त्वचा को खूबसूरत, कोमल और अनचाहे बालों से आजाद बनाने के लिए वैक्सिंग से बेहतर कोई विकल्प नहीं. वैक्सिंग से न केवल अनचाहे बाल रिमूव होते हैं वरन टैनिंग जैसी समस्या भी दूर होती है. वैक्सिंग कराने के बाद सामान्यतया त्वचा कम से कम 2 सप्ताह तक मुलायम रहती है. जो बाल फिर से उगते हैं, वे भी बारीक और कोमल होते हैं. नियमित वैक्सिंग कराने से 3-4 सप्ताह तक बाल नहीं आते. समय के साथ बालों का विकास भी कम हो जाता है.
एल्प्स ब्यूटी क्लीनिक की डायरैक्टर भारती तनेजा के अनुसार वैक्स कई तरह की होती हैं:
सौफ्ट वैक्स यानी रैग्युलर वैक्स
यह सब से ज्यादा कौमन और इस्तेमाल की जाने वाली वैक्स है, जो शहद या चीनी के घोल से तैयार की जाती है. हेयर रिमूव करने के साथसाथ यह टैनिंग को भी रिमूव करती है और साथ ही स्किन को सौफ्ट व ग्लौसी बनाती है.
चौकलेट वैक्स
इस वैक्स की मदद से स्किन पोर्स बड़े हो जाते हैं, जिस से बाल आसानी से निकल जाते हैं और ज्यादा दर्द भी नहीं होता. इस के अलावा चौकलेट के अंदर स्किन सूदिंग तत्त्व पाए जाते हैं, जो बौडी को रिलैक्स करते हैं. कोको पाउडर बेस्ड इस वैक्स से बाल पूरी तरह रिमूव हो जाते हैं और स्किन सौफ्ट व स्मूद नजर आती है. इस वैक्स को कराने से रैड पैचेज पड़ने के आसार भी न के बराबर रह जाते हैं. यह वैक्स सैंसिटिव स्किन के लिए भी अच्छी साबित होती है. इस के अलावा चौकलेट का अरोमा बहुत ही आकर्षक होता है, जो विशेष आनंद की अनुभूति कराता है.