होली भारत ही नहीं दुनियाभर में बड़ी ही ऐक्साइटमैंट के साथ मनाई जाती है. गुलाल, गुब्बारे और पिचकारी बच्चों से ले कर बड़ों तक में एक नई जान फूक देते हैं. हरकोई हवा में गुलाल उड़ाता हुआ गानों की धुन पर नाच रहा होता है. लेकिन ऐंजौय करते हुए अकसर लोग अपनी स्किन और बालों का ध्यान रखना भूल जाते हैं.

होली में इस्तेमाल होने वाले रंगों को हार्मफुल कैमिकल्स की मदद से बनाया जाता है जो ह्यूमन बौडी पर बड़े ही नकारात्मक प्रभाव डालते हैं. कई बार सिचुएशन इतनी गंभीर हो जाती है कि मैडिकल ट्रीटमैंट के बिना सौल्व नहीं होती. इन रंगों में मौजूद कैमिकल्स के कारण स्किन और बालों से रिलेटेड परेशानियां शुरू हो जाती हैं, जिन में बालों का ?ाड़ना और स्किन रैशेज, इचिंग व ऐलर्जी जैसी समस्याएं शामिल हैं.

प्री होली केयर

होली में रंग आप की त्वचा पर कुछ दिनों तक बने रहते हैं. ये आप की त्वचा को नुकसान तो पहुंचाते ही हैं, इस से आप को अगले दिन औफिस जाने में या घर से बाहर निकलने में अनकंफर्टेबल भी लगता है. इस से बचने के लिए आप होली खेलने से पहले अपने चेहरे पर अच्छे से हाइड्रेटिंग क्रीम या मौइस्चराइजर लगाएं. इस के लिए आप डाट ऐंड का हाइड्रेटिंग मौइस्चराइजर जैल या पौंड्स का सुपर लाइट जैल (स्किन टाइप के अनुसार) लगा सकते हैं. उस के बाद सनक्रीम जरूरी लगाएं. इसे स्किन द्वारा सोख लिए जाने के बाद पैरासूट कोकोनट औयल लागा लें. इस से फेस पर एक प्रोटैक्टिव लेयर बन जाएगी, जो रंगों को स्किन में अंदर तक जाने से रोकेगी.

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