थोड़ेबहुत बाल झड़ना चिंता की बात नहीं लेकिन जब बालों का झड़ना लंबे समय तक जारी रहे और झड़ने वाले बालों की मात्रा भी बढ़ जाए, तो यह चिंता की बात है. यदि बालों का झड़ना आप के पूरे परिवार में दिखाई दे, तो यह समस्या अनुवांशिक हो सकती है.
यदि बालों का झड़ना सामान्य से ज्यादा है और सिर के किसी खास स्थान पर अन्य हिस्सों के मुकाबले ज्यादा बाल झड़ रहे हैं, तो तुरंत डाक्टर से मिलें. पुरुषों और महिलाओं में बालों के झड़ने के कई कारण हैं जैसे पोषक तत्त्वों की कमी, हेयरकेयर उत्पादों का अत्यधिक उपयोग, आनुवंशिक समस्या, दवा का साइड इफैक्ट, प्रोटीन की कमी, हारमोन का असंतुलन, तनाव, ऐनीमिया, खोपड़ी का संक्रमण आदि. बालों के ज्यादा झड़ने का वास्तविक कारण जानने के लिए डाक्टर से मिलें.
आमतौर पर प्रोटीन, मैग्नीशियम या जिंक सप्लिमैंट्स आदि से युक्त पौष्टिक आहार लेने से ही समस्या दूर हो जाती है. कुछ मरीजों का यह भी कहना है कि लंबे समय तक होम्योपैथिक इलाज लेने से भी उन्हें फायदा हुआ है. मरीज की भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक स्थिति के विश्लेषण के जरीए एक होम्योपैथ शारीरिक लक्षणों का उपचार करने के बजाय किसी व्यक्ति को ठीक करने को ध्यान में रख कर ही दवा सुझाता है.
कुछ मामलों में उपचार करने वाला चिकित्सक बालों की अच्छी ग्रोथ के लिए कुछ उत्पादों का इस्तेमाल सिर पर करने का सुझाव देता है.
जो व्यक्ति ज्यादा विश्वसनीय, सुरक्षित और लंबे समय तक समाधान चाहते हैं उन के लिए हेयर ट्रांसप्लांट सब से अच्छा विकल्प है. अत्याधुनिक तकनीकों के इस्तेमाल और कुशल सर्जनों की विशेषज्ञता के चलते अब सिर पर बालों को फिर से उगाना संभव है, जो असली बालों जैसे ही दिखते हैं.
आमतौर पर, हेयर ट्रांसप्लांट की यह प्रक्रिया जनरल ऐनेस्थीसिया के अंतर्गत की जाती है और अस्पताल में रुकने की जरूरत नहीं होती. इस से कोई भी व्यक्ति बिना किसी दर्द के अपना युवा लुक फिर से हासिल कर सकता है.
संतोषजनक परिणाम
हेयर ट्रांसप्लांट की आसान प्रक्रिया और संतोषजनक परिणाम देने की क्षमता ने इसे मनोरंजन उद्योग और क्रिकेट जगत में भी लोकप्रिय बना दिया है. कई जानीमानी हस्तियां- गोविंदा, परमीत सेठी, क्रिकेटर यूसुफ पठान, निखिल चोपड़ा, वीवीएस लक्ष्मण, रोजर बिन्नी, दिलीप वैंगसरकर, सौरव गांगुली, कमैंटेटर हर्षा भोगले, चारू शर्मा, अरुण लाल आदि ने भी इस प्रक्रिया को अपनाया और कैमरे के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ चेहरा रखने का आत्मविश्वास पाया.
फिलहाल हेयर ट्रांसप्लांट की 2 प्रक्रियाएं लोकप्रिय हैं. पहली – फौलिक्यूलर यूनिट ट्रांसप्लांटेशन (एफयूटी) पद्धति या स्ट्रिप मैथड और दूसरी फौलिक्यूलर यूनिट ऐक्सट्रैक्शन (एफयूई) या पंच मैथड.
एफयूटी को दुनिया भर में 90 फीसदी सर्जन इस्तेमाल करते हैं. इस प्रक्रिया में सिर के बालों को सावधानीपूर्वक फिर से उगाया जाता है. इस में मरीज को लोकल ऐनेस्थीसिया दिया जाता है और खोपड़ी के पिछले हिस्से और साइडों से त्वचा की एक पट्टी बालों एवं बालों के रोम सहित हटाई जाती है. इस पट्टी को सिर के उन हिस्सों पर ग्राफ्ट किया जाता है जहां बाल नहीं हैं और फिर उसे ट्रिकोपैथिक क्लोजर से सील कर दिया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में 6 से 8 घंटे का समय लगता है. मरीज उसी दिन घर जा सकता है और अगले दिन से अपना काम शुरू कर सकता है. इसी वजह से ज्यादातर मामलों में यही प्रक्रिया अपनाई जाती है.
बोटुलिनम टौक्सिन है कारगार
बालों के अत्यधिक झड़ने को प्रोटीन बोटुलिनम टौक्सिन की मदद से रोका जा सकता है. बोटुलिनम टौक्सिन कौस्मैटिक इंडस्ट्री में लोकप्रिय नाम है और दुनिया भर के ऐस्थैटिक (सौंदर्य) क्नीनिकों में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होने वाला उत्पाद है.
बोटुलिनम टौक्सिन आधुनिकतम पद्धति है, जिस का इस्तेमाल सर्जन उन महिलाओं और पुरुषों के इलाज में करते हैं, जो बाल झड़ने या कमजोर होने की समस्या से जूझ रहे होते हैं. अनुसंधान इस बात को साबित कर चुके हैं कि सिर के उन हिस्सों के बाल झड़ने की संभावना ज्यादा रहती है जहां रक्त एवं औक्सीजन की आपूर्ति कम रहती है और डीहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन (डीएचटी) का स्तर ज्यादा होता है. बोटुलिनम टौक्सिन का इंजैक्शन लगा कर बालों के रोमों में खून और औक्सीजन की आपूर्ति बढ़ाई जा सकती है, जिस के चलते नए बालों के विकास और मौजूदा बालों को मजबूती मिलती है. इस के अलावा यह बालों की जड़ों को पौष्टिक तत्त्वों की आपूर्ति भी बढ़ाता है. किसी भी क्षेत्र में औक्सीजन का स्तर ऊंचा होने से बनने वाले डीएचटी को रोकता है.
प्रक्रिया
टौक्सिन को खोपड़ी के अग्रभाग, टैंपल्स और शिखर में लगाया जाता है. एक पतली सूई के जरीए 15 मिनट के लिए 20-30 माइक्रोइंजैक्शन लगाएं जाते हैं. यह उपचार एक एनेस्थैटिक क्रीम के तहत शुरू किया जाता है जो किसी भी तरह के दर्द से बचने के लिए खोपड़ी की त्वचा पर लगाई जाती है. बोटुलिनम टौक्सिन खोपड़ी की मांसपेशियों को आराम पहुंचाता है और तनाव को दूर करता है. रक्तवाहनियों को आराम पहुंचा कर तनाव को दूर करता है.
-डा. आकांक्षा शाह
कौस्मैटिक डर्मेटोलौजिस्ट ऐंड लेजर सर्जन, ऐन्हांस क्लीनिक
ये भी पढ़ें- इन 7 नेचुरल टिप्स से स्किन को बनाएं और भी खूबसूरत