Tips For Soft Skin : मौसम कोई भी हो लड़कियां अपने लुक को निखारने में कोई कसर नहीं छोड़तीं. लेकिन जब सर्दी के मौसम में वैक्सिंग की बात आती है तो इसे कराने से बचती हैं. अधिकतर लड़कियों का मानना है कि सर्दी में तो हाथपैर कवर्ड रहते है तो वैक्सिंग कराने से क्या फायदा, इस के अलावा वैक्स कराते समय ठंड लगने के डर से भी वे वैक्सिंग नहीं करातीं. इस से हाथों और पैरों की स्किन पर हेयर ग्रोथ बढ़ती जाती है. इस कारण बौडी पर बालों के साथसाथ डर्ट भी जमा होती जाती है. स्किन पर टैनिंग की लेयर भी बनती जाती है, जो आप के स्किन को बिगाड़ सकती है.

इस मौसम में भी अपनी स्किन को बेहतर बनाने के लिए वैक्सिंग करना कितना जरूरी है इस बारे में बता रही हैं एस स्टूडियो (S Studio) की औनर और मेकअप ऐक्सपर्ट सविता बर्तवाल :

सर्दी के मौसम में वैक्स कराना क्यों है बेहतर

S Studio की औनर और मेकअप ऐक्सपर्ट सविता बर्तवाल का कहना है, “सर्दी के मौसम में लड़कियां अपरलिप्स और फोरहैड की हेयर ग्रोथ को तो वैक्स से क्लीन करवा लेती हैं लेकिन जब बात हाथपैरों की आती है तो सर्दी के 2 से 3 महीने अपने हाथपैरों की हेयर ग्रोथ को बढ़ने देती हैं. वैक्स नहीं कराती हैं। लड़कियों का मानना होता है कि कवर्ड कपड़ो में कौन सा दिख रहा है जबकि सर्दी में वैक्स न कराने से हेयर के साथ डर्ट भी स्किन पर जमा होती जाती है।”

सर्दी में वैक्स कराने से फायदा

सर्दियों के मौसम में सब से अच्छी बात यह होती है कि इस में गरमी के मौसम की तरह वैक्स कराते समय स्वेटिंग नही होती जिस की वजह से वैक्सिंग करते समय स्किन में चिपचिपाहट नही होती और वैक्स आसान तरीके से हो जाता है.

सर्दियों में स्किन में बहुत ड्राईनैस आ जाती है लेकिन वैक्स कराने से स्किन पर जमा ड्राई डेड स्किन हट जाती है और स्किन सौफ्ट और कोमल हो जाती है. इस के अलावा, वैक्स की गई स्किन में मौइस्चराइजर को बेहतर ढंग से लगाया जा सकता है जिस से स्किन सौफ्ट और स्मूद हो जाती है.

रैगुलर करें वैक्सिंग

सविता बर्तवाल का कहना है कि रैगुलर वैक्सिंग बहुत जरूरी है. इस से आप की स्किन कम सैंसेटिव होगी। रैगुलर वैक्सिंग कराने से खींचे जाने वाले हेयर पर हेयर फौलिकल्स की पकड़ समय के साथ लूज होती जाती है, जिस से हेयर को निकालना और भी आसान हो जाता है.

ध्यान देने वाली बात

सर्दी के मौसम में मैरिज पार्टी, क्रिसमस पार्टी, न्यू ईयर पार्टी जैसे विशेष अवसर होते है. इस अवसर पर अगर आप जा रही हैं तो हो सके तो जाने के 2 से 3 दिन पहले वैक्स कराएं क्योंकि सैंसिटिव स्किन वाले लोगों को वैक्स कराने के बाद स्किन पर रैड कलर के रैशेज पड़ जाते हैं जो दिखने में बहुत खराब लगते हैं.

इस के अलावा कभी भी किसी भी ऐक्सरसाइज के बाद वैक्स न कराएं, नही तो स्वेटिंग से इनग्रोथ हेयर और स्किन में इरिटेशन हो सकती है.

वैक्स ट्रीटमैंट से पहले अपने हेयर को शेव करने या प्लक करने से बचें क्योंकि बहुत छोटे हेयर को रूट्स से बेहतर ढंग से हटाया नहीं जा सकता है. वैक्सिंग के लिए हेयर की ग्रोथ होना बहुत जरूरी है, तभी आप के हेयर रूट्स अच्छे से निकल पाएंगे.

वैक्सिंग कराने से पहले आप को जानना होगा कि वैक्स कितने तरह की होती है और आप की स्किन के लिए कौन सी बैस्ट है :

वैक्स के प्रकार

वैक्स 2 प्रकार की होती है- हौट वैक्स और कोल्ड वैक्स. लेकिन अब वैक्सिंग के काफी सारे ऑप्शन मार्केट में मौजूद हैं, हैड्रोसोलुबले (Hydrosoluble) वैक्स और लिपोसोलुबले (liposoluble) वैक्स.

हैड्रोसोलुबले वैक्स : यह वैक्स वाटर बेस्ड होती है. इस में हनी वैक्स, ग्रीन एप्पल वैक्स, व्हाइट चौकलेट वैक्स, एलोवीरा वैक्स, डार्क चौकलेट वैक्स और स्ट्राबेरी वैक्स आती है.

लिपोसोलुबले वैक्स : यह वैक्स औयल बेस्ड होती है. इस में रीका वैक्स, ब्राजीलियन वैक्स और बीन वैक्स आती है.

सर्दी के मौसम में कौन सी हो वैक्स

चौकलेट वैक्स आप सर्दी के मौसम में करा सकती हैं. हालांकि यह गरमी के मौसम में भी हर स्किन टाइप के लिए बैस्ट होती है.

सर्दी के मौसम में कराएं ये वैक्स :

डार्क चौकलेट वैक्स : डार्क चौकलेट में कोको की मात्रा होने के कारण स्किन को फायदा होता है. इस में बहुत अधिक मात्रा में ऐंटी औक्सीडेंट होते हैं, जिस के ऐंटी एजिंग लाभ होते हैं. चौकलेट स्किन को मुलायम और कोमल बनाती है.

कोको बींस भी ऐंटी इंफ्लेमेंटरी हैं. ऐसे में चौकलेट वैक्सिंग कराने से स्वेलिंग कम होती है और रैडनेस और पेन भी कम होता है. इस को कराने के बाद काफी समय तक वैक्स की जरूरत नहीं पड़ती. ये वैक्स सभी स्किन टाइप के लिए बैस्ट है.

इस वैक्स की एक खास बात यह है की इस में चौकलेट की खुशबू आती है, जिस से वैक्सिंग करने और कराने में गुड फीलिंग आती है. टैनिंग रिमूव करने के लिए भी इसे अच्छा माना जाता है.

रीका वैक्स : रीका वैक्स को व्हाइट चौकलेट वैक्स के नाम से भी जाना जाता है, जो वैजिटेबल औयल और प्लांट बेस्ड इंग्रीडिऐंट्स से बनता है जो आसानी से इनग्रोन हेयर को भी रिमूव कर देता है.

इतना ही नहीं, रीका वैक्स इनग्रोन हेयर को दोबारा होने से भी रोकता है. इस के अलावा यह वैक्स बौडी से हेयर के साथसाथ टैनिंग भी हटाता है. रीका वैक्सिंग करते वक्त स्किन को टाइट कर के पकड़ा जाता है जिस से स्किन में किसी तरह की सैगिंग नहीं होती है।

रीका वैक्स एक मैकेनिकल ऐक्सफौलिएंट की तरह है तो जब वैक्स हटाया जाता है तो यह स्किन को ऐक्सफौलिएट कर के डेड सेल्स रिमूव कर के नई स्किन को जवां और ग्लोइंग बनाता है.

चौकलेट वैक्स आम वैक्स के मुताबिक थोड़ी कौस्टली होती है। आप को जब भी वैक्स कराना है अपनी स्किन टाइप और बजट को ध्यान में रख कर कराना है. इस के अलावा मौसम का भी विशेष ध्यान रखना है.

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