जानें कैसा हो उमस में आपका डाइट

कोरोना की दूसरी लहर के बाद देश में राज्य स्तरीय लौकडाउन शुरू किया गया था. चूंकि अब मामलों में गिरावट आई है तो कई शहर अनलौक की प्रक्रिया अपना रहे हैं. लोगों का कामधंधा फिर से खुल गया तो लोग वापस बाहर निकलने लगे हैं. लेकिन बाहर निकलने के साथ बढ़ती उमस कोरोना समय में स्वास्थ्य पर खराब असर डाल सकती है.

उमस में न सिर्फ मौसम का तापमान बढ़ता है बल्कि शरीर का तापमान भी बढ़ने लगता है. बेचैनी, घरबराहट, सुस्ती के अलावा शरीर संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिस में शरीर का डीहाइड्रेट होना, अति पसीना आना, जल्दी बीमार पड़ना, इम्यूनिटी की कमी होना संबंधित दिक्कतें आ सकती हैं.

ऐसे में इन दिक्कतों को दूर करने के लिए ऐसी डाइट टिप्स आजमाए जाने की जरूरत है जो शरीर को फायदा पहुंचाएं.

डाइट टिप्स

ताजा खाना खाएं और स्वस्थ रहें : बेहतर है कि उमस में तुरंत पकाया हुआ खाना ही खाएं क्योंकि इस मौसम में खाना जल्दी खराब होने की संभावना रहती है. साथ ही, ऐसा खाना अपनी डाइट में शामिल करें जो जल्दी पच जाए. गाजर, टमाटर, पालक, खीरे के अलावा पानी से भरपूर लौकी, तुरई जैसी सब्जियां कम कैलरी वाली होती हैं, साथ ही इन से एसिडिटी  जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं. इन में उमस से लड़ने की ताकत होती है.

चायकौफी कम : उमस में कोशिश करें कि चाय या कौफी का अधिक सेवन न हो. कैफीन से शरीर में डीहाइड्रेशन होता है. इस के बजाय जूस, आइस टी, दही, लस्सी, छाछ, नीबू पानी, आम पन्ना, बेल शरबत, नारियल पानी, गन्ने का रस पी सकते हैं. आप ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं.

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ग्लूकोज सेवन : उमस में हर समय ग्लूकोस मौजूद रहना चाहिए. यह बहुत साधारण और आम चीज है. बाहर निकलते समय यह जरूरी है कि बोतल में पानी के साथ ग्लूकोस मिला कर लिया जाए. यह शरीर को डीहाइड्रेट होने से बचाता है.

फलों पर जोर : यदि मीठा खाने का मन हो तो कोशिश करें कि फल को ही प्रायोरिटी में रखें और मिठाई खाने से बचें. उमस के मौसम में ऐसे बहुत से फल होते हैं जिन में भरपूर पानी होता है जो शरीर को रिफ्रैश रहने में मदद पहुंचाते हैं, जैसे तरबूज, खरबूजा, अन्नानास, पपीता इत्यादि.

पेय पदार्थ आवश्यक

– उमस में कम से कम 3 लिटर पानी पीना आवश्यक है. शरीर का तापमान बढ़ता है तो सब से पहले शरीर में पानी की कमी महसूस होती है. ऐसे में समयसमय पर पानी पीते रहें.

– डाइट में लिक्विड के तौर पर सूप, सैलेड फ्रूट्स बढ़ाएं. मसालेदार और तेज खाने से बचें.

– खाने में सफाई का पूरा ध्यान रखें. इस मौसम में पानी से संबंधित काफी बीमारियां फैलने की संभावनाएं रहती हैं. ऐसे में पानी का साफ होना सब से जरूरी है.

– कहीं बाहर उमस से आए हों तो तुरंत ठंडा पदार्थ न लें. घर पर भी हों तो ऐसे पेय पदार्थों से दूर रहें जो अत्यधिक ठंडे हों. इस तरह के पदार्थ पाचनक्रिया के अलावा शरीर के नैचुरल कूलिंग सिस्टम पर प्रभाव डाल सकते हैं.

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