अपने खास दिन यानी वैलेंटाइन डे पर हर ब्राइड का यही सपना होता है कि वह बेहद खूबसूरत दिखे ताकि हर किसी की नजरें उस पर से हटे ही नहीं. इसी कारण हर ब्राइड उस दिन खूबसूरत दिखने के लिए अपने मेकअप को ले कर ङ्क्षचतित रहती है क्योंकि जीवन में यह दिन एक बार ही आता है. अच्छी स्किन व इवन बेस के बिना कोई भी मेकअप लुक अच्छा नहीं लग सकता है. मगर इस का यह मतलब बिलकुल भी नहीं है कि अगर उस खास दिन आप के चेहरे पर मुंहासे या फिर अन्य दाग हों तो आप अपने खास दिन चमक या शाइन नहीं कर पाएंगी. लेकिन अगर आप वैलेंटाइन डे पर खास दिखना चाहती हैं तो सब से पहले आप अपनी स्किन की केयर करें, उस के बाद मेकअप पर ध्यान दें.
इस बात का खास ध्यान रखें कि हमेशा वैलेंटाइन डे से 3 से 6 महीने पहले से ही स्किन ट्रीटमैंट्स लेने शुरू कर देने चाहिए क्योंकि अधिकांश ट्रीटमैंट्स का स्किन पर शुरुआत में खराब इफैक्ट पड़ सकता है.
हमेशा सुनिश्चित करें कि फंक्शंस में भाग लेने और अरेंजमैंट्स में बिजी रहने के साथ आप स्ट्रैस से खुद को दूर रखने के साथसाथ पर्याप्त नींद भी लें और अगर आप के पास स्पैशलिस्ट के पास जाने का समय नहीं है या फिर आप स्पैशलिस्ट को अफोर्ड करने में असमर्थ हैं तो आप भूल कर भी अपनी शादी के कुछ दिन पहले अपनी स्किन के साथ कोई ऐक्सपैरिमैंट न करें.
यहां कुछ विकल्प सुझाए जा रहे हैं, जिन्हें हर ब्राइड देख सकती है, जो इस प्रकार हैं :
प्रोफैशनल ट्रीटमैंट्स
हाई फ्रीक्वैंसी मशीन : अगर आप को मुंहासों की समस्या है तो आप के लिए यह ट्रीटमैंट बैस्ट है क्योंकि यह स्किन को इन्फैक्शन रहित करने, मुंहासों को सुखाने व हील करने के साथसाथ त्वचा के तापमान को बढ़ाने के लिए भी गरमाहट की अनुभूति कराता है.
- हाई फ्रीक्वैंसी मशीन के निम्न फायदे हैं :
- मुंहासों को कम व उन्हें शांत करता है.
- बड़े पोर्स को छोटा करता है.
- सीबम प्रोडक्शन को कम करने में मददगार.
- ङ्क्षलफेटिक डै्रनेज को प्रोत्साहित करता है.
- सूजी हुई आंखों व डार्क सर्कल्स को कम करता है.
फेस वैक्यूम
यह ट्रीटमैंट उन महिलाओं के लिए बैस्ट हैं, जो स्किन डिस्कलरेशन से बचना चाहती हैं. यह मशीन ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव कर के आप को ग्लोइंग स्किन देने का काम करती है. यह त्वचा को भी मजबूती प्रदान कर के ङ्क्षलफेटिक और ब्लड सर्कुलेशन दोनों को इंप्रूव करने का काम करती है.
फेस फराडिक मशीन
यह मशीन मसल्स को टाइट कर के फेस को स्लिम दिखाने में मदद करती है. इस मशीन से मांसपेशियों में संकुचन होता है और उस के द्वारा मांसपेशियों का कंटूङ्क्षरग होता है. यह टोङ्क्षनग प्रभाव ढीले जबड़े को लिफ्ट करवा कर यानी उभार कर आप को जवां दिखाने में मददगार है.
गैल्वेनिक
यह डीप क्लीनिंग ट्रीटमैंट होता है, जो फौलिकल में सीबम और केराटिन को सौफ्ट करता है. यह ट्रीटमैंट औयली स्किन वाली महिलाओं के लिए बैस्ट है. इस के फायदे इस प्रकार से है :
- यह मुंहासे पैदा करने वाले तेल के संचय को खत्म करता है.
- डीप क्लीनिंग का काम करता है.
- बेजान त्वचा में जान डालता है.
- ब्लर्ड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मददगार.
कैमिकल पीलिंग
इस ट्रीटमैंट मैं स्किन को ऐक्सफौलिएट करने के लिए ऐसिड्स का इस्तेमाल किया जाता है. इस में क्षतिग्रस्त त्वचा कोशिकाओं की एक समान मात्रा को बाहर निकालना है, जो स्किन सैल्स के सैल टर्न ओवर फेज को बढ़ाने में मददगार होता है, जिस से दागधब्बे व स्किन पिगमैंटशन कम होने के साथसाथ ग्लोइंग स्किन मिलती है. इस के निम्न फायदे हैं :
- दागधब्बों को कम करने में मददगार.
- मुंहासों से ट्रीट करने में सहायक.
- मुंह और आंखों के आसपास फाइन लाइंस को कम करे.
- स्किन टैक्स्चर को इंप्रूव करे.
माइक्रोडर्माब्रेशन
यह भी कैमिकल पील की तरह की ही ऐक्सफौलिएशन प्रक्रिया होती है. बस अंतर सिर्फ इतना है कि इस ट्रीटमैंट में ऐसिड्स या कैमिकल्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. इस में एक मशीन का इस्तेमाल किया जाता है.
7 होम ट्रीटमैंट्स
- सही फेस वाश का चुनाव करें.
- कैमिकल ऐक्सफौलिएट का इस्तेमाल केें.
- अगर आप ने मेकअप किया हुआ है तो डबल क्लीनिंग करें.
- अगर आप की स्किन को सूट करे तो रैटिनोलका जरूर इस्तेमाल करें.
- स्किन टाइप के अनुसार हफ्ते में 1-2 बार मास्क जरूर अप्लाई करें.
–कॉस्मैटोलॉजिस्ट अथिरा जे नायर