हाल ही में अमिताभ बच्चन, प्रभास ,कमल हसन, दीपिका पादुकोण, दिशा पटानी ,अभिनीत फिल्म कल्कि 2898 एडी का ट्रेलर रिलीज हुआ . जिसे देखकर दर्शकों को भारी निराशा हुई. 600 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म का दर्शकों को कई सालों से इंतजार था. उम्मीद की जा रही थी की फिल्म का ट्रेलर धमाकेदार होगा. लेकिन इसके विपरीत कल्कि का ट्रेलर देखकर सर पीटने का मन हुआ. क्योंकि 3 मिनट के ट्रेलर में आखिर चल क्या रहा है यह समझ के बाहर था. ट्रेलर में कभी कहानी भूतकाल में चलती थी तो कभी वर्तमान में तो कभी परलोक दिखाया गया , तो कभी सीधा कलयुग में ले जाते है. ऐसे में मन से एक ही आवाज आ रही थी कि कुछ समझ में नहीं आ रहा है और मजा भी नहीं आ रहा है.
फिल्म की कहानी इतनी उलझी हुई है कि जब ट्रेलर में ही फिल्म समझ नही आ रही तो फिल्म की रिलीज के बाद क्या हाल होगा. फिल्म की कहानी 5125 साल पहले की कहानी से शुरू होती है जो एक साइंस फिक्शन फिल्म है जिसकी कहानी भगवान विष्णु के कल्कि अवतार पर आधारित है. कलयुग में 5125 साल पहले की कहानी है जिसमें लक्ष्मी का अवतार पद्मावत ने लिया था तब से कलयुग शुरू हुआ था. फिल्म में अमिताभ बच्चन के संवाद जहां समझ नहीं आते. वही कमल हसन नेगेटिव किरदार में है.
दरअसल हमारे बौलीवुड वाले हमेशा से हॉलीवुड से प्रभावित रहे हैं. जिसके चलते वह हौलीवुड की नकल तो कर लेते हैं लेकिन उसका 25% भी सही नहीं बना पाते. हौलीवुड फिल्मों का हाई लेवल का वीएफएक्स इफेक्ट हौलीवुड फिल्मों की जान होता है. जिसके चलते मार्वल की फिल्में, हैरी पौटर, सुपरमैन और बैटमैन जेसी हैलीवुड फिल्मों को वहां के दर्शक पसंद करते हैं. लेकिन हमारे यहां आदि पुरुष जैसी फिल्मों में इतना खराब वी एफ एक्स होता है कि फिल्म न सिर्फ सुपर फ्लॉप होती है बल्कि हास्यास्पद बन जाती है. कल्कि के ट्रेलर को देखकर भी कुछ ऐसा ही महसूस हुआ कि इस फिल्म के कहानीकार ने चार-पांच हॉलीवुड फिल्मों की कहानी जमा करके एक स्क्रिप्ट तैयार कर दी है . जिसकी कहानी का कोई सर पैर ही नजर नहीं आता. फिल्म पूरी तरह से उलझी हुई लगती है.