Boyfriend मेरे साथ फिजिकल रिलेशनशिप बनाने के लिए कहता है, मैं क्या करूं?

Boyfriend :  अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है, तो ये लेख अंत तक जरूर पढ़ें…

सवाल

मैं बीए के तीसरे साल की छात्रा हूं और 8 महीने से एक लड़के से प्यार करती हूं. जब वह सेक्स के लिए कहता है, तो मैं मना कर देती हूं. इस से वह नाराज हो जाता है और सोचता है कि मैं उसे प्यार नहीं करती. अब वह मुझ से हमेशा के लिए दूर अपने गांव जाना चाहता है, पर मैं उस के बगैर नहीं रह सकती. मैं क्या करूं?

जवाब

शायद वह सेक्स के लिए ही गांव जाने का नाटक कर रहा होगा. अगर वह वाकई आप से प्यार करता है, तो उसे आप से शादी कर लेनी चाहिए. इस के बाद आप दोनों जी भर कर सेक्स कर सकते हैं.

पहले प्यार होता है और फिर सैक्स का रूप ले लेता है. फिर धीरेधीरे प्यार सैक्स आधारित हो जाता है, जिस का मजा प्रेमीप्रेमिका दोनों उठाते हैं, लेकिन इस मजे में हुई जरा सी चूक जीवनभर की सजा में तबदील हो सकती है जिस का खमियाजा ज्यादातर प्रेमी के बजाय प्रेमिका को भुगतना पड़ता है भले ही वह सामाजिक स्तर पर हो या शारीरिक परेशानियों के रूप में. यह प्यार का मजा सजा न बन जाए इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखें.

बिना कंडोम न उठाएं सैक्स का मजा

एकदूसरे के प्यार में दीवाने हो कर उसे संपूर्ण रूप से पाने की इच्छा सिर्फ युवकों में ही नहीं बल्कि युवतियों में भी होती है. अपनी इसी ख्वाहिश को पूरा करने के लिए वे सैक्स तक करने को तैयार हो जाते हैं, लेकिन जोश में होश न खोएं. अगर आप अपने पार्टनर के साथ प्लान कर के सैक्स कर रहे हैं तो कंडोम का इस्तेमाल करना न भूलें. इस से आप सैक्स का बिना डर मजा उठा पाएंगे. यहां तक कि आप इस के इस्तेमाल से सैक्सुअल ट्रांसमिटिड डिसीजिज से भी बच पाएंगे.

अब नहीं चलेगा बहाना

अधिकांश युवकों की यह शिकायत होती है कि संबंध बनाने के दौरान कंडोम फट जाता है या फिर कई बार फिसलता भी है, जिस से वे चाह कर भी इस सेफ्टी टौय का इस्तेमाल नहीं कर पाते. वैसे तो यह निर्भर करता है कंडोम की क्वालिटी पर लेकिन इस के बावजूद कंडोम की ऐक्स्ट्रा सिक्योरिटी के लिए सैक्स टौय बनाने वाली स्वीडन की कंपनी लेलो ने हेक्स ब्रैंड नाम से एक कंडोम बनाया है जिस की खासीयत यह है कि सैक्स के दौरान पड़ने वाले दबाव का इस पर असर नहीं होता और अगर छेद हो भी तो उस की एक परत ही नष्ट होती है बाकी पर कोई असर नहीं पड़ता. जल्द ही कंपनी इसे मार्केट में उतारेगी.

ऐक्स्ट्रा केयर डबल मजा

आप के मन में विचार आ रहा होगा कि इस में डबल मजा कैसे उठाया जा सकता है तो आप को बता दें कि यहां डबल मजा का मतलब डबल प्रोटैक्शन से है, जिस में एक कदम आप का पार्टनर बढ़ाए वहीं दूसरा कदम आप यानी जहां आप का पार्टनर संभोग के दौरान कंडोम का इस्तेमाल करे वहीं आप गर्भनिरोधक गोलियों का. इस से अगर कंडोम फट भी जाएगा तब भी गर्भनिरोधक गोलियां आप को प्रैग्नैंट होने के खतरे से बचाएंगी, जिस से आप सैक्स का सुखद आनंद उठा पाएंगी.

कई बार ऐसी सिचुऐशन भी आती है कि दोनों एकदूसरे पर कंट्रोल नहीं कर पाते और बिना कोई सावधानी बरते एकदूसरे को भोगना शुरू कर देते हैं लेकिन जब होश आता है तब उन के होश उड़ जाते हैं. अगर आप के साथ भी कभी ऐसा हो जाए तो आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियों का सहारा लें लेकिन साथ ही डाक्टरी परामर्श भी लें, ताकि इस का आप की सेहत पर कोई दुष्प्रभाव न पड़े.

पुलआउट मैथड

पुलआउट मैथड को विदड्रौल मैथड के नाम से भी जाना जाता है. इस प्रक्रिया में योनि के बाहर लिंग निकाल कर वीर्यपात किया जाता है, जिस से प्रैग्नैंसी का खतरा नहीं रहता. लेकिन इसे ट्राई करने के लिए आप के अंदर सैल्फ कंट्रोल और खुद पर विश्वास होना जरूरी है.

सैक्स के बजाय करें फोरप्ले

फोरप्ले में एकदूसरे के कामुक अंगों से छेड़छाड़ कर के उन्हें उत्तेजित किया जाता है. इस में एकदूसरे के अंगों को सहलाना, उन्हें प्यार करना, किसिंग आदि आते हैं. लेकिन इस में लिंग का योनि में प्रवेश नहीं कराया जाता. सिर्फ होता है तन से तन का स्पर्श, मदहोश करने वाली बातें जिन में आप को मजा भी मिल जाता है, ऐंजौय भी काफी देर तक करते हैं.

अवौइड करें ओरल सैक्स

ओरल सैक्स नाम से जितना आसान सा लगता है वहीं इस के परिणाम काफी भयंकर होते हैं, क्योंकि इस में यौन क्रिया के दौरान गुप्तांगों से निकलने वाले फ्लूयड के संपर्क में व्यक्ति ज्यादा आता है, जिस से दांतों को नुकसान पहुंचने के साथसाथ एचआईवी का भी खतरा रहता है.

यदि इन खतरों को जानने के बावजूद आप इसे ट्राई करते हैं तो युवक कंडोम और युवतियां डेम का इस्तेमाल करें जो छोटा व पतला स्क्वेयर शेप में रबड़ या प्लास्टिक का बना होता है जो वैजाइना और मुंह के बीच दीवार की भूमिका अदा करता है जिस से सैक्सुअल ट्रांसमिटिड डिजीजिज का खतरा नहीं रहता.

पौर्न साइट्स को न करें कौपी

युवाओं में सैक्स को जानने की इच्छा प्रबल होती है, जिस के लिए वे पौर्न साइट्स को देख कर अपनी जिज्ञासा शांत करते हैं. ऐसे में पौर्न साइट्स देख कर उन के मन में उठ रहे सवाल तो शांत हो जाते हैं लेकिन मन में यह बात बैठ जाती है कि जब भी मौका मिला तब पार्टनर के साथ इन स्टैप्स को जरूर ट्राई करेंगे, जिस के चक्कर में कई बार भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. लेकिन ध्यान रहे कि पौर्न साइट्स पर बहुत से ऐसे स्टैप्स भी दिखाए जाते हैं जिन्हें असल जिंदगी में ट्राई करना संभव नहीं लेकिन इन्हें देख कर ट्राई करने की कोशिश में हर्ट हो जाते हैं. इसलिए जिस बारे में जानकारी हो उसे ही ट्राई करें वरना ऐंजौय करने के बजाय परेशानियों से दोचार होना पड़ेगा.

सस्ते के चक्कर में न करें जगह से समझौता

सैक्स करने की बेताबी में ऐसी जगह का चयन न करें कि बाद में आप को लेने के देने पड़ जाएं. ऐसे किसी होटल में शरण न लें जहां इस संबंध में पहले भी कई बार पुलिस के छापे पड़ चुके हों. भले ही ऐसे होटल्स आप को सस्ते में मिल जाएंगे लेकिन वहां आप की सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं होती.

हो सकता है कि रूम में पहले से ही कैमरे फिट हों और आप को ब्लैकमैल करने के उद्देश्य से आप के उन अंतरंग पलों को कैमरे में कैद कर लिया जाए. फिर उसी की आड़ में आप को ब्लैकमेल किया जा सकता है. इसलिए सावधानी बरतें.

अलकोहल, न बाबा न

कई बार पार्टनर के जबरदस्ती कहने पर कि यार बहुत मजा आएगा अगर दोनों वाइन पी कर रिलेशन बनाएंगे और आप पार्टनर के इतने प्यार से कहने पर झट से मान भी जाती हैं. लेकिन इस में मजा कम खतरा ज्यादा है, क्योंकि एक तो आप होश में नहीं होतीं और दूसरा पार्टनर इस की आड़ में आप के साथ चीटिंग भी कर सकता है. हो सकता है ऐसे में वह वीडियो क्लिपिंग बना ले और बाद में आप को दिखा कर ब्लैकमेल या आप का शोषण करे.

न दिखाएं अपना फोटोमेनिया

भले ही पार्टनर आप पर कितना ही जोर क्यों न डाले कि इन पलों को कैमरे में कैद कर लेते हैं ताकि बाद में इन पलों को देख कर और रोमांस जता सकें, लेकिन आप इस के लिए राजी न हों, क्योंकि आप की एक ‘हां’ आप की जिंदगी बरबाद कर सकती है.

सैक्स के बाद के खतरे

ब्लैकमेलिंग का डर

अधिकांश युवकों का इंट्रस्ट युवतियों से ज्यादा उन से संबंध बनाने में होता है और संबंध बनाने के बाद उन्हें पहचानने से भी इनकार कर देते हैं. कई बार तो ब्लैकमेलिंग तक करते हैं. ऐसे में आप उस की ऐसी नाजायज मांगें न मानें.

बीमारियों से घिरने का डर

ऐंजौयमैंट के लिए आप ने रिलेशन तो बना लिया, लेकिन आप उस के बाद के खतरों से अनजान रहते हैं. आप को जान कर हैरानी होगी कि 1981 से पहले यूनाइटेड स्टेट्स में जहां 6 लाख से ज्यादा लोग ऐड्स से प्रभावित थे वहीं 9 लाख अमेरिकन्स एचआईवी से. यह रिपोर्ट शादी से पहले सैक्स के खतरों को दर्शाती है.

मैरिज टूटने का रिस्क भी

हो सकता है कि आप ने जिस के साथ सैक्स रिलेशन बनाया हो, किसी मजबूरी के कारण अब आप उस से शादी न कर पा रही हों और जहां आप की अब मैरिज फिक्स हुई है, आप के मन में यही डर होगा कि कहीं उसे पता लग गया तो मेरी शादी टूट जाएगी. मन में पछतावा भी रहेगा और आप इसी बोझ के साथ अपनी जिंदगी गुजारने को विवश हो जाएंगी.

डिप्रैशन का शिकार

सैक्स के बाद पार्टनर से जो इमोशनल अटैचमैंट हो जाता है उसे आप चाह कर भी खत्म नहीं कर पातीं. ऐसी स्थिति में अगर आप का पार्टनर से बे्रकअप हो गया फिर तो आप खुद को अकेला महसूस करने के कारण डिप्रैशन का शिकार हो जाएंगी, जिस से बाहर निकलना इतना आसान नहीं होगा.

कहीं प्रैग्नैंट न हो जाएं

आप अगर प्रैग्नैंट हो गईं फिर तो आप कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं रहेंगी. इसलिए जरूरी है कोई भी ऐसावैसा कदम उठाने से पहले एक बार सोचने की, क्योंकि एक गलत कदम आप का भविष्य खराब कर सकता है. ऐसे में आप बदनामी के डर से आत्महत्या जैसा कदम उठाने में भी देर नहीं करेंगी.

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Relationship Tips : मेरे पति मुझसे ज्यादा अपनी भाभी से घनिष्ठता रखते हैं?

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सवाल-

मैं 29 वर्षीय विवाहिता हूं. विवाह को अभी 2 महीने ही हुए हैं. मेरी समस्या यह है कि मेरे पति मुझ से ज्यादा अपनी भाभी से घनिष्ठता रखते हैं. उन से सारी बातें शेयर करते हैं. कई बार मैं ने दोनों को गुपचुप बातें करते देखा है. मेरा सामना होने पर ऊंचा बोलने लगते हैं. मैं चाहती हूं कि पति अपनी भाभी के बजाय मुझ से अपने दिल की बातें करें. मैं उन के ज्यादा करीब रहूं. मुझे कभीकभी लगता है कि वे मुझे प्यार ही नहीं करते. मैं तनावग्रस्त रहने लगी हूं. क्या करूं कि पति का दिल जीत सकूं? 

जवाब-

अभी आप की नईनई शादी हुई है. 2 महीनों से आप उन की जिंदगी में आई हैं जबकि उन की भाभी बरसों से परिवार का हिस्सा हैं. इसलिए यदि आप के पति अपनी भाभी के करीब हैं, उन से अपनी बातें शेयर करते हैं, तो यह स्वाभाविक है. आप को इसे अन्यथा नहीं लेना चाहिए. बेवजह ईर्ष्या में झुलसने की जगह पति का भरोसा जीतने का प्रयास करें. नईनई शादी हुई है. जी भर कर रोमांस करें. घूमेंफिरें. अंतरंग क्षणों को जी भर कर जीएं. तब आप यकीनन पति की सब से ज्यादा चहेती बन जाएंगी.

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‘‘प्रेरणाभाभी, कहां हो आप?’’ अंबुज ने अपना हैल्मेट एक ओर रख दिया और दूसरे हाथ का पैकेट डाइनिंगटेबल पर रख दिया. बारिश की बूंदों को शर्ट से हटाते हुए वह फिर बोला, ‘‘अब कुछ नहीं बनाना भाभी… अली की शौप खुली थी अभी… बिरयानी मिल गई,’’ और फिर किचन से प्लेटें लेने चला गया.

प्रेरणा रूम से बाहर आ गई. वह नौकरी के लिए इंटरव्यू दे कर कानपुर से अभीअभी लौटी थी. रात के 8 बज रहे थे. पति पंकज अपने काम के सिलसिले में 1 सप्ताह से बाहर था. इसीलिए वह अंबुज की मदद से आराम से इंटरव्यू दे कर लौट आई वरना पंकज उसे जाने ही नहीं देता. गुस्सा करता. अंबुज ने ही विज्ञापन देखा, फार्म भरवाया, टिकट कराया और ट्रेन में बैठा कर भी आया. सुबहशाम हाल भी पूछता रहा. तभी तो नौकरी पक्की हो गई तो उसे बता कर प्रेरणा को कितनी खुशी हुई थी. पंकज से तो शेयर भी नहीं कर सकती.

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Relationship Tips : मेरी 16 साल की बहन रिलेशनशिप में है, मैं क्या करूं?

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सवाल-

मेरी बहन 16 वर्ष की है, मैं उस से उम्र में 7 वर्ष बड़ा हूं. वह 12वीं कक्षा में है. उस के क्लास के ही एक लड़के के साथ वह रिलेशनशिप में है. यह बात मुझे मेरी बहन की एक दोस्त ने बताई है. मुझे मेरी बहन के रिलेशनशिप से कोई परेशानी नहीं है, बस, मैं उस को ले कर थोड़ा चिंतित हूं. मैं क्या करूं?

जवाब-

पहले तो मैं आप की सोच की सराहना करना चाहूंगी. आप सचमुच आज के युवा हैं, जिसे सही गलत का एहसास भी है और समानता में विश्वास भी. बड़ा भाई होने के नाते आप की चिंता बिलकुल जायज है.

आप को अपनी बहन से इस विषय में बात करनी चाहिए. उसे बताइए कि आप को उस की रिलेशनशिप से कोई दिक्कत नहीं है पर उसे रिलेशनशिप में रहते हुए सही और गलत की पहचान करनी होगी. वह रिलेशनशिप में है तो इस का अर्थ है कि वह बड़ी है तो उसे अपनी जिम्मेदारियां खुद ही समझनी होंगी. आप उसे सलाह दे सकते हैं और साथ रहने का आश्वासन दे सकते हैं.यकीनन वह भी सुरक्षित महसूस करेगी और आप की बातों को समझ कर अपने लिए सही फैसले लेगी.

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कहीं आप भी तो आर-बोम्बिंग रिलेशनशिप का शिकार तो नहीं? आप जानते हैं इस रिलेशनशिप के बारे में?आपको उत्सुकता होगी जानने की, कि आखिर आर-बोम्बिंग रिलेशनशिप क्या बला है?

दरअसल आज के समय में रिलेशनशिप को एक अलग ही तरीके से और बिल्कुल अलग नजरिए से देखा जा रहा है .आप ने शायद सोचा भी नहीं होगा कि इस कदर रिश्तो की परिभाषाएं बदल जाएगी.

क्या आपको जानकर विश्वास होगा कि रिलेशनशिप में भी ट्रेंड का दौर चल चुका है? कभी ब्रेकअप पार्टी ,कभी डबल डेटिंग ,कभी ऑनलाइन चैटिंग, कभी डाइवोर्स पार्टी ,तो कभी वन नाइट स्टैंड. लेकिन अब आप इसमें एक ट्रेंड और जोड़ लीजिए वह है आर-बोम्बिंग.

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Relationship Tips In Hindi : क्या शादी से पहले फिजिकल रिलेशन बना सकते हैं ?

Relationship Tips In Hindi : अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है, तो ये लेख अंत तक जरूर पढ़ें…

सवाल
मैं 22 वर्षीय युवती हूं और 3 साल से एक युवक से प्यार करती हूं. इस  दौरान हमारे बीच शारीरिक संबंध नहीं बने लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह युवक शारीरिक संबंध बनाने को कह रहा है लेकिन मैं विवाह से पूर्व शारीरिक संबंध बनाने से डरती हूं. आप सलाह दें कि मुझे क्या करना चाहिए?

जवाब
विवाह से पूर्व शारीरिक संबंध बनाने को ले कर आप का डर पूरी तरह से वाजिब है क्योंकि इस बात की गारंटी नहीं कि शारीरिक संबंध बनाने के बाद वह युवक आप से ही विवाह करे. और दूसरी बात, अपने प्रेमी के कहने पर उस के साथ शारीरिक संबंध बनाने पर अगर कोई ऊंचनीच हो गई जैसे कि गर्भधारण हो गया या अन्य कोई शारीरिक समस्या हो गई तो आप बेवजह मुसीबत में पड़ सकती हैं.

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महिलाओं और पुरुषों को उत्तेजित करते हैं ये अंग

सेक्स सभी के जीवन का एक महत्पूर्ण हिस्सा है. लेकिन इसको करने के तरीके अलग-अलग होते हैं. अक्सर देखा जाता है कि सेक्स के दौरान महिला को उत्तेजित होने में अधिक समय लगता है. वहीं दूसरी ओर पुरुष साथी जल्द उत्तेजित हो जाते हैं. ऐसे में महिलाएं सेक्स का पूरा आनंद नहीं उठा पाती हैं. लेकिन व्यक्ति के शरीर में कुछ अंग ऐसे होते हैं, जहां पर छूने से शरीर में उत्तेजना शुरू हो जाती है.

महिलाओं को उत्तेजित करने के लिए पुरुष फोरप्ले आदि तरीकों को सहारा लेते हैं. यदि पुरुषों के द्वारा फोरप्ले करते समय इन अंगों पर ध्यान दिया जाए, तो महिलाएं जल्द ही उत्तेजना के शिखर पर पहुंचकर और्गेज्म और चरम सुख को पा लेती हैं. उत्तेजना करने वाले यह अंग महिला व पुरुषों में दोनों में होते हैं. आगे आपको इन्हीं अंगों के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है.

उत्तेजित करने वाले अंग का क्या मतलब है

सेक्स से पूर्व महिलाओं व पुरुषों में उत्तेजना होती है. उत्तेजना के आधार पर ही महिला और पुरुष सेक्स के आनंद को ले पाते है. जब महिला और पुरुष सेक्स के लिए शारीरिक और मानसिक रुप से तैयार होते हैं तो उन दोनों के शरीर में उत्तेजना होना शुरु हो जाती है. आपको बता दें कि व्यक्ति के शरीर के कुछ अंग ऐसे भी होते हैं जिनको छूने या सहलाने मात्र से शरीर में उत्तेजना शुरु हो जाती है.

महिलाओं व पुरुषों के शरीर के इन अंगों के बारे में आप सभी को पता होना बेहद जरूरी है. इससे आप सभी सेक्स के आनंद को पूरी तरह से महसूस कर पाएंगे. तो आइये जानते हैं, महिलाओं व पुरुषों के इन विशेष अंगों के बारे में.

महिलाओं को उत्तेजित करने के तरीके

महिलाओं को उत्तेजित करने के लिए फोरप्ले एक बेहतर तारीका है. सेक्स से पूर्व महिलाओं को उत्तेजित करने की क्रिया को फोरप्ले कहा जाता है. फोरप्ले के दौरान यदि आप महिला को उत्तेजित करने वाले अंगों पर ध्यान देते हैं, तो इससे आप दोनों ही सेक्स का भरपूर आनंद ले पाते हैं. तो आइये जानते हैं कि महिलाओं के शरीर में मौजूद ये कौन से अंग हैं और इनसे किस तरह से महिला को उत्तेजित किया जा सकता है.

महिलाओं को उत्तेजित करने के लिए करें कानों में हरकत

कान को अति संवेदनशील माना जाता है. कानों को ऐसा इसीलिए कहा जाता है, क्योंकि इनके पास से कई नसें गुजरती हैं. लड़की या महिला के कानों के पीछे किस (चुंबन) करने या इस जगह पर प्यार से हल्का काटने से वह उत्तेजित हो जाती हैं. इसके अलावा अपनी अंगुलियों को धीरे-धीरे कान के पीछे घुमाने से भी लड़की के अंदर उत्तेजना जागृत हो जाती है.

महिलाओं को उत्तेजित करने में गर्दन की भूमिका

आप सोच रहें होंगे गर्दन से महिलाएं कैसे उत्तेजित होती होंगी, तो आपको बता दें कि कई सर्वे इस बात को साबित कर चुकें हैं कि महिलाओं के गर्दन के पीछे किस करने से या उसको प्यार से सहलाने से, उनमें जल्द ही उत्तजेना होना शुरू हो जाती है. एक अध्ययन में इस बात का पता चला कि गर्दन पर बेहद हल्के हाथ से छूने या सहलाने से महिलाओं में उत्तेजना होने लगती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि गर्दन की त्वचा संवेदनशील होती है.

होठों पर किस करने से भी महिलाएं होती हैं उत्तेजित

किस (चुंबन) को लेकर कई तरह के शोध हो चुके हैं. विशेषज्ञों ने इसके फायदे और नुकसान दोनों ही बातों को उजागर किया है. लेकिन यह बात सही है कि किस करने से प्यार बढ़ता है. इसके साथ ही रिश्ते में नजदीकियां भी बढ़ती है. अध्ययन इस बात को बताते हैं कि महिलाओं व लड़कियों के होंठ उनमें तीव्र उत्तेजना जगाने वाली जगह है. इस पर किस करने से लड़कियों व महिलाओं में उत्तेजना के स्तर में वृद्धि होती है.

ब्रेस्ट (स्तन) और निप्पल से जल्द उत्तेजित होती हैं महिलाएं

लड़कियों व महिलाओं के ब्रेस्ट (स्तनों) और निप्पल को छूना मर्दों को अच्छा लगता है और यह दोनों महिलाओं में उत्तेजना बढ़ाने वाले अंग माने जाते हैं. स्तनों पर किस करना और उनको प्यार से सहलाना लड़कियों के अंदर उत्तेजना बढ़ाने का काम करता है. इसके साथ ही निप्पल पर जीभ लगाना व चुबंन करना भी उत्तेजना जागृत करता है. निप्पल पर दांतों से हल्का काटना भी महिलाओं के शरीर में तेजी से प्रतिक्रिया करता है. स्तनों व निप्पल से कई नसें मस्तिष्क तक जुड़ी होती हैं जिनके छूने से मस्तिष्क को संकेत मिलना शुरु हो जाते हैं और लड़की या महिला में उत्तेजना होना शुरु हो जाती है.

पेट का निचला हिस्सा है उत्तेजना का केंद्र

पेट का निचला हिस्सा (Cervix) भी उत्तेजित करने वाली जगहों में शामिल हैं. योनि से ऊपर और पेट के नीचे के भाग को छूने या चुंबन करने से महिला उत्तेजति होने लगती है. योनि की कई नसें इस भाग से होकर गुजरती हैं, इन नसों से ही योनि में सक्रियता आती है. महिलाओं पर हुए अध्ययन भी इस बात को साबित कर चुकें हैं कि सेक्स से पूर्व यदि इस अंग पर पुरुषों द्वारा ध्यान दिया जाए तो महिला सेक्स में चरम आनंद को आसानी से महसूस कर पाती है. (और पढ़ें – सेक्स के दौरान ऐंठन होने का कारण)

भगशेफ या क्लिटोरिस को छूने से महिलाओं में होती है उत्तेजना

भगशेफ या क्लिटोरिस (Clitoris; योनि के ऊपर का उभरा हुआ भाग) महिला को उत्तेजित करने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है. कई रिसर्च इस बात को बताती हैं कि भगशेफ महिलाओं को उत्तेजित करने और उनको और्गेज्म तक आसानी से पहुंचाने का काम करता है. इस अंग पर दबाव डालने व कंपन करने से महिलाओं में उत्तेजना शुरू हो जाती है. जबकि कुछ रिसर्च यह भी कहते हैं कि इस भाग को हल्के छूने मात्र से भी महिलाओं में उत्तेजना होने लगती है.

योनि से होती है महिलाओं में उत्तेजना

ऐसा माना जाता है कि महिलाओं की योनि के अंदर जी-स्पौट होता है. इसको महिलाओं की पूर्ण संतुष्टि प्रदान करने वाला अंग माना जाता है. लेकिन कई विशेषज्ञ इसकी उपस्थिति को नकारते भी है. जबकि कई लोगों द्वारा महिलाओं में अधिक उत्तेजना और और्गेज्म के लिए इसे जरूरी समझा जाता है. इसके अलावा योनि के बाहरी भाग को हल्के हाथों से छूने से महिलाओं में उत्तेजना होने लगती है.

पुरुषों में उत्तेजना को बढ़ाने वाले अंग

जिस तरह के कुछ अंग महिलाओं की उत्तेजना को बढ़ाते हैं, ठीक उसी तरह से कई अंगों द्वारा पुरुषों की उत्तेजना के स्तर में भी बढ़ोतरी की जा सकती है. वैसे महिलाओं की अपेक्षा पुरुष जल्द ही उत्तेजित हो जाते हैं. लेकिन फिर भी महिलाओं को पुरुषों को उत्तेजित करने वाले इन अंगों के बारे में पता होना चाहिए. ऐसा इसलिए भी जरूरी है कि कभी महिलाओं का मन सेक्स करने का हुआ और पुरुष किसी वजह से इसमें शामिल नहीं होना चाहते, तो महिलाएं इन अंगों की सहायता से पुरुषों को उत्तेजित कर सकती हैं. तो आइये जानते हैं पुरुषों के इन विशेष अंगों के बारे में.

कान महिलाओं की तरह ही कान पुरुषों में भी उत्तेजना बढ़ाने वाला अंग माना जाता है. पुरुषों के संवेदनशील अंगों पर चर्चा की जाए तो अंडकोष के बाद कान ही दूसरे नंबर पर उत्तेजना को बढ़ाने वाला अंग कहा जा सकता है. कान से मस्तिष्क तक कई नसें गुजरती है. इन नसों से ही मस्तिष्क तक उत्तेजना के संकेत पहुंचते हैं.

किस करना – पुरुषों को उत्तेजित करने के लिए महिलाएं उनके होठों पर किस करें. किस करने के भी कई तरीके होते हैं, इसके लिए महिलाओं को साथी पुरुष के होठों पर हल्के से किस करते हुए अपने होठों को उनके होठों पर थोड़ी देर तक रखना होगा. किस करने से शरीर में कई तरह के बदलाव होना शुरू हो जाते हैं. किस करने से शरीर के अंदर ऑक्सीटोसिन नामक हार्मोन स्त्रावित होने लगता है. इस हार्मोन को प्यार की भावना को जागृत करने वाला हार्मोन कहा जाता है.

निप्पल बेशक पुरुषों के निप्पल में महिलाओं के निप्पल की तरह उभार न हो, लेकिन इस अंग को बेकार समझना आपकी भूल होगी. पुरुषों के निप्पल में भी कई तरह की नसें जुड़ी होती है. कई महिलाओं को पुरुषों के इस उत्तेजित करने वाले अंग के बारे में पता भी नहीं होता, लेकिन इसको छूने और जीभ लगाने से पुरुषों में उत्तेजना तेजी से बढ़ने लगती है.

लिंग इस बात को अधिकतर महिलाएं जानती ही होंगी कि लिंग पुरुषों को उत्तेजित करने का एक महत्पूर्ण अंग है. इस विषय पर हुए सर्वे और रिसर्च से पता चलता है कि पुरुषों को यौन संतुष्टि के लिए लिंग से उत्तेजित किया जा सकता है. आपको बता दें कि खतना होने से पुरुषों की उत्तेजना में किसी तरह का कोई फर्क नहीं पड़ता है.

अंडकोष पुरुषों के जननांग के ठीक नीचे अंडकोष होते हैं. इसको छूने या सहलाने से पुरुषों में उत्तेजना का स्तर बढ़ जाता है. इसको यौन उत्तेजना व यौन संतुष्टि प्रदान करने वाला अंग माना जाता है. ऐसा इसलिए भी होता है, क्योंकि अंडकोष से पुरुषों के लिंग व सेक्स में हार्मोन व वीर्य स्त्रावित करने वाले कई अंगों की नसों का जुड़ाव होता है.

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Relationship Tips : घरवाले किसी ओर से मेरी शादी करना चाहते हैं, लेकिन मेरा प्यार कोई और है?

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सवाल

मैं 20 वर्षीय युवती एक युवक से प्यार करती हूं, लेकिन पिछले महीने मेरे घर वालों ने मेरी सगाई एक अन्य युवक से कर दी जो अच्छाखासा सैटल है. मैं ने मां से कहा भी पर वे नहीं मानीं, कारण था मेरे बौयफ्रैंड का सैटल न होना. बौयफ्रैंड से मेरे शारीरिक संबंध भी हैं. मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं क्या करूं?

जवाब

जब आप किसी से प्यार करती हैं तो उस से शादी के लिए भी पहले से घर में बता कर रखना चाहिए था, साथ ही आप के बौयफ्रैंड को भी चाहिए था कि वह जल्दी से अपने पैरों पर खड़ा हो ताकि आप का हाथ मांग सके, तिस पर आप इतनी आगे बढ़ गईं कि शारीरिक संबंध भी बना लिए.

‘खैर, जब प्यार किया तो डरना क्या.’ आप के सामने लक्ष्य है उसे भेदिए. सब से पहले अपने बौयफ्रैंड से सैट होने को कहिए, हो सके तो उस की मदद कीजिए. आप भी अपनी कोशिश कर  कोई जौब इत्यादि कीजिए, इस से आप घर में बता सकती हैं कि हम दोनों मिल कर अपनी गृहस्थी चला लेंगे. मातापिता लड़की के सुरक्षित भविष्य को ले कर आश्वस्त होंगे तो अवश्य मान जाएंगे आप के रिश्ते को.

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शादी से पहले शारीरिक संबंध में बरतें सावधानी

आजकल लगभग सभी समाचारपत्रों और पत्रिकाओं में पाठकों की समस्याओं वाले स्तंभ में युवकयुवतियों के पत्र छपते हैं, जिस में वे विवाहपूर्व शारीरिक संबंध बना लेने के बाद उत्पन्न हुई समस्याओं का समाधान पूछते हैं. विवाहपूर्व प्रेम करना या स्वेच्छा से शारीरिक संबंध बनाना कोई अपराध नहीं है, मगर इस से उत्पन्न होने वाली समस्याओं पर विचार अवश्य करना चाहिए. इन बातों पर युवकों से ज्यादा युवतियों को ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में उन्हें दिक्कतों का सामना न करना पड़े :

विवाहपूर्व शारीरिक संबंध भले ही कानूनन अपराध न हो, मगर आज भी ऐसे संबंधों को सामाजिक मान्यता नहीं है. विशेष कर यदि किसी लड़की के बारे में समाज को यह पता चल जाए कि उस के विवाहपूर्व शारीरिक संबंध हैं तो समाज उस के माथे पर बदचलन का टीका लगा देता है, साथ ही गलीमहल्ले के आवारा लड़के लड़की का न सिर्फ जीना दूभर कर देते हैं, बल्कि खुद भी उस से अवैध संबंध बनाने की कोशिश करते हैं.

युवती के मांबाप और भाइयों को इन संबंधों का पता चलने पर घोर मानसिक आघात लगता है. वृद्ध मातापिता कई बार इस की वजह से बीमार पड़ जाते हैं और उन्हें दिल का दौरा तक पड़ जाता है. लड़की के भाइयों द्वारा प्रेमी के साथ मारपीट और यहां तक कि प्रेमी की जान लेने के समाचार लगभग रोज ही सुर्खियों में रहते हैं. युवकों को तो अकसर मांबाप समझा कर सुधरने की हिदायत देते हैं, मगर लड़की के प्रति घर वालों का व्यवहार कई बार बड़ा क्रूर हो जाता है. प्रेमी के साथ मारपीट के कारण लड़की के परिवार को पुलिस और कानूनी कार्यवाही तक का सामना करना पड़ता है.

अधिकतर युवतियों की समस्या रहती है कि उन्हें शादीशुदा व्यक्ति से प्यार हो गया है व उन्होंने उस से शारीरिक संबंध भी कायम कर लिए हैं. शादीशुदा व्यक्ति आश्वासन देता है कि वह जल्दी ही अपनी पहली पत्नी से तलाक ले कर युवती से शादी कर लेगा, मगर वर्षों बीत जाने पर भी वह व्यक्ति युवती से या तो शादी नहीं करता या धीरेधीरे किनारा कर लेता है. ऐसे किस्से आजकल आम हो गए हैं.

इस तरह के हादसों के बाद युवतियां डिप्रेशन में आ जाती हैं व नौकरी छोड़ देती हैं. इस से उबरने में उन्हें वर्षों लग जाते हैं. कई बार युवक पहली पत्नी के होते हुए भी दूसरी शादी कर लेते हैं. मगर याद रखें, ऐसी शादी को कानूनी मान्यता नहीं है और बाद में बच्चों के अधिकार के लिए लंबी कानूनी लड़ाई लड़नी पड़ सकती है जिस का फैसला युवती के पक्ष में आएगा, इस की संभावना बहुत कम रहती है.

शारीरिक संबंध होने पर गर्भधारण एक सामान्य बात है. विवाहित युवती द्वारा गर्भधारण करने पर दोनों परिवारों में खुशियां मनाई जाती हैं वहीं अविवाहित युवती द्वारा गर्भधारण उस की बदनामी के साथसाथ मौत का कारण भी बनता है.

अभी हाल ही में मेरी बेटी की एक परिचित के किराएदार के घर उन के भाई की लड़की गांव से 11वीं कक्षा में पढ़ने के लिए आई. अचानक एक शाम उस ने ट्रेन से कट कर अपनी जान दे दी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि लड़की गर्भवती थी. उसे एक अन्य धर्म के लड़के से प्यार हो गया और दोनों ने शारीरिक संबंध कायम कर लिए, मगर जब लड़के को लड़की के गर्भवती होने का पता चला तो वह युवती को छोड़ कर भाग गया. अब युवती ने आत्महत्या का रास्ता चुन लिया. ऐसे मामलों में अधिकतर युवतियां गर्भपात का रास्ता अपनाती हैं, लेकिन कोई भी योग्य चिकित्सक पहली बार गर्भधारण को गर्भपात कराने की सलाह नहीं देगा.

अधिकतर अविवाहित युवतियां गर्भपात चोरीछिपे किसी घटिया अस्पताल या क्लिनिक में नौसिखिया चिकित्सकों से करवाती हैं, जिस में गर्भपात के बाद संक्रमण और कई अन्य समस्याओं की आशंका बनी रहती है. दोबारा गर्भधारण में भी कठिनाई हो सकती है. अनाड़ी चिकित्सक द्वारा गर्भपात करने से जान तक जाने का खतरा रहता है.

युवती का विवाह यदि प्रेमी से हो जाता है तब तो विवाहोपरांत जीवन ठीकठाक चलता है, मगर किसी और से शादी होने पर यदि भविष्य में पति को किसी तरह से पत्नी के विवाहपूर्व संबंधों की जानकारी हो गई तो वैवाहिक जीवन न सिर्फ तबाह हो सकता है, बल्कि तलाक तक की नौबत आ सकती है.

विवाहपूर्व शारीरिक संबंधों में मुख्य खतरा यौन रोगों का रहता है. कई बार एड्स जैसा जानलेवा रोग भी हो जाता है. खास बात यह है कि इस रोग के लक्षण काफी समय तक दिखाई नहीं देते हैं, लेकिन बाद में यह रोग उन के पति और होने वाले बच्चे को हो जाता है. प्रेमी और उस के दोस्तों द्वारा ब्लैकमेल की घटनाएं भी अकसर होती रहती हैं. उन के द्वारा शारीरिक यौन शोषण व अन्य तरह के शोषण की आशंकाएं हमेशा बनी रहती हैं.

युवती का विवाह यदि अन्यत्र हो जाता है और वैवाहिक जीवन ठीकठाक चलता रहता है, घर में बच्चे भी आ जाते हैं, लेकिन यदि भविष्य में बच्चों को अपनी मां के किसी दूसरे पुरुष से संबंधों के बारे में पता चले तो उन्हें गंभीर मानसिक आघात पहुंचेगा, खासकर तब जब बच्चे टीनएज में हों. मां के प्रति उन के मन में घृणा व उन के बौद्धिक विकास पर भी इस का असर पड़ता है.

इन संबंधों के कारण कई बार पारिवारिक, सामाजिक व धार्मिक विवाद व लड़ाईझगड़े भी हो जाते हैं, जिन में युवकयुवती के अलावा कई और लोगों की जानें जाती हैं. इस के बावजूद यदि युवकयुवती शारीरिक संबंध बना लेने का निर्णय कर ही लेते हैं, तो गर्भनिरोधक विशेषकर कंडोम का प्रयोग अवश्य करें, क्योंकि इस से गर्भधारण व यौन संक्रमण का खतरा काफी हद तक खत्म हो जाता है.

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Relationship Tips : बौयफ्रैंड के साथ सैक्स करने के बाद मैं Pregnant हो जाऊंगी क्या?

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सवाल

मेरा बौयफ्रैंड मेरे साथ सोना चाहता है, पर मुझे पेट से होने का डर लगता है. मुझे उसे मना करना अच्छा नहीं लगता. ऐसे में क्या ठीक है?

जवाब

बौयफ्रैंड को सोने का मौका कतई न दें. आप पेट से हो गईं, तो वह किनारा कर लेगा. सिर्फ बातचीत तक ही सीमित रहें. हमबिस्तरी शादी के बाद ही करें.

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प्यार के बदले सैक्स नहीं

प्यार एक गहरा और खुशनुमा एहसास है. जब किसी से प्यार होने लगता है तो हम शुरुआत में अकसर उस की सकारात्मक चीजें ही देखते हैं. उस समय हमें अपना अच्छाबुरा कुछ समझ नहीं आता और यही वह खुमारी होती है जब हम प्रेमी के प्यार के बदले में उस की हर जायजनाजायज मांग भी पूरी करने लगते हैं. लेकिन कुछ पल ठहर कर एक बार सोच लें कि कहीं आप प्रेमी को प्यार के बदले अपना शरीर तो नहीं सौंप रही हैं. अगर ऐसा है तो संभल जाइए, क्योंकि यह सही नहीं है. यह वक्त सिर्फ प्यार करने का है, सैक्स तो शादी के बाद भी हो सकता है. इस में आखिर इतना उतावलापन और जल्दबाजी क्यों?

प्यार को प्यार ही रहने दें

प्यार एक खूबसूरत एहसास है, इसे दिल से महसूस करें न कि शरीर से. एकदूसरे के साथ समय बिताएं, एकदूसरे को समझें, प्यारभरी बातें करें, भविष्य के सपने बुनें, एकदूसरे की केयर करें, अपनेपन का एहसास साथी के मन में जगाएं, उसे विश्वास दिलाएं कि आप उस के लिए एकदम सही जीवनसाथी साबित होंगे. अपने कैरियर पर ध्यान दें. खुद खुश रहें और साथी को भी खुश रखें. यह वक्त बस यही करने का है बाकी जो भावनाएं हैं उन्हें शादी के बाद के लिए बचा कर रखें.

प्यार में आकर्षण बना रहेगा

अगर आप किसी से प्यार करती हैं और सैक्स नहीं किया है तो सैक्स को ले कर चाह और एक आकर्षण बना रहने के कारण साथी के प्रति खिंचाव हमेशा बना रहेगा, लेकिन एक बार सैक्स हो जाने के बाद कोई नयापन नहीं रहेगा और वह आकर्षण जो आप को एकदूसरे के प्रति खींचता था, खत्म हो जाएगा.

अपराधबोध नहीं होगा

एक बार संभोग करने के बाद उसे बदला नहीं जा सकता. कई बार बाद में पता चलता है कि प्रेमी आप के लिए सही नहीं है तब वक्त से पहले संबंध बना लेने का अपराधबोध होता है. इसलिए जरूरी है कि जब तक पूरी तरह से आश्वस्त न हो जाएं तब तक संबंध न बनाएं.

उत्सुकता बनी रहेगी

जब कोई भी काम समय पर करते हैं तो उस का आनंद ही अलग होता है, लेकिन जब आप सैक्स शादी से पहले ही कर लेते हैं तो इसे ले कर कोई उत्सुकता नहीं रहती. यदि सैक्स न करने से आप की उत्सुकता बनी रहती है तो बेहतर है इसे शादी तक न किया जाए.

यौन रोगों से बचे रहेंगे

सैक्स के प्रति लापरवाही यौन रोग होने का खतरा काफी हद तक बढ़ा देती है. उस समय आप की प्राथमिकताएं शारीरिक आकांक्षाओं को पूरा करना होता है, लेकिन सैक्स करते समय किनकिन सावधानियों का खयाल रखना चाहिए यह बात आप सोचते नहीं हैं और गंभीर बीमारी की गिरफ्त में आ जाते हैं.

सच्चे प्यार में सैक्स का कोई मतलब नहीं

सच्चा प्यार किसी को देखते ही नहीं हो जाता, यह एकदूसरे को जानने और समझने के बाद होता है. सच्चे प्यार में कोई जल्दबाजी नहीं होती, इस में ठहराव होता है. एकदूसरे की आपसी अंडरस्टैंडिंग होती है, एकदूसरे पर भरोसा होता है, एकदूसरे की कद्र होती है. सच्चा प्यार हमेशा के लिए होता है. इस में प्रेमी एकदूसरे से दिल की गहराइयों से जुड़े होते हैं. एकदूसरे के प्रति अपनीअपनी जिम्मेदारियों का एहसास होता है इसलिए उन्हें पता होता है कि सैक्स का सही समय शादी के बाद ही है और ऐसा करने के लिए वे एकदूसरे पर जोर भी नहीं डालते, क्योंकि इस के लिए इंतजार करना भी उन के इसी सच्चे प्यार का एक अहम हिस्सा होता है.

प्रेमी की पहचान करने का सही वक्त

यदि प्रेमी बारबार आप से शारीरिक संबंध बनाने पर जोर दे रहा है तो इस का मतलब उसे आप से ज्यादा इंट्रस्ट संबंध बनाने में है. उसे आप की भावनाओं का खयाल रखते हुए शादी तक इस चीज के लिए सब्र रखना चाहिए, लेकिन अगर वह ऐसा नहीं कर पा रहा है तो या तो उस की नीयत में खोट है या फिर वह आप का साथ निभाने के काबिल ही नहीं है.

सैक्स के नुकसान

बोरियत हो जाएगी

कुछ लोगों के लिए सैक्स ही सबकुछ होता है और जब उन्हें उस की पूर्ति हो जाती है तो उन की सारी इच्छाएं पूरी हो जाती हैं और फिर उन्हें प्रेमिका में कोई रुचि नहीं रहती. उन्हें उस के साथ समय बिताने, घूमने, हंसीमजाक करने में बोरियत लगने लगती है. ऐसे में रिश्ते का लंबे समय तक खिंच पाना मुश्किल हो जाता है.

प्रैग्नैंट हो गईं तो मुश्किल

बाजार में कई तरह के गर्भनिरोधक उपलब्ध हैं, लेकिन कई बार वे भी पूरी तरह से सक्षम नहीं होते. कई बार आप को पता भी नहीं चलता कि आप गर्भवती हैं और जब पता चलता है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है. इस के बाद मानसिक परेशानी का ऐसा दौर शुरू होता है जो आप को अंदर तक तोड़ कर रख देता है.

शादी न हुई तो दिक्कत

आज सारी परिस्थितियां आप के पक्ष में हैं और आप को लग रहा है कि आप के प्रेमी से ही आप की शादी होगी, लेकिन समय बदलते देर नहीं लगती, हो सकता है कल परिस्थितियां कुछ और हों. आप दोनों की किन्हीं कारणों से शादी न हो पाए, तो फिर क्या करेंगी?

जिस के साथ आप की शादी होगी अगर उस को आप के शादी से पहले के संबंधों के बारे में पता चल गया तो जिंदगी दूभर हो जाएगी या फिर हमेशा आप डरती रहेंगी कि कहीं यह बात खुल गई तो? ऐसे में आप शादी के बाद के खूबसूरत पलों को ढंग से ऐंजौय नहीं कर पाएंगी.

रिश्ते से बाहर आना मुश्किल

अगर आप अपने बौयफ्रैंड के साथ बिना संबंध बनाए डेट कर रहे हैं और आप को लगता है कि आप दोनों इस रिश्ते को आगे बढ़ाने में सहमत नहीं हैं तो रिश्ता खत्म करना आप के लिए काफी आसान होता है, लेकिन एक बार शारीरिक संबंध बन जाने के बाद उस रिश्ते से बाहर आना भावनात्मक और सामाजिक स्तर पर बहुत कठिन हो जाता है.

मलाल न हो

आप जिस व्यक्ति के साथ संबंध बना रही हैं वह आप के लिए काफी महत्त्वपूर्ण होना चाहिए. केवल शारीरिक जरूरतें पूरी करने के लिए संबंध बनाना सही नहीं है.

ब्लैकमेलिंग का शिकार न हों

कई बार देखने में आता है कि जिस पर हम सब से ज्यादा भरोसा करते हैं वही हमारा विश्वास तोड़ता है. आएदिन अखबार ऐसी सुर्खियों से भरे रहते हैं कि प्यार करने के बाद सैक्स किया, फिर धोखा दिया. अकसर प्रेमी इस तरह की वारदात को अंजाम देते हैं इसलिए अगर बौयफ्रैंड धोखेबाज निकला और उस ने आप का कोई वीडियो बना लिया और फिर इस के जरिए आप को ब्लैकमेल करने लगा तो फिर क्या होगा?

माना कि आप का बौयफ्रैंड ऐसा नहीं है पर यह काम उस का कोई दोस्त या कोई अनजान भी तो कर सकता है, तब क्या करेंगी? किस से मदद मांगेंगी? इसलिए ऐसा काम करना ही क्यों, जिसे करने के बाद परेशानी भुगतनी पड़े. इसलिए तमाम बातों को ध्यान में रख कर ही आगे कदम बढ़ाएं अन्यथा ताउम्र इस का दंश झेलना पड़ेगा.      

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Marriage : शादी के लिए मेरे घरवाले मुझ पर प्रैशर डाल रहे हैं, मैं क्या करूं ?

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सवाल-

मैं 27 साल की हूं शादी को ले कर मेरे घर वाले मुझ पर प्रैशर डाल रहे हैं. कई लड़कों से मिली, लेकिन बात नहीं बनी. भविष्य को ले कर काफी टैंशन में हो जाती हूं और अपना वर्तमान समय उस से खराब कर लेती हूं. जब ऐसे विचार आते हैं तब ऐसा लगता जैसे भविष्य एकदम अंधकारमय है. मैं कुछ नहीं कर पाऊंगी. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब-

कभीकभार फैमिली का प्रैशर हमें कुछ निर्णय लेने पर मजबूर कर देता है. मगर शादी एक बहुत ही अहम निर्णय है. इसे किसी के दबाव में आ कर न लिया जाए. जब आप को लगे कि आप इमोशनली, मैंटली और फाइनैंशली तैयार हैं तभी शादी करने का निर्णय लें.

फैमिली मैंबर्स से बात कर उन्हें समझाएं कि आप फिलहाल शादी के लिए तैयार नहीं हैं. जब हो जाएंगी तब खुद उन्हें बता देंगी. आप के ऐसा करने से वे रिलैक्स फील करेंगे.

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सोनिया 20 साल की हुई नहीं कि उस की मां को उस की शादी की चिंता सताने लगी. लेकिन सोनिया ने तो ठान लिया है कि वह पहले पढ़ाई पूरी करेगी, फिर नौकरी करेगी और तब महसूस हुआ तो शादी करेगी वरना नहीं. सोनिया की इस घोषणा की जानकारी मिलते ही परिवार में हलचल मच गई. सभी सोनिया से प्रश्न पर प्रश्न पूछने लगे तो वह फट पड़ी, ‘‘बताओ भला, शादी में रखा ही क्या है? एक तो अपना घर छोड़ो, दूसरे पराए घर जा कर सब की जीहुजूरी करो. अरे, शादी से पतियों को होता आराम, लेकिन हमारा तो होता है जीना हराम. पति तो बस बैठेबैठे पत्नियों पर हुक्म चलाते हैं. खटना तो बेचारी पत्नियों को पड़ता है. कुदरत ने भी पत्नियों के सिर मां बनने का बोझ डाल कर नाइंसाफी की है. उस के बाद बच्चे के जन्म से ले कर खानेपीने, पढ़ानेलिखाने की जिम्मेदारी भी पत्नी की ही होती है. पतियों का क्या? शाम को दफ्तर से लौट कर बच्चों को मन हुआ पुचकार लिया वरना डांटडपट कर दूसरे कमरे में भेज आराम फरमा लिया.’’

यह बात नहीं है कि ऐसा सिर्फ सोनिया का ही कहना है. पिछले दिनों अंजु, रचना, मधु, स्मृति से मिलना हुआ तो पता लगा अंजु इसलिए शादी नहीं करना चाहती, क्योंकि उस की बहन को उस के पति ने दहेज के लिए बेहद तंग कर के वापस घर भेज दिया. रचना को लगता है कि शादी एक सुनहरा पिंजरा है, जिस की रचना लड़कियों की आजादी को छीनने के लिए की गई है. स्मृति को शादीशुदा जीवन के नाम से ही डर लगता है. उस का कहना है कि यह क्या बात हुई. जिस इज्जत को ले कर मांबाप 20 साल तक बेहद चिंतित रहते हैं, उसे पराए लड़के के हाथों निस्संकोच सौंप देते हैं. उन की बातें सुन कर मन में यही खयाल आया कि क्या शादी करना जरूरी है. उत्तर मिला, हां, जरूरी है, क्योंकि पति और पत्नी एकदूसरे के पूरक होते हैं. दोनों को एकदूसरे के साथ की जरूरत होती है. शादी करने से घर और जिंदगी को संभालने वाला विश्वसनीय साथी मिल जाता है. व्यावहारिकता में शादी निजी जरूरत है, क्योंकि पति/पत्नी जैसा दोस्त मिल ही नहीं सकता.

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Relationship Tips : मेरे शादीशुदा जिंदगी में प्यार खत्म हो गया है…

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सवाल-

मैं 31 वर्षीय वर्किंग वूमन हूं. पति भी वर्किंग हैं. हमारी शिफ्ट ड्यूटी की वजह से हमारे बीच ठीक से बातचीत नहीं हो पाती है. यह हमारे झगड़े का कारण बन गया है. अब तो हालत यह हो गई है कि लीव वाले दिन भी हम बात नहीं करते. हमारे बीच प्यार खत्म सा हो गया है. कई बार मुझे यह भी लगता है कि मेरे पति का किसी और के साथ अफेयर है. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब-

पतिपत्नी के रिश्ते में कभी प्यार तो कभी तकरार होना स्वाभाविक है. आप की लाइफ इतनी बिजी हो गई है कि आप अपने परिवार के साथ ज्यादा टाइम नहीं बिना पाते. पतिपत्नी के रिश्ते को मजबूत करने के लिए एकदूसरे को समय दें. एकदूसरे की रिस्पैक्ट करना बहुत जरूरी है. जो भी बात आप को परेशान कर रही हो उसे अपने पार्टनर से शेयर करें और फिर साथ मिल कर उस का समाधान निकालें. फिर भी समाधान न निकल पाए तो काउंसलर या कपल थेरैपिस्ट की मदद लें.

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पतिपत्नी और वो के बजाय पतिपत्नी और जीवन की खुशियों के लिए रिश्ते को प्यार, विश्वास और समझदारी के धागों से मजबूत बनाना पड़ता है. छोटीछोटी बातें इग्नोर करनी होती हैं. मुश्किल समय में एकदूसरे का सहारा बनना पड़ता है. कुछ बातों का खयाल रखना पड़ता है:

मैसेज पर नहीं बातचीत पर रहें निर्भर

ब्रीघम यूनिवर्सिटी में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक जो दंपती जीवन के छोटेबड़े पलों में मैसेज भेज कर दायित्व निभाते हैं जैसे बहस करनी हो तो मैसेज, माफी मांगनी हो तो मैसेज, कोई फैसला लेना हो तो मैसेज ऐसी आदत रिश्तों में खुशी और प्यार को कम करती है. जब कोई बड़ी बात हो तो जीवनसाथी से कहने के लिए वास्तविक चेहरे के बजाय इमोजी का सहारा न लें.

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Relationship Tips : बदलती पीढ़ी में रिश्तों के कई नाम, जानें आप किस रिश्ते को निभा रहे हैं

Relationship Tips : आज की जनरेशन में रिश्तों के कई नाम हैं.यह पीढ़ी जी जनरेशन और मिलेनियम के नाम से जानी जाती है.आएदिन रिश्तों को अलगअलग नाम मिलता है.आज की पीढ़ी जरूरत के अनुसार उन रिश्तों को निभाना व पुकारना पसंद करती है.

पहले के समय में रिश्ते दादीदादा के घर से होते हुए नानीनाना के दुलार से जाने जाते थे तब सिर्फ पतिपत्नी, दोस्त, प्रेमीप्रेमिका के नाम से जाने जाते थे लेकिन आज रिश्ते जरूरत के हिसाब से बनाए जाते हैं.

आज हम ऐसे ही कुछ रिश्तों के नाम की जानकरी दे रहे हैं जिस से आप अपने रिश्ते की पहचान कर सकते हैं कि आप किस रिश्ते में हैं :

कमिटेड रिलेशनशिप

जिस रिश्ते में दोनों पार्टनर एकदूसरे के प्रति समर्पित होते हैं.एकदूसरे की खुशियों और परेशानियों में साथ खड़े रहते हैं.भविष्य की योजनाएं जैसे शादी, कैरियर और फैमिली को ले कर दोनों मिल कर साथ निर्णय लेते हैं.यह रिश्ता विश्वास, ईमानदारी और स्थायित्व की नींव पर टिका होता है.

सिचुएशनशिप

न तो यह रिश्ता पूरी तरह डेटिंग कहलाता है और न ही कमिटेड रिलेशनशिप.इस में 2 लोग एकदूसरे के साथ भावनात्मक या शारीरिक रूप से तो जुड़े होते हैं, लेकिन इस रिश्ते को वह भविष्य में निभा पाएंगे या नहीं यह स्पष्ट रूप से परिभाषित नहीं होता.

इस में भावनात्मक जुड़ाव बहुत कम व सिर्फ दोस्ती और आकर्षण अधिक होता है.ऐसे रिश्ते मानसिक तनाव को बढ़ा सकते हैं.यह रिश्ता देखा जाए तो परिस्थिति के अनुसार चलता है.

लिव इन रिलेशनशिप

इस रिश्ते में 2 वयस्क व्यक्ति शादी किए बिना दांपत्य जीवन व्यतीत करते हैं लेकिन इस में पारंपरिक विवाह के कानूनी बंधन नहीं होते।हालांकि कानूनी रूप से इसे वैध माना गया है, लेकिन भारतीय समाज में इसे ले कर दोहरी राय है.

ओपन रिलेशनशिप

इस रिश्ते में 2 पार्टनर एकदूसरे की इच्छा से अन्य लोगों के साथ भी रोमांटिक या शारीरिक संबंध रख सकते हैं.इस रिश्ते में अधिक आजादी और ईमानदारी होती है.

मैरिज रिलेशनशिप

यह रिश्ता अधिकतर हर समुदाय में पाया जाने वाला रिश्ता है.यह सामाजिक, कानूनी और भावनात्मक संबंधों के मेल का प्रतीक होता है.

लौंग डिस्टैंस रिलेशनशिप

जब 2 लोग एकदूसरे से भौगोलिक रूप से दूर होते हैं, लेकिन भावनात्मक रूप से जुड़े रहते हैं, तो उसे लौंग डिस्टैंस रिलेशनशिप कहते हैं जैसे पार्टनर का पढ़ाई, नौकरी के कारण घर से दूर रहना.

ओपन मैरिज रिलेशनशिप

इस रिश्ते में शादी के बाद अपने पार्टनर की रजामंदी से किसी और के साथ रिश्ता रखना जैसे शादी के बाद भी ऐक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर बनाए रखना.यह पारंपरिक एकनिष्ठ विवाह से अलग होता है.

मेरी दोस्त Depression की शिकार हो गई हैं, मैं क्या करूं?

Depression :  अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है, तो ये लेख अंत तक जरूर पढ़ें…

सवाल-

मेरी सहेली को बचपन में पिता का प्यार नहीं मिला. उस की मां ने मेहनत कर के उसे पढ़ायालिखाया. अब उस के पति को  ब्लड कैंसर है, जिस से वह मेरी सहेली से बहुत रूखा व्यवहार करता है. बचपन से अब तक उपेक्षा झेलतेझेलते वह डिप्रैशन का शिकार हो गई है. रातरात भर रोती है. नींद की 2-2 गोलियां खाने पर भी उसे नींद नहीं आती. उसे अपनी मां की परवाह है. उन्हें दुखी नहीं करना चाहती, इसीलिए खुदकुशी नहीं करना चाहती. वह क्या करे कि तनाव से बाहर आ कर खुशहाल जीवन जी सके?

जवाब-

जीवन में कमियों के साथ जीने की तो आदत डालनी ही होती है. अगर पति को ब्लड कैंसर है और मां अकेली हैं, तो आप की सहेली को दोगुनी मेहनत कर के दोनों को संभालना होगा वरना सभी नुकसान में रहेंगे, वह खुद भी. नींद की गोलियां खाना इलाज नहीं, क्योंकि इस से समस्या सुलझने वाली नहीं. समस्या तो और ज्यादा काम, चाहे वह घरों की सफाई का हो, दफ्तर का हो या खुद हाथ से मेहनत का, करना ही होगा.

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रीमा का सारा दिन चिड़चिड़ाना, छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करना और बेवजह रोने लग जाना, नींद न आना, किसी काम में मन न लगना और अकेले बैठना, उसके इस व्यवहार से घर के सारे लोग परेशान थे. पति चिल्लाता कि कोई कमी नहीं है, फिर भी यह खुश नहीं रह सकती है, सास अलग ताने मारती कि इसे तो काम न करने के बहाने चाहिए. जब देखो अपने कमरे में जाकर बैठ जाती है.

 भौतिकतावादी संस्कृति से उपजी समस्याएं

रीमा की तरह कितने लोग हैं जो आज ऐसे हालातों से गुजर रहे हैं और जानते तक नहीं कि वे डिप्रेशन का शिकार हैं. वक्त जिस तेजी से बदला है और भौतिकवादी संस्कृति और सोशल मीडिया ने जिस तरह से हमारे जीवन में पैठ बनाई है, उसने डिप्रेशन को बड़े पैमाने पर जन्म दिया है और हर उम्र का व्यक्ति चाहे बच्चा ही क्यों न हो, इससे जूझ रहा है. मानसिक रूप से एक लड़ाई लड़ने वाले इंसान को बाहर से देखने पर अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि वह भीतर से टूट रहा है. यहां तक कि ऐसे लोग जिनकी जिंदगी रुपहले पर्दे पर चमकती दिखाई देती है, भी इसका शिकार हो चुके हैं, जैसे आलिया भट्ट, वरुण धवन, मनीषा कोईराला, शाहरुख खान, और प्रसिद्ध लेखक जे.के. ऱॉउलिंग, कुछ ऐसे नाम हैं जो डिप्रेशन का शिकार हो चुके हैं. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से डिप्रेशन को लेकर समाज में चिंता और ज्यादा बढ़ गई है. केवल पैसे या स्टेट्स की कमी ही अब इसकी वजह नहीं रही है. भौतिकतावादी संस्कृति ने दिखावे की संस्कृति को बढ़ाया है डिसकी वजह से हर जगह प्रतिस्पर्धा बढ़ी है और जो इस प्रतिस्पर्धा में खुद को असफल या पीछे रह जाने के एहसास से घिरा पाता है, वह डिप्रेशन का शिकार हो जाता है. संघर्ष करने, चुनौतियों का सामना और सहनशीलता कम होने से केवल ‘अपने लिए’ जीने की चाह ने संबंधों में दूरियां पैदा कर दी हैं. यही वजह है कि व्यक्ति समाज से कटा हुआ अनुभव करता है और अकेलेपन का शिकार हो जाता है.

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