पूरे फेस के मुकाबले हमारी आंखों के आसपास की स्किन काफी पतली और नाजुक होने के साथ वहां तेल ग्रंथियां भी काफी कम होती है. और जैसे जैसे उम्र बढ़ती जाती है स्किन के 2 मुख्य माने जाने वाले प्रोटीन कोलेजन और प्रोटीन , स्किन से खत्म होने लगते हैं. जिसके कारण ही आंखों के आसपास की स्किन सबसे ज्यादा रूखी और वहां सबसे पहले झुर्रियां नजर आने लगती है.
अब आप सोच रही होंगी कि किस उम्र से आंखों की खास केयर करने की जरूरत होती है या फिर आंखों के नीचे की स्किन को uva और uvb किरणों से बचाने की जरूरत होती है, जिससे डार्क सर्कल्स की समस्या न आए . तो आपको बता दें कि ये सोचने से बेहतर है कि आप हमेशा ही खास कर सुबह नहाने के बाद चेहरे पर सनस्क्रीन जरूर अप्लाई करें. इससे आप खुद को स्किन एजिंग से बचा पाएंगी. जान लें कि आपकी आंखों के नीचे हमेशा मोइस्चर रहना चाहिए , इसके लिए आप हमेशा लाइट वेट वाली अच्छी क्रीम यूज़ करें. क्योंकि मोइस्चर खत्म होने से स्किन रूखी हो जाती है, जो स्किन एजिंग का कारण बन सकती है.
अकसर यह भी देखा जाता है कि जब आंखों के नीचे ब्लड जमा होने लगता है तो उससे भी आंखों के नीचे कालापन नजर आने लगता है. इसे रोकने के लिए आप दिन में दो बार हलके हाथों से आंखों के नीचे मसाज जरूर करें. आपको बता दें कि आंखों के नीचे ब्लड जमा होने के बहुत सारे कारण हो सकते हैं जैसे सूर्य की किरणें , एजिंग या फिर जैनेटिक भी हो सकता है.
इसलिए अपनी आंखों के नीचे डार्क सर्किल को रोकने के लिए नेचुरल तरीकों को अपने रूटीन में जरूर शामिल करें. इससे आपकी आंखों के आसपास आई डार्कनैस और झुर्रियों को बड़ी आसानी से कम किया जा सकता है और दोबारा होने से भी रोका जा सकता है. कौनकौन सी नेचुरल टिप्स अपनाएं इस सम्बंद में बता रही हैं कोस्मेटोलोजिस्ट डॉ पूजा नागदेव.
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-आलू आंखों के लिए एक बेहतरीन नेचुरल औषधि मानी जाती है. ये उन एन्ज़इम्स में से हैं , जो एस्ट्रिंजेंट प्रोपर्टीज के लिए जाने जाते हैं. ये आंखों के नीचे सूजन यानी आई बैग के कारण हो रही जलन को कम करने के साथ स्किन टाइटनिंग का भी काम करता है. इसके लिए आप आधा आलू काटकर उसमें छेद करके ठंडा करने के लिए फ्रीज में रख दें. और हर रोज 10 मिनट के लिए इसे अपनी आंखों पर रख दें. फिर पानी से आंखों को धो लें. इसके बाद कोई अच्छी अंडर आई क्रीम अप्लाई जरूर करें. धीरे धीरे बदलाव आपको खुद नजर आने लगेगा.
– खीरे में स्किन एनेर्जिक्सिंग और एस्ट्रिंजेंट प्रोपर्टीज होने के कारण ये आंखों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है. इसके लिए आप ठंडा खीरा लेकर उसे मोटेमोटे टुकड़ों में काटकर उसे अपनी आंखों पर 5 मिनट के लिए लगा कर रख लें . और फिर हलके हाथों से आंखों के नीचे मसाज करें. इससे आंखों को काफी आराम मिलता है.
– chamomile टी में एन्टिओक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी प्रोपर्टीज होने के कारण ये आंखों को काफी राहत पहुंचाने का काम करती है. इसके लिए आप टी बैग को यूज़ करने के बाद साफ कर ठंडा करने के लिए फ्रीज़ में 30 मिनट के लिए रख दें. और फिर इसे अपनी आंखों पर अप्लाई कर लें . ये आपकी आंखों को रिलैक्स करने के साथ साथ दिमाग को भी ठंडक पहुंचाने का काम करती है.
– टमाटर लिकोपेन का अच्छा स्रोत माना जाता है. ये स्किन को सोफ्ट , स्मूद और डार्क सर्कल्स को कम करने में भी मददगार होता है. इसके लिए आप थोड़े से टमाटर के जूस में बराबर मात्रा में एलोवीरा जैल को मिलाएं. और फिर इस पेस्ट को अपनी आंखों के नीचे लगाकर 5 – 10 मिनट के लिए छोड़ दें. ये आंखों के नीचे की डार्कनेस को दूर करने के साथ साथ उसे हाइड्रेट करने का भी काम करता है.
यकीन मानिए ये टिप्स आपकी आंखों के नीचे की डार्कनेस को खत्म कर देंगे. साथ ही आपके लिए यह भी जरूरी है कि आप पूरी नींद लें , ज्यादा समय स्क्रीन के सामने न बिताएं , सोने से पहले मेकअप हटाना न भूलें और कभी आंखों को रगड़े नहीं बल्कि हलके हाथों से मसाज करते हुए उन्हें आराम दें.