मौसम के बदलते रूप ने झुलसाना शुरू कर दिया है. तपता सूरज अपने साथ एक नहीं, कई समस्याएं एकसाथ ले कर आता है. गरमी के मौसम में धूप के कारण त्वचा का झुलस जाना, डार्क सर्कल्स बनना, पसीने की बदबू आना और न जाने क्याक्या समस्याएं पैदा हो जाती हैं. लेकिन थोड़ा सा ध्यान दिया जाए तो इन समस्याओं से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है.

मौइश्चराइजर का करें नियमित प्रयोग

कौस्मैटिक: काया ब्यूटी क्लीनिक की ब्यूटी ऐक्स्पर्ट मनीषा कहती हैं कि गरमी के मौसम में वाटरबेस्ड मौइश्चराइजर का प्रयोग उत्तम होता है. इस के साथ ही चेहरा साफ पानी से बारबार धोना भी अच्छा होता है.

घरेलू उपाय: इस मौसम में आसानी से मिलने वाले खीरे को गुलाबजल के साथ मिला कर प्रयोग करना लाभदायक है. इस के अलावा चंदन, हलदी, एलोवेरा, आंवला आदि चीजों का प्रयोग भी त्वचा को सुंदर बनाने के लिए किया जा सकता है.

मौसम की जरूरत सनस्क्रीन

कौस्मैटिक: मनीषा की मानें तो एक आकलन के अनुसार 90% मामलों में प्रीमैच्योर एजिंग धूप में ओवर एक्सपोजर के कारण होती है. इस से बचने के लिए घर से बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन लगाना जरूरी है. गरमियों के मौसम में स्किन को डबल प्रोटैक्शन की आवश्यकता होती है. इस मौसम में टैनिंग या सनबर्न की ज्यादा प्रौब्लम होती है. मौसम देखते हुए 20 से 25% सन प्रोटैक्शन फैक्टर वाली क्रीम का यूज करना चाहिए.

घरेलू उपाय: धूप से घर में आने पर सब से पहले खीरे या आलू का रस चेहरे पर लगाएं. तैलीय त्वचा वालों को, संतरे, तरबूज या खरबूजे का रस लगाना चाहिए. इस से फ्रैशनैस आती है और ताजगी रहती है.

बालों की देखरेख

कौस्मैटिक: मनीषा कहती हैं कि गरमी के मौसम में अधिक पसीना आने से चिपचिपाहट बढ़ जाती है, जिस का सीधा प्रभाव बालों पर भी पड़ता है. तेज धूप, प्रदूषण व देखभाल की कमी से बाल अपनी चमक खो देते हैं और बेजान से लगते हैं. बालों को सुरक्षा कवच पहनाने के लिए हेयर सीरम या सनशील्ड का प्रयोग करें. इस मौसम में ऐसा हेयरस्टाइल रखें, जो आसानी से मैनेज किया जा सके. शैंपू करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि शैंपू हर्बल और ब्रांडेड हो. कभी भी तेज धूप में खुले सिर न निकलें, कैप या छतरी का प्रयोग अवश्य करें. नियमित सफाई व उचित खानपान से आप के बाल निश्चित रूप से सुंदर बने रहेंगे.

घरेलू नुसखे: दही व मुलतानी मिट्टी का पैक बना कर बालों पर लगाएं, आधे घंटे बाद ठंडे पानी से धो लें. यदि दही से नियमित रूप से बाल धोए जाएं तो बालों का झड़ना भी रुक जाता है. विटामिन ए, विटामिन बी कांपलैक्स तथा प्रोटीनयुक्त आहार का अधिक से अधिक सेवन करें. अंकुरित गेहूं को दूध में उबालें और उस का सेवन करें. इस से बालों को बहुत लाभ होता है. पपीता, केला, आंवला, आम, अमरूद व तरबूज जैसे फलों का भरपूर प्रयोग करें. सब्जियों में टमाटर, मटर, प्याज, बैगन, भिंडी, पुदीना, चौलाई, सेम, मूली, पत्तागोभी आदि का सेवन बालों को स्वस्थ व सुंदर रखने में सहायक होता है.

पैरों को न करें नजरअंदाज

कौस्मैटिक: संपूर्ण सुंदरता के लिए पैरों का सुंदर होना भी जरूरी है. अकसर होता यह है कि चेहरे व बालों की देखभाल पर तो आप विशेष ध्यान देती हैं, मगर पैर उपेक्षित रह जाते हैं. एक अच्छा सा फुट स्क्रब खरीदें. हर रोज नहाते समय साबुन लगा कर इस से एडि़यां रगड़ें. इस से उन की गंदगी साफ होगी व मृत त्वचा निकल जाएगी, एडि़यां साफसुथरी व चिकनी रहेंगी. पैरों को कुनकुने पानी में डाल कर 10 मिनट रखें, फिर सुखा कर किसी फुट क्रीम से मसाज करें.

घरेलू उपाय: रात को सोने से पहले पैरों को अच्छी तरह धो कर साफ करें. यदि एडि़यां फटी हैं तो सरसों के तेल में गरम वैक्स को मिला कर क्रीम जैसा बना लें. इसे एडि़यों पर लगाने से एडि़यों की दरारें भर जाएंगी. सेब, संतरा व विटामिन ए से भरपूर आहार का सेवन भी पैरों की त्वचा को सुंदर बनाता है. इन फलों का भरपूर प्रयोग करें.

आंखों का खयाल

गरमी के मौसम में जब भी बाहर निकलें, सनग्लासेस का प्रयोग करें. ये आंखों के सुरक्षा कवच तो हैं ही, आप की सुंदरता को भी बढ़ाते हैं. गरमी की जलन से राहत पाने के लिए गुलाबजल में साफ कौटन को भिगो कर आंखों पर रखें और कुछ देर आंखें बंद कर के लेटें. इस से आंखों को शीतलता मिलती है और थकान भी दूर होती है.

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