आज की भागतीदौड़ती जिंदगी में महिलाओं को अपनी त्वचा का ध्यान रख पाना बहुत मुश्किल है. ऐसे में उन्हें प्राकृतिक प्रसाधनों मसलन हलदी, चंदन, केसर, मलाई, ऐलोवेरा, बादाम, व्हाइट लिली और गुलाबजल से भरपूर प्रोडक्ट की तलाश रहती है. क्योंकि यही वे तत्त्व हैं जो त्वचा को अच्छी तरह से नरिश कर के उन्हें खूबसूरत बनाते हैं. आइए जानते हैं इन तत्त्वों की विशेषताएं.
1. हलदी
हलदी सब से सस्ता और अच्छा बौडी स्क्रबर है. ऐंटीसैप्टिक, ऐंटीबैक्टीरियल और ऐंटीइनफ्लेमैट्री गुणों से भरपूर हलदी में करक्यूमिन नामक तत्त्व पाया जाता है. इस में मौजूद यलो पिगमैंट त्वचा को निखारने का काम करते हैं. हलदी में एेंटी औक्सीडैंट भी होते हैं जो त्वचा को फ्री रैडिकल्स के आक्रमण से सुरक्षित रखने का काम करते हैं.
2. व्हाइट लिली
ऐंटीपिगमैंटेशन, व्हाइटनिंग और ब्लीचिंग जैसे गुणों से भरपूर व्हाइट लिली में ग्लायकोलिक ऐसिड पाया जाता है, जो डैड स्किन व ऐजिंग स्पौट्स को हलका करने में मददगार होता है. व्हाइट लिली जैल से युक्त क्रीम के इस्तेमाल से सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणें भी त्वचा को नुकसान नहीं पहुंचा पातीं.
3. ऐलोवेरा
ऐलोवेरा एक प्राकृतिक मौइश्चराइजर है. यह हर तरह के स्किन टाइप के लिए लाभदायक है. यह सैल रिन्यूअल प्रौसेस को तो बढ़ाता ही है साथ ही इस में मौजूद हीलिंग प्रौपर्टीज स्किन सैल्स मुलायम रखती हैं और त्वचा को चमकदार बनाती हैं. ऐलोवेरा जैल में कूलिंग और ऐंटीइनफ्लेमैट्री प्रौपर्टीज की मौजूदगी भी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद है. त्वचा को हाइड्रेट रखने के लिए इस में विटामिन सी और विटामिन ई भी पाए जाते हैं.
4. चंदन
चंदन में मौजूद लाइटनिंग और कूलिंग एजेंट त्वचा के अंदर तक जा कर उस में निखार के साथ चमक भी लाते हैं. साथ ही यह ऐंटीसैप्टिक भी है. इसलिए चोट या फिर जलनेकटने पर भी इसे दवा की तरह लगाया जा सकता है. चंदन के तेल से मसाज करने से ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा हो जाता है जिस से त्वचा पर झुर्रियां नहीं पड़तीं.