर से नियमित जांच कराएं: अपनी दवाइयों की सही खुराक और असर के बारे में जानने के लिए डाक्टर से समयसमय पर परामर्श लें.
इंसुलिन का सही तरीके से इस्तेमाल करें: अगर आप को इंसुलिन लेने की जरूरत है तो इसे सही तरीके से और समय पर लें.
धूम्रपान और शराब से बचें
धूम्रपान और शराब दोनों डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं. धूम्रपान करने से हृदयरोग, फेफड़ों की बीमारी और नसों को नुकसान हो सकता है, वहीं शराब का अधिक सेवन ब्लड शुगर लैवल को अस्थिर कर सकता है.
धूम्रपान छोड़ें: अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे तुरंत बंद करें. यह डायबिटीज के कौंप्लिकेशन को रोकने में मदद करेगा.
शराब का सेवन न करें: अगर आप शराब का सेवन करते हैं तो इसे तत्काल छोड़ दें.