सवाल
मेरा रंग सांवला है और मैं गोरा होना चाहती हूं. मैं ने कई प्रकार के ब्यूटी प्रोडक्ट्स इस्तेमाल कर लिए पर कोई लाभ नहीं हुआ. कृपया मुझे गोरा होने के घरेलू उपाय बताएं?
जवाब
गोरा या सांवला होना प्राकृतिक होता है. इस के अलावा यह आप के जीन्स पर भी निर्भर करता है. सांवले रंग को पूरी तरह गोरा नहीं किया जा सकता, लेकिन सांवली रंगत को कुछ हद तक निखारा जरूर जा सकता है.
कई बार प्रदूषण व लंबे समय तक धूप में रहने के कारण भी त्वचा की रंगत में गिरावट आती है. आप अपनी रंगत निखारने के लिए कच्चे दूध को चेहरे व शरीर के अन्य हिस्सों पर लगाएं. कच्चा दूध टोनर का काम करता है और रंगत में सुधार लाता है.
इस के अलावा पपीते के पल्प में गुलाबजल मिला कर उस का पैक बना कर भी चेहरे पर लगाया जा सकता है. इस से भी त्वचा में चमक आएगी. त्वचा को और अधिक गहरा होने से बचाने के लिए उसे धूप से बचाएं. घर से बाहर निकलने से पहले एसपीएफ युक्त सनस्क्रीन अवश्य लगाएं.
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रंगत सांवली पड़ जाए तो करें ये उपाय
त्वचा पर झांइयां और काले दागधब्बे बहुत सारी महिलाओं की चिंता का कारण होते हैं. चेहरे या गरदन के आसपास छोटेछोटे और गहरे भूरे धब्बे गोरी त्वचा से अलग नजर आते हैं. त्वचा में झांइयों या सांवलेपन की समस्या कई कारणों से और किसी भी उम्र में हो सकती है. हालांकि ज्यादातर महिलाओं में यह समस्या गर्भधारण या रजोनिवृत्ति या फिर जब शरीर में हारमोनल असंतुलन पैदा होता है तब उभरती है. कुछ खास त्वचा रोग के अलावा धूप में ज्यादा देर रहने से भी त्वचा सांवली हो जाती है, क्योंकि इस दौरान मेलानिन का अधिक उत्पादन या वितरण होने लगता है. इन सब के अलावा कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट्स में ऐसे तत्त्व होते हैं, जो त्वचा का सांवलापन बढ़ा सकते हैं. ये तत्त्व सूर्य की रोशनी में त्वचा की संवेदनशीलता बढ़ा सकते हैं. मसलन, सिट्रिक ऐसिड आधारित नीबू या संतरे का सत्त्व या रैटिनोइक ऐसिड जैसे विटामिन ए के यौगिक धूप में रहने के दौरान आप की त्वचा का सांवलापन बढ़ा सकते हैं. लिहाजा, इन में से कुछ उत्पादों का इस्तेमाल रात के दौरान करने की ही सलाह दी जाती है.
सांवलापन या काले धब्बे दरअसल त्वचा की अतिसक्रिय सुरक्षा प्रणाली के परिणामस्वरूप उभरते हैं. त्वचा पर जब सूर्य की किरणें पड़ती हैं तो यह मैलानिन नामक पिगमैंट बनाने लगती है और यही त्वचा को सांवला बनाता है. दरअसल, मेलानिन सूर्य की यूवी किरणों के दुष्प्रभाव से हमारी त्वचा को सुरक्षा प्रदान करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है और त्वचा में टौक्सिक दवाओं तथा कैमिकल्स से उत्पन्न फ्रीरैडिकल्स को रगड़ कर साफ कर देता है. लेकिन जब मेलानिन का उत्पादन जरूरत से ज्यादा या फिर इस का असमान वितरण होने लगता है तो अधिक मेलानिन उत्सर्जित होने वाले स्थान पर काले धब्बे बन जाते हैं.
सांवलापन बढ़ाने वाले कारक
सूर्य की किरणें: सूर्य की रोशनी से बतौर सुरक्षा कवच त्वचा से मेलानिन का उत्पादन होने लगता है. कुछ महिलाओं की त्वचा सूर्य की किरणों में ज्यादा संवेदनशील होती है जबकि कुछ में यह संवेदनशीलता कम होती है. लिहाजा त्वचा को ऐजिंग, सनबर्न तथा सांवलेपन जैसे दुष्प्रभावों से बचाने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना जरूरी है.
हारमोन परिवर्तन: हारमोन में परिवर्तन के कारण भी कुछ महिलाओं में मेलानिन का अधिक उत्पादन होने लगता है. यही वजह है कि गर्भनिरोधक गोलियां, जिन से सामान्य हारमोनल उत्पादन में बाधा आती है, खाने वाली महिलाएं सांवली हो जाती हैं. मेलास्मा एक प्रकार का सामान्य पिगमैंटेशन डिसऔर्डर है, जो ज्यादातर गर्भवती महिलाओं में देखा जाता है.
स्किनकेयर के अवयव
कई बार हमारे स्किनकेयर उत्पादों में कुछ ऐसे अवयव होते हैं, जिन का त्वचा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए स्किनकेयर उत्पाद खरीदते वक्त ज्यादा सावधानी बरतने की जरूरत होती है. यदि आप की त्वचा संवेदनशील है तो कोई भी उत्पाद खरीदने और इस्तेमाल करने से पहले तय कर लें कि उस में किनकिन तत्त्वों का मिश्रण किया है. कुछ महिलाओं की त्वचा की संवेदनशीलता सिट्रिक ऐसिड और रैटिनोइक ऐसिड आधारित अवयवों से भी बढ़ जाती है, जिस कारण उन की त्वचा ज्यादा सांवली हो जाती है. यदि आप की त्वचा संवेदनशील है तो आप को उन उत्पादों के इस्तेमाल के प्रति एहतियात बरतनी होगी, जिन में सिंथैटिक खुशबू मिलाई गई हो. ऐसे कुछ कैमिकल्स त्वचा में खुजलाहट, लाल दाने या सांवलापन जैसे दुष्प्रभाव पैदा कर सकते हैं. त्वचा पर जलन का एहसास देने वाली क्रीम या किसी अन्य उत्पाद का इस्तेमाल करने से बचें. त्वचा के जिस हिस्से में जलन होने की आशंका अधिक हो, वहां बहुत ज्यादा मेकअप करने से बचें. यदि कोई उत्पाद खुजली या जलन पैदा करे तो उस में मिले अवयवों का रिकौर्ड रखें और दोबारा उस का इस्तेमाल न करें.
– डा. संजीव कंधारी, कंसल्टैंट डर्मैटोलौजिस्ट, डा. कंधारी स्किन क्लीनिक, दिल्ली