Diwali Special: वैक्‍सिंग से नहीं होगा दर्द

जब आप पहली बार वैक्सिंग कराती हैं तो आपको ज्यादा दर्द होता है और आपको वैक्सिंग शब्द से डर लगने लगता है.

वैक्सिंग के दौरान जब बाल स्किन से अलग होता है तो काफी दर्द होता है. फिर आपको लगता है कि क्या इस दर्द को कम किया जा सकता है? तो इसका जबाब है हाँ, हो सकती है. इन उपायों की मदद से आप अपनी वैक्सिंग दर्द रहित बना सकते हैं.

1. सुबह कॉफी ना पीएं

जिस दिन आपको वैक्सिंग करवानी है उस दिन सुबह कॉफी न पीएं. ऐसा करने से दर्द थोड़ा कम हो सकता है. कॉफी में कैफीन मौजूद होता है जो इस के दोनों छोरों को उत्तेजित करता है और वैक्सिंग में जब बाल खिंचते हैं तो काफी दर्द होता है.

2. पीरियड के दौरान वैक्सिंग न कराएं

पीरियड के दौरान वैक्सिंग नहीं करानी चाहिए क्योंकि इस समय आपकी त्वचा काफी संवेदनशील रहती है. वैक्सिंग कराने का सबसे सही समय है जब आपका पीरियड खत्म हो गया हो क्योंकि तब आपका शरीर नार्मल हो जाता है और वैक्सिंग सही तरीके से हो सकती है.

3. वैक्सिंग सेशन को सही रखने के लिए एक्सफोलिएट कर लें

इससे शरीर से डेड सेल निकल जाते हैं और वह बाल जो डेड स्किन सेल के अंदर रहते हैं वह भी निकल जाते हैं. जब यह हो जाता है तब बालों का निकलना दर्दभरा नहीं होता.

4. गर्म स्नान

वैक्सिंग कराने से पहले ठंडे नहीं बल्कि गर्म पानी से नहाएं. गर्म पानी से नहाने से आपकी त्वचा के रोमक्षिद्र खुल जाएंगे और त्वचा की ऊपरी परत कोमल हो जायेगी.

5. ढ़ीले कपड़े

वैक्सिंग के दौरान ढ़ीले कपड़े पहनें ताकि वैक्सिंग में कोई परेशानी ना हो. वैक्सिंग के बाद आपकी त्वचा कुछ समय के लिए काफी संवेदनशील रहती है. आपको ढ़ीले कपड़े पहनने चाहिए क्योंकि टाइट कपड़ों से त्वचा में खुजली या अन्य परेशानी हो सकती है. नेचुरल फाइबर का इस्तमाल करें क्योंकि इससे आपकी त्वचा में परेशानी नहीं होगी और पसीना नहीं आएगा.

6. वैक्स को ठंडा होने दें

यह आपका पहला वैक्सिंग सेशन न हो तब भी आपको वैक्स को अच्छी तरह से ठंडा होने देना चाहिए. कई लोग काफी गर्म वैक्स त्वचा पर लगवा लेते हैं जिससे जलने की समस्या आ सकती है. ज़्यादा गर्म वैक्स का इस्तमाल करने से त्वचा की कुछ परतें निकल कर बाहर आ सकती हैं. इसलिए बिकिनी या ब्राजीलियन वैक्स के समय सचेत रहें.

7. नम्ब करने वाली क्रीम

अगर आपको लगता है कि आपकी त्वचा काफी संवेदनशील है तो आप वैक्सिंग वाली जगह पर नम्ब करने वाली क्रीम का इस्तमाल कर सकते हैं. यह तब ज्यादा असरदार होता है जब आप बिकिनी या ब्राजीलियन वैक्स करवा रहे हों. नम्ब करने वाली क्रीम से शरीर के उस भाग की त्वचा नम्ब हो जाती है जहां आपको वैक्सिंग करवानी है और आपको दर्द रहित वैक्सिंग का एहसास होता है. इस क्रीम को आपको वैक्सिंग कराने से आधे घंटे पहले लगाना होता है.

8. दर्द से मुक्ति

अगर आपको लगता है कि आपका वैक्सिंग सेशन खराब होने वाला है तो अंतिम उपाय है कि आप दर्द से मुक्ति के लिए दवाई ले लें. अंतिम समय में एडविल, इबुप्रोफेन, एस्पिरिन जैसी दवाइयां ली जा सकती हैं. वैक्सिंग से आधा घंटा पहले इन्हें खाएं ताकि आपका वैक्सिंग सेशन सही रहे.

9. एलो वेरा जेल

जब आपकी वैक्सिंग हो जाए तो एक्सपर्ट से कहकर एलो वेरा जेल या कोई ऐसा ही जेल लगवा लें ताकि त्वचा पर लाल निशान न पडें. एलो वेरा जेल लगाने से आपकी त्वचा को अच्छा लगेगा और यह त्वचा को हाइड्रेट भी करती है.

10. चार हफ्ते पहले तक शेव न किया हो

जब वैक्स करवाने जाएं तो यह सुनिश्चित कर लें कि आपने तीन से चार हफ्ते पहले तक शेव न किया हो. ऐसा कहते हैं कि कम से कम एक इंच बाल रहने चाहिए तभी वैक्सिंग में सुविधा होती है. इसका मतलब है कम से कम एक महिना बिना शेव किये हुए रहें. काफी छोटे बालों को निकालना काफी मुश्किल होता है जैसे काफी लंबे बालों को निकालने में दर्द होता है.

टीनऐजर्स एंड वैक्सिंग

टीनऐजर्स की स्किन सौफ्ट होती है, छोटी उम्र में वैक्सिंग बिलकुल नहीं, हाथपैर खराब हो जाएंगे, सैंसिटिव स्किन पर रैशेज पड़ने का डर रहेगा, वैक्स करवाने से स्किन लटक जाएगी आदि बातें की जाती हैं.

सचाई यह है कि प्यूबर्टी के कारण शारीरिक व मानसिक रूप से काफी परिवर्तन होते हैं. खासकर, बालों की ग्रोथ तेजी से बढ़ती है. इस का कारण हार्मोनल चैंजेस होते हैं. ऐसे में टीनऐजर्स अपने शरीर में हुए इन बदलावों को स्वीकार नहीं कर पाते हैं और खुद की तुलना दूसरी लड़कियों से कर के कौंपलैक्स के शिकार होने लगते हैं. वैक्सिंग व उन की स्किन की सही जानकारी ले कर उन की इस समस्या का समाधान करें.

कैसी है स्किन

आप की स्किन की सौफ्टनैस व लचीलापन सिर्फ इस बात पर निर्भर नहीं करता है कि आप कैसा प्रोडक्ट इस्तेमाल करती हैं, बल्कि इस के लिए एक्स्टर्नल व इंटरनल दोनों कारण जिम्मेदार होते हैं.

जैसे, स्किन की इलास्टिसिटी कितना वाटर रिटेन करने में सक्षम है इस बात पर डिपैंड करती है तो वहीं सीबम के उत्पादन पर स्किन की सौफ्टनैस निर्भर करती है. स्किन की सैंसिटिविटी के लिए हमारा खानपान व हार्मोंस जिम्मेदार होते हैं, इसलिए स्किन टाइप को ध्यान में रख कर ही हमेशा वैक्सिंग करवानी चाहिए ताकि किसी तरह के रिऐक्शन का डर न हो. लेकिन ऐसा तभी हो पाएगा जब आप को इस की जानकारी होगी.

स्किन टाइप के हिसाब से वैक्सिंग

नौर्मल स्किन : नौर्मल स्किन वालों में वाटर व लिपिड कंटैंट काफी अच्छा होता है, जिस के कारण उन की स्किन ड्राई नहीं होती. यह अतिरिक्त सीबम का उत्पादन भी करता है. इस से स्किन पर किसी भी तरह का रिऐक्शन नहीं होता. ऐसी स्किन वाले टीनऐजर्स के लिए सौफ्ट व हार्ड वैक्स बैस्ट विकल्प है, जो उन की स्किन को नरिश करने का काम करता है.

ड्राई स्किन : ड्राई स्किन पर्याप्त मात्रा में सीबम का उत्पादन करने में सक्षम नहीं होती है, जिस से स्किन ड्राईड्राई सी लगती है. इस के लिए वैक्सिंग से पहले स्किन को ऐक्सफौलिएट करने की जरूरत होती है ताकि डैड स्किन रिमूव हो कर स्मूद हो सके.

ऐसी स्किन वालों के लिए हनी व कोको वैक्स बेहतर औप्शन है, जो स्किन को मौइश्चर प्रदान करने के कारण सौफ्ट फील देता है.

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औयली स्किन : औयली स्किन में वाटर लैवल अच्छाखासा होता है. लेकिन अतिरिक्त सीबम औयली स्किन के लिए परेशानी का कारण बनता है. इसलिए स्किन पर वैक्सिंग से पहले पाउडर अप्लाई किया जाता है ताकि अतिरिक्त औयल को पाउडर सोख सके और वैक्स एक बार में ही अपना काम कर दे. ऐसी स्किन पर क्रीम वैक्स अच्छा रिजल्ट देती है.

सैंसिटिव स्किन : सैंसिटिव स्किन को खास केयर की जरूरत होती है क्योंकि ऐसी स्किन पर एलर्जी पनपने के चांसेज ज्यादा रहते हैं. इस के लिए लो मैल्ट वाली हाई वैक्स अच्छी रहती है, जो स्किन को सेफ रखने के साथसाथ स्मूद बनाए रखती है.

सभी स्किन के लिए बैस्ट है क्रीम वैक्स

क्रीम वैक्स को सभी स्किन टाइप के लिए उपयुक्त माना जाता है क्योंकि यह कम हीट पर पिघलती है और बाकी वैक्स की तुलना में चिपकती भी कम है. यह विभिन्न औयल व मिल्क से बनी होने के कारण स्किन को नरिश करने का काम करती है.

पतली स्किन की ज्यादा केयर

बड़ों की तुलना में टीनऐजर्स की स्किन थोड़ी पतली होती है, जिस से स्किन को नुकसान पहुंचने का डर बना रहता है. ऐसे में अगर आप अपने बच्चे की वैक्सिंग खुद घर पर करने की सोच रही हैं तो आप का यह निर्णय सही नहीं है, क्योंकि आप को स्किन व वैक्स के बारे में सही जानकारी नहीं होने के कारण हो सकता है कि आप ज्यादा गरम वैक्स स्किन पर लगा दें, जिस से स्किन जल भी सकती है.

ऐसे में प्रोफैशनल की देखरेख में ही इसे करवाना उपयुक्त रहता है. टीनऐजर्स की स्किन को देख कर ही पता लगा लेते हैं कि उन की स्किन पर किस तरह की वैक्स की जरूरत है, जिस से दर्द भी कम हो व बाल भी जड़ से निकल जाएं. उन की देखरेख में स्किन जलने, काली पड़ने का डर नहीं रहता, जो शायद घर पर संभव न हो. वे फ्री व पोस्ट वैक्सिंग केयर का भी खास ध्यान रखते हैं.

भूल कर भी हेयर रिमूवल क्रीम्स नहीं

हेयर रिमूवल क्रीम्स भले आसानी से उपलब्ध होने के साथसाथ शरीर से अनचाहे बालों को हटाने का बहुत ही आसान सा उपाय हैं लेकिन इस में मौजूद कैमिकल्स से स्किन काली पड़ने के साथसाथ उन पर रैशेज, दागधब्बे भी पड़ जाते हैं. साथ ही, 3-4 दिनों में ही काले व मोटे बाल आने शुरू हो जाते हैं, जो स्किन की सौफ्टनैस को खत्म करने का काम करते हैं.

वैक्सिंग से ग्रोथ भी कम

हेयर रिमूवल क्रीम की तुलना में वैक्सिंग जड़ से बालों को निकालने का काम करती है, जिस से लंबे समय तक बाल नहीं आते और जब आते हैं तो बहुत ही सौफ्ट ग्रोथ आती है. खास बात यह है कि यह स्किन की टैनिंग को रिमूव करने के साथ स्किन के टैक्स्चर को भी इंप्रूव करती है.

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लेजर ट्रीटमैंट भी कारगर

हर लड़की खूबसूरत दिखना चाहती है. लेकिन कई बार मासिकधर्म शुरू होने या एंड्रोजन हार्मोन (जो पुरुष हार्मोन होता है) की मात्रा महिला के शरीर में बढ़ने से चेहरे पर अनचाहे बाल आने लगते हैं, जिस से उन्हें लोगों को फेस करने में शर्मिंदगी महसूस होती है और इस से छुटकारा पाने के लिए कभी वे चोरीछिपे थ्रेड चलवाती हैं तो कभी रेजर का इस्तेमाल करती हैं, जिस से चेहरा खराब होने लगता है.

ऐसे में जब बात चेहरे की आए तो मांओं को चाहिए कि वे अपने बच्चों को अच्छे डर्मेटोलौजिस्ट को दिखाएं ताकि चेहरे पर आने वाले अनचाहे बालों का कारण ज्ञात हो सके. हार्मोंस में गड़बड़ी होने पर उसे दवाइयों से कंट्रोल किया जा सकता है. वहीं चेहरे पर अनचाहे बालों को लेजर ट्रीटमैंट से भी ठीक किया जा सकता है, जो काफी सेफ व इफैक्टिड तरीका है.

यह तकनीक चेहरे, गरदन, हाथपैरों या शरीर के किसी भी भाग से बालों को हटाने में सक्षम है. इस के लिए 7-8 सिटिंग्स दी जाती हैं. लेकिन रिजल्ट काफी बेहतर मिलता है. और फिर बारबार वैक्सिंग करवाने से भी छुटकारा मिल जाता है.

इसलिए मांएं वैक्सिंग को हौआ न बनाएं बल्कि वैक्सिंग की तकनीक की सही जानकारी रख कर अपने बच्चों की जरूरतों के साथ उन की भावनाओं को सम  झें ताकि उन्हें अनचाहे बालों के कारण किसी के सामने शर्मिंदा न होना पड़े.

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घर पर ऐसे करें वैक्सिंग

चाहे लड़का हो या लड़की महिला हो या पुरुष खूबसूरत दिखने के लिए क्या नहीं करते.पार्लर जाते है मेकअप , फेशिअल आदि करवाते हैं. और वैक्सिंग भी. जिसके द्वारा शरीर के सभी बालों को हटाया जाता है या रिमूव किया जाता है. वैक्सिंग के जरिये  शरीर के किसी भी भाग के अनचाहे बालों को आसानी से हटा जा सकता है. ताकि स्किन में निखार आ सके .

लेकिन क्या आप जानती है वैक्सिंग खुद घर पर भी की जा सकती है. इसे करने के लिए आपको ज्यादा कुछ करने की भी आवश्यकता नहीं है. बस मार्केट से अपनी स्किन को सूट करती हौट या कोल्ड वैक्स ले आईये. और वैक्स कीजिए. आपका पार्लर जाने का खर्चा तो बचेगा ही साथ-साथ आपका समय भी बचेगा.

दो प्रकार की होती है वैक्स

हौट वैक्स :- हौट वैक्स का प्रयोग शरीर के नाजुक अंगो पर किया जाता है. इसे सीधा गरम करके ही स्किन पर लगाया जाता है. लेकिन इसे लगाने से पहले टेलकम पाउडर लगाना न भूले.

कोल्ड वैक्स :- कोल्ड वैक्स का प्रयोग हाथो, पैरो और अंडर आर्म्स के लिए उपयोगी है. कोल्ड वैक्स को सीधे ही स्किन पर लगाया जाता है.

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ऐसे करें वैक्स

स्टेप-1

वैक्सिंग करने के लिये सबसे पहले सभी आवशयक सामग्री इकठ्ठा कर लें. इसके लिए वैक्स टेप या स्ट्रिप्स, बॉडी स्क्रब, बॉडी लोशन और सुन्न करने के लिए कोई क्रीम ले आये.

स्टेप-2

फिर हलके हाथो से बौडी वौश को शरीर पर लगाकर सभी बालों को साफ़ कर ले और उन्हें नरम बना लें. इसके द्वारा बालों को निकालने में आसानी होगी.

स्टेप-3

इसके बाद जिस जगह वैक्स करनी है उस पर सुन्न करने वाली क्रीम लगा लें. ये आपको किसी भी कौस्मेटिक की दुकान पर मिल जाएगी. इस क्रीम से वैक्सिंग कराते समय आपको दर्द नहीं होगा. आप चाहे तो इसके स्थान पर बर्फ का भी प्रयोग कर सकती है. लेकिन एक बात का ध्यान रखें की पीरियड्स और मासिक धर्म के दौरान वैक्सिंग नहीं करनी चाहिए. क्योकि इस दौरान अधिक दर्द होता है.

स्टेप-4

अब वैक्स लगाएं. इसके बाद किसी भी कॉटन के कपडे या रेडिमेड स्ट्रिप्स की मदद से इसे निकाल लें. वैक्स के साफ़ हो जाने के बाद स्किन के उस हिस्से को ठन्डे पानी से धो लें. धोने के बाद तेल लगाना न भूलें. ऐसा करने से स्किन की चमक और अधिक हो जाती है.

फायदे

वैक्स कराने के बाद स्किन मुलायम हो जाती है. इसके अलावा मृत और शुष्क स्किन भी निकल जाती है.

वैक्सिंग कराने के बाद स्किन में बालों से होने वाली खुजली और जलन भी नहीं होती. इसके अतिरिक्त मार्किट की हेयर रिमूवर क्रीम के उपयोग से स्किन पर दाने पड़ने लगते है जो इसके प्रयोग से नहीं होते.

वैक्स कराने से स्किन का छोटे से चोट बाल भी निकल जाता है. ताकि पूरी स्किन साफ़ और अच्छी दिखाई दें.

हेयर रिमूवर क्रीम से प्रयोग से स्किन पर कालापन आ जाता है जो वैक्सिंग से नहीं आता.

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घर पर कैसे तैयार करें

आप स्वयं घर पर भी वैक्स बना सकती है. इसके लिए आपको 1/2 कप चीनी, 1/2 कप पानी, 11/2 कप सिट्रिक एसिड या नींबू, एक चम्मच ग्लिसरीन की आवश्यकता होगी.

विधि :- वैक्स बनाने के लिए चीनी को पानी में घुलने के लिए गैस पर रख दें. चीनी के घुलने के बाद उसमे नींबू का रस डाल दें. गाढ़ा होने के बाद इसे गैस से उतार लें. अब इसमें एक चम्मच ग्लिसरीन मिलाएं. लीजिये हो गयी आपकी वैक्स तैयार. लेकिन एक बात और वैक्स करने के ठीक 5 मिनट बाद ही कोल्ड क्रीम लगा लें. जिससे लालीपन कम होगा.

फराह, ब्यूटी एक्सपर्ट, ग्लैमर ब्यूटी पार्लर से बातचीत पर आधारित.

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