फ्लिप फ्लौप्स पैरों के लिए काफी आरामदायक मानी जाती हैं. दिनभर जूते या सैंडिल पहनने के बाद फ्लिप फ्लौप्स पहनना काफी सुखद लगता है. लेकिन सवाल उठता है कि सही फ्लिप फ्लौप्स कैसे चुनें. गलत फ्लिप फ्लौप्स के चयन से आप फ्लैट फीट सिंड्रोम के शिकार हो सकते हैं. इसलिए जरूरी है कि फ्लिप फ्लौप्स का चयन सावधानीपूर्वक किया जाए.

फ्लिप फ्लौप्स का सही चुनाव कैसे करें

फ्लिप फ्लौप्स खरीदते समय अपनी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हलकीफुलकी आउटडोर गतिविधियों के लिए ऐसी फ्लिप फ्लौप्स का चयन करें जो आप की जरूरत पर खरी उतरें. यदि आपको इन का इस्तेमाल कम समय के लिए करना है तो मुलायम फ्लिप फ्लौप्स का चयन करें. लेकिन अगर आप इन्हें पहन कर ज्यादा चलना चाहते हैं तो ऐसी फ्लिप फ्लौप्स पहनें जो मजबूत हों और आप के पैरों को अच्छी तरह सहारा दे सकें.

सोल जांचें

फुटवेयर को ‘फुटबैड’ भी कहा जाता है, इसलिए फुटवेयर का सोल किस मैटेरियल का है, यह सब से ज्यादा महत्त्वपूर्ण है. प्लास्टिक फोम का सोल तलवों को उपयुक्त सहारा नहीं दे पाता.  कुछ समय पहनने के बाद यह दब कर पतला हो जाता है और आसानी से फट जाता है. एथिलीन और विनाइल एसिटेट के कोपौलीमर इवीए (इथिलीन विनाइल एसिटेट) का सोल सब से अच्छा माना जाता है. यह मुलायम और लचीला होता है तथा पैरों के लिए उपयुक्त व आरामदायक है.

सोल का डिजाइन

जब आराम और सही फिटिंग की बात आती है तो सही सोल के चयन के साथ सोल का डिजाइन भी उतना ही महत्त्वपूर्ण है. कुछ सोल नीचे से चिकने होते हैं इस से उन के गीली सतह पर फिसलने

का खतरा होता है. इसलिए ऐसे सोल वाले फ्लिप फ्लौप्स खरीदें जिन में ग्रिप हो, यह सतह के साथ थोड़ा घर्षण उपलब्ध कराती है और इस से फिसलने का खतरा भी कम होता है.

 स्ट्रैप्स जांचें

पैरों को आराम देने के लिए ऐसे फ्लिप फ्लौप्स का चयन करें जिस के स्ट्रैप्स मोटे हों. इस बात का भी ध्यान रखें कि स्ट्रैप्स आप के पैर में फिट आएं और अंदर की ओर मुलायम हों ताकि इस से आप के पैरों की त्वचा को नुकसान न पहुंचे. पतले स्ट्रैप्स के फ्लिप फ्लौप्स न पहनें, क्योंकि ज्यादा देर तक पहनने पर ये पैर में गड़ जाते हैं.

सही हील चुनें

जरूरी नहीं है कि आप पारंपरिक फ्लैट हील वाली फ्लिप फ्लौप्स ही चुनें. आप मध्यम और ऊंची एड़ी का चयन भी कर सकते हैं. हील का चयन करते समय कंफर्ट के साथसाथ इस बात का भी ध्यान रखें कि उन्हें पहन कर आप को चलने में कोई दिक्कत न हो.

कैसे खरीदें

फ्लिप फ्लौप्स खरीदते समय ध्यान रहे कि अच्छी गुणवत्ता वाली मुलायम चमड़े की  फ्लिप फ्लौप्स ही खरीदी जाएं. चमड़े की फ्लिप फ्लौप्स से फफोले होने और त्वचा में जलन होने की आशंका कम रहती है.

फ्लिप फ्लौप्स खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि उस के स्ट्रैप्स चमड़े या कपड़े के हों.

इस बात का भी ध्यान रखें कि पैर फ्लिप फ्लौप्स से बाहर न निकलें. जब भी आप इन्हें खरीदें तब खड़े हो कर देख लें कि आप के पैरों के चारों ओर से तला आधा इंच दिखना चाहिए.

ऐसे फ्लिप फ्लौप्स खरीदें जिन का तला कम से कम आधा इंच परतों वाला हो, जिस की अलगअलग परत अलगअलग पदार्थ की बनी हो. फ्लिप फ्लौप्स के स्ट्रैप्स न अधिक टाइट हों न अधिक ढीले.

क्या न करें

काफी समय तक एक ही जोड़ी फ्लिप फ्लौप्स न पहनें. अगर फ्लिप फ्लौप्स टूट जाए या घिस जाए तो नए खरीद लें. ज्यादा पैदल चलने के लिए फ्लिप फ्लौप्स का इस्तेमाल न करें. साथ ही खेलते समय भी फ्लिप फ्लौप्स न पहनें. इस से पैर या एडि़यां मुड़ सकती हैं और मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है.

गलत फ्लिप फ्लौप्स के खतरे

गलत फ्लिप फ्लौप्स का चयन करने से पंजों को नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि इस से मांसपेशियों और लिगामैंट्स पर दबाव पड़ता है और उन में खिंचाव आ सकता है. इन से और भी कई नुकसान हो सकते हैं.

एडि़यों और टखनों में दर्द

गलत फ्लिप फ्लौप्स पहनने से लंबे समय तक पैरों को ठीक से सपोर्ट नहीं मिल पाता, जिस से लिगामैंट्स में खिंचाव आ सकता है. एडि़यों और टखनों में दर्द का यही प्रमुख कारण है. सही फिटिंग वाली फ्लिप फ्लौप्स न पहनने से पैरों को पूरा सहारा नहीं मिल पाता. इस से टखना एक ओर घूम सकता है, इस से लिगामैंट्स टूटने का खतरा रहता है या टखनों की मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है.

कमर और कूल्हों में दर्द

गलत साइज के फ्लिप फ्लौप्स पहनने से घुटनों, कुल्हों या कमर में दर्द हो सकता है. इस से लिगामैंट्स पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है. घुटनों और कमर के निचले हिस्से की मांसपेशियों पर भी दबाव पड़ता है.

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