फिल्म निर्माण टीम वर्क है. अगर इस टीम वर्क में एक भी पहिया गड़बड़ा जाए,तो फिल्म का सत्यानाश हो जाता है. इसके बावजूद कई बार निर्देशक या कलाकार को गलत फहमी हो जाती है कि फिल्म तो सिर्फ उसी के नाम पर बाक्स आफिस पर सफलता का डंका बजा रही है. उसके बाद वह जो कदम उठाता है, उससे वह अपनी ही जड़ खोद डालता है. जी हाॅ!इसमें कोई दो राय नही है. ऐसा ही कुछ राजकुमार हीरानी ने किया. राज कुमार हिरानी ने सबसे पहले अहम के चलते अपनी सफलतम टीम/जोड़ी तोड़कर नई जोउ़ी बनाने के लिए फिल्म ‘डंकी’ बनायी और ‘डंकी’ की असफलता के बावजूद वह अभी भी अहम के शिकार हैं.तभी तो राज कुमार हिरानी ने हास्यास्पद बयान दिया है-
‘‘‘शाहरुख पहले दिन से जानते थे ‘डंकी‘, ‘जवान‘ की तरह नहीं चलेगी.फिल्म ‘डंकी’ बनाने के दौरान शाहरुख लगातार मुझे बताते रहे कि मुझे इस फिल्म से ‘जवान‘ जैसी उम्मीद नहीं लगानी चाहिए. बाक्स आफिस पर यह फिल्म ‘जवान‘ जैसी नहीं खुलेगी. हमें थोड़ा रियलिस्टिक होना चाहिए. मैंने ऐसी फिल्में पहले भी की हैं,तो मैं जानता हूं कि ऐसी फिल्मों का दर्शक अलग होता है. मैं शाहरुख को बहुत बहादुर मानता हूं कि उन्होंने सच जानते हुए भी यह फिल्म की.’’ लोग राज कुमार हिरानी के इस बयान पर हंस रहे हैं. क्योकि हर इंसान को पता है कि किस तरह शाहरुख खान के पीआर और उनके चमचे दावा कर रहे थे कि ‘डंकी’ हजार करोड़ से अधिक कमाएगी.इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर जब एक शख्स ने लिख दिया था कि शाहरुख खान अपनी मार्केटिंग टीम व पीआर के माध्यम से ‘डंकी’ को सफल साबित करेंगे.तो किस तरह शाहरुख खान ने उस शख्स को धमकी दी थी. दूसरी बात बौलीवुड का सबसे बड़ा सच यह है कि असफलता के लिए कोई भी कलाकार,निर्माता या निर्देशक फिल्म नही बनाता.