मौनसून सीजन में पसीना और बरसात का पानी मेकअप को बिगाड़ देता है. ऐसे में मेकअप सुंदर बनाने के बजाए बदसूरत बना देता है. मेकअप की दुनिया में वाटरप्रूफ मेकअप प्रोडक्ट्स के आने के बाद अब मौनसून में मेकअप की परेशानियां खत्म हो गई हैं. वाटरप्रूफ मेकअप की सब से खास बात यह होती है कि बारिश का पानी भी इस का कुछ नहीं बिगाड़ पाता है. केवल बरसात में ही नहीं रेन डांस और स्विमिंग पूल का मजा लेते वक्त भी वाटरप्रूफ  मेकअप का कमाल दिखता है. पसीना आने पर मेकअप त्वचा के रोमछिद्रों में घुल कर अंदर चला जाता है, जिस से वह खराब हो जाता है. मेकअप रोमछिद्रों के जरीए शरीर के अंदर न जाए, वाटरप्रूफ मेकअप में यही किया जाता है. त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर के किया गया मेकअप ही वाटरप्रूफ मेकअप कहलाता है.

मौनसून में वाटरप्रूफ मेकअप उत्पादों का इस्तेमाल करना त्वचा की खूबसूरती बरकरार रखने का एक आसान उपाय है. आप चाहें तो कौंपैक्ट पाउडर और फाउंडेशन भी इस्तेमाल कर सकती हैं. इसे आप हलके गीले स्पंज से लगा सकती हैं या फिर सूखे पाउडर के तौर पर भी लगा सकती हैं. हमेशा लिपस्टिक, मसकारा और लाइनर के 2 कोट लगाएं ताकि ये ज्यादा देर तक टिके रहें. किसी भी उत्पाद को खरीदते समय यह जरूर पढ़ लें कि वह वाटरप्रूफ  है या नहीं और वह कितने घंटों तक टिका रह सकता है.

ब्लशर: पाउडर ब्लश के बजाय आप क्रीम ब्लश इस्तेमाल कर सकती हैं. अगर आप कलर को थोड़ा और उभारना चाहती हैं तो क्रीम ब्लश के ऊपर पाउडर ब्लश लगाएं ताकि यह आप के गालों पर ज्यादा देर तक टिका रहे. यह आप के चेहरे पर चमक व कलर लाने के साथ ही खूबसूरती भी बढ़ाता है.

बैंग्स: बैंग्स यानी सामने के छोटे बाल बहुत महिलाओं को पसंद होते हैं. मगर कई बार वे मौनसून में उलझ जाते हैं. बैंग्स चेहरे का करीब आधा हिस्सा ढक लेते हैं, जिस से त्वचा को सांस लेने का मौका नहीं मिलता. इस के कारण मौसम में नमी की वजह से पसीना आने लगता है. इस से न केवल बाल चिपचिपे दिखते हैं, बल्कि गरमी व पसीने की वजह से आप को मुंहासे भी हो सकते हैं.

काजल: काजल वाली आंखें हमेशा ख़ूबसूरत लगती हैं. लेकिन जब मौसम में नमी ज्यादा हो तो काजल फैल सकता है, जिस से आंखें देख कर ऐसा लगेगा जैसे आप को डार्क सर्कल्स हों. ऐसे में वाटरपू्रफ लिक्विड लाइनर लगाएं.

वाटरपू्रफ  मसकारा: बारिश में वाटरप्रूफ मेकअप का ही इस्तेमाल करना चाहिए. वाटरप्रूफ मसकारे का इस्तेमाल करें या फिर क्लियर मसकारा भी अच्छा विकल्प हो सकता है.

लिक्विड फाउंडेशन: नम मौसम में लिक्विड फ फाउंडेशन चेहरे पर पिघलने लगता है. ज्यादा फाउंडेशन लगाना भी अच्छा साबित नहीं होता. एकसमान रंगत और बेदाग बेस पाने के लिए बीबी क्रीम या औयल फ्री कुशन फाउंडेशन का इस्तेमाल करें.

क्रीमी कंसीलर: मौनसून में कंसीलर के इस्तेमाल से बचें, क्योंकि पसीने वाला यह मौसम कंसीलर को चेहरे पर टिका नहीं रहने देता. फिर भी कंसीलर की बहुत जरूरत हो तो क्रीमी कंसीलर का विकल्प चुन सकती हैं.

ग्लिटर आईशैडो: ग्लिटर आईशैडो कई महिलाओं को बहुत पसंद हो सकता है. लेकिन इस के प्रयोग से मौनसून में वे भयावह नजर आ सकती हैं. हवा में मौजूद नमी ग्लिटर को चिपचिपा और धब्बेदार दिखा सकती है और यदि बारिश हो गई तो यकीनन आप का आईशैडो आप के गालों को धब्बेदार चमक देगा. ग्लिटर बह कर आंखों में भी जा सकती है जिस से आप को आंखों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.

स्ट्रेट हेयर: नमी से बाल चिपचिपे और बिखरे नजर आते हैं. यदि आप इस गड़बड़ से बचने के लिए हेयर स्ट्रेटनिंग का विकल्प चुनने के बारे में सोच रही हैं तो यह गलती कभी न करें, क्योंकि कुछ दिनों तक तो आप के बाल काफी चिकने और चमकीले नजर आएंगे, लेकिन लंबे समय तक ऐसा न रहेगा. इस के बजाय बालों को पोषित करने वाले ट्रीटमैंट्स आजमाएं.

वाटरप्रूफ मेकअप प्रोडक्ट्स

वाटरप्रूफ मेकअप की बढ़ती मांग को देखते हुए मेकअप प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनियों ने वाटरप्रूफ मेकअप प्रोडक्ट्स बनाने शुरू कर दिए हैं. इन प्रोडक्ट्स के अंदर ऐसे तत्त्व डाल दिए जाते हैं, जो मेकअप करने के दौरान त्वचा के रोमछिद्रों को बंद कर देते हैं. इस से मेकअप त्वचा के अंदर नहीं जा पाता और पसीना या पानी उसे नहीं बहा पाता. इस तरह के मेकअप प्रोडक्ट्स से मेकअप करते समय त्वचा को वाटरप्रूफ करने की जरूरत नहीं रहती है. वाटरपू्रफ  मेकअप प्रोडक्ट्स में क्रीम, लिपस्टिक, फेस बेस, रूज, मसकारा, काजल जैसी ढेर सारी चीजें अब बाजार में मिलने लगी हैं.

वाटरप्रूफ मेकअप की सावधानियां

वाटरप्रूफ  मेकअप प्रोडक्ट्स सिलिकोन का प्रयोग कर के बनाए जाते हैं. इन में प्रयोग होने वाला डाइनोथिकोन औयल त्वचा को चमकदार बनाता है. यह वाटरप्रूफ  मेकअप को आसानी से फैलने में मदद करता है, लेकिन वाटरप्रूफ  के जहां तमाम फायदे हैं वहीं इस की कुछ खराबियां भी हैं. वाटरप्रूफ  मेकअप को हटाने के लिए पानी का प्रयोग ही काफी नहीं होता है. इसे हटाने के लिए बेबी औयल या फिर सिलिकोन औयल का प्रयोग करना होता है. वाटरप्रूफ  मेकअप का प्रयोग त्वचा पर खराब प्रभाव डालता है. इस से त्वचा को नुकसान पहुंचता है. त्वचा पर इन्फैक्शन हो जाता है. ज्यादा प्रयोग करने से समय से पहले त्वचा पर झुर्रियां भी पड़ने लगती हैं. वाटरप्रूफ  मेकअप का प्रयोग खास अवसरों पर ही करें, रोज इस का प्रयोग न करें.

– अनामिका राय सिंह, लैक्मे सैलून, लखनऊ 

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