आज हर उम्र के लोग स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो चुके है. इस बारें में मुंबई के कोकिलाबेन धीरूबाई अम्बानी हॉस्पिटल कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ प्रवीण कहाले कहते हैं कि कोविड के बाद लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है और ये अच्छी बात है, लेकिन कुछ बातें हर व्यक्ति को नए साल में समझने की जरुरत है, जो निम्न है.
अपना वज़न नियंत्रण में रखें
ध्यान रखें कि आपका वज़न जो सही होना चाहिए वही है. इसके लिए आपको अतिरिक्त कैलरीज़ से बचना होगा और नियमित रूप से कसरत करनी होगी. लिफ्ट के बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करने जैसे आसान उपाय आप हर दिन कर सकते हैं. बैठे रहना आपके लिए उतना ही हानिकारक है जितना, पैसिव स्मोकिंग है, लगातार लंबे समय तक बैठे रहने से हृदय की बीमारियों का खतरा बढ़ता है. जब आप बैठे रहते हैं तब आप अपने शरीर को उतना ही नुकसान पहुंचाते हैं जितना लकड़ी के धुंए में रहने से होता है. इसीलिए, कसरत न करने या बैठे रहने को पैसिव स्मोकिंग माना जाता है.
- पैक्ड फूड्स खाना कम या बंद करें और स्वस्थ आहार को चुनें. रोज़ के खाने में बहुत सारी सब्ज़ियां
होनी चाहिए, नमक और चीनी की मात्रा कम करें. - आहार पर नियंत्रण रखने के साथ-साथ, कसरत पर भी नियंत्रण रखना ज़रूरी है. बहुत ज़्यादा कसरत
की वजह से कई बार समस्याएं खड़ी हो जाती हैं, कई बार लोग बॉडी बनाने के लिए स्टेरॉइड्स और
इस तरह की दूसरी दवाइयां लेते हैं, जिससे कार्डिओवस्क्युलर यानी ह्रदय की बिमारियों का खतरा
बढ़ता है. - बच्चों को डिजिटल दुनिया से दूर रखिए, उन्हें खेलने, कसरत करने के लिए बढ़ावा दें. बैडमिंटन, टेबलटेनिस, क्रिकेट और फुटबॉल जैसे आउटडोर खेल खेलने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए. इससे बच्चों में सहनशीलता बढ़ती है और हृदय की बिमारियों का खतरा कम होता है.
जीवनशैली में इन महत्वपूर्ण बदलावों को लाने के अलावा अच्छी गहरी नींद लेना बेहद जरूरी है.
कितनी नींद ले रहे हैं, उसके साथ-साथ नींद की गुणवत्ता भी महत्वपूर्ण है. सोने से पहले मोबाइल
उपकरणों और टेलीविजन से दूर रहें, क्योंकि यह आपके सर्केडियन रिदम को तोड़ता है या परेशान
करता है, जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. स्वास्थ्य अच्छा रख पाने के लिए नींद एक
महत्वपूर्ण पहलू है. दोपहर के समय में छोटी झपकी ले सकते हैं, लेकिन दिन में लंबे समय तक सोने से
निश्चित रूप से आपके हृदय संबंधी जोखिम बढ़ेगी. ये कुछ निवारक उपाय और स्वस्थ जीवन शैली को
अपनाकर आप अपना ह्रदय स्वस्थ रख सकते हैं.
- अलग-अलग उम्र के लोगों के लिए कसरत भी अलग-अलग तरह की होती हैं, जिन लोगों को जोड़ों का
दर्द या अन्य समस्या होती है, वे जॉगिंग और ट्रेडमिल के बजाय तैरने और साइकिल चलाने जैसे स्थिर
व्यायाम कर सकते हैं, इस तरह के उपकरण जिम और घर में भी आसानी से उपलब्ध होते हैं. - यह ज़रूरी नहीं है कि हाई स्पीड वाला व्यायाम करें. मध्यम तीव्रता वाले व्यायाम नियमित रूप से,
लगातार करके आप तनाव को दूर रख सकते हैं, ध्यान रखें कि कभी-कभी व्यायाम हानिकारक हो
सकता है. - विटामिन डी, विटामिन बी12 जैसे पोषक तत्वों की कमी की जांच कराते रहें और आयरन की कमी मानकर उसकी पूर्ति करते रहें, युवा महिलाओं के साथ-साथ वयस्क महिलाओं में भी विटामिन, आयरन की कमी बेहद आम समस्या है. कुल स्वास्थ्य को अच्छा रख पाने और विशेष रूप से हृदय के स्वास्थ्य को अच्छा रख पाने के लिए पोषण की दृष्टी से यह एक महत्वपूर्ण पहलु है.
- किसी व्यक्ति को डायबिटीज, रक्तचाप या कोलेस्ट्रॉल न हो तो भी, मोटापे और वज़न ज़्यादा होने से ह्रदय की बीमारी का खतरा 25 प्रतिशत तक बढ़ता है. डायबिटीज और मोटापा एक जानलेवा कॉम्बिनेशन है, क्योंकि मोटापे के कारण डायबिटीज की संभावना बढ़ती है और एक बार अगर मरीज़ को हाई शुगर हो जाता है, तो हार्ट अटैक की संभावना कई गुना बढ़ जाती है.
- धूम्रपान हार्ट अटैक की बहुत महत्वपूर्ण वजह होती है. सिगरेट के धुंए में जो केमिकल्स होते हैं उनसे शरीर में खून गाढ़ा हो जाता है, वाहिकाओं और शिराओं धमनियों में क्लॉट्स जमा होने लगते हैं.
अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है प्रोसेस्ड फूड कम खाना और नमक, चीनी की मात्रा कम रखना.
उम्र बढ़ने पर कार्डियोवेस्क्युलर रिस्क को कम करने के लिए बचपन से ही कुछ बातों का ख्याल
रखना चाहिए. शरीर को नमक और चीनी की आवश्यकता नहीं होती, यह दो चीज़ें आपके शरीर को
नहीं, बल्कि सिर्फ जीभ को खुश रखने के लिए होती हैं. अब आपको सोचना होगा कि नए साल में आप
सिर्फ जीभ को खुश रखना चाहते हैं या पूरे शरीर को?