नागालैंड, भारत के पूर्वोत्तर का एक पहाड़ी क्षेत्र है जो अपनी पहाड़ियों और लुभावनी घाटियों के लिए प्रसिद्ध है. यहां का शांत वातावरण आपके मन को सुकून देगा और आप सारे गम भूल जायेंगे. इस जगह की खूबसूरती पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है. अक्टूबर से जून के बीच यहां घूमना सबसे अच्छा रहता है. 2438.4 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है.
कोहिमा वार सेमेटेरी
अगर आप विश्व युद्ध के इतिहास को याद करना चाहते हैं तो एक बार कोहिमा वार सेमेटेरी जरूर जाए. यह वार सेमेटेरी ब्रिटिश, भारतीय और ANZAC सैनिकों के सम्मान में समर्पित किया गया है.
मोकोकचुंग
मोकोकचुंग को नागालैंड की सांस्कृतिक और बौद्धिक राजधानी माना जाता है. ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और नदियों की ध्वनि आपको बहुत प्रभावित करेगी. यह पारंपरिक भूमि त्यौहार के मौसम के दौरान और सुंदर हो जाती है. यह समुद्र तल से 1325 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. मोकोकचुंग का मौसम साल भर एक जैसा ही होता है.
कैथोलिक चर्च
कोहिमा के प्रमुख पर्यटक आकर्षणों में से एक है. यह एक बहुत ही पुरानी बैपटिस्ट कैथेड्रल है. यह जगह आपको नागालैंड के ईसाई धर्म के महत्त्व को दर्शाता है. यह चर्च बहुत ही बड़ा है और इसके जैसे आकार वाली चर्च आपको देखने नहीं मिलेगी. चर्च के अंदर की पेंटिंग बहुत ही खूबसूरत हैं.
डूज़ुकू वैली
डूज़ुकू वैली मनीपुर के सीमा के पास स्थित है. यह कोहिमा से लगभग 30 किमी की दूरी पर है. इस घाटी को अपनी प्राकृतिक सुंदरता और हर मौसम के फूलों के लिए जाना जाता है. डूज़ुकू घाटी की यात्रा करने के लिए सबसे अच्छा समय वसंत का होता है, इस समय पूरी घाटी फूलों से ढकी हुई होती है.
नागा हिल्स
नागा हिल्स 3825 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह भारत और बर्मा के सीमा पर स्थित है. ‘नागा’ शब्द वहां के नागा लोगों के कारण रखा गया था, जिन्हे बर्मी भाषा में नागा या नाका बोला जाता है.
सोम
कोन्यक नागाओं की भूमि, सोम नगालैंड में यात्रा करने के लिए एक दिलचस्प जगह है. कोन्यक खुद को नूह और अभ्यास कृषि के वंशज मानते हैं. सोम जिला नागालैंड के उत्तरी दिशा में है. यह उत्तर में अरुणाचल प्रदेश के राज्य से घिरा है , असम के पश्चिम में और म्यांमार के पूर्व में है.
दीमापुर
दीमापुर नागालैंड का प्रवेश द्वार है. दीमापुर एक कमर्सियल प्लेस है. यहां आपको हर तरह के जरूरत के सामान मिल जाएंगे. दीमापुर में घूमने के लिए कई स्थान हैं. जैसे कछारी खंडहर, इनटंकी वन्यजीव अभयारण्य, दीमापुर प्राणी उद्यान, हरा पार्क, रिजर्व वन, शिल्प गांव, हथकरघा और हस्तशिल्प एम्पोरियम और दीमापुर ए ओ बैपटिस्ट चर्च.