ढलती उम्र की झुर्रियों को रोकना तो मुश्किल है, हां इस की रफ्तार को धीमा जरूर किया जा सकता है. त्वचा में कहीं भी नजर आती झुर्रियां किसी व्यक्ति के उम्रदराज होने की निशानी होती हैं. ये अच्छी नहीं लगती हैं खासकर तब जब किसी को कम उम्र में ही निकल आएं. आज ब्यूटी एवं ऐंटीऐजिंग उद्योग की लोकप्रियता बहुत बढ़ गई हैं और कोई भी समय से पहले उम्रदराज नहीं दिखना चाहता.
गरदन की झुर्रियां जब चेहरे की झुर्रियों से ज्यादा नजर आने लगती हैं, तो उस व्यक्ति की खूबसूरती बिगड़ जाती है. चेहरे और गरदन की उम्र अलगअलग दिखने लगती है और यही असंतुलन खूबसूरती को बिगाड़ देता है.
झुर्रियां होने की कुछ खास वजहें
त्वचा को सूर्य की किरणों से होने वाली क्षति, धूम्रपान, असंतुलित खानपान, डीहाइड्रेशन, तनाव, प्रदूषण, चेहरे के हावभाव, स्वाभाविक उम्र, करवट ले कर सोना.
यहां कुछ टिप्स बताए जा रहे हैं, जिन से गरदन पर जल्दी झुर्रियां नहीं आएंगी और उन की रफ्तार भी धीमी हो जाएगी.
स्किन केयर
गरदन की भी चेहरे की तरह देखभाल करनी चाहिए. आप जो उपाय चेहरे की खूबसूरती के लिए करती हैं, उन्हें गरदन पर भी आजमाएं.
गरदन को अच्छी तरह धो कर मौइश्चराइजर लगा लें. मौइश्चराइजिंग का तत्काल असर होता है. इस से त्वचा में अच्छी नमी आती है और वह मुलायम बनती है. इस के लिए नारियल, जैतून, जोजोबा औयल का इस्तेमाल कर सकती हैं. मैडिकेटेड बौडी बटर या मौइश्चराइजर भी अच्छे होते हैं.
गरदन की नाजुक त्वचा को सूर्य की हानिकारक किरणों से बचाने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें. 30 से 50 एसपी को दिन में कम से कम 3 बार लगाएं. जब पहाड़ या समुद्र तट की यात्रा पर रहें, तो ज्यादा बार लगाएं.
धूम्रपान छोड़ दें. धूम्रपान से उम्रदराज होने के सभी लक्षण तेजी से उभरने लगते हैं और त्वचा समय से पहले ही लटकने लगती है.
अच्छी नींद लें. अपने शरीर और त्वचा को आराम देते हुए इन्हें खुद मरम्मत का काम करने दें. 8 घंटे की नींद त्वचा की सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है. खानपान स्वस्थ रखें. सब्जियों और फलों के साथ संतुलित भोजन लेना अनिवार्य है. इन में मिनरल्स, विटामिन और ऐंटीऔक्सीडैंट्स होते हैं, जो स्वस्थ त्वचा के लिए जरूरी हैं. मछली और सोयाबीन का विशेष रूप से सेवन करना चाहिए.
हाइड्रेट रहें. खूब सारे तरल पदार्थ लें. दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पीएं.
तनाव से बचें.
सप्लिमैंट लें. ग्रीन टी, पालक, अखरोट, बादाम, कीवी, बींस, टमाटर जैसे ऐंटीऔक्सीडैंट समय पूर्व झुर्रियां नहीं आने देते हैं.
कोलोजन की मौजूदगी वाले जिलेटिन सप्लिमैंट्स भी अच्छे विकल्प हैं.
घरेलू उपाय
केले और पपीते का मास्क लगाएं. इन में भरपूर मिनरल्स होते हैं और ये त्वचा को अच्छी तरह हाइड्रेट करते हैं.
अंडे का सफेद हिस्सा, नीबू और शहद का पैक भी त्वचा में मिनरल्स, विटामिन सी तथा पानी की कमी को दूर करने में कारगर होता है.
त्वचा पर ऐलोवेरा जूस लगाते ही इस का तत्काल असर दिखता है. इस से त्वचा की मरम्मत हो जाती है.
मसाज और कुछ आसान ऐक्युपंचर से भी आप लंबे समय तक झुर्रियों से बच सकती हैं.
सरल लेकिन मिनिमली इनवेसिव रहित कौस्मैटिक पद्धतियां
कैमिकल पीलिंग पद्धति एक सुरक्षित और आसान उपाय है, जिस से फाइन लाइंस एवं रिंकल्स खत्म हो जाती हैं. इस से डैड स्किन बड़े सौम्य तरीके से हट जाती है और त्वचा में कोलोजन का उत्पादन बढ़ जाता है.
डा. गुलिमा अरोड़ा
कंसल्टैंट डर्मेटोलौजिस्ट एवं कौस्मैटोलौजिस्ट, नई दिल्ली