आप अपने लुक से बोर हो चुकी हैं, अपने लुक के साथ कुछ नया करना चाहती हैं, आप ने स्टाइलिश हेयर कट भी करवा रखा है, लेकिन फिर भी आप को कुछ कमी लग रही है, तो हेयर कलर करवाना आप के लिए एक बैस्ट औप्शन है. इस से आप की पूरी पर्सनैलिटी चेंज हो जाएगी और आप भीड़ में सब से अलग नजर आएंगी.

हेयर ऐक्सपर्ट साहिल सिंह कश्यप के अनुसार, जब भी हेयर कलर करवाएं तो अपनी पर्सनैलिटी व प्रोफैशन का ध्यान जरूर रखें. जैसे अगर आप कौरपोरेट वर्ल्ड में काम करती हैं, तो फंकी कलर्स करवाने से बचें, क्योंकि ये आप की पर्सनैलिटी से मैच नहीं करते. आप को किसी डिसैंट कलर का चुनाव करना चाहिए, जो आप की पर्सनैलिटी को निखारे.

कुछ महिलाएं दूसरों के हेयर कलर को देख कर वैसा ही कलर चाहती हैं, जिस का नतीजा यह होता है कि वह कलर उन पर सूट नहीं करता. कई बार ऐसा भी होता है कि वे अपनी उम्र से ज्यादा बड़ी दिखने लगती हैं. इसलिए हेयर कलर से पहले ऐक्सपर्ट की राय जरूरी है.

जानिए, दिल्ली प्रैस भवन में आयोजित फेब मीटिंग के दौरान क्या कहते हैं ऐक्सपर्ट.

– कलर का चुनाव करने से पहले अपने बालों के लिए कलर का चुनाव करने से पहले कुछ अहम बातों की जानकारी जरूरी है. मसलन हमेशा अपने प्रोफैशन और उम्र का ध्यान रखें. अगर आप की उम्र 20 वर्ष से ज्यादा है, तो आप बालयाज, ओमरे चंक्स हाईलाइट इत्यादि स्टाइल ट्राई कर सकती हैं.

– 30 के बाद की महिलाओं पर सौफ्ट ब्लौंड या लाइट ब्लौंड अच्छे लगते हैं, लेकिन अगर आप 40 की दहलीज पर हैं और हेयर कलर करवाना चाह रही हैं, तो कोई सा भी ऐक्सपैरिमैंट न करें. थोड़ा देखें कि आप पर क्या अच्छा लगेगा. वैसे इस उम्र में डार्क ब्लौंड अच्छा लगता है.

– कलर चुनने से पहले स्किनटोन का भी ध्यान रखें. अगर स्किनटोन डार्क है, तो चौकलेट कैरेमल टोन अच्छा लगेगा, लेकिन ब्लौंड टोन करवाने से बचें. इस से आप का रंग और भी ज्यादा डार्क लगने लगेगा. अगर आप का रंग फेयर है, तो ब्लौंड या फिर चौकलेट टोन ट्राई कर सकती हैं और अगर गेहुंआ रंग है, तो डार्क ब्लौंड आप पर खूब फबेगा.

-महिलाएं बालों में कलर के लिए हिना का इस्तेमाल करती हैं. हिना से बालों में कोटिंग हो जाती है, जिस की वजह से कलर का सही रिजल्ट नहीं मिलता. अगर आप के बाल हिना कोटेड हैं, तो आप मोहगनी रैड ट्राई कर सकती हैं. कलर बालों के अंदर जा कर पिगमैंट चेंज करता है, जबकि हिना से कोटिंग होती है, जिस की वजह से हेयर फौल भी होता है.

– कलर का चुनाव करते समय बालों के कट को भी ध्यान में रखें कि आप के बालों का कट कौन सा है.

– अगर आप के बाल दोमुंहे हैं, तो हेयर कलर करवाने से पहले ट्रिमिंग जरूर करवा लें.

– कलर चुनने का सब से अच्छा तरीका है कि आप अपने बालों के नैचुरल कलर से 1 या 2 शेड डार्क या फिर लाइट कलर का चुनाव करें.

एक और आसान तरीका है हेयर कलर चुनने का, यह है कि आप अपने आंखों के कलर से मैच करता कलर चुनें.

बालायाज का ट्रैंड: आजकल बालों की कलरिंग में बालायाज तकनीक का ट्रैंड इन है. यह एक फ्री हैंड कलरिंग तकनीक है, जो सब से पहले फ्रांस में फैशन में आया. उस के बाद यह ट्रैंड सभी जगह छाया है. बालायाज में बालों की जड़ों को छोड़ कर ‘वी शेप’ में कलर किया जाता है, जिस से ऊपर से नैचुरल टोन दिखता है और नीचे ब्लौंड. इस तकनीक में कलर को हीट देने के लिए फौइल का इस्तेमाल नहीं किया जाता. कलर ब्रश से लगाने के बाद हाथ से अच्छी तरह मिक्स किया जाता है.

कलर इन फैशन: इन दिनों महिलाओं को पर्पल, औरेंज, रैड कलर्स अट्रैक्ट कर रहे हैं. लेकिन इन कलर्स को पूरे बालों में करने के बजाय केवल हाईलाइट या स्ट्रिक्स कराएं. इंडियन स्किनटोन पर इन कलर्स के हाईलाइट अट्रैक्टिव लगते हैं. गोल्डन कलर भी फैशन में इन है. लेकिन यह सांवली महिलाओं पर अच्छा नहीं लगता, इसलिए इसे कराने की भूल न करें. अगर आप का रंग गेहुंआ या गोरा है, तो आप पर अच्छा लगेगा.

नैचुरल कलर: ब्राउन व बरगंडी नैचुरल कलर्स के अदंर आते हैं और अधिकांश महिलाओं पर अच्छे लगते हैं.

रोज गोल्ड: यह कलर इंस्टाग्राम पर छाया हुआ है. यह आप के पूरे लुक को निखारता है. यहां तक कि तब भी जब आप ने कोई मेकअप अप्लाई न किया हो.

कुछ और जरूरी बातें

बालों में कलर करने के साथसाथ कुछ और भी जरूरी बातें हैं, जिन को नजरअंदाज न करें. वे हैं:

– पूरे बालों में कलर करने से पहले थोड़े से बालों में पैच टैस्ट जरूर करें ताकि अगर आप को कलर सूट न करे, तो आप को पता चल जाए. अगर कलर लगाने के बाद आप को खुजली, जलन और लाल चकते दिखाई दें, तो समझ लें कि आप को कलर सूट नहीं कर रहा है.

– कभी 2 अलगअलग प्रोडक्ट को मिक्स न करें, जैसे आप के पास किसी दूसरे ब्रैंड का डिवैलपर बचा हुआ है, तो उसे किसी दूसरे ब्रैंड के कलर के साथ मिक्स न करें. जिस ब्रैंड का कलर इस्तेमाल कर रही हैं डिवैलपर भी उसी ब्रैंड का चुनें.

– कलर कभी बालों की जड़ से लगाना शुरू न करें. पहले जड़ों से 2 इंच छोड़ कर पूरे बालों में लगाएं. फिर 15 मिनट के बाद जड़ों में लगाएं, क्योंकि जड़ों में पहले लगाने से हीट की वजह से उन पर कलर का इफैक्ट जल्दी होता है.

– प्रैगनैंसी के दौरान बिना डाक्टर की सलाह के हेयर कलर न कराएं.

– कलर करते समय सैक्शनिंग जरूर करें. अगर बिना सैक्शनिंग के लगाती हैं, तो कहीं पर कलर अच्छी तरह अप्लाई होता तो कहीं नहीं. सैक्शनिंग करने से हर सैक्शन कवर होता है.

– ध्यान रहे कलरिंग के दौरान बहुत ज्यादा कंघी न करें. ऐसा करना पोर्स खोल देता है, जिस की वजह से खुजली होती है.

– कलर और डिवैलपर दोनों को हमेशा बराबर अनुपात में मिलाएं. कभी ऐसा न करें कि किसी एक को थोड़ा ज्यादा या कम मिलाएं.

– कलर को हलके कुनकुने पानी से धोएं, क्योंकि कुनकुना पानी क्यूटिकल्स को खोलता है और कलर को आसानी से बाहर निकालता है.

और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...