श्रुति की शादी को अभी 10 दिन भी नहीं हुए थे कि लौकडाउन हो गया. कहां तो श्रुति सोच रही थी कि और वह और रोहन हनीमून के लिए सिंगापुर जाएंगे परंतु कोरोना के कारण हनीमून तो दूर उन्हें घर में कैद होना पड़ गया. नई शादी, नए रिश्ते और ढेर सारे सपने. श्रुति भी हर नई दुलहन की  तरह सुंदर दिखना चाहती थी. परंतु सारे पार्लर बंद थे. श्रुति बेहद परेशान थी कि कैसे वह इस समय अपनी ब्यूटी केयर कैसे करे, क्योंकि श्रुति तो हर चीज के लिए पार्लर ही जाती थी.

लौकडाउन का एक हफ्ता बीत गया था और श्रुति को अपने चेहरे और अपर लिप्स पर रोएं साफ नजर आ रहे थे. श्रुति को यह समस्या बचपन से थी और जब से वह 18 वर्ष की हुई थी हर 15 दिन बाद वह इन बालों से पार्लर जा कर छुटकारा पा लेती थी. परंतु अब क्या करे?

बालों की प्रैसिंग भी खत्म हो गई थी और श्रुति को अपने बाल झाड़ू जैसे लग रहे थे और रहीसही कसर एकाएक ऐक्ने के हमलों ने कर दी थी. श्रुति अब रोहन के नजदीक नहीं आना चाहती थी. उसे बेसब्री से लौकडाउन के खुलने का इंतजार था.

परंतु लौकडाउन फिर से 19 दिन के लिए बढ़ा दिया गया और यह भी नहीं पता था कि 3 मई को भी ये खुलेगा या नहीं. परंतु इस समय श्रुति की मौसी ने उसे रसोई में छिपे सौंदर्य के खजाने से परिचित करवाया और श्रुति को अब लग रहा है कि अगर पार्लर नहीं भी खुले तो भी वह अपना नूर बरकरार रख पाएगी.

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