एक समय था जब काले, लंबे, घने बालों वाली महिला को ही सुंदर कहा जाता था. मगर बदलते फैशन और ट्रैंड ने बालों की लंबाई को घटा दिया है और अब बालों के आधार पर महिलाओं की खूबसूरती को आंकने के पैमाने भी बदल चुके हैं.

इन पैमानों में सब से खास है बालों का रंग. जी हां, महिलाएं जितनी चूजी अपनी ड्रैस के कलर को ले कर होती हैं अब उतनी ही अपने बालों के रंग को ले कर भी हैं. विशेषतौर पर वे लड़कियां या महिलाएं जो अपने बालों के प्राकृतिक रंग से ज्यादा खुश नहीं हैं, उन्हें संतुष्ट करने के लिए बाजार में कई बड़े ब्रैंड्स के हेयर कलर मौजूद हैं. मगर इन का चुनाव सावधानी से न किया जाए तो लुक संवरने की जगह बिगड़ भी सकता है.

इस बारे में लौरियल मैट्रिक्स हेयर कलर की टीम का कहना है, ‘‘माना कि महिलाएं बौलीवुड ऐक्ट्रैसेज को आदर्श मान कर उन के जैसे लुक को पाने की कोशिश करती हैं, मगर हेयर कलर का चुनाव किसी को आदर्श मान कर नहीं, बल्कि अपनी पर्सनैलिटी, स्किन टोन, प्रोफैशन और आईबौल्स के रंग के आधार पर होना चाहिए.’’

जानें कलर लैवल्स

लौरियल मैट्रिक्स हेयर कलर टीम के अनुसार ज्यादातर महिलाओं को अपने बालों के रंग के बारे में भी नहीं पता होता. यहीं बालों के लिए सही रंग चुनने की प्रक्रिया में बड़ी चूक हो जाती है. इसलिए सब से पहले यह जानना जरूरी है कि बालों का प्राकृतिक रंग क्या है.

मैट्रिक्स टीम  के अनुसार बालों के रंगों को 12 शेड्स में विभाजित किया जाता है. इन 12 शेड्स लैवल में से भारत में केवल 1 से 5 तक के लैवल के शेड्स बालों में पाए जाते हैं. इन शेड्स में ब्लैक, जैड ब्लैक, ब्राउन, डार्क ब्राउन, लाइट ब्राउन रंग शामिल हैं.

दरअसल, बालों का रंग जानना इसलिए जरूरी है, क्योंकि इस से तय हो पाता है कि कौन सा रंग बालों पर चढ़ेगा और कौन सा नहीं. उदाहरण के तौर पर बालों का रंग हलका है तो उन पर गहरे शेड्स के हेयर कलर चढ़ जाते हैं. मगर बालों का रंग गहरा है तो हलके रंग बहुत ही मुश्किल से चढ़ पाते हैं.

इस बाबत मैट्रिक्स हेयर कलर टीम का कहना है, ‘‘काले बालों पर यदि कोई शेड लगाया जाए तो वह 100% रिजल्ट कभी नहीं देता है. कई बार महिलाएं ब्लीच का इस्तेमाल करती हैं. इस से बालों में कलर इफैक्ट तो आ जाता है, मगर यह तरीका बालों की सेहत के लिए बहुत ही नुकसानदायक साबित हो सकता है. फिर इस तरह के कैमिकल ट्रीटेड बालों पर कलर चढ़ने में भी दिक्कत आती है. इसलिए बालों के कलर के हिसाब से ही रंग चुना जाए यह तो जरूरी है ही, साथ ही बालों के रंग के साथ ज्यादा छेड़खानी भी नहीं करनी चाहिए.

डैवलपर संख्या की भी हो जानकारी

हेयर कलरिंग में सारा खेल डैवलपर का होता है. इसी से बालों के रंग को लिफ्ट कराया जाता है. लौरियल मैट्रिक्स हेयर कलर टीम के अनुसार, ‘‘डैवलपर में 3 नंबर होते हैं. चाहे कोई भी ब्रैंड हो 20,30,40 नंबर के डैवलपर का ही इस्तेमाल किया जाता है.

जहां 20 नंबर वाला डैवलपर बालों के रंग को 1-2 लैवल तक ही लिफ्ट करता है, वहीं 30 नंबर वाला डैवलपर 3 से 5 लैवल तक बालों के रंग को लिफ्ट कर देता है, 40 नंबर वाला डैवलपर कलर शेड पर निर्भर करता है, मगर बालों के रंग को 5 से 7 लैवल तक लिफ्ट कर देता है.’’

स्किन कलर टोन के हिसाब से चुनें रंग सही हेयर कलर के चुनाव के लिए जितना जरूरी बालों का प्राकृतिक रंग जानना है उतना ही जरूरी स्किन कलर टोन जानना भी है. हेयर एक्सपर्टस के अनुसार, ‘‘हर किसी का स्किन कलर टोन अलग होता है और बालों का रंग यदि उस हिसाब से तय न किया जाए तो इस का असर उस की पर्सनैलिटी पर पड़ता है. उदाहरण के लिए पेल व्हाइट स्किन टोन वाली महिला के बाल यदि जैड ब्लैक हों तो यह थोड़ा भद्दा लगता है, क्योंकि चेहरा ओवरव्हाइट लगने लगता है और फीचर्स उभर कर नहीं दिखते. इसलिए ऐसी स्किन टोन वाली महिलाओं को ब्राउन या लाइट ब्राउन शेड का हेयर कलर ही बालों के लिए चुनना चाहिए.’’

अन्य स्किन कलर टोन के लिए कौन सा हेयर कलर चुनना चाहिए, आइए जानते हैं.

डार्क स्किन टोन

इस कलर टोन वाली महिलाओं के लिए ब्लैक और जैड ब्लैक हेयर कलर सब से अच्छे विकल्प हैं. इन से त्वचा का रंग भी थोड़ा निखरा लगता है. इस कलर टोन की महिलाओं को कभी हलके शेड्स नहीं चुनने चाहिए.

व्हीटिश स्किन टोन

भारत में सब से अधिक अनुपात इस स्किन टोन वाली महिलाओं का है. इस स्किन टोन पर ब्लैक और डार्क ब्राउन शेड्स काफी सूट करते हैं. चाहें तो बर्गंडी रंग का भी इस्तेमाल कर सकती हैं. यह शेड भी इस कलर टोन वाली महिलाओं को रिच लुक देता है.

फेयर स्किन टोन

इस कलर टोन पर लाइट ब्राउन और लाइट ब्लोंड शेड बहुत ही खूबसूरत लगते हैं.

इन बातों का रखें ध्यान

यदि बाल सफेद हैं तो कभी ब्लैक या डार्क ब्राउन शेड का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इस से बाल नकली लगने लगते हैं या फिर यह पता चलता है कि इन्हें रंगा गया है. सफेद बालों के लिए हमेशा डार्क ब्राउन शेड का चुनाव करें. बारबार हेयर कलर ब्रैंड न बदलें, क्योंकि इस से बालों को नुकसान पहुंचता है और उन का रंग भी बदलता रहता है.

अगर आप भी अपने बालों को कलर कराना चाहती हैं तो लौरियल मैट्रिक्स हेयर कलर आपके लिए एक बेहतर विकल्प है. 

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