रितु की 10 दिन बाद शादी थी. वह भी हर दुलहन की तरह अपनी शादी में सब से खूबसूरत दिखना चाहती थी, इसलिए उस ने स्किन ट्रीटमैंट के साथसाथ हेयर ट्रीटमैंट भी करवाया. रितु के बाल घुंघराले थे, इसलिए कुछ और नया ट्राई करने के लिए उस ने बालों में रिबौंडिंग करवाई. रिबौंडिंग के बाद रितु के बाल स्ट्रेट हो गए. सब ने रितु के इस नए लुक की बहुत तारीफ की. 10 दिन बाद रितु की शादी हो गई. मगर शादी को 1 माह भी नहीं बीता था कि उस के बाल झड़ने शुरू हो गए. नौबत यहां तक आ गई कि वह गंजी दिखने लगी. ब्यूटीपार्लर से ले कर डर्मेटोलौजिस्ट तक को रितु ने अपनी परेशानी बताई, लेकिन उस के झड़ते बालों की परेशानी को दूर करने में सभी नाकामयाब रहे. सभी ने एक ही बात कही कि गलत रिबौंडिंग की वजह से बाल झड़ रहे हैं. परेशान रितु के पास अब विग लगाने के अलावा कोई चारा नहीं बचा. अब रितु का पति उसे कहीं ले जाने से कतराने लगा. ससुराल में सभी उस का मजाक उड़ाने लगे. परेशान रितु सभी को रिबौंडिंग न कराने की सलाह देने लगी. लेकिन यह बात ठीक नहीं है. जरूरत है यह समझने की कि जो ट्रीटमैंट आप अपने बालों पर करवाने जा रही हैं उस के बारे में आप को पूरी जानकारी हो.

इस बाबत दिल्ली प्रैस भवन में गृहशोभा की फेब मीटिंग में आए हेयरस्टाइलिस्ट सी.एल. वर्मा कहते हैं, ‘‘कोई महिला जब ट्रीटमैंट के लिए ब्यूटीपार्लर आती है तो उस के पास उस ब्यूटीशियन या फिर हेयरड्रैसर पर विश्वास करने के अलावा और कोई रास्ता नहीं होता. ऐसे में यदि उसे यह पता हो कि जो ट्रीटमैंट वह लेने ब्यूटीपार्लर आई है वह ट्रीटमैंट लेने के लिए उस के बाल उपयुक्त हैं भी या नहीं और जो ट्रीटमैंट लिया जा रहा है उसे लेने के लिए क्या यह समय अनुकूल है? तो कोई परेशानी नहीं होती. इस के अलावा ट्रीटमैंट की सही प्रक्रिया और ट्रीटमैंट के बाद बाल की देखभाल करने के सही तरीके की जानकारी होनी भी जरूरी है. दरअसल, कई बार बालों को कम पैसों में नया लुक देने के लिए महिलाएं किसी भी सैलून में चली जाती हैं. सैलून जाने से पहले वे उस के बारे में कोई जानकारी नहीं लेतीं. इस स्थिति में कई बार वे अनट्रेंड हेयरस्टाइलिस्ट के पास चली जाती हैं और परेशानी मोल ले लेती हैं. इसलिए रिबौंडिंग और कलरिंग करवाने से पहले और बाद में खासतौर पर कुछ महत्त्वपूर्ण चीजों की जानकारी होनी जरूरी है:

द्य यदि आप अपने बालों को कलर करवाना चाहती हैं तो किसी ट्रेंड हेयरस्टाइलिस्ट से ही करवाएं, क्योंकि उसे बालों को कलर करने की तकनीक पता होती है. वह बिना स्कैल्प पर कैमिकल लगाए बालों को कलर करता है. ऐसा करने से बालों की जड़ों को कोई हानि नहीं पहुंचती. द्य बालों में रिबौंडिंग कराने की सोच रही हैं, तो बारिश और उमस के मौसम में कतई न कराएं, क्योंकि यह मौसम इस के लिए अनुकूल नहीं होता.

यदि बारिश के मौसम में रिबौंडिंग करवा ही ली है तो बालों को ज्यादा देर तक गीला न रखें. दरअसल, बाल पीले, लाल और नीले रंगों से मिल कर बनते हैं. ये तीनों ही प्राइमरी रंग हैं. बारिश के मौसम में ह्यूमिडिटी होती है, जिस में औक्सीजन होता है. वह बालों के पीले रंग को खराब कर देती है. इस से बालों का टैक्स्चर भी खराब हो जाता है.

यदि बालों में रिबौंडिंग करवाई है तो अपने स्विमिंग के शौक से थोड़ा समझौता करना पड़ेगा, क्योंकि स्विमिंग पूल का क्लोरीनयुक्त पानी आप के बालों का रंग खराब कर सकता है. इतना ही नहीं, वह रिबौंडिंग किए बालों के बौंड भी तोड़ सकता है. बौंड टूटते ही बाल टेढ़ेमेढ़े हो सकते हैं.

रिबौंडिंग किए बालों में उस शैंपू का इस्तेमाल करें जो बालों को मौइश्चर प्रदान करे. बाजार में रिबौंडिंग किए बालों के लिए अलग शैंपू उपलब्ध हैं, जो अधिक कंडीशनर वाले होते हैं.

यदि आप के बालों में इलास्टिसिटी न हो तो रिबौंडिंग न कराएं. ऐसे बालों को पहले प्रोटीन ट्रीटमैंट जैसे हेयर स्पा से ठीक करवाएं, फिर रिबौंडिंग कराने की सोचें. आप खुद भी अपने बालों में इलास्टिसिटी जांच सकती हैं. इस के लिए एक बाल ले कर उसे उंगलियों से खींच कर देखें. यदि वह खिंचता चला जाए तो समझ लीजिए कि आप के बालों में इलास्टिसिटी है और यदि वह टूट जाए तो समझ लीजिए कि आप के बालों में इलास्टिसिटी नहीं है.

आप को इस बात की भी जानकारी होनी चाहिए कि रिबौंडिंग के साथ भी बालों को कलर करवाया जा सकता है. रिबौंडिंग के बाद कलर करवाने से बौंड टूटने लगते हैं.

यदि आप के बाल कलर के बिना भद्दे लग रहे हों तो ऐसा कलर चुनें जो अमोनियारहित हो. ऐसे कलर भी बाजार में उपलब्ध हैं. उन का ही इस्तेमाल करें. उन में कैमिकल की मात्रा कम होती है.

जब भी बालों में कलर करवाएं इस बात का ध्यान रखें कि क्या आप का हेयरस्टाइलिस्ट कलर को प्रैशर के साथ बालों पर इस्तेमाल कर रहा है या फिर साधारण कलर ब्रश से लगा कर छोड़ रहा है. दरअसल, बालों में कलर को प्रैशर से लगाने से कलर ज्यादा दिन तक टिकता है.

यदि आप के बालों में स्प्लिट ऐंड हैं तो रिबौंडिंग से पहले बालों को ट्रिम जरूर करवाएं. दरअसल, स्प्लिट ऐंड की वजह से रिबौंडिंग के समय स्प्लिट ऐंड वाला हिस्सा जल जाता है.

रिबौंडिंग के 3 दिन तक बालों को गीला न करें ताकि जो कैमिकल बालों में लगाया गया है वह 3 दिन में सैट हो जाए.

रिबौंडिंग किए बालों को ज्यादा देर तक एक ही तरह से बांधे या मोड़े न रहें वरना उन में वैसा ही आकार आ जाता है.

रिबौंडिंग के बाद रात में सोते वक्त बालों को खोल दें.

रिबौंडिंग वाले बालों में किसी भी प्रकार का हीट ट्रीटमैंट न दें. यदि बाल गीले हैं और आप उन्हें सुखाना चाहती हैं, तो ब्लो ड्रायर की जगह बालों को कूल ब्लास्ट दें.

रिबौंडिंग के बाद बालों को हमेशा ठंडे पानी से ही धोएं. गरम पानी से उन का मौइश्चर खत्म हो जाता है.

यदि बाल बहुत अधिक ग्रीसी न हों तो रोज शैंपू करने से बचें या कोवाश करें यानी बालों की सिर्फ कंडीशनिंग करें.

रिबौंडिंग किए बालों को तेज धूप, तेज हवा और बारिश से बचाएं.

रिबौंडिंग के बाद बालों में रोज हेयरसीरम इस्तेमाल करें. इस से वे सुरक्षित रहेंगे.

रिबौंडिंग किए बालों को मौइश्चराइजर और न्यूट्रिशन की जरूरत होती है. इस के लिए बालों में स्पा थेरैपी लेती रहें.

यदि आप के रिबौंडिंग किए बाल बारिश में भीग जाते हैं, तो उन्हें तुरंत शैंपू से धो लें ताकि बारिश के पानी में मिली धूलमिट्टी से बाल डैमेज न हों.

रिबौंडिंग एक कैमिकल ट्रीटमैंट है. जब तक इस का असर रहता है बाल अच्छे दिखते हैं. असर खत्म होने पर भी वे अच्छे दिखें, इस के लिए अच्छी डाइट लें ताकि बालों को प्रोटीन मिल सके.

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