ज्यादातर महिलाएं यह स्वीकारती हैं कि वे घर से निकलने से पहले अपना काफी वक्त आईने के सामने गुजारती हैं. जितना हो सके चेहरे पर महंगे सौंदर्य प्रसाधनों का प्रयोग कर अपनी खूबसूरती बढ़ाने का प्रयास करती हैं.
वैसे भी महिलाएं मेकअप के लिए मशहूर हैं. हाल ही में स्किनस्टोर डौट कौम नामक कंपनी द्वारा किए गए एक सर्वे में पाया गया कि औसत अमेरिकन महिलाएं अकेले चेहरे की खूबसूरती बढ़ाने वाले ब्यूटी प्रोडक्ट्स पर करीब क्व1 करोड़ 93 लाख अपनी पूरी जिंदगी में खर्च कर डालती हैं. 16 से 75 साल की उम्र की करीब 3000 महिलाओं पर किए गए इस सर्वे में पाया गया कि महिलाएं घर से निकलने से पहले कम से कम 16 ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करती हैं.
सिर्फ मेकअप काफी नहीं
क्या इस तरह मेकअप प्रोडक्ट्स पर निर्भर रहना पैसे और समय की बरबादी है? क्या वाकई मेकअप प्रोडक्ट्स लुक में आश्चर्यजनक रूप से परिवर्तन ला कर आप का आकर्षण बढ़ा पाते हैं?
हाल ही में इस विषय पर की गई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि महिलाओं को खूबसूरत दिखाने में मेकअप का योगदान काफी कम होता है. उन का नैचुरल लुक ही उन्हें आकर्षक या अनाकर्षक दिखाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. कोई बदसूरत महिला चेहरे पर मेकअप की कितनी भी परतें चढ़ा ले पर वह स्वाभाविक रूप से खूबसूरत महिला, जिस ने कोई मेकअप नहीं किया है, के आगे नहीं टिक पाएगी.
इस संदर्भ में बैंगोर यूनिवर्सिटी नौर्थ वेल्स, अमेरिका में किया गया एक अध्ययन काफी महत्त्वपूर्ण है. इस के तहत 44 अंडरग्रैजुएट लड़कियों, जिन की उम्र 18 से 21 साल के बीच थी, की मेकअप के साथ और बिना मेकअप के तसवीरें ली गईं. इन तसवीरों को 62 छात्रों के एक दूसरे ग्रुप, जिस में स्त्रीपुरुष दोनों ही शामिल थे, को दिखाया गया और कहा गया कि वे इन्हें खूबसूरती के आधार पर 1 से 7 के बीच रेटिंग दें. इन युवकों को लड़कियों की मेकअप के साथ या बिना मेकअप में से कोई एक तसवीर ही दिखाई गई.