हमारी धमनियों में जब रक्त का दबाव बढ़ जाता है तो उच्च रक्तचाप यानी कि हाई ब्लडप्रेशर की समस्या जन्म लेती है. ब्लडप्रेशर लाइफस्टाइल की वजह से होने वाली एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीजों की संख्या दुनिया भर में बहुत तेजी से बढ़ रही है. यह आजकल की एक आम समस्या है. अगर समय रहते इसपर ध्यान न दिया जाए तो यह अपने साथ कई अन्य बीमारियां भी साथ लाती हैं. वस्तुत: हाई ब्लडप्रेशर के साथ तमाम लोगों में गंभीर बीमारियां घर कर लेती हैं. जैसे हृदय रोग- कोरोनरी आर्टरी डिजीज, डाइबिटीज, गुर्दा रोग, स्ट्रोक-यानी सेरिब्रल थ्रॉम्बोसिस और ब्रेन हेमरेज आदि.
एक स्वस्थ शरीर वाले व्यक्ति का ब्लड प्रेशर अधिकतम 120 और न्यूनतम 80 होता है. अगर आपका ब्लडप्रेशर सामान्य नहीं है तो इसका मतलब आप पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हैं. उच्च रक्तचाप की समस्या से निपटने के लिए सबसे पहले उसके लक्षणों के बारे में जानना बेहद जरूरी है. आज हम आपको हाई ब्लड प्रेशर के कुछ सामान्य लक्षणों और उसके इलाज के बारे में बताने जा रहे हैं.
हाई ब्लडप्रेशर के लक्षण
– हाई ब्लड प्रेशर के शुरुआती दौर में रोगी के सिर के पीछे गर्दन में हमेशा दर्द की समस्या बनी रहती है. कई बार हम इस परेशानी को नजरअंदाज कर देते हैं जो बाद में एक गंभीर समस्या के रूप में सामने आ सकती है.
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– अगर आप बहुत ज्यादा तनाव महसूस कर रहे हों तो यह भी हाई ब्लडप्रेशर का लक्षण होता है. ऐसे में आपको छोटी-छोटी बात पर गुस्सा आता है और आप सही-गलत की पहचान नहीं कर पाते हैं.
– नाक से खून, सांस लेने में तकलीफ आदि हाई ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है.
– हाई ब्लड प्रेशर में सर चकराना आम है. कई बार शारीरिक कमजोरी की वजह से भी सर चकराने की समस्या सामने आती है.
– अनिद्रा भी उच्च रक्तचाप के लक्षणों में से एक है. उच्च रक्तचाप के ज्यादातर रोगियों को अनिद्रा की शिकायत जरूर होती है.
– अगर आप थोड़ा सा काम करते ही थक जाते हों या फिर जरा सा तेज चलने पर आपकी सांसें फूलने लगती हों तो आप हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हो सकते हैं. इस तरह के किसी भी लक्षण के दिखाई देते ही तुरंत डाक्टर से संपर्क करें.
क्या है इसका इलाज
इस रोग का घरेलू उपचार भी संभव है, जरूरत है संयमपूर्वक नियम पालन की.
– तीन ग्राम मेथीदाना पावडर सुबह-शाम पानी के साथ पंद्रह दिनों तक लगातार लें. ऐसा करने से आपको काफी लाभ मिलेगा.
– दिन में भोजन के बाद नियमित रूप से छाछ जरूर लें.
– गेहूं व चने के आटे को बराबर मात्रा में लेकर बनाई गई रोटी खूब चबा-चबाकर खाएं, आटे से चोकर न निकालें.
– तरबूज के बीज की गिरि तथा खसखस अलग-अलग पीसकर बराबर मात्रा में मिलाकर रख लें. एक चम्मच मात्रा में प्रतिदिन खाली पेट पानी के साथ लें.
– हाई ब्लडप्रेशर के मरीजों के लिए पपीता भी बहुत लाभ करता है, इसे प्रतिदिन खाली पेट चबा-चबाकर खाएं.
– तुलसी का रस एक या दो चम्मच पानी में मिलाकर खाली पेट सेवन करें. इसके एक घंटे बाद तक कुछ भी न खाएं.
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– डाक्टर के परामर्श के बगैर कोई भी दवा किसी के कहने पर या फिर अपने आप न लें. स्वचिकित्सा (सेल्फ मेडिकेशन) से बचें.