महिलाओं की जब उम्र बढ़ती है तो उनमें होने वाली आम स्किन समस्याओं में ड्राई स्किन की समस्या होती है. इसका कारण यह है कि स्किन तब नमी बनाए रखने में कम सक्षम हो जाती है और खुजली, परतदारपन और कुछ केसेस में यहां तक कि एक्जिमा और सोरायसिस जैसी समास्याएं भी हो जाती हैं. दुर्भाग्य से इन स्किन समस्याओं के पीछे डिहाइड्रेशन एक प्रमुख कारण होता है और अधिकांश महिलाओं को इस स्थिति के बारे में पता नहीं होता है. हालांकि बहुत से लोगों को लगता है कि हाइड्रेशन केवल उन्हीं लोगों के लिए आवश्यक है जिनकी स्किन ड्राई या डिहाइड्रेट है. लेकिन, जैसे आपके शरीर को काम करने के लिए हाइड्रेशन की जरूरत होती है, वैसे ही आपकी स्किन को भी हाइड्रेशन की ज़रूरत होती है.
स्किन के लिए हाइड्रेशन का क्या मतलब है? क्या यह मॉइस्चराइजिंग की तरह होती है और, बाजार में उपलब्ध तेल, जैल और क्रीम की विस्तृत रेंज से अपनी स्किन के लिए सही हाइड्रेटिंग प्रोडक्ट को कैसे चुने? जानिए.
हाइड्रेटर और मॉइस्चराइजर में क्या अंतर होता है?
आईएसएएसी लयूक्स के मेडिकल डायरेक्टर और फाउंडर, सेलिब्रिटी एस्थेटिक फिजिशियन डॉ गीतिका मित्तल गुप्ता के अनुसार मॉइस्चराइज़र में आम तौर पर तेल-आधारित तत्व होते हैं जैसे पेट्रोलाटम या मिनिरल तेल, और एस्टर तथा पौधे के तेल जैसे एमोलांइट आदि. जब स्किन पर मॉइस्चराइजर लगाया जाता है, तो यह स्किन की सतह पर एक सील बनाता है. यह सील पानी को बंद कर देती है और पानी को बाहर निकलने से रोकती है. ऐसा करने से यह स्किन को कम रूखा और चिकना बनाता है. जबकि, एक हाइड्रेटर में ग्लिसरीन या हाइलूरोनिक एसिड जैसे ह्यूमेक्टेंट्स नामक तत्व होते हैं. यह वातावरण या आपकी त्वचा से पानी को अवशोषित करता है और इसे आपकी स्किन पर बनाए रखता है. चूंकि दोनों प्रोडक्ट आपकी स्किन के लिए अलग-अलग तरह से काम करते हैं, इसलिए यह आवश्यक है कि अपनी स्किन के अनुसार इन प्रोडक्ट का चयन करना चाहिए क्योंकि ये प्रोडक्ट आपकी स्किन के लिए लाभदायक तथा नुकसानदायक भी हो सकते हैं. इन दोनों प्रोडक्ट का काम स्किन को बेहतर हाइड्रेटेशन प्रदान करना होता है. लेकिन आपके लिए कौन सा प्रोडक्ट उपयुक्त होगा यह आपकी स्किन टाइप पर निर्भर करता है.