फैस्टिव सीजन में ट्राई करें ट्रैडिशनल प्रिंट के आउटफिट, मिलेगा स्टाइलिश लुक

फैस्टिव सीजन प्रारम्भ हो चुका है, त्योहारों पर आमतौर पर नये कपड़े लिए जाते हैं. जब भी हम फैस्टिवल्स के लिए ड्रैस लेने का प्लान करते हैं तो सबसे बड़ा प्रश्न होता है कि ऐसा क्या लिया जाए जो फैशनेबल और बजट फ्रेंडली दोनों हो. फैशन तो हर दूसरे माह पर बदलता रहता है ऐसे में हमारी ड्रेस कुछ समय बाद ही आउट औफ फैशन हो जाती है और फिर उसे पहनने का मन नहीं करता. फैशनेबल की अपेक्षा यदि ट्रैडिशनल प्रिंट के बने ड्रैसेज खरीदना उपयुक्त रहता है क्योंकि ये प्रिंट कभी भी आउट औफ फैशन नहीं होते और इस तरह इन पर खर्च किया गया पैसा भी बेकार नहीं होता. आजकल बाजार में इन प्रिंट के फैब्रिक और रेडीमेड ड्रैसेज दोनों ही उपलब्ध हैं. इन्हें किसी भी सामान्य और खास अवसरों पर कैरी किया जा सकता है. ये ईजी तो यूज भी होने के साथ साथ इन प्रिंट से बने ड्रेसेज महिला पुरुष दोनों ही कैरी कर सकते हैं. आज हम आपको इन्हीं ट्रेडिशनल प्रिंट्स के बारे में बता रहे हैं ताकि आने वाले फैस्टिवल्स पर आप इन प्रिंट्स के ड्रैसेज खरीद सकें.

बांधनी प्रिंट

राजस्थान के मशहूर बांधनी प्रिंट में हर रेंज के कुर्ते, साड़ियां, सूट मैटेरियल आदि बाज़ार में उपलब्ध हैं. ये सिल्क, कौटन, ग्लेज्ड कौटन आदि फैब्रिक में बनाए जाते हैं. फैस्टिव सीजन में आप बांधनी प्रिंट से बने अनारकली और ए लाइन कुर्ते के साथ एंकल लेंथ सिगरेट पेंट्स, या पलाजो पेंट्स के साथ कैरी कर सकतीं हैं. फेस्टिवल्स के लिए आप कौटन की अपेक्षा सिल्क या ग्लेज्ड कौटन फैब्रिक का चयन करें.

इकत प्रिंट

उड़ीशा में बनाए जाने वाले इकत प्रिंट को बाँधकला और बंध के नाम से भी जाना जाता है. इकत प्रिंट से बनी लांग मैक्सी, टौप या लांग गाउन और साड़ी को आप फेस्टिव सीजन में बहुत आराम से ट्राई कर सकती हैं. ये दिखने में बेहद खूबसूरत और ट्रैंडी लगते हैं. जेंट्स और लेडीज दोनों ही इस प्रिंट के ड्रेसेज ट्राई कर सकते हैं.

पटोला प्रिंट

गुजरात के पाटन में धागों से डबल साइड पर बनाया जाने वाला पटोला प्रिंट सिल्क फैब्रिक बनाया जाता है जिससे मूलत साड़ियां बनायी जाती हैं. यह डबल इक़त पैटर्न में बनायी जाती है. सिल्क कपड़े पर बनायी जाने के कारण इनकी कीमत बहुत अधिक होती है. आजकल चिकनकारी, बॉर्डर पल्लू पटोला और अन्य फैब्रिक पर भी मिक्स एंड मैच करके हल्का फुल्का पटोला प्रिंट बनाया जाने लगा है जो कम कीमत में भी मिल जातीं हैं. यदि आप ओरिजनल पटोला पहनना चाहती हैं तो विश्वसनीय दुकान से ही खरीदें ताकि किसी भी प्रकार की ठगी का शिकार होने से बचीं रहें.

कलमकारी प्रिंट

कलमकारी प्रिंट की उत्पत्ति आंध्र प्रदेश से हुई. इसे बेंबू से बने पेन और प्राकृतिक रंगों से बनाया जाता है. आजकल इसे ब्लौक्स से भी बनाया जाने लगा है. इसका कौटन बेहद सौफ्ट होता है जो शरीर के लिए काफ़ी आरामदायक रहता है. इससे आप लांग, अनारकली या फिर शोर्ट कुर्ता बनवा सकती हैं. इसे बनवाते समय मिनिमल डिजायन और लेसेज का प्रयोग क्रेन ताकि इसकी ओरिजिनैलिटी बनी रहे. आजकल बाजार में कलमकारी प्रिंट की रेडीमेड ड्रेसेज भी उपलब्ध हैं जो काफी सुन्दर और बजट फ्रेंडली भी होती हैं.

चिकनकारी

यह लखनऊ की प्रसिद्ध शैली है जो यहां की कशीदाकारी का सर्वोत्कृष्ट नमूना है. चिकनकारी अब पूरे देश में अपनी ख्याति फैला चुकी है. इसे मूलत जॉर्जेट और फाइन कौटन पर कौटन के धागों से बनाया जाता है परंतु आजकल सिल्क पर भी चिकनकारी की जाने लगी है. कॉटन और जॉर्जेट की अपेक्षा ये क़ीमत में अधिक होती हैं. इनकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि इन्हें किसी विशेष देखभाल की आवश्यकता नहीं होती. बाजार में चिकनकारी की साड़ियां, ड्रैसेज, फैब्रिक उपलब्ध हैं.

बाघ प्रिंट

बाघ मध्य प्रदेश के धार जिले के बाग नामक स्थान पर लकड़ी के ब्लौक्स के द्वारा काले और लाल प्राकृतिक रंगों से बनाया जाता है. इसे प्योर कौटन और सिल्क दोनों पर बनाया जाता है. इसमें ब्लौक्स से पतला बौर्डर और ज्यामितीय और फूलों के डिजाइंस बनाए जाते हैं. आप अपनी पसंद के अनुसार कोई भी ड्रेस इस प्रिंट से बनवा सकती हैं.

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