डा. इप्शिता जौहरी, त्वचाविज्ञान और सौंदर्य सलाहकार, स्किनफिनिटी डर्मा

सूरज की तेज किरणें और वातावरण का अधिक तापमान आपकी त्वचा को प्रभावित कर सकता है. इसके कारण त्वचा में विभिन्न तरह की समस्याएं जैसे एलर्जी, डार्क स्पौट्स और पिगमेंटेशन आदि हो सकती हैं. सूरज की अल्ट्रावायलेट हानिकारक किरणों से त्वचा को बचाने और हेल्दी रखने के लिए ज्यादातर लोग सनस्क्रीन का प्रयोग करते हैं. सनस्क्रीन लोशन की ही तरह सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग भी धूप की किरणों से बचाव के लिए किया जा रहा है लेकिन क्या सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग करना सुरक्षित है? आइये इस लेख के माध्यम से समझते हैं कि सनस्क्रीन स्प्रे क्या है, त्वचा और चेहरे पर इसका प्रयोग करना सुरक्षित है या नहीं?

सनस्क्रीन लोशन और सनस्क्रीन स्प्रे में क्या अंतर है

आमतौर पर बात की जाए तो सनस्क्रीन लोशन की तरह ही सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग भी सूरज की नुकसानदेय किरणों से बचाव के लिए किया जाता है. सनस्क्रीन स्प्रे में सनस्क्रीन लोशन की ही तरह एसपीएफ होता है, जिसकी मात्रा सनस्क्रीन लोशन के बराबर ही होती है. सनस्क्रीन लोशन और सनस्क्रीन स्प्रे में बस फर्क इतना है कि सनस्क्रीन स्प्रे को उपयोग करना बहुत आसान है. इसे प्रयोग करने के लिए सनस्क्रीन स्प्रे को सीधे त्वचा पर स्प्रे कर लिया जाता है जो कि लोगों को काफी आसान लगता है. आजकल की व्यस्त जीवन शैली और भाग दौड़ के बीच लोग इसका प्रयोग ट्रैवलिंग के दौरान भी कर रहे हैं. इसके अलावा सनस्क्रीन लोशन की ही तरह सनस्क्रीन स्प्रे त्वचा में सुरक्षात्मक बैरियर बनता है जो सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों को रिफ्लेक्ट या अवशोषित कर लेता है और त्वचा को सुरक्षा प्रदान करता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग किस प्रकार से आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है ? जी हाँ इस बात को समझना जरूरी है कि सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग त्वचा पर सीधे स्प्रे के रूप में किया जाता है जिससे यह कई लोगों के लिए या विशेष शारीरिक स्थितियों में कई समस्याओं का कारण भी बन सकता है.

सनस्क्रीन स्प्रे के प्रयोग से होने वाले नुकसान

सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग सनस्क्रीन लोशन की तुलना में कम प्रभावशाली होता है. जिससे आपकी त्वचा पर सुरक्षात्मक बैरियर कम शक्तिशाली होता है और आपकी त्वचा हानिकारक यूवी किरणों से नुकसान के लिए अधिक संवेदनशील हो जाती है. सनस्क्रीन स्प्रे की सुरक्षा इस बात पर निर्भर करती है कि आप इसे कैसे लगाते हैं. अगर आप हवादार इलाके में हैं, तो यह आसानी से उड़ सकता है और आपकी त्वचा पर लगने के बजाय हवा में रह सकता है. इसके अलावा, क्योंकि यह आमतौर पर जल्दी सूख जाता है और आपकी त्वचा पर इसे देखना मुश्किल हो जाता है, इसलिए आप यह नहीं जान पाएँगे कि आपने इसे कहाँ लगाया है.

सनस्क्रीन स्प्रे में मौजूद केमिकल को लेकर रहें सावधान

सनस्क्रीन लोशन की तरह ही सनस्क्रीन स्प्रे को बनाने के लिए भी कई तरह के केमिकल का प्रयोग किया जाता है. इसमें कई केमिकल त्वचा के साथ संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं. कुछ सनस्क्रीन में बेंजीन नामक एक संभावित कैंसर पैदा करने वाला रसायन होता है. स्प्रे सनस्क्रीन में इस रसायन की मौजूदगी विशेष रूप से आपके शरीर में समस्या पैदा कर सकती है. स्प्रे के माध्यम से इस केमिकल को अंदर लिया जा सकता है और त्वचा के माध्यम से भी अवशोषित किया जा सकता है जो कि शरीर में कैंसर जैसी बीमारी का कारण बन सकता है. इसके अलावा रासायनिक सनस्क्रीन स्प्रे के कई अन्य दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं और उनमें इस्तेमाल होने वाले कुछ केमिकल जैसे टेट्रासाइक्लिन, सल्फा ड्रग्स, फेनोथियाज़िन आदि के कारण कई जोखिम भी हो सकते हैं. इनमें कुछ रसायन ऐसे होते हैं जो त्वचा में जलन को बढ़ा सकते हैं और लालिमा, सूजन, जलन और खुजली आदि भी हो सकती है. अगर आपकी त्वचा पर मुंहासे हैं, तो सनस्क्रीन स्प्रे में मौजूद कुछ रसायन आपकी समस्या को और भी गंभीर कर सकते हैं. सनस्क्रीन स्प्रे के इस दुष्प्रभाव से छुटकारा पाने के लिए आपको नौन-कामेडोजेनिक और नौनऔयली सनस्क्रीन स्प्रे का चुनाव करना चाहिए. हालांकि क्रीम आधारित सनस्क्रीन में टाइटेनियम डाइऑक्साइड और जिंक ऑक्साइड जैसे खनिज सक्रिय तत्व त्वचा के लिए बहुत प्रभावी और सुरक्षित होते हैं. इसलिये अपने सनस्क्रीन स्प्रे को चुनते समय डाक्टर की सलाह पर अपनी स्किन टाइप के हिसाब से ही सनस्क्रीन स्प्रे चुनें और खरीदते समय उसमें प्रयोग किए गए केमिकल की जानकारी भी अवश्य देखें.

बच्चों के लिए नुकसानदेय हो सकता है स्प्रे सनस्क्रीन का प्रयोग

सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग बच्चों के लिए नुकसान देय हो सकता है. दरअसलसन सनस्क्रीन स्प्रे को बनाने के लिए कई तरह के केमिकल का प्रयोग किया जाता है और बच्चे जब इसका प्रयोग स्प्रे के रूप में करते हैं तो स्प्रे के दौरान यही केमिकल बच्चों के मुंह और नाक में जा सकते हैं और उन्हें नुकसान पहुंच सकता है. ऐसे में सनस्क्रीन स्प्रे का सीधा प्रयोग बच्चों के लिए सही नहीं है. अगर आपको बच्चों पर सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग करना ही है तो ऐसे में आप ध्यान रखें और पहले अपने हाथों पर स्प्रे कर लें फिर उनकी त्वचा पर अप्लाई कर दें.

सांस से जुड़ी समस्या वाले लोगों के लिए सही नहीं है सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग

सनस्क्रीन स्प्रे के प्रयोग से ऐसे लोगों को बचाना चाहिए जिन्हें अस्थमा जैसी सांस से जुड़ी समस्या है. सनस्क्रीन स्प्रे को बनाने के लिए ऐरोसोल फार्मूले का इस्तेमाल किया जाता है और जब इसे त्वचा पर सीधे स्प्रे किया जाता है, तो यह सांस के साथ मिलकर शरीर के अंदर जा सकता है जिससे सांस से जुड़ी हुई समस्याएं बढ़ सकती हैं. ऐरोसोल प्रोपेलेंट बेंजीन जैसे कैंसर कारी तत्व के लिए भी जिम्मेदार होता है जो शरीर को नुकसान पहुंचाता है. इसलिए ऐसे लोग जिन्हें सांस से जुड़ी हुई कोई भी समस्या है उन्हें एरोसोल फार्मूले से बनाये जाने वाले सनस्क्रीन स्प्रे का प्रयोग नहीं करना चाहिए.

सनस्क्रीन लोशन की तुलना में सनस्क्रीन स्प्रे कम असरदार होते हैं

सनस्क्रीन लोशन की तुलना में सनस्क्रीन स्प्रे की सही मात्रा का पता नहीं चलता है. दरअसल सनस्क्रीन स्प्रे लिक्विड होते हैं जिन्हें स्प्रे करने के बाद त्वचा पर इनकी सही मात्रा नहीं पता चल पाती है. इसके साथ ही यह त्वचा के द्वारा जल्दी सोख लिए जाते हैं जिससे इनका सनस्क्रीन लोशन की तुलना में असर कम हो सकता हैं. इसके अलावा, लोशन ज़्यादा सुरक्षा प्रदान करते हैं क्योंकि आप यह जान सकते हैं कि आप अपनी त्वचा पर कितना लगा रहे हैं. औसतन, लोग स्प्रे से कम सनस्क्रीन प्राप्त करते हैं क्योंकि वे केवल कुछ सेकंड के लिए ही स्प्रे करते हैं. सनस्क्रीन लोशन की तुलना में सनस्क्रीन स्प्रे को इस्तेमाल करना तो आसान है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में ये समस्या का कारण भी बन सकता है. अगर आप कुछ देरी के लिए ही बाहर जा रहे हैं, तो इसका इस्तेमाल करना फायदेमंद हो सकता है. कुल मिलाकर, आपके लिए सनस्क्रीन लोशन सबसे अच्छा उपाय है. स्प्रे की सलाह नहीं दी जाती है, लेकिन अगर आपके पास सिर्फ़ यही विकल्प है, तो अपने हाथों पर सनस्क्रीन स्प्रे करना न भूलें और फिर इसे अपनी त्वचा और चेहरे पर लगाएं. साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि स्प्रे आंखों या मुंह में न जाए. सनस्क्रीन स्प्रे कुछ लोगों के लिए ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है, इसलिए कोई भी सनस्क्रीन स्प्रे इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर कर लें.

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