इन दिनों बौलीवुड की लगभग हर अभिनेत्री धीरे धीरे बिजनेस वुमन’ बनती जा रही है. कई अभिनेत्रियों ने फैशन या ब्यूटी के क्षेत्र में अपने ब्रांड के ‘लेबल’ बाजार में उतारे हैं. ऐसे में भला मशहूर अभिनेत्री आलिया भट्ट कैसे पीछे रह जाती. लॉक डाउन के दौरान अक्टूबर माह में आलिया भट्ट ने बच्चों के लिए ‘‘एड-ए-मम्मा’’ नामक अपना खुद का जागरूक परिधान ब्रांड लॉन्च किया था.
आलिया भट्ट का स्व-वित्त पोषित स्टार्ट-अप यह ब्रांड, 2 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को पंसद आने वाले परिधान बाजार मे लेकर आता है. ‘एड-ए-मम्मा’ पूरी तरह से घरेलू ब्रांड है, जो स्थानीय ‘लोकाचार के लिए‘ वोकल के साथ गूंजता है.
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आलिया भट्ट अपने इस ब्रांड के परिधानों को तीन भागो में संग्रहित किया ,जिसमें वेगी स्क्वाड, फ्रेंड्स ऑफ द ओशन और कैंडीलैंड, छोटी लड़कियों और लड़कों के लिए परिधान के साथ, जिनमें टॉप, टीज और शर्ट, स्कर्ट, ड्रेस, जंपसूट और बॉटम्स शामिल हैं. प्रत्येक संग्रह में अद्वितीय हस्ताक्षर प्रिंट हैं.कपड़े पर्यावरण के अनुकूल हैं, जो प्लास्टिक मुक्त बटन और ट्रिम्स के साथ प्राकृतिक तंतुओं से बने हैं. यह बच्चों के बीच प्रकृति के प्रति प्रेम को पोषित करने के लिए आलिया के दृष्टिकोण को प्रतिध्वनित करते हैं.ब्रांड एक कदम आगे जाकर बालों को बांधने और छोटे पोटलिस बनाने के लिए बचे हुए कपड़े का उपयोग करता है. वर्तमान में ‘फस्टक्राय डाॅट काम’ पर उपलब्ध है. इस ब्रांड के लॉन्च होने के छह सप्ताह के अंदर ही पहले सीजन के संग्रह के लगभग 70 प्रतिषत परिधान बिक चुके हैं.
आलिया भट्ट कहती हैं- ‘‘मैंने बच्चों के बीच प्रकृति के प्रति प्रेम को बढ़ाने के लिए एड-ए-मम्मा की स्थापना की. हमारी कंपनी भारतीय बच्चों के लिए विश्वस्तरीय उत्पाद बनाएगी और कहानी इस स्थानीय-ब्रांड के दिल में है.’’
‘एड-ए-मम्मा’कई स्तरों पर बच्चों को कहानी सुनाने व बच्चों के साथ जुड़ने के लिए तैयार है. इसका मूल लक्ष्य बच्चों/ग्राहकों के साथ वार्तालाप करने, अच्छी आदतों को विकसित करने और बच्चों को पर्यावरण की पहली प्रथाओं को अपनाने, जानवरों के प्रति दया और बेहतर विकल्प बनाने के लिए प्रोत्साहित करना भी है.
पर्यावरण संरक्षण के लिए आलिया भट्ट का जुनून एक प्रसिद्ध तथ्य है. आलिया ने आॅन लाइन प्लेटफार्म ‘को इक्जिस्ट’ भी शुरू किया है,जो पर्यावरणीय और पशु कल्याण मुद्दों को उजागर करता है, ताकि पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ता है और दूसरों के साथ अपने सीखने को साझा करने के बारे में अधिक जानने के लिए. उन्होने पर्यावरण संरक्षण के को लेकर बातचीत के दायरे का विस्तार करने के लिए अपनी फिलम इंडस्ट्री के मित्रों और सहकर्मियों को एक साथ जोड़ने के लिए ‘‘एम आई वार्डरोब इज सु वार्डरोब यानी कि (मीसु)नामक पहल षुरू की है.
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अपने ब्रांड के बारे में संस्थापक व अभिेनत्री आलिया भट्ट ने कहा- ‘‘यह पूरी दुनिया के लिए बहुत अनिश्चितता का समय है. ब्रह्मांड हमें एक संदेश भेज रहा है कि अगर हम प्रकृति के साथ खिलवाड़ करते हैं, तो हम सभी को एक कीमत चुकानी होगी. यदि कोई ऐसा तरीका है,जब हम प्रकृति के साथ सह-अस्तित्व रख सकते हैं, तो हम जो कुछ भी करते हैं, उसमें प्रकृति की देखभाल करने का एक तरीका शामिल करें, यह एक लंबा, लंबा रास्ता तय करेगा.मैंने बच्चों के लिए उत्पादों के एक ब्रह्मांड के साथ ऐसा करने की कोशिश की है.हर विस्तार माँ प्रकृति के लिए अपना काम करती है.यह गैर-सिंथेटिक वस्त्र हो, जो बटन प्लास्टिक, बीज बम का उपयोग नहीं करते हैं जो आपको एक बगीचा विकसित करने में मदद करते हैं.लोग सवाल पूछते हैं कि बच्चों के उत्पाद क्यों?मैं कहती हूं, उन्हें युवा पकड़ने और उनके अंदर कम उम्र में प्रकृति के लिए प्यार पैदा करने के लिए हम ऐसे परिधान लेकर आए हैं.‘’
आलिया आगे कहती हैं- ‘‘हमारा ‘एड-ए-मम्मा’ एक ऐसा ब्रांड है,जो बच्चों और पृथ्वी की परवाह करता है. इस ब्रांड की कल्पना के पीछे हमारी सोच यह है कि हम चाहे कोई भी हों, हम सभी का एक-एक ग्रह होता है.इसलिए ‘एड-ए-मम्मा’सभी उत्पादों की एक श्रृंखला है, जो हमारे ग्रह को सुरक्षित रखने और एक समय में एक उत्पाद बनाने के लिए हमारी मदद करने के लिए डिजाइन किया गया है.
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हमारी पहली पेशकश बच्चों के लिए सोच-समझकर तैयार किए गए कपड़ों की एक श्रृंखला है. हमारे कपड़े सभी प्लांट बेस्ड और डिग्रेडेबल हैं.हमारे बटन प्लास्टिक मुक्त हैं.हमारे टैग को बुकमार्क के रूप में फिर से उपयोग किया जा सकता है.हमारेकपड़े स्क्रैप को ट्रिम्स और मजेदार सामान बनाने के लिए फिर से तैयार किया गया है.प्रत्येक कपड़ा एक छोटी सी पोटली से भरा होता है जिसमें एक बीज का गोला, एक पेड़ जो लगाए जाने की प्रतीक्षा करता है.यह एक गतिविधि है, जिसे बच्चों और माता-पिता को बाहर लाने के लिए डिजाइन किया गया है.’’