बंगाल में बसी ये कहानी है 8 साल की बोंदिता की, जो बहुत ही शरारती और चंचल है. जाने-अनजाने में ही सही, पर वो समाज में हो रहे भेदभाव और कुरीतियों पर अक्सर सवाल उठाती रहती है. जिसे सुन सब लोग दंग रह जाते हैं. आइए आपको बताते हैं इस नए शो की कहानी की एक खास झलक.
बोंदिता के विवाह की हुई तैयारी
नन्ही बोंदिता का रिश्ता उसके मामा तय कर चुके हैं, पर अपनी माँ, सुमति से दूर जाने के ख्याल से परेशान बोंदिता अपने होने वाले पति को एक खत के ज़रिए ये लिखकर भेजती है कि वो शादी के बाद अपनी विधवा माँ, सुमति को भी अपने साथ ससुराल लाना चाहती है.
ये भी पढ़ें- छोटी सरदारनी: क्या मेहर को सरब से दूर कर पाएगी हरलीन?
सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ है अनिरूद्ध
मामी को किसी तरह इस खत के बारे में पता चल जाता है और अब बोंदिता के घरवाले ये बात सोच कर काफी परेशान हैं कि कहीं ये रिश्ता ना टूट जाए. लेकिन वो खत, बोंदिता के होने वाले पति की जगह कहानी के दूसरे मुख्य किरदार, अनिरूद्ध तक पहुंच जाता है. अनिरूद्ध, जो कि लंदन से वकालत की पढ़ाई पूरी करके अपने देश वापस आया है, उसने बाल-विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों से देश को आजाद करने की ठान रखी है.