बालों को मुलायम व चमकदार बनाने के लिए कोई कारगर उपाय बताएं?

सवाल

मैं 35 वर्षीय महिला हूं. पिछले कुछ दिनों से मेरे बाल बेजान व दोमुंहे हो रहे हैं. मैं बालों को कलर करने के लिए मेहंदी लगाती हूं. मेहंदी लगाने के बाद जब मैं शैंपू करती हूं तो मेरे बाल और रूखे व बेजान हो जाते हैं. बालों को मुलायम व चमकदार बनाने के लिए कोई कारगर उपाय बताएं?

जवाब

आप के बालों के रूखे और बेजान होने का कारण मेहंदी ही है. दरअसल, मेहंदी में आयरन होता है, जो बालों की कोटिंग करता है, जिस से वे रूखे व बेजान हो जाते हैं. अगर आप बालों को कलर करने के लिए मेहंदी ही लगाना चाहती हैं, तो सब से पहले मेहंदी को सारे बालों पर लगाने के बजाय सिर्फ रूट टचिंग करें. दूसरा, मेहंदी के घोल में थोड़ा सा कोई भी औयल अवश्य मिला लें, साथ ही मेहंदी लगाने के बाद बालों को शैंपू न करें सिर्फ पानी से मेहंदी निकालें. फिर बालों के सूखने पर खोपड़ी में अच्छी तरह औयलिंग कर शैंपू करें. इस के अलावा बालों में मेथी का पैक व दही आदि लगाएं. इस से बालों की रफनैस दूर होगी और वे चमकदार व मुलायम भी बनेंगे.

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चमचमाते बाल सर्दियों में भी

सर्दी का मौसम अपने साथसाथ कई समस्याएं भी ले कर आता है. उन्हीं में से एक है बालों की समस्या. आइए, जानते हैं सर्दी के मौसम में होने वाली बालों की समस्याओं के बारे में:

बालों का टूटना

अकसर सर्दी के मौसम में स्वस्थ बाल भी नाजुक हो जाते हैं और हवा में मौइश्चराइजर होने की वजह से वे टूटने लगते हैं. अत: इस परेशानी से बचने के लिए आवश्यकतानुसार तेल की कुछ बूंदें अंडे के साथ मिलाएं और फिर बालों पर लगाएं. अगर चाहें तो अंडा हिना मास्क के साथ भी लगा सकती हैं. उस के बाद माइल्ड शैंपू से धो लें. आप पाएंगी सुंदर, सिल्की व कोमल बाल.

गरम तेल से मसाज

अकसर मालिश के लिए प्राकृतिक तेल जैसे औलिव औयल, नारियल तेल, कैस्टर औयल इस्तेमाल किए जाते हैं. ये बालों को मौइश्चराइज करने के साथसाथ उन्हें टूटने से भी बचाते हैं.

संतुलित आहार

बालों को टूटने से रोकने का संतुलित भोजन बेहतरीन उपाय है. अत: हमारे भोजन में चावल, दाल, हरी सब्जियां, अंकुरित अनाज इत्यादि पर्याप्त मात्रा में हो. इस के साथ ही दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए.

दोमुंहे बाल

अगर बालों को ड्रायर से सुखाएंगी तो उस से वे दोमुंहे होंगे और जल्दी टूटेंगे. अत: आवश्यकतानुसार तेलों का मिश्रण जैसे नारियल तेल, औलिव व बादाम के तेल के प्रयोग से बाल घने और सुंदर बनेंगे.

अंडा मास्क

3 चम्मच अंडे की जरदी को 1 चम्मच शहद के साथ मिलाएं फिर बालों पर हलके हाथों से लगाएं. कुछ देर बाद माइल्ड शैंपू से धो लें.

शहद मसाज

2 चम्मच शहद 4 कप गरम पानी में मिलाएं और फिर शैंपू के बाद बालों पर लगाएं.

सूखे बाल व सूखी स्कैल्प

टीट्री औयल में पावरफुल ऐंटीफंगल और ऐंटीबैक्टीरियल ताकत होती है. बालों के लिए यह एक बेहतर घरेलू उपचार है.

ऐलोवेरा जैल

बालों से डैंड्रफ खत्म करने के लिए ऐलोवेरा जैल सब से बेहतरीन उपाय है. इस के अलावा ऐलोवेरा जैल से बालों में मसाज कर

10-15 मिनट बाद धो लें. इस से बालों की खुजली भी कम हो जाएगी. बेकिंग सोडा पेस्ट भी बालों की खुजली में असरदायक है. इस के लिए बेकिंग सोडे का पेस्ट बना कर बालों में लगाएं. आधे घंटे बाद बालों को धो लें.

नारियल तेल

नारियल तेल घरेलू उपचार में सब से ज्यादा इस्तेमाल होने वाला सामान है. यह बालों की नमी को बनाए रखता है और बालों को ड्राई होने से बचाता है. कुनकुने नारियल तेल से बालों की जड़ों में मालिश करें. फिर घंटे भर बाद उन्हें धो लें.

नीबू का रस

सूखे बालों व सूखी स्कैल्प के चलते बालों में रूसी हो जाती है. ऐसे में नींबू का रस इस के लिए सब से बेहतर उपाय है. नींबू के रस से बालों में हलकेहलके मसाज की जाए तो रूसी कम होगी.

Silky Hair के लिए जानें कौन से हैं सही प्रोडक्ट्स

बाल अगर खूबसूरत होते हैं तो वे चेहरे की रंगत ही बदल देते हैं. लेकिन आज स्टाइल का जमाना है और इसी स्टाइल के चक्कर में कभी महिलाएं बालों को कलर करवाती हैं, कभी हाईलाइट, कभी रीबौंडिंग तो कभी हेयरस्टाइलिंग प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं. जमाने के साथ चलना अच्छी बात है, लेकिन उस के चक्कर में अति कर के अपना नुकसान करना समझदारी नहीं.

कभीकभार हर चीज ठीक होती है, लेकिन जब आप स्टाइल के चक्कर में बालों पर जरूरत से ज्यादा कैमिकल्स व हीट प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने लगती हैं या फिर बालों की केयर नहीं करतीं तो यह बालों के नैचुरल मौइस्चर को चुरा कर उन्हें बेजान बना कर डैमेज करने का काम करता है.

यही नहीं बल्कि बाल झड़ने भी लगते हैं, स्प्लिट ऐंड्स की प्रौब्लम हो जाती है व बालों में फ्रिजीनैस आ जाती है, जो आप की सुंदरता को कम करने का काम करती है.

ऐसे में जब बाल डैमेज हो गए हैं तो उन्हें खास ट्रीटमैंट की जरूरत होती है ताकि आप के बालों में फिर से नई जान आ जाए. इस संबंध में जानते हैं कौस्मैटोलौजिस्ट पूजा नागदेव से:

सीरम से बालों को दें मौइस्चर

बाल तभी डैमेज होना शुरू होते हैं जब उन का मौइस्चर खत्म हो जाता है. इस से बालों में डलनैस आने लगती है.

लेकिन अगर डैमेज बालों को सीरम से हाइड्रेट रखा जाता है, तो धीरेधीरे बाल अपने पहले वाले रूप में वापस आने लगते हैं क्योंकि ये प्रदूषण व सनलाइट के बीच प्रोटैक्टिव लेयर का काम करते हैं. लेकिन इस के लिए जरूरी है कि आप का हेयर सीरम बालों के टाइप के हिसाब से हो व उसे लगाने का तरीका बिलकुल परफैक्ट हो. तभी आप को उस का फायदा मिल पाएगा.

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जब भी आप इसे बालों में अप्लाई करें तो आप के बाल हलके गीले होने चाहिए, फिर आप अपनी हथेली में सीरम की कुछ बूंदें डालें, फिर उन्हें दोनों हाथों से अच्छी तरह रब करते हुए बालों में लगाएं और फिर बालों में लगा छोड़ दें. इस से पूरा दिन आप के बालों में शाइन व साफ्टनैस रहेगी. जब भी आप को बालों में ड्राईनैस, फ्रिजीनैस व उमस के कारण बाल उड़ेउड़े नजर आएं तो आप सीरम जरूर अप्लाई करें. इसे स्मूदनिंग ट्रीटमैंट भी कहा जाता है.

इनग्रीडिऐंट्स इन सीरम

मार्केट में आप को ढेरों सीरम मिल जाएंगे, लेकिन आप उसी सीरम का चयन करें, जो आप के बालों को ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुचाए. इस के लिए जरूरी है कि आप को इस में होने वाले इनग्रीडिऐंट्स की जानकारी हो.

– लाइट वेट सीरम हैं बैस्ट, जो और्गन औयल, जोजोबा औयल व सनफ्लौवर औयल की खूबियों से भरे हों क्योंकि ये स्प्लिट ऐंड्स खत्म कर बालों को हैल्दी, स्मूद व शाइनी बनाने का काम करते हैं.

– कोकोनट मिल्क ऐंटीब्रेकेज सीरम कम समय में बालों को हील कर के उन्हें हैल्दी बनाने का काम करता है.

– सीरम में ह्यालुरोनिक ऐसिड, बालों को हाइड्रेट व हेयर डैंसिटी को बढ़ाने का काम करता है.

– पौलीफिनोल्स नामक इनग्रीडिऐंट बालों में एंटीऔक्सीडैंट प्रोटैक्शन का काम करता है.

– विटामिन बी-12 रिच सीरम बालों को सुपर सौफ्ट फील देने का काम करता है.

इन इनग्रीडिऐंट्स से बचें

– पीइजी, पौलीक्वाटेर्नियम, आर्टिफिशियल कलर, डीसोडियम इडीटीए, फ्रैगरैंस जैसे हानिकारक कैमिकल्स से बचें. साथ ही इन में सिंथैटिक सिलिकौन का भी इस्तेमाल किया जाता है. यह बालों के ऊपर एक प्रोटैक्टिव लेयर बनाने का काम कर के मौइस्चर के लौस को रोकने में मददगार होता है. यह मौइस्चर के साथसाथ न्यूट्रिएंट्स को भी बालों तक जाने से रोकने का काम करता है, जो बालों के लिए नुकसानदायक साबित होता है.

हेयर कंडीशनर

कंडीशनर बालों को जरूरी न्यूट्रिएंट्स प्रदान कर के उन्हें हैल्दी, सौफ्ट बनाने का काम करता है. लेकिन हम में से अधिकांश महिलाएं यही सोचती हैं कि हम ने तो बालों की डलनैस व उन्हें सौफ्ट बनाने के लिए कंडीशनर का इस्तेमाल किया था, लेकिन इसे अप्लाई करने के 1 दिन बाद ही हमारे बाल वैसे के वैसे हो गए, जबकि कंडीशनर तो यह दावा करते हैं कि इस से बाल कई दिनों तक सिल्की हो जाएंगे.

तो आप को बता दें कि आप के कंडीशनर में जरूरत से ज्यादा कैमिकल्स का इस्तेमाल होने के कारण आप के बाल रूखे हुए हैं.

ऐसे में जरूरत है कि अगर आप डैमेज बालों की समस्या से जूझ रही हैं तो कोई भी कंडीशनर न खरीदें, बल्कि उस में शामिल किए गए इनग्रीडिऐंट्स को जरूर देखें. तभी आप को कंडीशनर का फायदा मिल पाएगा.

इनग्रीडिऐंट्स इन कंडीशनर

– एवोकाडो औयल में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी

ऐसिड्स बालों को मजबूत बना कर यूवी किरणों से उन्हें पूरी तरह से बचाने का काम करते हैं.

– वीट प्रोटीन आप के बालों की मजबूती को बढ़ा कर उस के मौइस्चर को फिर से वापस लौटाने का काम करता है.

– कंडीशनर में केराटिन का उपयोग उसे बालों के लिए लाभकारी बनाता है. बता दें कि केराटिन सैल्स को सौफ्ट बना कर स्प्लिट ऐंड्स की समस्या को कम करता है. जिस से बालों का मौइस्चर धीरेधीरे वापस लौटने लगता है.

– और्गन औयल में ओलिक और लिनोलेइक नामक फैटी ऐसिड्स होते हैं जो आप के बालों और स्कैल्प को फैटी लेयर प्रदान कर उन की ड्राईनैस, फ्रिजीनैस को दूर कर उन्हें सौफ्ट व स्मूद बनाने का काम करते हैं.

– पैंथेनोल यानी विटामिन बी 5 बहुत ही असरदार हुमेक्टैंट है जो हेयर शाफ्ट में ऐंटर कर बालों के मौइस्चर को बढ़ाने का काम करता है.

– शिया बटर में विटामिन ए, ई और ऐसैंशियल फैटी ऐसिड्स होते हैं जो बालों को हीट प्रोडक्ट्स के कारण हुए नुकसान से बचाने के साथसाथ बालों की फ्रिजीनैस को कम कर उस की शाइन को भी बढ़ाने में मददगार है.

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इन इनग्रीडिऐंट्स से बचें

– पैराबेंस, सल्फेट्स, ट्रिक्लोसन, सिंथैटिक कलर्स, फ्रैगरैंस, रैटिनील पल्मीटेट. ये धीरेधीरे बालों के मौइस्चर को खत्म करने के साथसाथ स्किन ऐलर्जी का भी कारण बनते हैं. इसलिए इन तत्त्वों से बने कंडीशनर का इस्तेमाल करने से बचें वरना डैमेज हेयर्स की हालत और खराब हो जाएगी.

शैंपू

धूलमिट्टी व प्रदूषण के कारण हमारे बाल आए दिन गंदे हो जाते हैं. उन में गंदगी व बालों में औयल आने के कारण उन में रफनैस भी आ जाती है, जिस से नजात पाने के लिए हम आए दिन शैंपू का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन क्या आप जानती हैं कि जिस शैंपू का इस्तेमाल आप बिना सोचेसम?ो बालों से गंदगी व डैमेज बालों की रिपेयर करने के लिए कर रही हैं, वह आप के बालों को और डैमेज कर रहा है. ऐसे में आप के लिए यह जानना जरूरी है कि आप हफ्ते में कितने दिन व आप के शैंपू में ऐसी क्या खूबियां हों जो बालों से गंदगी भी निकाल दें और बालों को बिना डैमेज किए उन्हें सौफ्ट बनाने का भी काम करें.

इनग्रीडिऐंट्स इन शैंपू

– डीप नरिशिंग शैंपू है बैस्ट, जिस में है वर्जिन औलिव औयल व विटामिन ई की खूबियां क्योंकि यह बालों को डीटौक्स करने के साथसाथ उन की रफनैस, फ्रिजीनैस को दूर कर उन्हें सौफ्ट व शाइनी लुक देता है.

– शैंपू में फर्मेंटेड राइस वाटर, प्रो विटामिंस, एमिनो ऐसिड जैसे तत्त्व कुछ ही दिनों में  डैमेज बालों में फिर से नई जान डालने का काम करते हैं.

– ऐप्पल साइडर विनेगर में अल्ट्रा ऐसिडिक पावरहाउस इनग्रीडिऐंट होने के कारण यह बालों की शाइन को बढ़ाने के साथसाथ डैमेज हेयर्स को फिर से स्मूद बनाने का काम करता है.

– शैंपू में सोया प्रोटीन बालों को न्यूट्रिएंट्स दे कर उन की हैल्थ का खास खयाल रखता है क्योंकि इस से जड़ें मजबूत व उन में चमक आती है.

– हनी मौइस्चर शैंपू ड्राई व डैमेज बालों को हाइड्रेट रख कर उन के मौइस्चर को फिर से वापस लौटाने का काम करता है. यह हेयर फौलिकल्स को मजबूती प्रदान कर उन्हें झड़ने से भी रोकने का काम करता है.

 इन इनग्रीडिऐंट्स से बचें

– शैंपू में सल्फेट्स जो सोडियम लौरयल सलफेट व सोडियम लौरेथ सल्फेट के नाम से इनग्रीडिऐंट्स होता है. यह बालों को ड्राई बनाने के साथसाथ स्किन ऐलर्जी का भी कारण बनता है.

– पैराबेंस जैसे प्रोपिल और ऐथिल पैराबेंस यह जहां हेयर प्रोडक्ट्स की शैल्फ लाइफ को बढ़ाने का काम करते हैं, वहीं ये फीमेल हारमोन को प्रभावित कर के उन में कैंसर के खतरे को भी बढ़ाते हैं.

– ट्रिक्लोसन एक ऐंटीबैक्टीरियल एजेंट होता है, जो प्रिजर्वेटिव के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. यह आप की वसा कोशिकाओं में जमा हो कर शरीर के लिए खतरा पैदा करता है.

– सोडियम क्लोराइड शैंपू को गाड़ा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इस से स्कैल्प पर ड्राईनैस, जलन व बाल झड़ने की समस्या भी पैदा होती है. इस में डलने वाली खुशबू कैमिकल्स से भरपूर होती है, जिस से स्कैल्प को नुकसान पहुंचने के साथसाथ अस्थमा, कैंसर जैसी घातक बीमारियां भी हो सकती हैं.

– सेलेनियम सल्फाइड तत्त्व कैंसर का कारण बनता है.

– शैंपू में इस्तेमाल होने वाले कलर्स हमारी इम्यूनिटी को कमजोर बनाने का काम करते हैं.

– रैटिनील पल्मीटेट से स्किन पीली होने, रैडनैस, जलन की परेशानी होती है.

 हेयर मास्क

हेयर मास्क बालों को न्यूट्रिशन देने का काम करता है क्योंकि इस में बालों को मौइस्चर प्रदान करने वाले तत्त्व होते हैं. यह कंडीशनर के मुकाबले बालों को कहीं अधिक पोषण देता है. लेकिन तभी जब हेयर मास्क नैचुरल चीजों से बना हुआ हो और आप को इस की पूरी जानकारी हो.

यहां हम आप को कुछ ऐसे हेयर मास्क के बारे में बता रहे हैं, जो डैमेज बालों को ठीक करने के साथसाथ बालों में सौफ्टनैस लाने का भी काम करते हैं:

– केराटिन और और्गन औयल हेयर मास्क हेयर फौल को रोक कर बालों को हाइड्रेट, मौइस्चर प्रदान करने के साथसाथ उन की रिपेयर करने का काम भी करता है. केराटिन हमारे बालों में मौजूद नैचुरल प्रोटीन होता है. लेकिन प्रदूषण, धूलमिट्टी व धूप के कारण यह बालों से गायब हो जाता है, जिसे बालों में दोबारा से रिस्टोर करने के लिए आर्टिफिशियल केराटिन ट्रीटमैंट दिया जाता है, जिस से बाल फिर से सौफ्ट नजर आने लगते हैं. वहीं और्गन औयल में विटामिन ई की मौजूदगी बालों को सौफ्ट व सिल्की बनाने का काम करती है. खास बात यह है कि यह सभी तरह के बालों पर सूट करता है.

  मार्केट में 200 मिलीलीटर हेयर मास्क की कीमत ₹500 के करीब है.

– रैड ओनियन ब्लैक सीड औयल से बना हेयर मास्क बालों के मौइस्चर को रिस्टोर करने में मदद करता है. यह पतले, कमजोर व बाल झड़ने की प्रौब्लम को ठीक करता है. इस में पैराबीन, सल्फेट, सिलिकोंस व कलर नहीं है यानी पूरी तरह से नैचुरल. जहां रैड ओनियन में विटामिंस, एंटीऔक्सीडैंट्स होने के कारण यह बालों के पीएच लैवल को मैंटेन रखने का काम करता है वहीं ब्लैक सीड औयल में एंटीऔक्सीडैंट्स व नौरिशमैंट प्रौपर्टीज होने के कारण यह फ्री रेडिकल्स से बालों को होने वाले नुकसान से बचाने का काम कर के उन्हें सुपर हैल्दी बनाने का काम करता है. मार्केट में  200 मिलीलीटर हेयर मास्क की कीमत ₹400 के करीब है.

– कोलेजन हेयर मास्क, जो ब्लैक सीड औयल, और्गन औयल व शिया बटर की खूबियों से भरपूर है. इस में रूखे व डैमेज बालों को ठीक करने की क्षमता है क्योंकि इस में विटामिंस और जरूरी फैटी ऐसिड्स होने के कारण यह हीट व कैमिकल्स के कारण बालों को पहुंचे नुकसान को ठीक कर फिर से बालों में नई जान डालने का काम करता है. इस के 100 ग्राम पैक की कीमत ₹250 के करीब है.

– राइस वाटर हेयर मास्क इसलिए खास है क्योंकि इस में पाया जाने वाला इनोसिटोल तत्त्व डैमेज हेयर्स के अंदर तक जा कर उन की रिपेयर करता है. यह सल्फेट, सिलिकौन व पैराबीन फ्री प्रोडक्ट है. इस के 200 मिलीलीटर पैक की कीमत  ₹530 के करीब है.

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  हेयर केयर टिप्स

– हफ्ते में एक बार हेयर मास्क जरूर अप्लाई करें.

– हेयर कलर व कैमिकल स्टाइलिंग ट्रीटमैंट्स से दूर रहें.

– रैग्युलर ट्रिंमिंग करवाएं. इस से ड्राई, डैड व स्प्लिट ऐंड्स ठीक होते हैं.

– बालों को रब न करें. इस से बालों के डैमेज होने का डर रहता है.

– खुद को हाइड्रेट रखने के लिए खूब पानी पीएं.

– आप की डाइट पौष्टिक तत्त्वों से भरपूर हो.

– शैंपू हफ्ते में 3 बार से ज्यादा न करें.

4 बैस्ट औयल्स

कोकोनट औयल: इस में विटामिंस, मिनरल्स व जरूरी फैटी ऐसिड्स होने के कारण यह बालों की जड़ों तक जा कर उन्हें न्यूट्रिशन देता है, जिस से बाल लंबे, घने, मजबूत व उन में सौफ्टनैस आती है. स्प्लिट ऐंड्स की समस्या से भी नजात मिलती है.

और्गन औयल: इस में एंटीऔक्सीडैंट्स और विटामिंस होने के कारण यह फ्रिजी, कमजोर व ड्राई बालों की समस्या से फाइट करने में मददगार है.

आमंड औयल: यह औयल एंटीऔक्सीडैंट्स, विटामिंस व प्रोटीन से भरपूर होने के कारण यह बालों को टूटने और झड़ने से बचाता है और उन के मौइस्चर को लौक करता है.

औलिव औयल: इस में ऐक्सफौलिएटिंग व डैंड्रफ फाइटिंग प्रौपर्टीज होने के कारण यह बालों की ड्राईनैस को कम कर के हैल्दी बाल देने में मदद करता है.

तो सर्दियों में भी बाल रहेंगे मुलायम

सर्दी का मौसम शुरू हो चुका है, जिस का बालों पर बहुत दुष्प्रभाव पड़ता है. मगर आप घबराएं नहीं, क्योंकि इन सर्दियों में बालों की सेहत बनाए रखने के लिए हम कुछ आसान तरीके जो बता रहे हैं:

मां के नुस्खें

– बाल रूखे होने पर ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं. आप जितना ज्यादा पानी पीएंगी आप का शरीर उतना ही हाइड्रेट बना रहेगा.

– एक बरतन में 2 नीबुओं के रस में थोड़ा पानी मिला कर घोल बना लें. अब इस घोल को स्कैल्प में लगाएं और उंगलियों से हलकीहलकी मसाज करें. कुछ देर लगाए रखने के बाद बालों को ठंडे पानी से धो लें. इस से बालों की नमी बनी रहेगी.

– अंडा बालों के लिए एक नैचुरल कंडीशनर होता है, इसलिए एक बरतन में 2 अंडे फोड़ कर उन में नीबू का रस और थोड़ा सा औलिव औयल डाल कर घोल बना कर उसे स्कैल्प में लगाएं. सूख जाने पर माइल्ड शैंपू की मदद से धो लें.

– ऐलोवेरा जूस और दही को बराबर मात्रा में मिला कर स्कैल्प में लगाएं और 30-40 मिनट बाद ठंडे पानी से धो लें. सप्ताह में 2 बार इस उपाय से बालों का रूखापन हमेशा के लिए चला जाएगा.

– जोजोबा औयल, औलिव औयल या नारियल का तेल रूखे बालों के लिए अच्छा होता है, इसलिए सप्ताह में 2 बार इन में से किसी भी औयल से रात को बालों की मालिश कर सिर ढक कर सो जाएं. सुबह बालों को माइल्ड शैंपू से धो लें.

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ऐक्सपर्ट की राय: मुंबई के फेमस डर्मैटोलौजिस्ट डाक्टर मुर्थे का कहना है कि सप्ताह में 2 से 3 बार कोकोनट औयल, ऐवोकाडो औयल, कैस्टर औयल और बादाम औयल बराबर मात्रा में मिला कर स्कैल्प में लगा कर उंगलियों से हलकी मसाज करें. इसे रातभर लगाए रखने के बाद सुबह बालों को माइल्ड शैंपू से धो लें. ऐसा करने से बालों को हर तरह का पोषण एकसाथ मिल जाता है.

डाइट में बदलाव जरूरी

सिर्फ उपचार से ही नहीं, बल्कि खानपान में बदलाव से भी बालों की चमक और नमी वापस लौट सकती है. बस जरूरत है अपने खाने में इन जरूरी तत्त्वों को जोड़ने की:

– आयरन की कमी से शरीर में रैड सैल्स अच्छी तरह काम नहीं कर पाते, जो हमारे शरीर के सैल्स तक औक्सीजन पहुंचाते हैं. स्कैल्प में औक्सीजन न पहुंच पाने की वजह से बालों की ग्रोथ रुक जाती है, इसलिए भोजन में आयरनयुक्त पदार्थ जैसे पालक, रैड मीट, बींस, ब्रोकली, सीफूड, टमाटर, मसूर दाल आदि जरूर शामिल करें.

– जिंक बौडी में ही नहीं, बल्कि स्कैल्प में भी हारमोंस लैवल बैलेंस कर बालों का झड़ना कम करता है. इस की कमी से बालों का प्रोटीन स्ट्रक्चर टूटने लगता है और यही वजह है कि बाल कमजोर हो जाते हैं. जिंक बालों के टिशूज के बढ़ने में भी मदद करता है, इसलिए अगर आप लंबे और घने बाल चाहती हैं तो खाने में बींस, नट्स, अंडा, शकरकंद और ऐवोकाडो जरूर शामिल करें.

– मैग्नीशियम बालों के सैल्स को ठीक कर बालों के बढ़ने में मदद करते हैं. इन की कमी से कैल्सियम स्कैल्प में जमा होने लगता है, जिस से सिर की त्वचा सांस नहीं ले पाती और बाल झड़ने लगते हैं. अगर आप के बाल भी ज्यादा झड़ रहे हैं तो अपने भोजन में मछली, ड्राई फूट्स, केला, हरी सब्जियां, डार्क चौकलेट, दही, बींस, नट्स, दाल, अनाज जैसी चीजें शामिल करें.

– प्रोटीन फाइबर की मदद से बाल घने होते हैं. इस की कमी की वजह से बाल झड़ने लगते हैं. इसलिए जिन के बाल ज्यादा झड़ते हों उन्हें मछली, दाल, अंडा, दूध, पनीर, डेट्स, स्प्राउट, बींस, चिकन जैसी चीजें खानी चाहिए.

विटामिन बालों के लिए बेहद जरूरी है, खासतौर पर विटामिन ए और ई जो डैमेज हेयर टिशूज को रिपेयर कर सैल ग्रोथ में मदद करते हैं. ये हमारे स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन भी ठीक रखते हैं. विटामिन ए की पूर्ति के लिए शकरकंद, अंडे का पीला हिस्सा, दूध, पालक, आम, बटर, गाजर और ब्रोकली खाएं. विटामिन ई की कमी पूरी करने के लिए बादाम, मछली, पालक, पपीता, ऐवोकाडो, ब्रोकली, कीवी, पिस्ता, शिमलामिर्च, टमाटर का सेवन करें.

ऐक्सपर्ट की राय: डाक्टर मुर्थे के अनुसार इन खा-पदार्थों के अलावा आप बायोटिन युक्त टैबलेट्स ले सकती हैं, जो बालों की अंदरूनी देखभाल के लिए जरूरी होते हैं. इस के अलावा आप सप्लिमैंट्स के तौर पर मल्टीविटामिन टैबलेट्स का भी सेवन कर सकती हैं. बालों की ग्रोथ के लिए शरीर में हीमोग्लोबिन की सही मात्रा का होना बेहद जरूरी है, इसलिए आयरन टैबलेट्स का भी सेवन करें. ये शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ाते हैं.

डा. रिंकी कहती हैं कि ओमेगा और फैटी ऐसिड युक्त भोजन करें. जो नौनवैज खा सकते हैं उन्हें ओशियन फिश, रैड मीट और अंडे खाने चाहिए और जो वैजिटेरियन हों उन्हें ऐवोकाडो, फ्लैक्स सीड्स, ओट्स, मिल्क प्रोडक्ट्स इत्यादि खाने चाहिए. इन के साथसाथ ऐसे फल और सब्जियां खानी चाहिए, जो चटक रंगों में आती हैं जैसे गाजर, बीटरूट, लाल भाजी, सेब, इत्यादि.

आजमाएं प्रोफैशनल ट्रीटमैंट

प्रोफैशनल हेयर स्टाइलिस्ट शाहजाद खान का कहना है कि कई बार महिलाओं के बाल इतने रूखे हो जाते हैं कि उन्हें प्रोफैशनल ट्रीटमैंट की जरूरत पड़ती है. यह ट्रीटमैंट आप डर्मैटोलौजिस्ट या प्रोफैशनल सैलून में करवा सकती हैं.

कैरोटिन ट्रीटमैंट: यह एक तरह का प्रोटीन ट्रीटमैंट है, जिस में बालों की अंदरूनी सतह कोटैक्स रिपेयर की जाती है. इस ट्रीटमैंट से ड्राई और बेजान, टूटतेगिरते बालों को ठीक किया जाता है. इस से बालों में चमक तो आती ही है, साथ ही वे मजबूत और घने भी हो जाते हैं.

सिस्टीन ट्रीटमैंट: यह भी कैरोटिन की ही तरह प्रोटीन ट्रीटमैंट होता है, जो खासतौर पर उलझे बालों को ठीक करने का काम करता है. यह ट्रीटमैंट उन के लिए है, जिन के बाल घुंघराले होने के साथसाथ रूखे भी होते हैं.

ऐक्सपर्ट की राय: डा. मुर्थे बताते हैं कि रूखे बेजान बालों के लिए 2 तरह के ट्रीटमैंट उपलब्ध हैं. एक है लेजर ट्रीटमैंट. इस में लेजर कोंब की मदद से बालों की अंदरूनी सतह रिपेयर की जाती है और दूसरा है मिजो थेरैपी. इस के इस्तेमाल में एक तरह के कैडिकेटेड घोल को स्कैल्प में डाल कर बालों की जड़ों को प्रोटीन दिया जाता है. ये दोनों ही ट्रीटमैंट बेहद कारगर होते हैं.

डा. रिंकी बताती हैं कि बेजान और रूखे बालों के लिए क्यूआर 678 थेरैपी की 8 से 10 सिटिंग्स लेनी जरूरी हैं, तो पीआरपी थेरैपी, जिसे वैंपायर थेरैपी भी कहा जाता है, भी बेहद कारगर मानी जाती है. इस में शरीर से खून ले कर उसे स्कैल्प में इंजैक्ट किया जाता है.

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करें इस्तेमाल ये प्रोडक्ट्स

बालों की हेयर स्टाइलिस्ट रश्मि धुले बताती हैं कि कई बार कुछ महिलाएं गलत प्रोडक्ट का इस्तेमाल कर स्कैल्प डैमेज कर लेती हैं. इसलिए उन प्रोडक्ट्स का ही इस्तेमाल करना चाहिए, जो बालों को नुकसान से बचाते हों.

बोअर ब्रिस्टल ब्रश: यह बालों से निकलने वाले नैचुरल औयल को स्कैल्प में अच्छी तरह फैलाने में मदद करता है. इस से बालों की फ्रिजिनैस कम होती है और स्कैल्प में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है.

हीट प्रोटैक्टिंग स्प्रे: अगर आप ज्यादातर स्टाइलिंग टूल्स का इस्तेमाल करती हैं, तो आप को इस प्रोडक्ट की बहुत जरूरत है. चाहे वह हेयर स्टे्रटनर हो या ड्रायर, इन के इस्तेमाल से पहले आप को हीट प्रोटैक्टिंग स्प्रे लगाना चाहिए, जो बालों के ऊपर एक कोट बना देता है, जिस से बाल डैमेज नहीं होते.

लिव इन कंडीशनर: इस के इस्तेमाल से बाल लंबे समय तक नर्ममुलायम रहेंगे और उन्हें मैनेज करना भी आप के लिए आसान हो जाएगा. बालों को धोने के बाद इसे मिड लैंथ से बालों के सिरे तक लगाएं और इसे बालों में लगा रहने दें, क्योंकि इसे धोने की जरूरत नहीं पड़ती.

ऐक्सपर्ट की राय: डाक्टर मुर्थे के अनुसार बालों के लिए हमेशा कम इनग्रीडिएंट वाले शैंपू का इस्तेमाल करें. ऐसे शैंपू का इस्तेमाल, जो बेहद माइल्ड और सोप फ्री हो, बालों के लिए अच्छा रहेगा. अगर बालों में रूसी हो तो सोप वाले शैंपू का इस्तेमाल करना चाहिए.

डा. रिंकी बताती हैं कि ऐसी महिलाओं को जिन्हें बाहर जा कर काम करना पड़ता है, उन के लिए रोजाना शैंपू करना जरूरी हो जाता है. ऐसे में बालों को नुकसान पहुंचे बगैर शैंपू करना हो तो सल्फेट फ्री मैडिकेटेड शैंपू का इस्तेमाल करना चाहिए.

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