शादी के मौके पर मस्तीमजाक करें… लेकिन जरा संभल कर!

शादी पर हंसीमजाक, रूठनामनाना, चुगली के बाद लड़ाईझगड़ा आम बात है। अगर शादी में मजाकमस्ती करने वाले, दिलफेंक आशिक, चुलबुली लड़कियां आकर्षण का केंद्र होती हैं तो उसी शादी में नाराज फूफा, गुस्सैल बुआ और खिंचाई करने वाले दोस्त व रिश्तेदार भी होते हैं.

शादी के दौरान बारात में इस तरह के कई नमूने आप को बिना ढूंढ़े मिल जाएंगे. शादी में दूल्हा यानि लड़के वाले एक दिन के राजा होते हैं. इसलिए बारात में आए कुछ लोग लड़की वालों की खिंचाई, कई बार बेइज्जती करने का एक भी मौका नहीं छोड़ते.

मस्ती के नाम पर बदतमीजी

दरवाजे पर आई बारात का स्वागत जहां धूमधाम से होता है, वहीं लड़की वालों के मन में एक ही इच्छा और टैंशन होती है कि बस शादी अच्छे से निबट जाए और कोई झगड़ा या टैंशन न हो. लेकिन एक सचाई यह भी है कि जिस शादी में मस्तीमजाक, रूठनामनाना, छेड़छाड़ न हो तो वह शादी भी फीकीफीकी लगती है.

शादी में सालियों के साथ लड़के वालों की मस्ती, देवर का इतराना, देवर के दोस्तों का दुलहन की बहन और उन की सहेलियों को ताड़ना सबकुछ मजेदार होता है लेकिन यह मजा उस वक्त खराब हो जाता है जब मजाक और मस्ती के नाम पर बदतमीजी और गुंडागर्दी शुरू हो जाती है. कहते हैं न कि एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है. ठीक वैसे ही शादी के दौरान 1-2 बदतमीज और झगड़ालू किस्म के लोग पूरी बारात का मजा खराब कर देते हैं. ऐसे में अगर वह कहीं खास रिश्तेदार है तो मामला बिगड़ते देर नहीं लगती.

इसलिए बहुत जरूरी है कि शादी में इस बात का ध्यान रखें कि आप के द्वारा किया गया मजाक किसी के दुख का कारण न बन जाए। मजाक इस हद तक करें जो माहौल को खराब न करें बल्कि खुशनुमा और हंसी के ठहाकों में तबदील कर दें.

मजाक वही करें जिस से किसी का मन आहत न हो

ऐसे लोगों को हरकोई पसंद करता है जिस का सेंस औफ ह्यूमर अच्छा होता है और उस में लोगों को हंसाने की क्षमता होती है। वह हर पार्टी व शादी की जान होता है। लेकिन ऐसे लोगों से लोग दूर भागते हैं जो अच्छेखासे माहौल को बिगाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ते.

आमतौर पर दिल्ली, यूपी, हरियाणा पंजाब, बिहार आदि जगहों में बरातों में कुछ ज्यादा ही हंगामा देखने को मिलता है। सच बात तो यह है कि शादी में अगर कोई हंगामा, धमाल मस्ती न हो तो शादी का मजा ही नहीं होता।

फिल्म ‘हम आप के हैं कौन’ में 

माधुरी दीक्षित सलमान खान को खूब छेङती है. इस फिल्म में गाना ‘जूते दे दो पैसे ले लो’, ‘दीदी, तेरा देवर दीवाना…’ काफी मशहूर हुआ था। शादी के कई गाने फिल्मों में दिखाए गए हैं जिस में लड़कालड़की दोनों तरफ के लोग मस्ती करते, छेड़छाड़ करते नजर आते हैं.

असल जिंदगी में भी यह सब होता है लेकिन यही मस्तीमजाक रहे तो माहौल खुशनुमा नजर आता है, लेकिन मजाकमस्ती के नाम पर बदतमीजी और गुंडागर्दी शुरू हो जाए, लड़कियों को गलत ढंग से टच करना, बौडी शेमिंग करना अगर छेड़छाड़ में शामिल हो जाए तो माहौल खराब होने लगता है. ऐसे में, अच्छीखासी शादी भी लड़ाईझगड़े में तबदील हो जाती है.

इसलिए बहुत जरूरी है कि शादी के वक्त इस बात का खासतौर पर ध्यान रखें कि आप का किया हुआ मजाक किसी के दुख का कारण न बन जाए. मजाक उन्हीं से करें जो मजाक को मजाक की तरह लें और आप पर पलटवार करने की भी ताकत रखें. जो लोग मजाक को गंभीरता से ले लेते हैं और बुरा मान कर दुखी हो जाते हैं ऐसे लोगों के साथ मजाक न करें.

खतरनाक अंजाम

एक की शादी थी और उस की मां मोटी थी। वजन और बुढ़ापे की वजह से वह ठीक से खड़ी भी नहीं हो पा रही थी फिर भी वह सबकुछ भूल कर लड़के वालों के स्वागत की तैयारियों में जुटी हुई थी, तभी बारातियों में से एक बाराती ने उस औरत की बेइज्जती करते हुए कह दिया कि ओ आंटी, यहां ड्रम की तरह क्या खड़ी हो, जाओ जा कर पानी ले कर आओ.

पास ही खड़े उस औरत के बेटे ने उस बाराती को अपनी मां की बेइज्जती करते हुए देखा तो वह आपे से बाहर हो गया और उस बाराती को बुरी तरह पीट डाला.

इसी तरह एक शादी में बारात में शामिल होने वाली 2 बच्चियों को बेहद काली होने की वजह से किसी रिश्तेदार ने बेइज्जती करते हुए बारात में शामिल होने से मना कर दिया, यह कह कर कि अगर यह दोनों कलुआ लड़कियां बारात में शामिल होंगी तो शादी का शो खत्म हो जाएगा. यह सुनते ही वे दोनों लड़कियां रोती हुईं शादी से बाहर चली गईं जिसे देख कर किसी को भी अच्छा नहीं लगा.

कहने का मतलब यह है कि खूबसूरती और बदसूरती कुदरती देन है, लिहाजा उस बारे में कड़वे शब्द बोल कर किसी का मन न दुखी करें बल्कि मस्तीमजाक कर के और शराफत के दायरे में रह कर शादी का मजा लें.

जान पर न बन जाए

शादी के मौके पर ज्यादातर लड़के वाले लड़की वालों की शराफत को उन की कमजोरी समझ लेते हैं और उसी का फायदा उठाते हुए कई बार लड़के वाले लड़की वालों की लड़कियों के साथ बदतमीजी कर बैठते हैं, क्योंकि उस दौरान लड़की वालों को शादी संभालती होती है। इसलिए काफी हद तक वह मजाक या बेइज्जती सहन भी कर लेते हैं। लेकिन कई बार लड़के वालों को इस तरह भद्दा मजाक बहुत भारी भी पड़ जाता है.

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक खबर आई थी कि एक शादी के दौरान दूल्हे के दोस्त ने स्टेज पर आ कर दुलहन को ही छेड़ दिया था और दुलहन के साथ गलत तरीके से मस्ती करने लगे थे। यह मजाक दूल्हे को बिलकुल पसंद नहीं आया लेकिन माहौल खराब न हो इसलिए वह चुप था. लेकिन कुछ ही देर में दुलहन का भाई आया और उस लड़के को, जो बदतमीजी कर रहा था बहलाफुसला कर बाहर ले गया. बाद में पता चला की दुलहन के भाई ने उस छेड़छाड़ करने वाले लड़के को जान से मार कर उस के टुकड़ेटुकड़े कर के शादी के पंडाल के पीछे नाले में फेंक दिया था.

शादी के माहौल में लड़की वाले हों या लड़के वाले, कोई भी कमजोर नहीं होता। बस, वे खुशनुमा माहौल रखने के चक्कर में शांत रहते हैं, जिसे उन की कमजोरी बिलकुल न समझें वरना जान के लाले भी पड़ सकते हैं.

इसलिए बहुत जरूरी है कि अगर आप किसी शादी को ऐंजौय करना चाहते हैं तो मजाक करने की हद का हमेशा ध्यान रखें. शादी में किया गया मजाक हंसाने वाला हो न कि बेइज्जती करने वाला या दुख पहुंचाने वाला.

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