जब भी मेकअप की बात आती है, तो लोगों के मन में कई तरह के सवाल आ खड़े होते हैं. मेकअप कैसे करें? मेकअप के दौरान क्या सावधानी रखें? नया मेकअप ट्रेंड क्या है या मेकअप के लिए कैसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाए? ऐसी ही बातों को सुलझाने के लिए हम आपको दे रहे हैं ऐसी ब्यूटी टिप्स, जो मेकअप के दौरान आपका काम बेहद आसान बना सकती है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं फ्लैश टेस्ट के बारे में, जो आपको एक परफेक्ट मेकअप लुक देने में मदद करेगा.
क्या होता है फ्लैश टेस्ट
फ्लैश टेस्ट आपको आपके मेकअप बेस की सारी कहानी बता देता है. मेकअप बेस आपने सही तरह से लगाया है या नहीं, इसे परखने के लिए फ्लैश टेस्ट लेना जरूरी है. मेकअप बेस लगाने के बाद आपके स्मार्टफोन के कैमरे से फ्लैश औन कर फोटो ली जाती है. इस तस्वीर में आपको मेकअप बेस की खामिया पता चल जाती है.
क्यों जरूरी है फ्लैश टेस्ट
जैसा कि सभी जानते हैं अच्छे मेकअप के लिए जरूरी है परफेक्ट मेकअप बेस, जिसे लगाना थोड़ा मुश्किल होता है. कई बार लोग स्किन टोन के मुताबिक ज्यादा मेकअप अप्लाय कर देते हैं, जिससे चेहरे पर मेकअप थोपा हुआ दिखाई देता है. ऐसा आपके साथ न हो, इसके लिए आपको फ्लैश टेस्ट लेने की जरुरत पड़ती है.
कैसे करें फ्लैश टेस्ट
- चेहरे को अच्छी तरह से मौश्चराइज करें.
- मेकअप के शुरुआत में सबसे पहले आखों के नीचे और चेहरे के धब्बों को कंसीलर लगाकर छुपाएं और उसे अच्छी तरह से फैलाएं.
- चेहरे पर फाउंडेशन बेस लगाकर लूज पाउडर से स्किन टोन इवन करें.