90 के दशक के सफल कलाकार,दो राष्ट्रीय और एक फिल्मफेअर अवार्ड जीत चुके अभिनेता, निर्माता,निर्देशक सनी देओल अपने एटीट्यूड व पुत्र मोह में निरंतर अपने कैरियर को बरबाद करने के साथ ही कंगाली की ओर भी बढ़ रहे हैं.
नब्बे के दशक में सनी देओल की तूती बोलती थी.‘घायल’, ‘दामिनी’,‘डर’,‘घातक’,‘अजय’,‘जिद्दी ’,‘बार्डर’,‘अर्जुन पंडित’, ‘दिल्लगी’, ‘गदरःएक प्रेम कथा’ जैसी फिल्मों में अपने उत्कृष्ट अभिनय से उन्होने दर्शकों का दिल जीत लिया था.लेकिन उसके बाद सनी देओल का एटीट्यूड और लोगों के प्रति व्यवहार इस कदर बदला कि उनके कैरियर का पतन शुरू हो गया.
2001 में अनिल शर्मा निर्देशित फिल्म ‘‘गदर एक प्रेम कथा’’ के बाद सनी देओल की किसी भी फिल्म ने सफलता दर्ज नही की. 2023 में जब अनिल शर्मा ‘गदर एक प्रेम कथा’ की सिक्वअल ‘‘गदर 2’’ लेकर आए तो इस फिल्म की सफलता ने एक बार फिर सनी देओल को सफलता का स्वाद चखा दिया. हर किसी को उम्मीद थी कि इस फिल्म की सफलता के बाद सनी देओल का कैरियर पुनः सरपट दौड़ने लगेगा.उनके पास फिल्मों के आफर भी आए. मगर सनी देओल ने तो अहम में चूर होकर अपने एटीट्यूड को बदलने के लिए तैयार ही नही हुए. सनी देओल को फिल्म ‘गदर 2’ के लिए बीस करोड़ रूपए पारिश्रमिक राशि के तौर पर मिले थे. लेकिन ‘गदर 2’ की सफलता के बाद सनी देओल ने हर फिल्म के लिए पचास करोड़ रूपए मांगने के साथ ही फिल्म में अपने बेटों के लिए भी किरदार की मांग शुरू कर दी. परिणामतः निर्माताओं ने सनी देओल से दूरी बनानी शुरू कर दी.इतना ही नही सनी देओल के बदले एटीट्यूड के चलते ‘जी स्टूडियो’ निर्मित सनी देओल की फिल्म ‘बाप’ का प्रदर्शन भी टल गया.यह फिल्म कब प्रदर्शित होगी,किसी को नहीं पता..