REVIEW: प्रभाव छोड़ने में असफल है हिना खान की फिल्म ‘विशलिस्ट’

रेटिंगः आधा स्टार

निर्माताः हिना खान, राहत काजमी, तारिक खान, मोनिका अग्रवाल, जीतेंद्र राय

निर्देशकः राहत काजमी

कलाकारः हीना खान, जीतेंद्र राय, तारिक खान, नमिता लाल, मोनिका अग्रवाल, विमलेश घोड़ेश्वर व अन्य

अवधिः एक घंटा, तेंतिस मिनट

ओटीटी प्लेटफार्मः एम एक्स प्लेअर  पर 11 दिसंबर से

‘कई संजीदा विषयों पर फिल्में बना चुके राहत काजमी पहली बार एक रोमांटिक फिल्म ‘विशलिस्ट ’ लेकर आए हैं, जिसे ओटीटी प्लेटफार्म ‘एमएक्सप्लेअर’पर देख जा सकता है. मगर यह फिल्म बुरी तरह से निराश करती है.

ये भी पढ़ें- साल 2020 में एक और झटका, हार्ट अटैक के कारण कोरियोग्राफर Remo Dsouza हुए अस्पताल में एडमिट

कहानीः

यह कहानी है शालिनी और मोहित की. दोनो शादी के तुरंत बाद विदेश घूमने जाते हैं और उस वक्त वह एक विशलिस्ट बनाते हैं कि उन्हे कहां कहां घूमना है. मगर चंद दिनांे के बाद मोहित अपनी नौकरी में इस कदर व्यस्त हो जाते हैं कि उनके पास अपना जन्म दिन मनाने का भी समय नहीं होता है. पूरे सात वर्ष गुजर जाते हैं. अचानक एक दिन मोहित आफिस में बेहोश हो जाते हैं. डाक्टर बताते हैं कि उनके स्पाइनल कॉर्ड में ट्यूमर है और अब उनकी जिंदगी महज दो तीन माह की है. तब शालिनी कहती है कि हम दुःख नहीं मनाएंगे बल्कि इतने कम वक्त में हम अपनी विशलिस्ट को पूरा करते हुए इंज्वॉय करेंगें. फिर दोेनों विशलिस्ट के अनुसार इटली,  स्विटजरलैंड व यूरोप की यात्रा पर निकल पड़ते हैं. वहीं पर मोहित के मौत हो जाती है.

लेखन व निर्देशनः

फिल्म ‘विशलिस्ट’ देखने के बाद इस बात पर यकीन करना मुश्किल हो जाता है कि इस फिल्म के निर्देशक वही राहत काजमी हैं,  जिन्होने‘आईडेंटीटी कार्ड’ और ‘मंटोस्तान’जैसी बेहतरीन फिल्में निर्देशित की थीं. फिल्म ‘विशलिस्ट’ लेखन व निर्देशन दोनों स्तर पर काफी बुरी है. जबकि इस विषय पर बेहतरीन फिल्म बन सकती थी. यह फिल्म जीवन की दुखद घटना यानी कि मृत्यु के आने की कहानी है, मगर इसमें कहानी का घोर अभाव है. सिर्फ दो इंसान विदेश घूम रहे हैं, तो स्विटजरलैंड की खूबसूरत प्राकृतिक छटा के अलावा कहीं कोई चित्रण नही है. जब इंसान कहीं भी यात्रा करने जाता है, तो कुछ रोचक घटनाएं भी घटती हैं. मगर इस फिल्म में कहीं कुछ नही है. हकीकत में यह एक 15 से बीस मिनट की लघु फिल्म ही है, जिसे जबरन विस्तार दिया गया है.

ये भी पढ़ें- कपिल शर्मा ने मनाया अपनी ‘लाडो’ अनायरा का पहला बर्थडे, Photos Viral

अभिनयः

पूरी फिल्म हिना खान और जितेंद्र राय के ही किरदारों पर केंद्रित है. मगर दोनों के बीच पति पत्नी वाली केमिस्ट्री का घोर अभाव है. इतना ही विपत्ति आने यानी कि जब डाक्टर कह देते हैं कि मोहित की जिंदगी सिर्फ दो तीन माह की है, तब भी इनके बीच जिस तरह की केमिस्ट्री व भाव होने चाहिए, वह कहीं नजर नहीं आता. हिना खान ने टीवी पर अभिनय करते हुए खुद को बेहतरीन अभिनेत्री साबित किया है, मगर इस फिल्म में वह प्रभावित नही करती. एक दो दृश्यों में आंसू बहा लेना या हंसना ही अभिनय नही है. जितेंद्र रॉय का चेहरा रोग-ग्रस्त नजर आता है, मगर वह अच्छा अभिनय नही कर पाए. भावनात्मक क्षणों में तो जीतेंद्र ने काफी निराशाजनक अभिनय किया है. सह कलाकारो में से किसी को भी अभिनय का कोई अवसर ही नही मिला. सभी कुछ कुछ समय के लिए जबरन ठूसे गए नजर आते हैं. अफसोस हिना खान निर्माता और अभिनेत्री दोनों ही स्तर पर असफल रही हैं.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें