युवावस्था ऐसा समय है जब हर युवती खुद पर इतराना-इठलाना चाहती है. कुछ उम्र का असर, कुछ बदलती भावनाओं का, युवतियों पर अनूठी छटा खुद ही आ जाती है. लेकिन इसी उम्र में पिंपल भी अपना रंग दिखा रहे होते हैं. आप को अपनी सहेलियों के संग मूवी देखने जाना हो या फिर किसी मौल में घूमना हो, तब आप का रूप निखारता है मेकअप.
मेकअप करते समय युवतियों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि उन का मेकअप उन की उम्र के अनुसार हो यानी न अधिक भड़कीला और न अधिक उत्तेजक. अच्छा मेकअप करने के लिए कुछ टिप्स का ध्यान रखें.
पिंपल्स की समस्या
युवतियों के सब से बड़े दुश्मन होते हैं पिंपल्स. इन के इलाज हेतु घरेलू उपचार करें और यदि घरेलू उपचार से आप को फायदा न हो तो किसी त्वचा विशेषज्ञ की राय लें. अपनी ड्रैस पर हजार रुपए खर्च करने की जगह अपने चेहरे को पिंपल्स से छुटकारा दिलाने में समझदारी है.
घरेलू उपाय
मुलतानी मिट्टी का फेसपैक चेहरे की तैलीय त्वचा को ठीक करता है.
बेसन से मुंह धोने से भी तैलीय त्वचा बेहतर होती है.
एक चम्मच दालचीनी और 2 चम्मच शहद को अच्छी तरह मिला कर 10-15 मिनट के लिए चेहरे पर लगाएं और फिर धो डालें. दालचीनी का रोगाणुरोधी गुण और शहद के ऐंटीबायोटिक होने से पिंपल में आराम मिलता है.
ऐसे ही आप एलोवेरा जैल, पके हुए पपीते के गूदे या संतरे के छिलके का पेस्ट भी चेहरे पर लगा कर फायदा उठा सकती हैं.
युवतियों का मेकअप कैसा हो
युवावस्था में अत्यधिक मेकअप अच्छा नहीं लगता. हलका मेकअप मासूमियत बनाए रखता है.