दूरदर्शन दो नए प्रोग्राम ‘खेत खेत में’ और ‘अतुल्य भारत की अमूल्य निधियां’ ले कर आ रहा है. ये कार्यक्रम 6 जुलाई से प्रत्येक शनिवार और रविवार को 12:30 PM प्रसारित हो रहा है. इस कार्यक्रम का दोबारा प्रसारण उसी दिन रात्रि 11:00 PM बजे किया जा रहा है.
खेत खेत में
कार्यक्रम ‘खेत खेत में’ फ्रेम्स प्रोडक्शन कंपनी के साथ साझीदारी में बना एक रियलिटी शो है. यह प्रोग्राम कंटैस्टेंट के रूप में अनुभवी किसानों के साथ-साथ प्रतिभाशाली युथ को एक मंच दे रहा है, जिसमें कंटैस्टेंट को अनुभवी किसानों की ओर से दिए गए चैलेंजेज को पूरा करना होता है. इस प्रोग्राम में कुल 10 कंटैस्टेंट शामिल होते हैं, जो चिलचिलाती धूप में भी अपनी कठिन मेहनत करते नजर आ रहे हैं.
इस कार्यक्रम में इंडियन एग्रीकल्चर के बदल रहे रूप को भी दिखाया जा रहा है. गरीबी और संघर्ष की सदियों पुरानी छवि से अलग यह शो, देश के मेहनती और काबिल किसानों की कामयाबी को बखूबी दर्शाया जा रहा है. यह कार्यक्रम भारत के युवाओं की उस सोच को भी प्रस्तुत कर रहा है जो कृषि को व्यावहारिक व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करता है. ‘खेत खेत में’ प्रोग्राम को टेलीविजनऔर फिल्म इंडस्ट्री के फेमस एक्टर राजेश कुमार होस्ट कर रहे हैं. प्रोग्राम में एंटरटेनमेंट के साथसाथ कई नई चीजें देखने, सुनने और सीखने को मिल रही है.
अतुल्य भारत की अमूल्य निधियां
दूरदर्शन के पौपुलर चैनल डीडी नेशनल पर एक नया शो “अतुल्य भारत की अमूल्य निधियां’’ भी टेलीकास्ट हो रही है. यह शो उन प्रोडक्ट्स पर केंद्रित है, जिन्हें भारत के विभिन्न राज्यों और स्थानों में GI यानी जियोग्राफिकल इंडिकेशन टैग मिला है. इस शो में विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों के विशषेज्ञ, किसान और उत्पादक शामिल होंगे, जो इन जीआई टैग’ वाले उत्पादों की जानकारी शेयर कर रहे हैं. इस शो का उद्देश्य न केवल इन विशिष्ट उत्पादों की कहानी को दर्शाना है, बल्कि उन किसानों और कारीगरों की मेहनत और समर्पण को भी सम्मानित करना है, जिन्होंने इन उत्पादों को देश विदेश के कोनेकोने तक पहुंचाया है. "अतुल्य भारत की अमूल्य निधियां" को फेमस टेलीविजन एक्टर अमन वर्मा होस्ट के कर रहे हैं. यह शो न सिर्फ दर्शकों का एंटरटैनमेंट कर रहा है, बल्कि उन्हें अपने देश की समृद्ध कृषि, हस्तशिल्प और खाद्य जैसी दूसरी विरासतों और उन अमूल्य निधियों से जोड़ने का भी काम कर रहा है, जिन्हें संरक्षित करने की आवश्यकता है.