जीवन के एक पड़ाव के बाद लोग खुद को संवारने में ज्यादा रुचि नहीं रखते हैं. उन्हें लगता है कि अब किस के लिए खुद को संवारें. मनोविज्ञानी डाक्टर मधु पाठक कहती हैं, ‘‘खुद के लिए खुद को संवारें. यह आने वाले जीवन में खुशियां भर देता है. अगर हम खुद का खयाल रखना समय से पहले शुरू कर दें तो फिटनैस और हैल्थ दोनों स्तर पर हम आगे निकल जाएंगे. कम प्रयास में भी अच्छे परिणाम आएंगे.’’
सच बात तो यह है कि जीवन के दूसरे पड़ाव में भी वह सबकुछ है जो पहले पड़ाव में था. यहां भी जीवन में उल्लास, रोमांस, सैक्स और प्यार सबकुछ है. केवल उन सब का मजा लेने वाला शरीर फिट हो और मन ताजगी से भरा हो. इस के लिए जरूरी है कि ब्यूटी और मेकअप के साथ ही साथ अपनी फिटनैस का ध्यान रख कर आप खुद को फिर से संवारें. ग्लैम अप विमेंस फिटनैस क्लब, लखनऊ की फिटनैस ट्रेनर सोना राठौर कहती हैं, ‘‘उम्र के हर दौर में फिट रहना बहुत जरूरी है. अगर आप की डाइट और ऐक्सरसाइज अच्छी होगी तो आप को बाहरी मेकअप की कम से कम जरूरत पड़ेगी.’’
30 से करें शुरुआत
बौबी मेकअप स्टूडियो की डायरैक्टर, मेकअप आर्टिस्ट, बौबी श्रीवास्तव कहती हैं, ‘‘स्किन केयर करना सब से जरूरी होता है. इस की शुरुआत 30 वर्ष की उम्र से ही कर देनी चाहिए. खासतौर पर एंटी ऐजिंग क्रीम का प्रयोग जरूर करें. बस, ध्यान दें कि वह क्रीम स्किन को नुकसान पहुंचाने वाली न हो. हैल्थी स्किन से खूबसूरती में निखार आता है. अपनी डाइट में विटामिन, मिनरल व प्रोटीन आदि की मात्रा का बैलेंस बनाए रखें.
‘‘नियमित ऐक्सरसाइज जरूर करें. इस से स्वास्थ्य बेहतर रहेगा, बीमारियां शरीर को प्रभावित नहीं करेंगी. 30 प्लस के बाद बौडी में कैल्शियम की जरूरत बढ़ जाती है. यह जरूरत स्त्री और पुरुष दोनों को होती है.’’
40 प्लस में स्किन की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए मेकअप का सहारा लें.
स्किन की क्लींजिंग, टोनिंग के साथ डे क्रीम का प्रयोग करें. डे क्रीम एसपीएफ वाली होनी चाहिए. रात को एंटी ऐजिंग सीरम के साथ नाइट क्रीम का प्रयोग करें. इस से स्किन ठीक रहेगी. मेनोपौज के कारण पिंगमेंटेशन का प्रभाव फेस पर पड़ता है. 40 वर्ष की उम्र के बाद स्किन केयर की बेहद जरूरत होती है.
ऐक्सरसाइज से रोकें वजन
ग्लैम अप विमेंस फिटनैस क्लब की डायरैक्टर आस्था मिश्रा कहती हैं, ‘‘वजन का बढ़ना इस उम्र में स्त्री और पुरुष दोनों की सबसे बड़ी समस्या होती है. डायबिटीज, ब्लडप्रैशर, मेनोपौज, हार्ट की दिक्कतें और थायराइड की परेशानियां हर किसी को होने लगती हैं. ऐसे में ऐक्सरसाइज जरूर करें. सामान्य तौर पर महिलाएं ऐक्सरसाइज को ले कर गंभीर नहीं रहतीं. बौडी को फिट रखने के लिए अच्छी तरह ऐक्सरसाइज करें. इस से आप के अंदर यूथ वाली फीलिंग आएगी. पुरुष भी यही प्रक्रिया अपनाएं तो वे अपनेआप को स्फूर्तिवान पाएंगे और ढले-ढले नजर नहीं आएंगे.’’
आमतौर पर महिलाओं को लगता है कि इस उम्र में उनको सज-संवर कर रहने की जरूरत नहीं है. पुरुष भी अक्सर अपना खयाल रखना बंद कर देते हैं. अब इस सोच को किनारे करने की जरूरत है. काम व बच्चों की जिम्मेदारी से निबटने के बाद अपने लिए अब आप फिर से जिएं ताकि आपको सुखद जीवन का एहसास हो सके. जीवन के इस दौर का आनंद लेनेके लिए खुद को फिर से संवारें. केवल तन से नहीं, मन से भी. तभी पतिपत्नी दोनों इन दिनों का पूरा आनंद ले पाएंगे.