मौनसून में घर का ख्याल सबसे जरूरी होता है, क्योंकि बीमारियों की शुरूआत घर से ही होती है. बारिश से घर में नमी हो जाती है, जिससे फर्नीचर, सोफा के कवर, ज्वैलरी, गैजेट्स और इलेक्ट्रौनिक सामान का खराब होने का खतरा रहता है. पर थोड़ी सावधानी रखकर आप अपने घर के सामान को सीलन से बचा सकते हैं. इसीलिए आज हम आपको बारिश के मौसम में कैसे अपने घर की अलग-अलग चीजों की सुरक्षा करें इसके बारे में टिप्स के बारे में बताएंगे…
1. कपड़े और अलमारी का ख्याल है सबसे जरूरी
बारिश के मौसम में कपड़ों को पूरी तरह से सुखाना एक आम समस्या है, जो ज्यादातर घरों के लोग झेलते हैं. अगर कपड़े अच्छी तरह से नहीं सूखते हैं तो उनसे अजीब तरह की बदबू आती है, जो अगली धुलाई तक नहीं जाती. अपनी अलमारी को नमी मुक्त रखने के लिए उसमें कपूर की गोलियां रखें, जो नमी सोखती हैं.
बारिश में आप अपनी अलमारी साफ नहीं रखते हैं तो उसमें फफूंद लग सकता है, जिससे अलमारी से तेज बदबू आने लगती है. दाग-धब्बे हमेशा साफ करते रहें. अलमारी में कपड़े तभी रखें, जब वे अच्छी तरह से सूख जाएं.
2. मौनसून में दीमक से बचाएं लकड़ी के फर्नीचर
कीड़े-मकोड़े और दीमक बारिश के दिनों में बड़ी समस्या होते हैं. कपूर की गोलियों, लौंग और नीम की पत्तियों के जरिए आप इन्हें दूर रख सकते हैं. अगर आप इस मौसम में नया फर्नीचर खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो फफूंद और दीमक रोधी फर्नीचर ही लें.
अगर आप कुछ दिनों के लिए घर से बाहर जा रहे हैं तो फर्नीचर को प्लास्टिक के कवर से ढक दें, ताकि उनमें नमी न लगे. फर्नीचर को साफ रखना भी बेहद जरूरी है. तापमान में होने वाले बदलावों और नमी से उनकी सुरक्षा करने के लिए आप ग्लिसरीन और मिट्टी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर लकड़ियां पानी से फूल जाती हैं तो एसिटोन का इस्तेमाल करें. यह पानी जल्दी सोख लेता है. लकड़ी की चीजों को पोंछने के लिए सूखे कपड़े का प्रयोग सुनिश्चित करें
3. जूते-चप्पल की रैक में लगाएं बल्ब
समय-समय पर जूते-चप्पलों की अलमारी की सफाई करते रहें. जूते-चप्पल बड़ी मात्रा में नमी सोखते हैं और इन्हें गीला पहनने पर पैरों में संक्रमण होने का खतरा रहता है. अलमारी में कम पावर का बल्ब लगाएं, ताकि उससे निकलने वाली गर्मी जूते-चप्पलों से नमी सोखती रहे.
4. पर्दे और कालीन को रखें क्लीन
बारिश के मौसम में कालीन का इस्तेमाल न करें. उन्हें मोड़कर अलमारी में रख दें. हालांकि अगर आपको वाकई कालीन के इस्तेमाल की जरूरत महसूस होती है तो उन्हें सूखा रखने कोशिश करें. कालीन पर चलने से पहले पैर अच्छे से पोंछ लें.
अगर आपकी कालीन पर धूल-मिट्टी लग जाए तो उसे ब्रश से अच्छे से झाड़ें और धोएं. परदों को मोड़कर डोरी से बांध दें. गीला होने पर उनसे तेज बदबू आ सकती है. साथ ही यह बीमारियों को भी दावत दे सकता है. पर्दों पर धूल-मिट्टी जम जाती है, इसलिए समय-समय पर उन्हें धुलते रहें. धूप निकलने पर पर्दे, कालीन और रग को बाहर जरूर सुखाएं
5. अच्छी क्वौलिटी के चमड़े के सोफा कवर लगाएं
सोफे पर अच्छी क्वालिटी के चमड़े के कवर लगवाएं. 15 दिन में एक बार कवर को अच्छी तरह से साफ करें. उन्हें सूखे-मुलायम कपड़े से पोंछें. कवर चमकाने के लिए मॉश्चराइजर का इस्तेमाल करें. रूई का एक टुकड़ा लें और मॉश्चराइजर में डुबोकर कवर को अच्छी तरह से पोंछें. चमड़े के कवर में फफूंद न लगे, इसके लिए साल में दो से तीन बार उन्हें डेटौल और पानी से धोएं
6. मौनसून में रखें ज्वैलरी का ख्याल
नकद और सोने, चांदी व अन्य धातु की वस्तुओं को रूई में लपेटकर साफ पन्नी में रखें. मानसून में चांदी के गहने अक्सर काले पड़ जाते हैं. उनकी चमक बनाए रखने के लिए बटर पेपर का इस्तेमाल करें. बाद में उसे एब्रेसिव लिक्विड से भी साफ कर सकते हैं.
7. होम गैजेट्स का रखें ध्यान
मोबाइल फोन्स, कैमरा और आई-पॉड को बारिश से बचाने के लिए प्लास्टिक की पन्नी या कवर का इस्तेमाल करें. म्यूजिक सिस्टम, स्पीकर, कंप्यूटर और लैपटॉप को इस्तेमाल के बाद प्लास्टिक से ढक दें. घर को संक्रमण मुक्त रखने के लिए नियमित रूप से सफाई करते रहें. घड़ों, बाल्टी और कूलर का पानी समय-समय पर बदलते रहें.